Book Title: Sanskrit Prakrit Hastlikhit Grantho Ki Suchi
Author(s): Chandika Prasad Shukla and Others
Publisher: Hindi Sahitya Sammelan
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Page #1 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची [ प्रथम खण्ड ] प्रयाग सम्मेलन शक १८९८ : सन् १९७६ ई० हिन्दी साहित्य सम्मेलन • प्रयाग Page #2 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची (प्रथम खण्ड) . प्रधान सम्पादक डॉ० चण्डिका प्रसाद शुक्ल, एम० ए०, डी० लिट० संस्कृत विभाग, प्रयाग विश्वविद्यालय सहायक सम्पादक डॉ० मनराज यादव डॉ० ओंकारनाथ वर्मा डॉ. कैलाशचन्द्र त्रिपाठी डॉ० कल्पना बागची AMA शक १८९८ : सन् १९७६ हिन्दी साहित्य सम्मेलन • प्रयाग Page #3 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रकाशक .. श्री प्रभात मिश्र शास्त्री प्रधानमन्त्री हिन्दी साहित्य सम्मेलन, प्रयाग प्रथम संस्करण : ५०० प्रतियाँ शक,१८९८ : १९७६ ई० शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार की वित्तीय सहायता से प्रकाशित मूल्य : ७५ रुपए मुद्रक सम्मेलन मुद्रणालय, प्रयाग Page #4 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रकाशकीय ०० हिन्दी साहित्य सम्मेलन एक राष्ट्रीय संस्था है। इसके उद्देश्यों में से एक उद्देश्य है सम्मेलन द्वारा एक बृहत् संग्रहालय स्थापित करके उसमें हस्तलिखित और मुद्रित ग्रन्थों तथा साहित्य-निर्माताओं के परिचय-पत्रों, चित्रों तथा स्मृति चिह्नों का संग्रह किया जाय और अनुसंधानकर्त्ताओं को अध्ययन और अनुशीलन करने की सुविधा दी जाय। इसकी पूर्ति के लिए सम्मेलन कार्यालय के प्रांगण में एक हिन्दी - संग्रहालय की स्थापना की गई जिसका उद्घाटन विश्ववंद्य महात्मा गांधीजी ने ५ अप्रैल, १९३६ ई० को किया था । इस संग्रहालय में हस्तलिखित ग्रन्थों का संग्रह सम्मेलन ने अपने साहित्यान्वेषकों के माध्यम से प्रारम्भ किया। कुछ वर्षों के पश्चात् अमेठी राज्य के राजकुमार रणञ्जय सिंह जी ने अपने अग्रज स्वर्गीय राजकुमार रणवीर सिंह जी की स्मृति में संस्कृत और हिन्दी के हस्तलिखित ग्रन्थों का निजी संग्रह भेंट स्वरूप सम्मेलन को प्रदान किया। सम्मेलन के द्वारा संग्रहीत हस्तलिखित ग्रन्थों को भी इस संग्रह में मिला कर राजकुमार रणवीर सिंह जी की स्मृति में 'रणवीर कक्ष' स्थापित करके उसमें विधिपूर्वक व्यवस्थित किया गया। इसकी सूची सम्मेलन द्वारा 'पाण्डुलिपियाँ' नामक ग्रन्थ के रूप में सं० २०१४ वि० में प्रकाशित की गई । सन् १९६३ ई० में ग्वालियर निवासी श्री सूरजराज धारीवाल जी ने अपना बहुमूल्य एवं महत्त्वपूर्ण हस्तलिखित ग्रन्थ संग्रह सम्मेलन के संग्रहालय को भेंट स्वरूप प्रदान किया। इस संग्रह को श्री धारीवाल जी और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सुभद्रादेवी के संयुक्त नाम से 'सूरज - सुभद्रा कक्ष' में सुव्यवस्थित करके रखा गया है। 'रणवीर कक्ष' और 'सूरज-सुभद्रा कक्ष' इन दोनों कक्षों में सुव्यवस्थित हस्तलिखित ग्रन्थों की संख्या लगभग ८५०० है । इस सम्पूर्ण संग्रह के हिन्दी के हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची सन् १९७९ ई० में शिक्षा मंत्रालय के वित्तीय अनुदान से सम्मेलन द्वारा प्रकाशित हुई थी। उसमें हिन्दी के २८०२ ग्रन्थों का विवरण प्रस्तुत किया गया है। इसी क्रम में संस्कृत एवं प्राकृत भाषा के हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची का यह प्रथम खण्ड भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के वित्तीय अनुदान से प्रकाशित किया जा रहा है। मुझे पूर्ण विश्वास है - इसका द्वितीय खण्ड भी निकट भविष्य में पाठकों की सेवा में प्रस्तुत किया जायगा । केन्द्रीय सरकार के शिक्षा विभाग के अधिकारियों के प्रति सम्मेलन की ओर से मैं आभार प्रकट करता हूँ जिनकी कृपा से वित्तीय सहायता मिलने पर इस ग्रन्थ-सूची का प्रकाशन सम्भव हो सका है। जिन ग्रन्थ-स्वामियों ने अपने हस्तलिखित ग्रन्थों को संग्रहालय को दान दिया है उनको तथा विशेष रूप से अमेठी के राजा रणञ्जय सिंह जी और ग्वालियर के विद्याव्यसनी श्री धारीवाल दम्पति के प्रति मैं हार्दिक कृतज्ञता प्रकट करता हूँ । इस ग्रन्थ का सम्पादन प्रयाग विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के रीडर पण्डित चण्डिकाप्रसाद शुक्ल ने किया है। सम्मेलन उनके प्रति आभार प्रकट करता है । आशा इस मुद्रित ग्रन्थ-सूची से संस्कृत के विद्वानों, छात्रों और शोधकर्त्ताओं को अध्ययन और अनुसंधान में सहायता मिलेगी । दिनांक : २१ जून, १९७६ ई० प्रभात मिश्र शास्त्री प्रधानमन्त्री हिन्दी साहित्य सम्मेलन, प्रयाग Page #5 --------------------------------------------------------------------------  Page #6 -------------------------------------------------------------------------- ________________ विषयानुक्रम ०० पृष्ठ संख्या प्रकाशकीय वैदिक : संहिताएँ और साहित्य उपनिषद् : गीता पुराण : इतिहास अष्टक कवच पटल माहात्म्य रहस्य व्रतकथा स्तोत्र सप्तशती कर्मकाण्ड १-४५ ४७-७१ ७३-९५ ९७-११५ ११७-१४७ १४९-१५५ १५७-१७७ १७९-१८३ १८५-२०९ २११-३६१ ३७१-४८१ Page #7 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संकेत अनु० टीका० प्र० पं० प्र० पृ० पृ० सं० अनुष्टुप् टीकाकार प्रति पंक्ति प्रति पृष्ठ पृष्ट संख्या संख्या संकलनकर्ता सेन्टीमीटर सं० संक० सें० मी० Page #8 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची Page #9 --------------------------------------------------------------------------  Page #10 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वैदिक : संहिताएँ और साहित्य Page #11 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि ६३३४/३६३६ | अनुक्रमणिका कात्यायन मागरी देसी कागज २ | ६२७४/११३२ (आरण्यक-ग्रन्थ) नागरी देसी कागज ३ । ७२१३/४०७४ ऋग्वेद संहिता देसी कागज नागरी ४ | ७२६४/४११६ ऐतरेय ब्राह्मण नागरी देसी कागज ५ ७४३५/४२१८ ऐतरेय ब्राह्मण देसी नागरी कागज ६ ६२४१/३३५६ | ऐतरेय ब्राह्मण संहिता देसी नागरी कागज | २५९४/१४६४ नागरी देसी कागज गर्ग संहिता (द्वारिका | गर्गाचार्य खण्ड) गर्ग संहिता (एकादश | गर्गाचार्य अध्याय) २७०९/१४९१ । नागरी देसी कागज २७६५/१५०६ नागरी गर्ग संहिता (सप्तम | गर्गाचार्य अध्याय) देसी कागज २८६४/१५२८ गायत्री-भाष्य वल्लभाचार्य नागरी देसी कागज ११ | ३६०३/१८५७/१ | गायत्री मंत्र नागरी देसी कागज १२ | ६४२९/३५२६ | गोपथ ब्राह्मण (उत्तरार्द्ध) देसी कागज नागरी १२७२/८६९ चरणम्यूह नागरी देसी कागज Page #12 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वैदिक : संहिताएँ और साहित्य आकार (से.मी.) ____८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण । लिपिकाल प्र० पृ०प्र०पं० (अनु० छन्द में) विशेष विवरण . (ख) ट(ग) ८(घ) ९ १० | पूर्ण/४११ | १८६७ वि० | ऋग्वेद-सूक्तों की अनुक्रमणिका (आश्विनकृष्ण १३ मंदवार) ७८ | पूर्ण/५४४ १९२५ वि. २१४९ १९४१०. ५ २०.५४८.२ ५४ | अपूर्ण/२२२ | १६३९ वि० | लिपिकाल की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण । २१.५४१०.२ | २१२ पूर्ण १४३१ १८६९ वि० मार्गशोषं २२.७४८.३ | ४९६ | पूर्ण/४४५७ १८८९, १८९०वि० २१.५४१० अपूर्ण ३७६ २५४११ १८ | अपूर्ण/२३ २४.५४१३ | अपूर्ण/३७५ १९१० वि० (फाल्गुन सुदि ७ चंद्रवार) २५४१५.५ पूर्ण/७५ २८४१२ | पूर्ण/८० २३४११.५ पूर्ण/५० २४.५४३३ | १२ | १२ | २० | अपूर्ण/९० १९१६ वि० (पौष शुक्ल ६ शनिवार) । २४.