Book Title: Agam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapti Sutra Part 01 Author(s): Bechardas Doshi Publisher: Dadar Aradhana Bhavan Jain Poshadhshala Trust View full book textPage 5
________________ णमोत्थु णं समणरस भगवओ महावीरस्स भगवत्सुधर्मस्वामिप्रणीतं श्रीमद्भगवतीसूत्रम् (व्याख्याप्रज्ञप्ति:) पञ्चमाशे प्रथमखण्डम् श्रीमद् अभयदेवसूरिविरचितविवरणेन श्रीजीवराज तनुज-पण्डितबेचरदासकृत-अनुवादेन च सहितम्। पुनः प्रकाशने शुभाशीर्वादः सिद्धान्तमहोदधि स्व. आ. श्रीमद्विजय प्रेमसूरीश्वरजी म. सा. वर्धमानतपोनिधि पू. आ. श्रीमद्विजय भुवनभानुसूरीश्वरजी म.सा. श्रीसूरिमन्त्राराधक स्व.आ.श्रीमद्विजय धर्मजितसूरीश्वरजी म.सा. -: पुन: प्रकाशने प्रेरका: :श्रीसूरिमन्त्रपंचप्रस्थानानां चतुःकृत्व: आराधका: पूज्यपादाचार्यदेव श्रीमद्विजय जयशेखरसूरीश्वराः -: पुन: प्रकाशकः :श्री दादर आराधना भवन जैन पौषधशाळा ट्रस्ट २८९, एस. के. बोलेरोड, दादर (वे.), मुंबई - ४०० ०२८. Jain Education international For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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