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से भैरव पद्मावती कल्प
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यन्त्र संख्या २० दिन्य सर्प स्तम्भन यन्त्र
बक्षमा
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अर्थात् उपरोक्त अग्निस्तम्भन यन्त्र द्वितीयके समान चार यन्त्र और वनावे । केवल उनकी कणिकाके बीजोंको बदल कर शेष