३.११ ८ ६ | ३२ | पूर्ण/७२ यह महर्षि शौनक-प्रणीत चरों वेदों की शाखाओं आदि का विवरण देनेवाली अनुक्रमणी रूप है, ग्रन्थ महत्वपूर्ण है Page #13 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १४ | १४२८/९०८ चरणव्यूह (परिशिष्ट) शौनक देसी कागज नागरी १५ / २८१६/१५१७ चरणव्यूह शौनक . देसी नागरी कागज १६ | ६८४५/३८७४ | दर्श पौर्णमास प्रयोग देसी नागरी कागज १७ | १९८/१९० देवीसूक्त देसी | नागरी कागज १८ | १५५३/९६३ देवीसूक्त नागरी देसी कागज १९ ६६८१/३७२५ पञ्चरत्न पवमानसूक्त नागरी देसी कागज २० २४४६. ३/१८२६.१ पदपाठ देसी कागज नागरी | ३८/३३ पुरुषसूक्त देसी । नामरी कागज २१८/२०७ पुरुषसूक्त देसी नागरी कागज | ४८३/४७४ (क)/४० पुरुषसूक्त नागरी देसी कागज २४ | १४००.६/८९९ पुरुषसूक्त । नागरी देसी कागज | ३१६३/१६१९ पुरुषसूक्त देसी नागरी कागज • २६ / ३९५५/२०१७.१ पुरुषसूक्त देसी | नागरी कागज Page #14 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वैदिक : संहिताएं और साहित्य प०सं०/पक्ति अक्षर दशा पर विशेष विवरण आकार (से० मी०) ___८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) ८ (ख) ८(ग) ८ (घ)| १० २४.१४ १०.३ । - १८७७ वि० १७४२ शक २५.७४ १२.४ | ५ | १० २० x १०.५ १२२ ८ | २४ अपूर्ण/७३२ १६४१४ -१७४८ १८४ ११ २८ | ९| २४ | पूर्ण/१८९ २४४११ ११ | ३२ | अपूर्ण/११४४ | १८४१ वि० वाजसनेय संहिता का ३०३ से ४०वें अध्याय तक का पदपाठ | ४८ | ६ | १७ | पूर्ण/१५३ १५४९ १६४१२ ८ ५ ६ | अपूर्ण/२० १३४१० २५ ४१० २५४१० ५ ५, २४ | पूर्ण/१९ ३५ ४ १२.५ ४, ८, ३२ | पूर्ण/३२ १३४ १० ५ , ७, १० पूर्ण/११ Page #15 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ६ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ २७ २८ २९ ३० ३१ ३४ २ ३५ ३२५४/१६४२ ७२१०/४०७१ ६३४५/३४४६ ३२ २५८४/१४६२ ३१८६/१६२३ ३३ _६२५४/३३६९ ३९ ६६८३/३७२७ ६२९८/३४०० ७६४२/४२८८ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ का नाम पुरुषसूक्त भाष्य ब्राह्मण पंचिक ब्राह्मण सप्तम पंचिका मंत्र (पाठ) मंत्र विभाग मंत्रावबोध ३ मन्यु सूक्त मन्युसूक्त यजुः संहिता ३६ ९१५/९३२/७६७ रुद्राय (रुद्राष्टाध्यायी) ३७ १४२९.१/९०८ रुद्रजाप्य ३८ ६६८४/३७२८ रुद्रपाठ ६७७४/३८१० रुद्रप्रश्न ग्रन्थकार ४ सुन्दर शुक्ल टीकाकार ५ ६ शौनक महर्षि देसी कागज आधार 1 देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नामरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #16 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वैदिक : संहिताएं और साहित्य आकार (से.मी.) प्र० पृ० लिपिकाल विशेष विवरण क्षर दशा/परिमाण प्र०५० (अनु० छन्द में) ८(ग) ८(घ) ९ ५३ | ५ | १२ | पूर्ण/९९ । | १२४ १३.५ - - । | पुरुषसूक्त पर भाष्य महर्षि शौनककृत २१.४४८.२ . | ३६४ ७ ३१ | पूर्ण/२५४८ | १६९४ वि० लिपिकाल की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण २१४१० | अपूर्ण/२०८ २४.५४११ | ७५ | ७ | २८ | पूर्ण/४५९ १९१७ वि. १५४१० १६ | पूर्ण/८८ १७१५० २४४१२.२ ५४ | ६ | ३२ | अपूर्ण/३२४ १७४६ वि.| इसमें चार अध्यायों में यजुर्वेदीय मन्त्रों (आश्विनशुक्ल की विशिष्ट व्यवस्था समझाई गई है भौमवार) १८४६ ३ | ७ | २० पूर्ण/१३ १४४१० पूर्ण/१४ २३४९ पूर्ण/१९९९ १६.५४१० ५ । पूर्ण/३१९ | १९४१ वि०| इसमें 'वाजसनेय संहिता' का प्रसिद्ध रुद्राष्टाध्यायी भाग प्रतिपादित है मन्त्रों के स्वर चिह्नित भी है २४.२४११.