Book Title: Chintan Haim Sanskrit Bhavya Vakya Sangraha Author(s): Haresh L Kubadiya Publisher: Haresh L KubadiyaPage 98
________________ सिंह चिन्तन हैम संस्कृत-भव्य वाक्य संग्रह ७६. सफेद- . छे कलर ७७. चमकतां छे | रत्नो ७८. लाम्बी | छे | कूची ७९. | मधुर | छे अवाज वाहन ८१. सुखी । छे प्रजा विवेकी बालक ८३. नानी | छे बहन सुन्दर पाँख ८५. कालों | छे | सर्प : लाम्बी गरम दशी ८८. सुनहरी बाल वांकी पुंछडी अतिशय | छे, पीडा सीधो जमाई भव्य छ | जिनालय भयंकर छ | वेदना जेमां लाम्बा छ | नख करुण | छे | स्टोरी लाम्बी | छे | चोटी |९८. कलरिंग | छे | डिझाईन |९९. गरम .. | रोटली १००. काला | छे | मरी १०१. मीठं | । छे दूध १०२. मधुर १०३. गोल आकार जेनो १०४. अद्भूत | कला जेनी १०५. पवित्र | छे | परमाणु ज्यांना १०६. पावन छे | निश्रा जेमनी EEEEEEEEEEEEEEE | (बहुव्रीहि) | ९३| आसन . झुम्मर एवं | ते ताळु संगीत अम्बिका | एवो | ते राजा एवी | ते माता एवो | ते भाई एवी | ते परी एवो | ते घडो गणपति ओघो गुड़ियाँ कूत्तरो निगोद |SPEPP?? BFBFFFFFFFFFFFFES.. TE TET TETTE TE TE TETTE TE TE TETTET TETTE TET TETTE TE TE TE TE TE सासु जेमां REE देव-विमान नरक | राक्षस अञ्जना ब्राह्मण बूक. थाली पापड ग्लास धुंघरूं पुरी नर्तकी गिरिराज गुरुदेव AM आवाज जेनी HPage Navigation
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