Book Title: Agam 14 Upang 03 Jivabhigam Sutra Part 02 Sthanakvasi
Author(s): Kanhaiyalal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
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प्रमैयद्योतिका टीका x.३ उ.३ शु.५२ जगत्या: पद्मवरवेदिकायाश्चवर्णनम् ८०९ मया जगई समिया परिक्खेवेणं सबरयणामई। तीसे गं पउमवरवेइयाए अयमेयारूबे, वण्णाबाले पन्नते, तं जहावइरामया नेमा रिटामया पइटाणा वेरु लया मया खंभा सुवण्णरुप्पमया फलगा वह रामया संधी लोहितकखल ईओ सूइओ णाणामणिमया कलेवरा जाणामणिमया कलेवरसंघाडा णाणाम णिमया रूबा जाणामणिमया रूबसंघाडा, अंकमया पक्खा पक्ख. वाहाओ य जोइरलासया बंता वंसकवेल्लुया य रथयामईओ पट्टियाओ जायरूपमईओ ओहाडणीओ बईहालईओ उपरिपुंछणीओ सबसेए स्ययामए छादणे । साणं पउमवरवेइया एगमेगेणं हेमजालेणं एगमेगेणं गवकख जालेणं एगभेगेणं खिखि. णिजालेणं एगमेगणं मुन्ताजालेणं एगमेगेणं मणिजाले एगमगेणं कणयजालेणं एगमेगेणं रयणजालेणं एगमेगेणं पउमजालेणं सब्बरयणासएणं सवओ समंता संपरिक्खित्ता। ते णं तवणिज जलंबूलगा सुवण्ण पयरगनंडिया नानामणि रयणविविहहारद्धहारउबसोभियलमुदया इसिं अण्णमण्णमसंपत्ता पुठवावरदाहिणउत्तरागएहिं बाएहि मदाग २ एजमाणार कंपिज्जमाणा २ लंबमाणा२ पझंझमाणा२ लदायमाणा२ ते णं ओरालेणं मणुण्णेणं मोहरेणं क. गमणिदुइकरणं सद्देणं सम्बओ लमंत्ता आपूरेलाणा हिरीए अतीव उबसोभेमाणा उसोभेमाणा चिटुंति ॥ तीले णं परमवरइयाए तत्थ तत्थ देसे तहिं तहिं बहने हयसंघाडा गयसंघाडा नरसंघाडा किपणर संघाडा किंपुरिससंघाडा महोरगसंघाडा गंधजलंघाडा सहसंघाडा सव्वरक्षणालया अच्छा जान पडिरूवातीसे गं पउमबरवेइयाए तत्थ तत्थ देगे तहिं तहिं बहवे हयपंतीओ तहेव
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