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भैरव पद्मावती कल्प
अथवा रजस्वलाया वस्ने संविख्य जलजनागिन्याः । पुच्छं विधाय वति तद्द पादान्येबारीम् ॥ ८॥ भा. टी०-अधचा इस यंत्रको रजस्वलाके वस्त्र पर लिखकर उस सहित पनियाली नागिन को पूछको बत्ती बनाकर जलानेसे स्त्रीका आकर्षण होता है।
यंत्र संख्या २८ स्त्री आकर्षण यन्त्र चतुर्थ
दमन
काम मिया
तुमा १२
कामु अ
आली रक्सी
पाशाई शौ कोणीमान्तरस्पो मन्त्रारत वायुपुरन्च वाझे। भाकृषिोभ नराजनानां मरोनि यन्त्र रसीदग्निन॥१०॥