५ | १५ | अपूर्ण/२१९ ९ | १६ | पूर्ण/७५ १९४८ ४० | ६ | २० पूर्ण/१५० Page #17 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १ । २ ___४० ६७५०/३७९३ रुद्राध्याय देसी कागज नागरी ४१ / २०१-१/१९३ रुद्राष्टाध्यायी नागरी देसी कागज | ५५४/५४४ रुद्राष्टाध्यायी नागरी देसी कागज १७३७/११३८ रुद्राष्टाध्यायी देसी नागरी कागज २४६८/१४३८ रुद्राष्टाध्यायी देसी कागज नागरी . ४५ | ३३०३/१७०१ रुद्राष्टाध्यायी देसी कागज नागरी ४६ | ३३२२/१७१८ रुद्राष्टाध्यायी देसी कागज नागरी ६१६२/३२८२ रुद्राष्टाध्यायी नागरी देसी कागज | ६३९९/३४९८ । रुद्री मागरी देसी कागज ४९ ६५४२/६३१४.४ | रुद्री नागरी देसी कागज ५० ५३१/४७७ लक्ष्मीसूक्त देसी नागरी कागज ५१ ५७५/५८५/५२९ | लक्ष्मीसूक्त देसी नागरी कागज ११७३/८२६ | लक्ष्मीसूक्त देसी नागरी कागज Page #18 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वैदिक : संहिताएँ और साहित्य आकार (से० मी०) ८ (क) | अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल प्र०पृ०प्र०५० (अनु० छन्द में) विशेष विवरण ८(ख) ८(ग) ८(घ) १६४१०.५ पूर्ण/२१० १६४१० पूर्ण/३९ २३४१०.५ | पूर्ण/२९३ रुद्र सम्बन्धी वैदिक मन्त्रों का आठ अध्यायों में प्रसिद्ध संग्रह २७४११.५ पूर्ण/३३५ १९३५ वि० १५.५४११ अपूर्ण/६० २२४११ | पूर्ण/३०९ २५४१२ २० । अपूर्ण/१५६ १६.८४९.१ | अपूर्ण/१७५ १८६९ वि. १७३४ शक १६.५४१० अपूर्ण/१३. १९२५ वि. (भाद्र शुक्ल ८ सोमवार) १४४१०.५ । १२ २० | अपूर्ण/४५ १७४१० पूर्ण/२५ १९४३ वि. (पौष सुदि ८ रविवार) १४४१. | ७ | ८ | १६ | पूर्ण/२८ २१.५४ १४.५ । ८ ८ | १६ | अपूर्ण/३२ | १९२५ वि० (फाल्गुन शुक्ल १३ बुधवार) Page #19 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं. | ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि आधार १ ५३ | १६११/१०१६ - लक्ष्मीसूक्त देसी कागज नागरी ५४ | ३४१०/१७९६ | लक्ष्मीसूक्त नागरी वेसी कागज ५५ / ६८१४/३८४४ लक्ष्मीसूक्त देसी नागरी कागज ५६ / ६६५५/३७०१ | वाक्सूक्त देसी | नागरी कागज ५७ । ७७८/७९४/७११ वाजसनेय संहिता नागरी देसी कागज ५८ | ८५१/८६८/७५४ वाजसनेय संहिता मागरी देसी कागज ५९ | ११२४/८१७ वाजसनेय संहिता नागरी देसी कागज | १२०२/८४५ वाजसनेय संहिता नागरी देसी कागज ६१ | १४२९/९०८ वाजसनेय संहिता । देसी कागज ना नागरी | १४६०/९१९ वाजसनेय संहिता देसी नागरी कागज ६३ | १७०४/११०७ वाजसनेय संहिता नागरी देसी कागज ६४ | १७१८/१११९ | वाजसनेय संहिता नागरी देसी कागज ६५ | २६२७/१४७० | वाजसनेय संहिता | नागरी .. देसी कागज Page #20 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वैदिक : संहिताएं और साहित्य आकार (से. मी.) विशेष विवरण ____८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण | पृ० स०प्र० प्र०प्र०५० (अनु० छन्द में)| " लिपिकाल (ब) | १० पूर्ण/१८. १०४८ १४:४४१८.६ । पूर्ण/६५ १८८८ वि० (फरवरी २) १४४११ पूर्ण/३० १९५३ वि० १६४८ पूर्ण/९ २३४१३ ६ | २० | अपूर्ण १७७० १९४१२ | ४१६ ५ १८ पूर्ण/११७० । १६९० वि. इसमें वाजसनेय संहिता के प्रारम्भ के २ पाठों से खण्डित केवल १९ अध्याय मात्र दीर्घपाठ में समुपलब्ध है यह शक्लयजुवंदीय संहिताकाएक पर्याप्त प्राचीन हस्तलेख है ४० अध्यायों में पूर्ण यह वैदिक संहिता, संहितापाठ में समुपलब्ध है शुक्ल यजुर्वेद संहिता/सोलह अध्याय सस्वर चिह्न, शेष बिना चिह्न के २१४१२ ८ | २० | पूर्ण/२१९० १८२२ वि० २३४११ पूर्ण/११५४ | इसके ४. अध्यायों में पूर्ण शुक्ल यजुर्वेदीय वाजसनेय संहिता लिपिबद्ध है स्वरों के चिह्न नहीं लगे हैं। यहाँ शुक्ल यजुर्वेद संहिता के बीस अध्याय हैं मन्त्र स्वर-चिह्नों से अंकित २५४११ | २६ | पूर्ण/२०१५ २३. ९४१० | २५ | पूर्ण/१२८९ १८५५ वि० २५४११ | अपूर्ण/७७० यह शुक्ल यजुर्वेद माध्यंदिन शाखा की संहिता है मन्त्र स्वर-चिह्नों से अंकित हैं ग्रन्थ ४० अध्यायों में पूर्ण है यह शक्ल यजुर्वेद की माध्यंदिन शाखाकी वाजसनेय संहिता है इसमें उसके ३० अध्याय तक समुपलब्ध हैं यह 'जटा पाठ' में लिखी गयी प्रसिद्ध शुक्ल यजुर्वेदीय वाजसनेय संहिता है २५४१२.