Book Title: Bandh Vihanam Tattha Pasatthi
Author(s): Veershekharvijay
Publisher: Bharatiya Prachya Tattva Prakashan Samiti

View full book text
Previous | Next

Page 12
________________ . ही अहं नमः ॥ ॥ श्रीशखेश्वरपार्श्वनाथाय नमः ॥ ॥ श्रीप्रेमसूरीश्वरसद्गुरुभ्यो नमः ।। मुणिवीरसेहरविजयविरह बंधविहाण• पसत्थी . (प्रशस्तिः ) इह भरहे चउवीसा, अरहा अवसप्पिणीअ एमाए । जाआ धम्माइगरा, अउलबला ते जयन्तु जगे ॥१॥ (पच्छाज्जा) सिरिणाहमवर्षस-व्वोमाइच्चो अणाणतमघाई । । जयउ कुणयपंकहरो, जिणीसरो बोहिअभवज्जो ॥२॥ (पच्छाजा) विस्सेऽखिले पहिअविस्सठिईअ कत्ता, लोगीसरो चउमुहो सिरिणाहिजम्मो । मे दाउ सोक्खमजिओ पुरिसुत्तमो सो, कंदप्पदपजइसव्वविओ विसंको ॥३॥ (वसंततिलगाई कामग्यो रित्तदोसो, अहतरुदहणो, जो मिमको वि सामी; जेणेगस्सिं भवेऽत्तं, परमपयदुर्ग, चक्कितित्थंयरक्खं । माहप्पा जस्स संतं, पुरगयमसिवं, गब्मआयायमेत्ता; कम्मारी जेण संता, स खलु हवउ वो, संतिदो संतिणाहो ॥४॥ (सद्धरा) जेणं पाणिगहच्छला णवमवी-पीईअ राईमई; संकेनं करिऊण मुत्तिगमणे, मुक्खा कया साहुणी । जाओ जस्स हरि त्ति सत्थगऽमिहो, बाहासिहाए हरी; मव्वाणं वितरेउ मंगलसिरिं, सो नेमिणाहो जिणो ॥१॥ (सदूलविक्कीडिअं) जेणं झाणा उहेणा-ऽमिअबलवइणा, णासिओ कम्मपासो; माही जो सव्ववेई, सुरअसुरणर-स्सामिसंघातपासो, · ।

Loading...

Page Navigation
1 ... 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64