Book Title: Akhyanakmanikosha
Author(s): Nemichandrasuri, Punyavijay, Dalsukh Malvania, Vasudev S Agarwal
Publisher: Prakrit Text Society Ahmedabad

View full book text
Previous | Next

Page 478
________________ (७२) बनाऽरण्योद्यान वाटिका : असोगवणिया कोसंब तिलअ दण्डक डजाइ सुप्रीव अस्सावद्दारा गोरी अनिलवेअ अभियग कणयमाला कालसंवर नंदण+वण मतकोइल रायनंदणअ वयस्य (७३) वन्यजातिः (७४) वानरवंशीयौ हनूमत् चित्तरद जंबवई (७७) विद्याधरास्तत्परिवारथ जंबवंत गउर मुंड चित्ततेम- पेश वीरब (७५) विट: (७६) विद्याः अरुणाभ दरवसिय पउमगुम्म पन्नती धूम सिह मिलनेअ सोदाब (७८) विमानानि अक्खाणयमणिकोस आख्यानकमणिकोश आवस्यविवरण आवस्य महिदविक्रम विजयसेण सिवचंदा Jain Education International मालिया (७९) शालापतिः पुष्पक विजय सूरियाम (८०) शास्त्राणि (ग्रन्थाः) उत्तरज्झयण उत्तराध्ययनति दसवेयालिय नयचक्क विशेषनाम्नां विभागशो ऽनुक्रमः वीरचरित व्याख्याप्रज्ञप्ति हरिवंस निसीह भगवई रत्नचूडचरित रयणचूड [ कहा ] (८१) श्रेष्ठि- सार्थवाह - वणिजस्तत्परिवारथ अच्छुप्त अयल अरिहासी अरिहन अरिमित अलक अवराइया इलापुरा-इलापुत्र ईसर उद्योतन उसहदत्त कट्ठ कमलगुप्त कयउज+य कामएव - देव कामपाल कुमारनंदी कृतपुण्य केसरा खरक गय गंगदत्त गुणचंद गुणम-"ती गुणमइया गुणवती गोभद्द चारुदत्त जन्नदत्त जम्बु जयसिरी जयंतदेव जंबु +णाम जिणदत्त-यत्त जिणदास जिनदासी तापस तावस थाणु दत्त दत्तक-य दामन - क देवजसा देवदत्त देवसिरी देवाद देहिल धण अ- य धणदत्त - यत्त धणपाल धणवइ धणाई धणसार धणसिरी धणावद्द धणीसर धणेसर धन धनदत्त धन+अ धम्मरुइ नउलवणी नन्द नयसार नयदत्त ཁྐྲ་ ལ་ नंदण नाग नूपुर पण्डिता For Private & Personal Use Only पङ्कजमुख पङ्कजास्य पंचनंदी पियंकर पुलभ संधुदत्त बंधुमई बुद्धदास भद्द भद्दा भद्रा भाणु भाणुसिरी भावट्टिकाया। बालडिया } मइरा मणोरह मनोरमा महिमा माणिभद्द माथुर माहुर मित्तवई मित्ताणंद मुणिचंद मुसियार मूला मेरुप्रभ यशोनाग रइसायर रयणसार रुद्ददत्त ललिताङ्ग ललियंग+अ लोभनंदि लोडनंदि वरदत्त वसंतदेव वसंतसेवा वसुदत्त वसुनन्दा विजयसिरी विण्डुदत्त विसा वृषभ कालपरिय-सोयरिय समण शालिभद्र श्रीकान्त समुद्रदत सव्वत्थ संख संगा संपया सागर+अ सागर दस साबर' सालिभद सिद्धनाग सिद्धार्थ सिरिदेवी सिरिमई सिन सिवभट् सुकुमालिया सुदर्शन सुदंसण सुधण सुधणु सुनंदा सुभद्दा सुभद्रा सुरिंद ३९१ सुलसा सुसमा हरिसीह हारप्पहा (८२) श्वपाकः www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 476 477 478 479 480 481 482 483 484 485 486 487 488 489 490 491 492 493 494 495 496 497 498 499 500 501 502 503 504