५ । १२५/ १० / ३३ | अपूर्ण/१२८९ २४४१० २ ६८ ८ २४ | पूर्ण/१६०८ १८.२ बि. (शाके १६६६) Page #21 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १२ क्रम सं० १ ६६ ६७ ६८ ६९ ७१ ७४ ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० २ २७१२/१४९२ ७० ३९६६/१९२६ ३००७/१५६८ ७७ ३२९४/१६२४ ७८ ३२३९ / १६३७ ७२ १३९७/८९९ ६७४९/३७९२ ७५ २३८९ १८८१ / १२७२ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विचरणात्मक सूची ५९१२/३०७७ ग्रन्थ का नाम ७३ | ३४११ . १/ १८११.१ ( वेदमन्त्र ) ६३०८/३४१० वाजसनेय संहिता दोघंपाठ) वाजसनेय संहिता (अध्याय ४०) (ईशोपनिषद्) वाजसनेय संहिता वाजसनेय संहिता वाजसनेय संहिता वामनसूक्त ३ ७६ _८९९/९१६/७६४ शतरुद्रीय वेददी मनोहर ( टीका ) महीधर ( वैदिक ग्रन्थ) वैदिक मन्त्र शिक्षा चतुष्टय श्रीसूक्त ग्रन्थकार ૪ टीकाकार ५ अज्ञात आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कावण लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #22 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वैदिक : संहिताएँ और साहित्य आकार (से० मी०) ___८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल विशेष विवरण प्र०पृ० प्र०५० (अनु. छन्द में) (ख) (ग) (घ) ९ ___ १० ११ १० ५ ११ । पूर्ण/३४ १९०० वि० (पौष कृष्ण, ८ गुरुवार) ९ २० | पूर्ण/२२ १९१८ वि० सर्वप्राचीन उपनिषद् २१.५४१४ ३५४ २० २३.५४ १०.५ | २७३ ६ ११७७/ अपूर्ण ३२.५४ २०.२ | ५३६/७ (कुछ १७/ पूर्ण /१९९३ | १९०३ वि० | इसमें ४० अध्यायों में पूर्ण शुक्ल यजुर्वेद पत्रों में की वाजसनेय संहिता है । इसके १७ एवं अधिक) ४० दो अध्याय व्याख्यायुक्त भी हैं २५४१३ ३१६ १० २७ / पूर्ण २६६५ इसमें शुक्ल यजुर्वेद संहिता पदपाठरूप में उपनिबद्ध है ११.५४८ २८ ७ १० पूर्ण/६१ २७४१२ | ३२ | पूर्ण/३२४ । १८९९ वि० | शतरुदीय होम नामक १६ अध्याय पर लिखी गई व्याख्या २४४११ ३२ | पूर्ण/४४. २१.५४ ११.५ | २४ | अपूर्ण/१४२ २२४१० ११ ३२ | अपूर्ण/२०९ २४.५४ १२.५ । ३२ पूर्ण/१६२ १८४२ वि. २२.६४८.५ ८ ३२. अपूर्ण/२१६ - ११.५४८ | १४ | ५ | ११ अपूर्ण/२४ १९१५वि० (मार्गशीर्ष ८) Page #23 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ૧૪ क्रम सं० ग्रन्थ सं० / वेष्टन सं० १ ७९ १६९४/१०९७ ८० ८१ ८२ ८३ ૮૪ ८५ ८६ ८७ ८८ ९० २ ९१ ६८७९/३८९४ ४७८/४३६ ६१३९ / ३२६० ७४४१/४२२३ ६५७२/३६२३ ३६५९/१८६८ १३९३ ८९ २३३०/१४०६ १८२० / १२२० २६५९/१४८१ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची १९१९/१२२० ग्रन्थ का नाम ७८४/८००/७१३ सुदर्शन संहिता श्रीसूक्तविवृत्ति श्रुमि षडंगरुद्रीय ३ साकमेध सामराजपद्धति ( कार्तवीर्यार्जुन कल्प) सूर्यवैश्वानर सूक्त स्वस्तिवाचन हस्तस्वर प्रक्रिया अचिन्त्यमुदी अज्ञrasainatfपका ( प्रथम तथा सप्तम प्रकाश ) अज्ञानबोधनी अद्वैतचिन्ता कौस्तुभ (टीका) ग्रन्थकार ४ सामराज अग्निहोत्र मल्ल सोमनाथ महादेवानन्द सरस्वती टीकाकार ५ आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी काग ज देसी कागब लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नामरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #24 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वैदिक : संहिताएँ और साहित्य १५ आकार (से०मी०) लिपिकाल विशेष विवरण पंक्ति | अक्षर! दशा/परिमाण प्र०पू०प्र०५० (अनु० छन्द में) (ख)|८ (म) ८(घ) ८ (क) १.१ २६४१२ ८ ४. | पूर्ण/२८० श्रीसूक्त के १५ मन्त्र, सटीक ३२४१६ | अपूर्ण/४१ २०x१०.५ | अपूर्ण/१७१ २७.५४११.७ ३ पूर्ण/१२ ३०४१३ १० | ४८ अपूर्ण/९०० २६४१२ १९८ ११ / ४० | अपूर्ण/२७२३ | १९०८ वि० (माघ कृष्ण) १० | पूर्ण/१५ १६४१. १६४११.