Book Title: Ahimsa Vyakti aur Samaj
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 9
________________ आठ शांति और अहिंसा उपक्रम सार्वभौम अहिंसा के बने हिंसा और अहिंसा हिंसा की जड़ युवाचार्य महाप्रज्ञ हिंसा और अहिंसा शब्द का द्वंद्व ८७ आचार्य तुलसी गृहस्थ को भी अधिकार है धर्म करने का हिंसा के कारण : अभाव और अतिभाव εo आचार्य तुलसी अणुव्रत गति-प्रगति आचार्य तुलसी ६७ वैज्ञानिकों का सामूहिक प्रतिवेदन, अणुविभा ( स्मारिका ) १०१ आचार्य तुलसी कुहासे में उगता सूरज १०४ अहिंसा के अछूते पहलू युवाचार्य महाप्रज्ञ १०८ आचार्य तुलसी कुहासे में उगता सूरज युद्ध और शांति आक्रामक मनोवृत्ति के हेतु हिंसा मनुष्य का स्वभाव नहीं मन से भी होती है हिंसा सामूदायिक जीवन और सहिष्णुता मानविकी पर्यावरण में असंतुलन युद्ध के ७७ आचार्य तुलसी, गृहस्थ को भी अधिकार है धर्म करते का युद्ध की संस्कृति कैसे पनपती है ? यह समस्या है समाधान नहीं युद्ध की लपटों में कांपती संस्कृति आचार्य तुलसी ६७ डा० ग्लेन डी पेज अणुविभा ( स्मारिका ) परिणाम कटु Jain Education International विश्व शांति की आचार संहिता युद्ध और अहिंसक प्रतिकार आचार्य तुलसी ६१ अविभा (स्मारिका ) आचार्य तुलसी मुनि सुखलाल आचार्य तुलसी आचार्य तुलसी ७८ अहिंसा के अछूते पहलू कुहासे में उगता सूरज ११८ : आचार्य तुलसी अनैतिकता की धूप अणुव्रत की छतरी १२१ विज्ञान के संदर्भ में ६३ अणुव्रत के अलोक में For Private & Personal Use Only ११३ कुहासे में उगता सूरज ११६ १२५ अणुव्रत के आलोक में १२८ क्या धर्म बुद्धिगम्य है ? www.jainelibrary.org

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