Book Title: Agam 37 Chhed 04 Dashashrutskandh Sutra Ek Adhyayan
Author(s): Ashok Kumar Singh
Publisher: Parshwanath Vidyapith
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दशाश्रुतस्कन्धनिर्युक्ति : एक अध्ययन
५.
६.
बृहत्कल्पभाष्य, जैन आत्मानन्द सभा, भावनगर, १९३३ - ४२ । आवश्यकचूर्णि, दो खण्ड, ऋषभदेव केसरीमल संस्था, रतलाम १९२८-२९। द०नि०, लाखाबावल, पृ० ४८५ ।
७.
८.
द००, पूर्वोक्त, पृ० ६० एवं नि० भा०चु०, पूर्वोक्त, पृ० १३९ । ९. द० चू०, पूर्वोक्त, पृ० ४८५ ।
१०. ६०चू०, पूर्वोक्त पृ० ६०, एवं नि० भा०चु०, पूर्वोक्त पृ० १३९- १४७। ११. ६०नि०, पूर्वोक्त, पृ० ४८५ ।
१२. द०चु०, पूर्वोक्त, पृ० ६१ एवं नि० भा०चु०, पूर्वोक्त, पृ० १४७ - १४८। १३. ६०नि०, पूर्वोक्त, पृ० ४८ ।
१४८
१४. द००, पूर्वोक्त, पृ० ६१, एवं नि० भा०चु०, पूर्वोक्त, पृ० १४९ - १५०। १५. द०नि०, पूर्वोक्त, पृ० ४८६ ।
१६. द०चु०, पूर्वोक्त, पृ० ६१, एवं नि० भा०चु०, पूर्वोक्त, पृ० १५० १५१ । १७. द००, पूर्वोक्त, पृ० ४८६ ।
१८. द००, पूर्वोक्त, पृ० ६२ एवं नि० भा०चु०, पूर्वोक्त, पृ० १५१-१५२। १९. द००, पूर्वोक्त, पृ० ४८६ ।
२०. ६००, पूर्वोक्त, पृ० ६२, एवं नि० भा०चु०, पूर्वोक्त, पृ० १५२ - १५३ ।

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