३ १. पूर्ण/५७ १९२६ वि. (ज्येष्ठ ३०, गुरुवार) १९८१ वि० वैदिक स्वरप्रक्रिया निरूपण २३४११ ५ | ३२ पूर्ण/७० ३१४१४ ३ | अपूर्ण/९२० २६ ५४११ | पूर्ण/६९७ १८९९ वि. | (मार्गशीर्ष शु०७भृगुवार) १४.३४७.६ । | २१ | अपूर्ण/३१९ ३१.५४ १४.५ । ५९ १९ | ५७ अपूर्ण/१९९७ Page #25 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १८२४/१२२४ महादेवानन्द सरस्वती देसी | नागरी कागज अद्वैतचिन्ता कौस्तुभ (टीका) अद्वैतदीपिका १४१९/९०४ देसी | नागरी - कागज १७७८/११७९ अद्वैतविवेक (द्वैतपद- योजना, सटीक) विधारण्य मुनि रामकृष्ण नागरी । देसी कागज १००२/७८९ अध्यात्मदीपिका देसी कागज नागरी ९६ / २६२२.१/१४६७ अन्तःकरण प्रबोध बालभाचार्य देसी | नागरा | नागरी कागज ९७ / २६७६.६/१४८५ अन्तःकरण प्रबोध बल्लभाचार्य देसी कागज नागरी | ३०८०.९/१५९४ | अन्तःकरण प्रबोध बल्लभाचार्य देसी कागज नागरी १४५७/९१८ अपरोक्षानुभव (सटीक) | शंकराचार्य । देसी कागज नागरी १९१६/१२८८ | अपरोक्षानुभूति (सटीक)| शंकराचार्य देसी कागज नागरी | २८३५/१५२२ अपरोक्षानुभूति शंकराचार्य देसी । नागरी कागज | २५०५/१४४५ | अर्थसंग्रह लोगाक्षिभास्कर । देसी कागज नागरी १०३ ३१७८/१६२१ । अष्टावक्र ग्रन्थावली | अष्टावक्र मुनि नागरी देसी कागज १०४ | ११५८/८३१ अष्टावक्रदीपिका टीका । विश्वेश्वर देसी । नागरी कागज Page #26 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ क ३१×१४ २६×१३ २५.५×१४ २७१६ २६.८×११.८ १३८ ८ २७४१६ १६×१० २२.४४ १३ १४. ५×१३ २०x१३ २८x१२.५ १३४९ २९x१४ 3 पृ० सं०, ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) ५३ १८ ५३ १८ २ ३ १४ पं कि | अक्षर | दशा / परिमाण प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) ९ ४ २ ९ ५६ १९ १३ ४० ४८ १० ११९ ८ ६ ११ १२ ८ वैदिक : संहिताएँ और साहित्य ६ १२६ ९ पूर्ण / १६९३ ३० अपूर्ण / १०३५ ३७ पूर्ण / २७१ ४५ अपूर्ण / ५९ १२ अपूर्ण / ६ २४ पूर्ण / १३५ ३० १५ पूर्ण / ११ पूर्ण / ४५० २० | पूर्ण / ३८५ २ पूर्ण/ १७१ ३८ पूर्ण / ३८० १६ पूर्ण / ३५७ ३२ अपूर्ण / ११३४ लिपिकाल १० विशेष विवरण ११ १८४३ वि० यह वेदान्त विषयक तत्त्वानुसन्धान' ग्रन्थ की टीका है । १८४९ वि० વ इसमें जीव एवं ब्रह्म के अभेद का प्रतिपादन किया गया है इसका आदि तथा अन्त भाग खण्डित है इसमें द्वैतप्रपंच का विवेचन किया गया है जीवन्मुक्ति का भी उल्लेख है १८५३ वि० इसमें नित्य आत्मा का अनित्य देह से तादात्म्य माननेवालों की निन्दा की गई है । ब्रह्म को ही एकमात्र सत्य तथा उसी से सब सृष्टि होने का प्रतिपादन किया गया है साथ में पद्यात्मक हिन्दी रूपान्तर भी है १८८३ वि० १९२८ वि० इसमें द्वादशलक्षणी मीमांसा अत्यन्त सूक्ष्मरूप में प्रतिपादित की गई है यह एक बहु प्रचलित ग्रन्थ है वेदान्त-सम्मत आध्यात्मिक तत्त्वसंकलन इसमें १९ से ४६ पत्रों तक खण्डित, प्रकरणों में विभक्त, मोक्ष प्राप्ति के उपायों का विधिवत् विवेचन किया गया है Page #27 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ઢ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ १०५ १०७ १०६ २३१९/१४०५ १०९ ११० ३४३७ १०८ ७५१७ / ४२५१ १११ २ _३३५२/१७४७ १३४९/८८८ ११७ ७५३१/४२५५ ११२ १४५०/४/९१५ ११३ ६४०३/३५०२ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ का नाम आत्मपूजा आत्मबोध ३०८०/१५ आत्मबोध आत्मबोध ( सटीक ) ३ ४२४४/१/१९८३ | उपदेशसाहस्री ( सटीक ) शंकराचार्य एवकारवाद ११४३७३०.१/१९००.१ कारिकावली उपदेशसाहस्री (सटीक) शंकराचार्य कर्मप्रकृति विवरण ११५ ६६९३/३७३७ कृष्णतापिनी ११६ १७६४/११६५ गोरक्षाशतक ग्रन्थकार उपदेशसाहस्री (सटीक) शंकराचार्य ४ जलभेद शंकराचार्य शंकराचार्य जिनमाणिक्यसूरि विश्वनाथ पंचानना बल्लभाचार्य टीकाकार ५ रामतीर्थ रामतीर्थ आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #28 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वैदिक : संहिताएँ और साहित्य आकार (से० मी०) विशेष विवरण ___८ (क) | अक्षर दशा/परिमाण | लिपिकाल प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) ८(ख) ८ (ग) ८(घ) ९ १० । | पूर्ण/१७.