Book Title: Bruhat Katha kosha
Author(s): Harishen Acharya, 
Publisher: Bharatiya Vidya Bhavan

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Page 529
________________ ३७० मुद्रायण मुनिगुप्त मुनिचन्द्र मुनिदत्त मुनिपालित मुनिसागर मूलस्थान मृगचारी मृगध्वज मृगमारी मृगशृङ्ग मृगसेन मृगायण मृड मेखल मेखला मेघञ्जय मेवदत्त मेघनिचय मेघनिनाद मेघनिबन्धन मेघपुर मेघमाला मेघमालिन् मेघवाह मेघसेन मेदू मेदज (ज्ञ) दत्त मेदपलि मेरिका मेरु मेरुकुमार मेरुप्रभा मौण्डिल्य मौनिभट्टारक यजुर्वेद यज्ञदत्त यज्ञदत्ता यज्ञसेना यज्ञिका यतिवृषभ यम यमदग्नि यमदण्ड यमदण्डा Jain Education International हरिषेणाचार्यकृते बृहत्कथाकोशे १४० ७,६९ २०, ७८, १३९, १५० ८, १०६, १२१, १४०, १५० १०६ ८१ ९८ ८३ १२१ ५७ ७८ ७२ ७८ ९९ ११५ १२७ १०५ १०५ ९७ ९७ ९७ ५७, ११६ ७८, ११६ १२७ १०५ ५७, ११६ १०२ १०५ १०२*१० ३३,१०५ ९५ ४, ११ ७८ १०५ १५२ प्रशस्ति १२६ १२६ १२ १२ १२ १५६ ६१,९७,१३८ ५९, १२२ १,५७,५९, ७४, १३८ ७४ यमधर यमपाश यमलार्जुना यमुना यमुनापङ्क ययाति यवन यवनलिपि यशः सेन यशोदा यशोधर यशोधरा यशोभद्र यशोभद्रा यशोमति यशोमती यशोरथ याज्ञवल्क यादव यापन संघक युधिष्ठिर योजनगन्धा यौ रक्ता रजोदरी द्वीप रतप्रभ रनपुर रखमाला रत्नमाली रत्नसंचय नायुध रथनूपुर रथनूपुर (चक्रवाल) रवि रविप्रभा विबिन्दु रश्मिवेग राजगृह राजपुर राम रामगिरि For Private & Personal Use Only [ मुद्रायण ५५,५६ ६३,७४ १०६ १९,५६,८५,८८, १०६,१३२,१३८, १४१,१५३ १४१ ७६ ९३ २२ ११३ १०६ ४६,५७,६८,७३,८१, १०१, १२७,१३६, १४० ७८ ६३, ५६ १२६ ५५, ७३, ७४, ९७, १४३ ५७,६३ ५ ९३ ४६, ११८ १३१ ५८, ८३, ११८ ८३,९६, ९७ ७३ ८५ १०६ ५२, ७८, १४८ १०४ ५७ ७८ ९३ ५७ ७८ १९ ५६ ५४ १२७ १२७ ७८ ४, ८, ९, २२, २३,२७,३८,५५,५७, ५९,६३,६४,८०,८७,९३,९७, १०१,१०६,१२६,१२७, १३९, १४० ७३ १०५, १२७, प्रशस्ति ५६ www.jainelibrary.org

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