Book Title: Anubhuti evam Darshan
Author(s): Sagarmal Jain
Publisher: Prachya Vidyapith Shajapur

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Page 4
________________ Jain Education International भूत भविष्य वर्तमान में खण्ड-1 अनुभूति सत्य सदा अमर मैं सत्य हूँ मुझसे क्यों दूर भागते हो मैं सदा प्रासंगिक मैं आग्रह- दुराग्रहों की दीवारों से मुक्त खुले आसमान में शाश्वत हूँ मैं पंथ, सम्प्रदाय से परे न हिन्दू न मुसलमान न जैन न बौध्द मैं सत्य हूँ मैं सदा अमर हूँ चाहे फाँसी हो चाहे जहर हो मैं कभी मरता नहीं क्योंकि मैं सत्य हूँ सदा अमर हूँ रादा प्रासंगिक हूँ अनुभूति दर्शन / 3 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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