Book Title: Jain Dharm aur Vidhva Vivaha 02
Author(s): Savyasachi
Publisher: Jain Bal Vidhva Sahayak Sabha Delhi

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Page 5
________________ शुद्धाशुद्धि-पत्र पृष्ठ २० २० शुद्ध ङोप टाप २८ यदत्रायं वे पुरुषत्व-मदोन्मत्त के लिये वृषल नियम सिंहो ४१ ४१ ४१ पक्ति अशद्ध १६ डीप १६ टीए २६ पदत्रायं १३ वह पुरुष मदोन्मत्त . में १७ वृषाल ४ निमय १६ सिंहो २० यात्यानश्च २२ सएप २१ खद ही १७ चाहिये ११ चेट्टक १८ भोकी ४ युक्ति से जीतने पर १५ सन्धेर २५ क - नावी यात्यनिश्च स पर ७१ चाहिये छेदक भोक्त्री युक्ति से नजीतने पर अन्धेर १७६ १८० नवाबी

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