Book Title: Aayurvediya Kosh Part 03
Author(s): Ramjitsinh Vaidya, Daljitsinh Viadya
Publisher: Vishveshvar Dayaluji Vaidyaraj
________________
कटोलन
कटावला
२४२५ 'कंट आवला-[ मरा०, गु० ] चेलमेरी । कंटामरा-[?] एक प्रकार का कमल ।
(Averrhoa Acida ) Country | कॅटाय-संज्ञा स्त्री० [सं० किंकिणी ] एक प्रकार का goose-berry.
कँटीला पेड़ जिसकी लकड़ी के यज्ञ-पात्र बनते हैं। कंट उन्हली-[ मरा० ] सफ़ेद सरफोंका ।
इसकी पत्तियाँ छोटी छोटी और फल बेर के कंट कंटचू-बं०] )
समान गोल होते हैं जो दवा के काम में आते है। कंटकचोरम्-ते. मुलसरी । कंटका ।
वि. दे० "विकंकत"। ( Lasia spinosa, Thwaites.) |
| कंटारो-[को०] थूहर । स्नुही । कंटकझाड़-राजपु.] झड़वेरी। भूबदरी।
कंटाल-संज्ञा पुं० [सं० कण्टालु ] एक प्रकार का
रामबाँस वा हाथीचक जो बंबई, मदरास, मध्य कंटकटी-सज्ञा स्त्री० [१] देवदारु । कश्मल ।
भारत और गंगा के मैदानों में होता है। इसकी इं० मे० प्लां० ।
पत्तियों के रेशे से रस्सियाँ बटी जाती हैं। कंटकरेज-[हिं० ] लताकरंज । सागरगोटा ।
(Agave Americana, Linn.) कंटका-ते.] कंटकटचू ।
दे० "अगेवि अमेरिकेना"। कंटकालिका-[40] तालमखाना।
कंटाला-संज्ञा पुं० [सं० कंटालः ] दे. कंटकालु-[ सं० ] कंटालू । सूर आलू । कूकर |
"कंटाल"। मालू। - (Dioscorea Pentaphylla)
कंटाली-[राजपु.] कटेरी । भटकटैया । कंटकुसम- उदि.] कुसुमभेद । काँटेवाला कुसुम ।
[सं०] चीरपाती।
कंटाला बल-[गु०] गुलशकरी । नागबला । कंटजीर-[१] इमली।
कंटिकपाली-[ उड़ि ] काँटा-गुर-कमै । हैंस । कट घोतरा-[ मरा०] ब्रह्मदंडी। कंटपलास-[ उड़ि.] कटेरा।
कंटिया-संज्ञा स्त्री० [हिं० काँटो ] इमली की वे
छोटी फलियाँ जिनमें बीज न पड़े हों। कतुली। कँटबाँस-संज्ञा पुं० [हिं० काँटा+बाँस ] एक प्रकार
केचुली। ___का बाँस जिसमें बहुत काँटे होते हैं और जो पोला ___ कम होता है।
कॅटियारी-[पं०] एक प्रकार का कुसुम । खारेजा, कंट (काँटा)भाजी-संज्ञा स्त्री० [हिं० काँटा+भाजी] ____ कंटिपारि। (Carthamus Oxycantha, चौलाई । तंदुलीय।
Bieb.) दे. "खारेजा"।
कटी पचलकंट भारंगी-[ मल० ] भारंगी। भार्गी ।
कटी सेमल-संज्ञा पुं० लाल सेमल । कंटमारिष-[ उड़ि० ] कटेरी ।
कंटी सेवती-[ मरा०] कुब्जक । सक्नेद गुलाब । कंटमी दंत-[गु० ] चौलाई।
कंटी सोप्पु-[ कना०] अपराजिता । विष्णु क्रांता । कटम्-कतिरि-[ मल०] भटकटाई । कटेरी । लघु | कंट-[पं०] थुनेर । कटाई ।
कंटेनाकंटवारस-[ तु० ] कड़। कुसुम । बरै । कुर्तु म ।
कंटेभौरी- मरा०, कों ] सारिवा । ( Ichnocar. कंटसरु-[संथाल ] मुलसरी । कचोरमु ।
pus Frutescens,) कंटहल-[बं०] कटहल।
कँटेरी-संज्ञा स्त्री० [सं० कंटकी ] भटकटैया । कंटा-[ कुमा० ] एक औषधि ।
| कंटेरी समर-[म] - [पं०, शिमला] एक औषधि । कंटाई-संज्ञा स्त्री० [सं० किंकणी] विकंकत । | कंटैक्षुक-संज्ञा पुं॰ [सं०] पारिजात वृक्ष। ...
किंकणी जुवा वृक्ष । ( Flacourtia Ra-| कंटोलन-[गुरु, मरा०] धार करना। ककरोल । wontche) दे. "विकंकत"।
Momordica Dioica
D
.
Page Navigation
1 ... 691 692 693 694 695 696 697 698 699 700 701 702 703 704 705 706 707 708 709 710 711 712 713 714 715 716