Book Title: Agam 03 Sthanang Sutra Hindi Anuwad
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Dipratnasagar, Deepratnasagar

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Page 3
________________ आगम सूत्र ३, अंगसूत्र-३, 'स्थान' स्थान/उद्देश/सूत्रांक ४५ आगम वर्गीकरण आगम का नाम सूत्र क्रम आगम का नाम । सत्र ०१ | आचार अंगसूत्र-१ २५ | आतुरप्रत्याख्यान ०२ | सूत्रकृत् अंगसूत्र-२ २६ महाप्रत्याख्यान स्थान पयन्नासूत्र-२ पयन्नासूत्र-३ पयन्नासूत्र-४ पयन्नासूत्र-५ पयन्नासूत्र-६ ०४ | समवाय | भगवती ०६ ज्ञाताधर्मकथा ०५ / भगत २७ । भक्तपरिज्ञा २८ | तंदुलवैचारिक २९ | संस्तारक ३०.१ | गच्छाचार ३०.२ | चन्द्रवेध्यक ३१ गणिविद्या पयन्नासूत्र-७ पयन्नासूत्र-७ पयन्नासूत्र-८ ०७ | उपासकदशा ०८ | अंतकृत् दशा ०९ अनुत्तरोपपातिकदशा १० प्रश्नव्याकरणदशा देवेन्द्रस्तव विपाकश्रुत वीरस्तव ३४ | निशीथ बृहत्कल्प व्यवहार १२ पयन्नासूत्र-९ पयन्नासूत्र-१० छेदसूत्र-१ छेदसूत्र-२ छेदसूत्र-३ छेदसूत्र-४ छेदसूत्र-५ १३ ३६ अंगसूत्र-३ अंगसूत्र-४ अंगसूत्र-५ अंगसूत्र-६ अंगसूत्र-७ अंगसूत्र-८ अंगसूत्र-९ अंगसूत्र-१० अंगसूत्र-११ उपांगसूत्र-१ उपांगसूत्र-२ उपांगसूत्र-३ उपांगसूत्र-४ उपांगसूत्र-५ उपांगसूत्र-६ उपांगसूत्र-७ उपांगसूत्र-८ उपांगसूत्र-९ उपांगसूत्र-१० उपांगसूत्र-११ उपांगसूत्र-१२ पयन्नासूत्र-१ दशाश्रुतस्कन्ध ३८ | जीतकल्प ३९ । महानिशीथ छेदसूत्र-६ ४० | आवश्यक | औपपातिक | राजप्रश्चिय १४ जीवाजीवाभिगम १५ | प्रज्ञापना १६ सूर्यप्रज्ञप्ति १७ | चन्द्रप्रज्ञप्ति १८ जंबूद्वीपप्रज्ञप्ति १९ निरयावलिका २० | कल्पवतंसिका २१ | पुष्पिका २२ पुष्पचूलिका | वृष्णिदशा २४ चतु:शरण मूलसूत्र-१ मूलसूत्र-२ मूलसूत्र-२ ४१.१ | ओघनियुक्ति ४१.२ | पिंडनियुक्ति ४२ | दशवैकालिक ४३ | उत्तराध्ययन मूलसूत्र-३ मूलसूत्र-४ चूलिकासूत्र-१ चूलिकासूत्र-२ ४४ नन्दी २३ | अनुयोगद्वार मुनि दीपरत्नसागर कृत् - (स्थान) आगमसूत्र-हिन्द-अनुवाद" Page 3

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