Book Title: Agam 37 Chhed 04 Dashashrutskandh Sutra Ek Adhyayan
Author(s): Ashok Kumar Singh
Publisher: Parshwanath Vidyapith

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Page 222
________________ शब्दानुक्रमणिका २०५ ७३ १२५ १० १२९ ९० १०५ १२६ ५ ६१ ८६,१०४ पंथा (पन्थ) मार्ग, रास्ता पअत्थ (पदार्थ) पदार्थ पगासिय (प्रकाशितं) प्रकट किया गया पग्गह (प्रग्रहः) नियन्त्रक स्थान पच्चय (प्रत्यय) निश्चय पच्चागय (प्रत्यागत) वापस आया हुआ पच्चाजातीय (प्रत्याजाति) उत्पन्न, जन्म-ग्रहण पज्जोए (प्रद्योत) उज्जयिनी नगरी का राजा पडिच्छणा (प्रतीक्षण) प्रतीक्षा पडिबंध (प्रतिबन्ध) रुकावट पडियरेण (प्रतिचरेण) परिचर्या पडिवज्जणा (प्रतिपादना) स्वीकार, कथन पडिवत्तीए (प्रतिपत्या) स्वीकार पडिवत्राणं (प्रतिपत्रानां) अङ्गीकार करने वाले पडिसेह (प्रतिषेध) निषेध, निवारण पढमसमोसरण (प्रथम समवसरण) वर्षाकाल , नियत वर्षावास क्षेत्र में प्रथम आगमन पणगं (पञ्चकं) पाँच का समूह पदाणं (प्रदान) देना, वितरण पन्नत्ता (प्रज्ञप्ता) उपदिष्ट, निरूपित पब्भारा (प्राग्भार) दशा-विशेष पुरुष की सत्तर से अस्सी वर्ष तक की अवस्था पयणुए (प्रतनु) सूक्ष्म, अल्प परिकहिया (परिकथिता) प्ररूपित, आख्यात परिचिअ (परिचित) ज्ञात, जाना हुआ परिण्ण (परिज्ञा) जानना परियायववत्थवणा (पर्यायव्यवस्थापना) प्रव्रज्या की अवधि परिवसणा (परिवसना) चार मास तक एक स्थान पर रहना पव्वयराती (पर्वतराजि:) पर्वत की दरार पवंचा (प्रवञ्चा) मनुष्य की दस दशाओं में सातवीं दशा पहू (प्रभुः) समर्थ ه ६७, १२२ م ४७ ه سه ११३ ५१ १०८ ५२ س م س 8

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