Book Title: Bambai Chintamani Parshwanathadi Stavan Pad Sangraha
Author(s): Agarchand Nahta, Bhanvarlal Nahta
Publisher: Chintamani Parshwanath Mandir
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( १०० ) बम्बई चिन्तामणिपार्श्वनाथादि स्तवन-संग्रह
सकजा सुत सुन्दर वर नारी,
लीला लच्छ लहानो । मेरे सद.।२। आराध्यां गुरु ततखिण आवो तो,
दरस सरस दरसावो। महिर करो साहिब अब मेरा तो,
आणंद अधिक बधाो । मेरे सद.१३॥ साता दाता हो सदगुरुजी,
दिन दिन चढतो दावो। "अमरसिंधुर" की पासा पूरो,
तो परम सुजस जग पावो । मेरे सद.४१
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जिनकुशलसूरि गीत
राग-बसन्त श्री जिनकुशल सुरिंदा रे,
पूजौ परमाणंदा । श्रीजिन.। श्री खरतरगच्छ नायक लायक,
चंद पटोधर चंदा रे। पू०११। श्री। आराध्या गुरु ततखिण आवै,
सनिजर धरिय सुरिदा रे । पू०।२। श्री।
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