Book Title: Akhyanakmanikosha
Author(s): Nemichandrasuri, Punyavijay, Dalsukh Malvania, Vasudev S Agarwal
Publisher: Prakrit Text Society Ahmedabad
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३८१
पत्रम्
"
विशेषनाम्नामकारादिक्रमः नाम . किम् ? पत्रम् वसुमई [राजपुत्री] वसुमित्ता [ब्राह्मणपुत्री] वाउभूइ [ब्राह्मणपुत्रः] वाडिपुरी [नगरी] वाणारसी , १०८,२१६,२२०
२२, २७०, ३४६,
३५१ वालुयपहा [ नरकः]
३२० वासवदत्ता [राजपुत्री] १५,१६ वासुदेव [कृष्ण-वासुदेवः] १६,६८,७३,
७५,१२१,२४०, २६८, ३११,३१३,३१५,३१७,
३५४ वासुपुज [तीर्थकरः] २१०,३२३ वासुलदेवी [राज्ञी]
२४६ विउसभूसण [राजपुत्रमित्रम् ] २९५-९६ विउसाणंद [लेखाचार्यः] ३२९ विउसाणंदण [राजपुत्रमित्रम् ] . २९७ विकमसेण [राजा] विकमाइच , विचित्र [निग्रन्य-मुनिः] ५७ विजय
[पर्वतः] - [विमानम्]
[राजा] ३३५,३३७,३४०
नाम किम् ?
पत्रम् वक्कलचीरी [राजपुत्रः] १६४-६५ वच्छा [देशः] १५,११६,१२३ वजंगय [राजपुत्रः] ३२४ बजकर्ण [राजा] बजजक वडउर [नगरम्] वाकर [यक्षः]
१७४ वहलि [ऋषिः ]
२१६ बद्धणपुर [नगरम्]
१५२ वद्धमाण
१३५ वद्धमाण+सामि [ तीर्थकरः] १३,२४,३४,९६,
९८,१०३,२३३,२३९,
२६४,३२३,३४५ बनमाला [राज्ञी] बम्मा [राज्ञी] १३५३५१ वरदत्त [श्रेष्ठी]
[निग्रन्थ-मुनिः] ७७,३१२ वरदाम [तीर्थम् ]
८२ वरधणु [अमात्यपुत्रः] वराडग [देशः] वराहग्गीव [राजपुत्रः] . २१५ वराहमिहिर [पुरोहितः ] ३०४-५,३०७ बलहि [नगरी] १७२-७३ वालहराय [राजा]
१०७ वसंतउर-'पुर [ नगरम् ] १८,२५,९४,१६१,
१७७, १८५-८५, १८८,१९७,२०१,
२०८,२२५,२६५ वसंततिलया [गणिका]
२०४ वसंतदेव [श्रेष्ठिपुत्रः] २५-२९ पसंतपुर [प्रामः]
१०० वसंतसेणा [गणिका] २१,२३,२१२,
२१७ [श्रेष्टिपत्नी] २८५ वसुदत्त [श्रेष्ठिपुत्रः] १३०,१३३,
२८५-८६,
२८८-८९ वसुदेव [राजपुत्रो राजा च] ६८,७०,७१,
३१८-१९ वसुनन्दा [श्रेष्ठिपत्नी] १३०
नाम किम् ? विन्हुमित्त [पुरोहितः]
३०५ विन्भमवई [राजपुत्री]
१०९ विमल [तीर्थकरः] विमलवाहण [निग्रन्थ-मुनिः ] ७७ वियम्भ [देशः] विरिचि ।[देवः] हिर जगभ विलासवई [राजपुत्री] विल्लूरपुर [नगरम् ] विशल्या [राजपुत्री] विष्णु + कुमार[ राजपुत्रो निग्रन्थ
मुनिश्च] १६८,१७० विसाला [राजपुत्री]
विझ
१९१,१९५
१५१
विजयधम्म [राजा] १०४-५ विजयसिरी [श्रेष्टिपुत्री] विजयसेण [विद्याधरपुत्रः] विजयसेहर [राजपुत्रः] विज्जुमाली [ऐन्द्रजालिकः] . विणयंधर [निग्रन्थ-आचार्यः] ३६५ विण्हु [कृष्ण-वासुदेवः] ७५ *, [राजपुत्रो निग्रन्थ-मुनिश्च] १६८ विण्हु+कुमार ,
१६८-७० तिविकम विण्हुदत्त [वणिक्] १५१ विदेह [क्षेत्रम् ] ३५,१४७,१५३,
२४० विदेहा [देशः] विद्धवाई [निर्ग्रन्थ-स्थविरः] १७१
विसा [श्रेलिपुत्री] १५०-५१ विसेसय [ग्रामः]
२२. विस्सभूइ [तापसः] २४९-५० विस्ससेण। [राजा] वीससेण । विहल [राजपुत्रः]
[पर्वतः] *वीर [तीर्थकरः] १,६८,३५१ वीर
, १,२,३४,३५,३८,
६८, ९५-९७, ११५, १२७,१२९,१६५,१६७, १७१-७२,१७५,२३२३५, २३८, २६४-६५, २७५,३३३-३४,३५१
५२,३६१-६२ वीरचरित्र [जैनशास्त्रम्, टीका
प्रशस्तौ] ३६९ वीरनाह [तीर्थकरः] *वीरमई [राज्ञी] वीरमई-ती , ५५,५६,६८,७१
[शालापतिः] १२१ वीरसेण [राजा] ७७,२९२ वीरंगय [राजपुत्रः] ३२४ वृषभ [श्रेष्ठी]
२६८ वृषभजिन [तीर्थकरः]
३२६ वृषभध्वज [राजपुत्रः] १३२-३४ वेईसर [ब्राह्मणपुत्रः] ३४५
वीरय
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