Book Title: Jain Granth Sangraha
Author(s): Nandkishor Sandheliya
Publisher: Jain Granth Bhandar Jabalpur

View full book text
Previous | Next

Page 3
________________ ॐ श्रीपरमात्मने नमः जैन-ग्रन्थ-संग्रह। १२४ सर्वोपयोगी सुललित, सुन्दर, सरस, सम्यग्ज्ञान से मा सम्पूर्ण धर्म ग्रन्थों का संग्रह किमया ही CTEN NROES धीमूनाला. संघी मोशीलाज मास्टर NEMA संग्रहकर्ता सि.नन्दकिशोर सांधेलीय-वरायठा, (सागर)। PANE प्रकाशक-जैन-ग्रन्थ-भंडार, जबलपुर। - - प्रबार, रक्षा बन्धन . । मूल्य मान - २००० । वीर सं० २४५१ (१) मात्र

Loading...

Page Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 ... 71