Book Title: Aayurvediya Kosh Part 03
Author(s): Ramjitsinh Vaidya, Daljitsinh Viadya
Publisher: Vishveshvar Dayaluji Vaidyaraj

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Page 692
________________ बंचीवला २४२४ कंटअशेरियो कंचीवला-[ कना० ] कचनार । कांचन। कंजर सरह- सिरि० ] कंकरज़द। कंचुक-संज्ञा पु० [सं० को०] अस्तर | coat, कंजरीस-[सिरि० ] कंकरज़द । श्र० श० । कंजार्स-[पं० ] इंगरच । बुनुन । तवई । कंचुकी-[ मरा० ] असगंध । अश्वगंधा । कंजल-[पं0 कंचलो (सं० प्र०) Acerpicकंचुरा-[ बं० ] कनूरक (बं०)। tum, Thunb. कंचुरि-संज्ञा स्त्री० [सं० कञ्च ली ] केंचुल । कंचुकी। कंजल्क-संज्ञा पुं० [सं० की० किक्षल्क ] नाग ___ साँप की कँचुली। केशर । कंचुरी-[ ता०] बिछाती नाम का पौधा । वरहंटा । | कंजा-[ ता० ] भाँग । विजया । वृश्चिकाली। संज्ञा पुं॰ [सं० करा] (१) करंजुवा । कँचुली-संज्ञा स्त्री० [सं० कञ्च ली | केंचुल । करंजवृक्ष | सागरगोटा का पेड़ । (२) इस वृक्ष कंचू-[ कना०, ते० ] काँसा। का बीज । करंज । वि० दे० "करंज"। कँचेली-संज्ञा स्त्री० [सं० कंचुक वा देश.] एक कंजाई-[ ? ] गाँजा । मध्यम श्राकार वृक्ष का नाम जो हज़ारा, शिमला कंजान बुरा-[बं०, हिं० ] निरविशाल । और जौंसर में होता है। ( Kaempferia angastifolia, कंचोरा-[ बम्ब० ] जंगली हल्दी । Rosc. कंछा-संज्ञा स्त्री० [हिं० कनखा] पतली डाल। कंजार-[फा०] तिल । तिल्ली । कनखा । कल्ला। कंजार:-[फा०] खली। कंछारी-[पं०] बादावर्द। कंजाल-[हिं०] सेवार । काई । शैवाल । कंज-संज्ञा पुं० [सं०] (१) कमल । (२) कजियाल-[बं० ) केले के खम्भे का भीतर का गूदा । अमृत । (३) सिर के बाल । केश । (४) बंगाल में इसे तरकारी की तरह मछली के साथ काञ्चन । दहन । लहन । (राजपू०)। ___खाते हैं । (मीर मुहम्मद हुसेन) (Toddalia aculeata, Pers.) कंजिका-संज्ञा स्त्री० [सं०] भारंगी। भाी। जंगली कालोमिर्च। कजिरम् एइत्थल-[ मल० ] एक प्रकार का परांगभवी [मरा०] कंजा । करंज। पौधा (बंदाक) जो कुचिला के पेड़ पर पाया कंजई-वि० [हिं० कंजा ] कंजे के रंग का। धूएँ के रंग जाता है । इसके अभाव में कुचिला वृक्ष के नूतन का । खाकी। पल्लव औषधि के काम में आते हैं। संज्ञा पु०(१) एक रंग । खाकोरंग। (२) (फा० इं० ३ भ०) वह घोड़ा जिसको अांख कंजई की रंग की | कंजु-[हिं० ] स्वादुकंटक । (इं० मे० प्लां०) होती है। कंजुरस-[यू०] जावरस । बाजरा । कंजक-[फा०] दरदार। कंजुरा-[ देश० ] जटाकंचूर । जात कंजुरा । कंजन बोड़ा-[हिं०, बं०] (Commelina Obliqua, Ham.) कना। कंजनी-संज्ञा स्त्री० [सं०] गुंजा | धुंधची। गली कासनी । अरण्य कासनी। कंजनु- बर०] महुआ। कंजर-[फा०] हरशन। कंजो-[ बर० ] काला बगोटी। [पं०] इंद्रायन हंजल। कॅजुवा-संज्ञा पु० दे० 'कॅड वा"। कंजर जद-[फा०] कंकरज़द । कंझल-[देश॰] काकरु । Acer pictum. कंजरी-संज्ञा स्त्री॰ [ मरा०] कथारी । तीक्ष्ण कंटका। कंटअशेरियो-[ गु० ] पीले फूल की कटसरैया । कुरफणिमनसा (बं०)। टक ।

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