Book Title: Agam 06 Ang 06 Gnatadharma Sutra Part 01 Sthanakvasi Gujarati Author(s): Ghasilal Maharaj Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti View full book textPage 5
________________ भगवानु શ્રી અ. ભા છે. સ્થાનક્વાસી જૈનશાસ્ત્રોદ્ધાર, સમિતિ है. गरेडिया रोड, श्रीन साल पासे, २१४, (सौराष्ट्र). Published by : Shri Akhila Bharat S. S. Jain Shastroddhara Samiti, Garedia Kuva Road, RAJKOT. (Saurashtra), W. Ry. India ये नाम केचिदिह नः प्रथयन्त्यवज्ञां जानन्ति ते किमपि तान्प्रति नैष यत्नः उत्पत्स्यतेऽस्ति मम कोऽपि समानधर्मा कालोह्ययं निरवधिर्वि पुला च पृथ्वी ॥१॥ (हरीगीतिकाछंद) करते अवज्ञा जो हमारी यत्न ना उनके लिये जो जानते हैं तत्व कुछ फिर यत्न ना उनके लिये। जनमेगा मुझसा व्यक्ति कोई तत्व इससे पायगा है काल निरवधि विपुल पृथ्वी ध्यानमें यह लायगा ॥१॥ પ્રથમ આવૃત્તિ ? પ્રત ૧૨૦૦ वी२ संवत् : २४८५ विभसयत : २०२० ઈસવીસન : ૧૯૬૩ मुद्र: જાદવજી મોહનલાલ શાહ નીલકમલ પ્રિન્ટરી धोin७, : सभामा શ્રી જ્ઞાતાધર્મ કથાંગ સૂત્ર: ૦૧Page Navigation
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