Book Title: Agam 15 Upang 04 Pragnapana Sutra Part 01 Sthanakvasi
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti

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Page 4
________________ NOAAAAAAAA.0.0/ जैनाचार्थ - जैनधर्मदिवाकर - पूज्यश्री - घासीलालजी - महाराजविरचितया प्रमेयबोधिन्याख्यया व्याख्यया समलङ्कृतं हिन्दी - गुर्जर भाषाऽनुवादसहितम् ॥ श्री - प्रज्ञापनासूत्रम् ॥ ( प्रथमो भागः ) नियोजकः संस्कृत - प्राकृतज्ञ - जैनागम निष्णात- प्रियव्याख्यानि पण्डितमुनि श्री कन्हैयालालजी - महाराजः प्रकाशकः पालनपुरनिवासि श्रेष्ठिश्रीअमुलखचंद मलुकचंदभाई कोठारी प्रदत्त - द्रव्यसाहाय्येन अ० भा० श्वे० स्था० जैनशास्त्रोद्धार समितिप्रमुखः श्रेष्ठि- श्री शान्तिलाल मङ्गलदासभाई - महोदयः मु० राजकोट प्रथम - आवृत्तिः प्रति १२०० वीर - संवत् २५०० विक्रम संवत् २०३० ईसवीसन् १९७४ मूल्यम् - रू० ३५-०० vaaraareexकाकाकाकाक

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