Book Title: Agam Sudha Sindhu Part 10
Author(s): Jinendravijay Gani
Publisher: Harshpushpamrut Jain Granthmala
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________________ 免染染免密免染染免密免决定免 107 आगमन्सुधासि दशमो भाग: होजा वावासियाओ इत्थीरजं न गर्छ पच्च करवा सुयदेवी तबलदीए सुगहिवणुयावि / अन्य रिए. ज्जा कज्जार इत्थीरजंन तंग // गोथमा पं. चमहत्वय गुती तिराह पंचम्ममिई / इसविहधम्म. स्सिनक कहवि थलिज्जन तं गच्छनिणनिक्सियस्स दमग स्स अभिमुहा अज्जचंद्रमा अज्जा / निरह आसणगहणं सो विणओ सव्व अन्जा 1 वाममयनिविधयाए अज्जाए अज्जदिक्षिमो साहू / भनिभर निभराए वंरगणएण सो पुज्जो // 30 // _अस्जियला शिद्धा सएण लाभण जे असंतुदया। भिक्स्पायरियाभग्गा अभियउत्तं गिरा, हेतिराहा गयसीसगणं ओमे भिक्खायरियाअपचलं धेर। गणिहिति ण ते पावे जियलाभ गवसंता॥७॥ीमै सीसपवासं अप्पडिबद्धं अजंगमत्तंचा ण गणेज एगरवले गणेज वासं णिययवासी // 43 // आलंबणाण भरिओ लोओ जीवन्स भ. जउकामस्स। जज पिछलोए तं तंभालंबयं कुमइ // m जत्यमुणीण कसाए चमढिज्जतवि परसाएटिंछेज्ज समुळे सुणिविदो पंगुलध्व तयं (ग)॥१५॥६. ममंतरायभीए भीर संसारगाभवसहीणं / णोडीरिज्जकमाए मुणी मुणी तयं गर/ सीनतवाणभाषणचाविहधम्मतरायभवभीए। जत्थ बटू जीयस्य गोयम! गध तयं वासे // 9 // जत्थ य कम्मविवागस्स चिठिर्थ चउगईए जीवाणं। णा णमवरद्धेऽवी नी पकुय्यंनि तंगधे // 9 // जत्थ य गोयम! पंचण्ह कहविस्णाण एक्कमवि होज्जा। तंगधं तिविहेणं वोसिरिय वज्ज अन्नत्य // 9 // सूणारंभपक्तिं गच्छ सुज्जलं वा वसेज्जा चारित्त तू उज्जलं तं निवासजा 1/100 // तित्यथरसमी सूरी दुज्जयकम्मदठमल्लपडिमल्ल, गोहिं तु उस RRRRRRRRRRRRRs

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