Book Title: Jain Granth Prashasti Sangraha
Author(s): Parmanand Jain
Publisher: Veer Seva Mandir Trust

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Page 333
________________ बनान्य-प्रशस्तिसंग्रह माणिक माणिणि णं कामिमल्लि, विबुध श्रीपर के भविष्यवत्त चरिउ लखणसिरि णाम जारी मतल्लिा (को लिपि प्रशस्ति) घेणा धरणिउ रणं काम प्रत्यु, सं० १५३० संगहिउ जांहि जिण धम्म वत्षु । मयरणा भज्जो यति माह भीय, माहुरकुल पहलच्छरण ससंकु, जिण भासिय धम्में विमुक्क संकु । पामेण सया सीलेण सीय । सल्ला पिय मणसिरि पढम अण्ण, . वुह रिणयर दागविहि करणधुत्त, पट्टो मंगा भिक्खो सुवण्ण । णय-मगणि रउ वज्जिय प्रजुत्त। सुम रामचंदु कुल कमलनंदु, तहो माढी णामें घरिणि जाय, णावह लच्छी सयमेव प्राय । णंदउ कि इह णं वीरचंदु ॥१५६ कोइल इव सुहयर ललियवारिण, नंदा पूनावे भज्ज जुत्त, पवि रइय कज जाणे वि जाणि । चिरुजीबउ वीक कमलवन्तु । तहो गन्भे समुप्पण्ण रवष्णु, एयाहि मज्मि सिरि पोमिसिह, साहारणु सुर गय करणयवए। जिण सासण णंदणवण सुसिंह। पठमउ परियाणिय गाय भग्गु, विजुल चंचलु लग्छी सहार, जिण धम्म-कम्मं साहिय सुमग्गु । पालो इवि हुउ जिण धम्मभावु । बीयउ णारायणु णयरिणउत्तु, जिरणगंषु लिहावउ लक्खु एक्कु, मणे परियाणिय जिण माणिय सुत्तु सावय लक्खा हारीति रिक्स। रिणम्मलयर जसलच्छी णिहाण, मुणि भोजण मुंजाविय सहासु, माहुर गयणहयल सेय-भाण। चवीस जिणालउ किउ सुभासु । धेना चाउरियनिमित्त दव, मइवंत संतु पाविय पसंसु, जिणवर कह कय कण्णावतंसु । तेणजिउ लाइव में प्रउब्ध। करूणालउ किरियावंतु साहु, पुरु एव जिणा मदणु जि विचित, सुदासउ मयरहरूव-प्रगाहु । ससिहरु सुपाडि हेर? जुत्तु। तह रुप्पिरिण णामें जाय-भज्ज, णिम्मषिउ भवं बुहि जाणवुत, सिरिहरहो सिरिव जाणिय सकज्ज । रयणत्तय जुय जुय पास जुत । पत्ताकारिय पटु जिण समय दिट्ठ, सज्जण सुहयारिणि पाव-णिवारिणि अवलोय गर्णाव सयल सचित्ति हिदु । पविमल सीला लंकरिया। धत्ता बंधवह पियारी भीयणसारी णंदउ सिरि हंसराउ सूहउ, चंदउ पउमसिह सस। विण पाइय गुणगण भरिया ॥२ दउ परिवार लच्छि कलिउ यंदउ लोउ गुणोह पुर। तहो पढमु सुउ पट गामें,। प्रायासस्स प्रिणस्स य जिह अंत को वितहान गुणस्त । हुउणं प्रप्पड दरसिउ कामें। सिरिपोममिह तिहते को पारह गुण णिहालस्स ॥१ माणवक्तु मएप्पिण लोयहा, सिरिपउहमसिंह पउमं इह लोए वह ए हों तुवा पउमा ।। बम्म पहावें माणिय भोय हो। कोला. सत्य करती सुधाणु पूया पिणोएहि ॥२ बीयउ बासुएउ संजायउ, (जैन साहित्य संशोधक ९क १ पृ.) बासुएउ जिह-निह विक्सायर।

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