Book Title: Chintan Haim Sanskrit Bhavya Vakya Sangraha
Author(s): Haresh L Kubadiya
Publisher: Haresh L Kubadiya
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चिन्तन हैम संस्कृत-भव्य वाक्य संग्रह (गौण नाम षष्ठी) १०१||
(माटे) ट्रस्टीए आवq जोईए १०२, देवनी माला करमाती नथी ८०. | चाँदीनी थाली छे । १०३, देवनी माला शोभे छे ८१. सोनानी वाटकी छे १०४. देवनी मोजडीमां रत्नो छे। हीरानी आंगी छे
१०५, देवनी युवान् वय होय छे आरसनी प्रतिमा छे १०६, मैसूर गार्डननी सुन्दरता जेवा वरकनी थोकडी छे
जेवी छे पूजानी पेटी छे १०७, सीता पवित्रतानी मूर्ति छे केसरनी डब्बी छ १०८, मरणनी वेदना भयंकर छे अष्ट मङ्गलनी पाटली छे ।.१०९, कविनी कल्पना अद्भत छे मातानी पासे बालक रडे छ | ११०. राजानी जित निश्चित छ । मुंबईनी दुनिया रंगीली छे । १११. हरिश्चन्द्र राजानी परीक्षा देवोए आजे श्री....जीनी दीक्षा तिथि करी हती छे
११२. लोको बिरबलनी बुद्धिने | गौतम स्वामीनी पासे लब्धि छे | प्रशंसे छे
बेननी बेबी भृणवा माटे जाय ११३. प्रभुनी कृपा अपरम्पार छ । छे
| ११४. चन्दनानी आँखमां आँसु नथी सूरिजीनी वाणी मिठी छे' | ११५. पाँच पाण्डवोनी माता कुन्ती ९४. | हॉस्पिटलनी वेन (गाडी ) ऊभी
११६. आबुनी कोतरणी सुन्दर छे ९५. आजे स्कूलनी रजा छे ११७. देवलोकनुं विमान उत्तरे छे
| देवलोकनी देवी नाचे छ । ११८. देवलोकनुं नाटक कोण ९७. | देवलोकनी वावडी आकर्षक जोवे ?
११९. देवलोकनुं एक नाटक ९८. | देवलोकनी राज-सभामां इन्द्र १०,००० वर्षनुं छे
१२०/ देवलोकनुं नाटक के टला | देवलोकनी अप्सरा गाय छ । वर्षतुं छे ? १००. देवलोकनी इन्द्राणी शणगार १२१, देवलोकनुं जीवन केयूँ छ ? करे छे .
१२२, देवलोकनुं विमान नन्दीश्वर १०१. देवलोकनी हासा-प्रहासा देवी| द्वीपमा उत्तरे छे आवे छे ..
१२३, देवोनुं आयुष्य लाम्बुं होय छे
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