Book Title: Jain Ganitanuyog
Author(s): Vijayshree Sadhvi
Publisher: Vijayshree Sadhvi

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Page 6
________________ जय आत्म! // ॐ अहँ॥ जय आनंद! प्रस्तुत ग्रंथ 'दिव्यकृपा दृष्टि आशीर्वृष्टि কূল হৃষ্টি प्रेरणापुष्टि : जैन गणितानुयोग : आचार्य सम्राट् पूज्य श्री देवेन्द्र मुनि जी महाराज पंजाब प्रवर्तनी महासती श्री केशरदेवी जी महाराज अध्यात्मयोगिनी महाश्रमणी श्री कौशल्यादेवी जी महाराज / परम पूज्य ध्यानयोगी आचार्य सम्राट् श्री शिव मुनि जी महाराज प्रज्ञा महर्षि पूज्य प्रवर्तक श्री सुमन मुनि जी महाराज उपप्रवर्तनी महासाध्वी डॉ. श्री सरोजश्री जी महाराज जैन सुधा महासाध्वी डॉ. श्री मंजुश्री जी महाराज : साध्वी डॉ. विजयश्री 'आर्या' : महासती श्री प्रियदर्शनाश्री जी प्रियदा' महासती डॉ.श्री प्रतिभाश्रीजी 'प्राची' महासती श्री तरुलताश्री जी तरु' : वीर संवत् 2540, विक्रम संवत् 2070, ईस्वी सन् 2014 : पाँच सौ रुपये मात्र (Rs. 500/- only) : श्री दिवाकर प्रकाशन ए-7, अवागढ हाउस, अंजना सिनेमा के सामने, एम.जी. रोड, आगरा-282002 फोन : 0562-2851165, मो. : 9319203291 प्रथम कावृत्ति मूल्य प्रकाशक प्राप्ति-स्थान : श्री सुमेरचंद जी जैन, 78, सूर्यनगर, आगरा-282002(उ. प्र.) मो. : 9319103000 श्रीमती शकुंतला देवी शांतिलाल जी सांड 1730, आगरा रोड, पोस्ट बॉक्स नं. 34 धूलिया- (महाराष्ट्र) मो. : 09888537724

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