Book Title: Chintan Haim Sanskrit Bhavya Vakya Sangraha
Author(s): Haresh L Kubadiya
Publisher: Haresh L Kubadiya

Previous | Next

Page 57
________________ ५२ (हेतुनाम प्रयोजन-रूप) चिन्तन हैम संस्कृत-भव्य वाक्य संग्रह प्रयोजनथी माता आवे छे जनथी बालक चोर पासे जाय २६. रतिलाल स्वादना प्रयोजनथी खीर पीवे छे | ३९. | संस्कृत शिखववाना प्रयोलेशन पुरुं करवाना प्रयो- जनथी साहेब आवे छे | जनथी साहेब वढे छ |४०. | वृद्धो सवारनी ताजगी मेलवबाधा( ना) पालवाना प्रयो- |वाना प्रयोजनथी घासमां चाले जनथी नित्य देरासर जाय छे स्तुतिना प्रयोजनथी उत्कृष्ट ४१. | वृद्धो फरवाना प्रयोजनथी | भाव लावे छे उद्यानमां जाय छे रत्न-त्रयी मेलववाना प्रयो-| ४२. कन्याओ शणगार करवाना जनथी प्रदक्षिणा दे छे | प्रयोजनथी फुलो तोडे छे । मोक्ष पद प्राप्त करवाना प्रयो- | ४३. ते चक डोलमां बोसवाना |जनथी सिद्ध-शिला उपर फल| प्रयोजनथी टिकीट खरीदे छे अर्पण करे छे | ते बे दोस्ती करवाना प्रयोपूजन भणाववाना प्रयोजनथी| | | जनथी उद्यानमा मले छे मन्दिरमां तैयारी करे छे | ४५. सुगन्ध मेलववाना प्रयोजनथी ३३. अट्ठाई महोत्सवमां भक्ति गीति| गुलाब सुंघे छे गावा माटे अशोक गेमावतने | ४६. लपसवाना प्रयोजनथी लपबोलावे छे सणी पर चडे छे कर्म-क्षयना प्रयोजनथी राधा | ४७. | बालको रमवाना प्रयोजनथी मोनिका साथे नृत्य करे छे । उद्यानमां दोडा दोड करे छे पूजन भणाववाना प्रयोजनथी| ४८. | | रोगी इलाजना प्रयोजनथी गजानन्द ठाकुरने बोलावे छे होस्पिटल आवे छे आवाज बन्ध करवाना प्रयो-| ४९. डॉ. शक्ति ना प्रयोजनथी जनथी गजानन्दभाई बुम पाडे| | ग्लुकोस चढावे छे | ५०. | बालकने इलेक्शन आपवाना पूजननी प्रभावना लेवाना प्रयोजनथी चोकलेट आपे छे प्रयोजनथी रेखा मोनीत रति- ५१. | हॉस्पिटलनी सफाईना प्रयोलाल दोडीने आवे छे । | जनथी नोकर राखे छे चोकलेट मेलववाना प्रयो- ५२. | रोगी स्वास्थ्यना प्रयोजनथी

Loading...

Page Navigation
1 ... 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134