५ १९३४ वि. २०४११ ३०४१३ पूर्ण/७० २४.५४१३ | अपूर्ण/३४० २०४१२ | अपूर्ण/१२० ३४.५४१८ । ७५ | १२ | ५२ | अपूर्ण प्रथम प्रकरण पूर्ण तथा द्वितीय खण्डित १५.८४२०.३ ३०३ | पूर्ण किन्तु जीर्ण १२३१ ३४४१८ . २७१ पूर्ण/२७१० १९३७ वि० २२४९ | पूर्ण/५४ २५४११ पूर्ण/२०२ 'एव' शब्द के प्रयोग का सोदाहरण विवेचन। ‘पदार्थमालाप्रकाश' ग्रन्थ का अंश समझ पड़ता है १८९० वि० (भाद्रपदशुक्ल सप्तमी) १९३२ वि० २८x११.५ | पूर्ण/२६ २०४११ पूर्ण/२०४ ३०.५४ १२.५ | १२ | ११ | ३६ | अपूर्ण/१४८ १६४१० ८६ | १५ | पूर्ण/२३ १८४९ वि० Page #29 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि ६०३९/३१७३ जागदीशी (टीका) जगदीश नागरी देसी कागज ११९ । २५०४/१४४४ । जीवमुक्तिविवेक देसी मार विधार राय स्वामी कागज १२० | १०२/९४ ज्ञानप्रबोधमंजरी शंकराचार्य नागरी देसी कागज | ११२२/८१६ तत्त्वदीप बल्लभस्वामी देसी कागज नागरी १४३/१३६ तत्त्वनिरूपण नागरी देसी कागज ७४/६८ तत्त्वबोध शंकराचार्य देसी नागरी कागज २९८५/१५६३ । तत्त्वबोधविधि नागरी देसी कागज ३१९२.३/१६२३ | तत्त्वविवेक (तत्त्वबोध) | शंकराचार्य । नागरी देसी कागज १७४१/११४२ | तत्त्वविवेकदीपिका रामकृष्ण नागरी देसी कागज १६०४/१००९ तत्त्वानंदतरंगिणी पूर्णानन्द परमहंस - नागरी देसी कागज ३१६४.२/१६१९ / तत्त्वाराद्धांत निंबादित्य नागरी देसी कागज ६०६३/३१९७ तर्कपरिभाषा टीका देसी । नागरा कागज १३० १६१७/१०२२ । तर्कप्रकाश सरदार कवि देसी नागरी कागज Page #30 -------------------------------------------------------------------------- ________________ .. वैदिक : संहिताएं और साहित्य आकार (से० मी०) । पंक्ति अक्षर | दशा/परिमाण | । लिपिकाल. प्र० पं० प्र० पं० (अनु० छन्द में) विशेष विवरण . . ८ (क) २८x१२.३ | पूर्ण/८४० ३०४१४ न्यायशास्त्र से सम्बन्धित ईश्वरेच्छा, प्रमाणादि विषयों का प्रौढ़ शैली में विवेचन १८३३ वि० | जीवनमुक्तविषयक आध्यात्मिक विवेचन भाद्र शुक्ल पक्ष ७ बुधवार) । | इसमें वेदान्त दर्शन के अध्यास, अद्वैत आदि विषय प्रतिपादित हैं लिपि में अशुद्धियाँ बहुत हैं यह आदि शंकराचार्य की कृति निस्सन्देह रूप से नहीं कही जा सकती है २१४११.५ । २५ | ९ | २८ | पूर्ण/१९७ २१४११ ४३ | ९३२ | पूर्ण/३८७ २२४१० ३ ९ | २२ | अपूर्ण/२५ १०.५४८ | अपूर्ण/(मध्य में खण्डित) पूर्ण/७७ २१४१४ इसमें साधनचतुष्टय, पंचकोश, पंचीकरण, तथा जीवन्मक्तावस्थादि का वर्णन किया गया है २८.३४१३.५ । १० २८ | पूर्ण/७८ १९२३ वि० २६४१३ | ३२ | पूर्ण/४०३ विधारण्यमुनिकृत 'तत्त्वविवेक' के प्रथम प्रकरण पर टीका १८६४ वि० २४.५४११ ३२ | पूर्ण/३२० ३१.५४१८ | पूर्ण/२७२ २६४११ | १५ | ५० | पूर्ण/१८७५ १७२८ वि० 'तर्कभाषा' की टीका एक प्रकरण' ग्रन्थ १६.५४ १९.५ ४४१ | १४ | १४ | अपूर्ण/२७०१ Page #31 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित अन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २७५५ तर्कभाषा (सटीक) केशव मिश्र विद्या वागीश देसी कागज नागरी १३२ | ६१८९/३३०४ तर्कभाषा केशव मिश्र | नागरी देसी कागज १३३ | ६९८९/३९४१ । तर्कभाषा (सटीक) केशव मिश्र नागरी देसी कागज १३४ | ७९६/८१२/७१७ | तर्कसंग्रह अन्नंभट्ट देसी कागज नागरी १३५ / १०८९/८०७ तर्कसंग्रह अन्नंभट्ट नागरी देसी कागज १३६ | १४६३/९१९ तर्कसंग्रह अन्नंभट्ट देसी नागरी कागज १३७ १४९९/९३० तर्कसंग्रह अन्नंभट्ट नागरी कागज १६२८/१०३२ तर्कसंग्रह अन्नभट्ट । नागरी देसी कागज १३९ | १६३८/१०४३ तर्कसंग्रह (सटीक) अन्नंभट्ट देसी | नागरी कागज | २७८०/१५११ तर्कसंग्रह अन्नंभट्ट नागरी कागज १४१ / ६३०१/३४०३ तर्कसंग्रह अन्नंभट्ट नागरी देसी कागज १४२ | १०४१/७९७ अन्नंभट्ट अन्नभद्र देसी कागज नागरी तर्कसंग्रहदीपिका (टीकामात्र) तर्कसंग्रहदीपिका (टीका) १४३ - १८५६/१२५० अन्नंभट्ट | अन्नंभट्ट नागरी . देसी कागज Page #32 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वैदिक : संहिताएं और साहित्य विशेष विवरण आकार (से० मी०) ____८ (क) | अक्षर दशा/परिमाण | लिपिकाल प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) ८(ख) ८ (ग) ८ (घ) ९ - १० | ४० | अपूर्ण/१५७० २२४९ २१.४४७ अपूर्ण/२९३ २४४११ | ४० | अपूर्ण/७१५ २४४१२.५ २४ पूर्ण/९५ १८९० सं० (पौष कृष्ण) २५.५४१२ २२ | अपूर्ण/६१ | ७ | ४१ | पूर्ण/१४४ ३०x१२ | पूर्ण/१६९ । १९१२ २६.७४१०.३ | ३२ | अपूर्ण/१२६ | १८९१ वि० | अपूर्ण २५४१२ | २० | अपूर्ण/५३ २९४ १०.५ | पूर्ण १०३ २३.५४११.५ | १० | ३० | अपूर्ण/५३० २७.२४९.८ ७० ७ | ३२ | पूर्ण/४९० १९०६ वि० तर्कसंग्रह' अन्य की अन्यकार द्वारा ही (माघ शुक्ल, | 'दीपिका' नामक टीका मात्र १ सोमवार) Page #33 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २४ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ १४४ १४५ १४६ १४८ १४९ १५० १४७ २८१९/१५१७ १५२ २ १३५८/८९४ १५४ १५३१/९४६ २७६२/१५०५ - १५६ १६९२/१०९५ १६९७/११०० २५८५/१४६२ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ का नाम तर्कसंग्रह दीपिका (टीका) तर्कसंग्रह दीपिका ३ तर्कसंग्रह दीपिका तर्कसंग्रह दीपिका १५१ ६२७५/११३३ तर्का मृत तरंगिणी तर्कसंग्रह न्यायबोधिनी टीका तर्कामृत मृत ३०८०.२४/१५९४| त्रिविध नामावली १८२०.१ / १२२० दर्शनग्रन्थ १५५ ३७२१.२/१८९२ १ दशमर्मनिरूपण १२४९.८/८६२.२ दीधिति ग्रन्थकार ४ अन्नंभट्ट अन्नंभट्ट अन्नंभट्ट अन्नंभट्ट १५३ १२४९/१/८६२.१ | दक्षिणामूर्ति भावार्थ विवृत्ति शंकराचार्य गोवर्धनाचार्य जगदीश भट्टाचार्य जगदीश भट्टाचार्य बल्लभाचार्य मध्वाचार्य जयराम पञ्चानन टीकाकार ५ अन्नंभट्ट अन्नंभट्ट अन्नंभट्ट अन्नंभट्ट I सुरेश्वराचार्य एवं रामतीर्थ आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #34 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वैदिक : संहिताएं और साहित्य आकार .पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण (से० मी०) प्र. पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) लिपिकाल विशेष विवरण ___८ (क) ८ (ख) ८(ग) ८(घ) ३१४१२ | १२ | १६ | पूर्ण/४८३ १८७४ वि० तर्कसंग्रह पर ग्रन्थकार द्वारा लिखी गई दीपिका टीका मात्र ३०४१४ १२ | १६ | पूर्ण/४१४ १८८८ वि. (वैशाख कृष्ण द्वि• गुरुवार) २६,५४१० ८ | ३२ | अपूर्ण/४५६ | १८११ वि० |(फाल्गुन सुदि ७सं०चंद्रवार) ३०४१३.५ ११ | ४८ पूर्ण/४४५ | १८३१ वि. (फाल्गुन १०) २३.७४ १०.८ | २५ | १३ | २८ | पूर्ण/३८५ म्याय-वैशेषिक विषयक ग्रन्थ 'तर्कसंग्रह की केवल टीका २५४११ | १८५५ वि० | द्रव्यगुणादि विवेचन २४.५४९.४ । ८ | ३८ | पूर्ण/३०४ २४.५४ ११.५ । पूर्ण/७०७ न्यायदर्शन के अनुसार भाव, अभाव पदार्थों तथा प्रत्यक्षादि प्रमाणों का विशद विवेचन किया गया है | १८०८ वि. आषाढ़ सुदि६ | १८४९ वि. १६४१० ६ | १५ | पूर्ण/१२७ ३०x१२.५ | पूर्ण/१८९० | १७२३ वि० ३३४१४ | अपूर्ण/५६४ १७४१२.५ ७ / १० / पूर्ण/३० ३१४१० १४ | ९५० | अपूर्ण Page #35 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं0 ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि ३ १५७ | ३१५०/१६१५ द्वादश महावाक्य देसी | नागरी कागज १५८ | ३१५३/१६१५ द्वादश महावाक्य नागरी देसी कागज ७५८२/४२५५ द्वादश महावाक्यविचार देसी कागज नागरी ३०४६.३/१५८२ | द्वादश महावाक्यविवरण | शंकर भागवत देसी नागरी कागज १६९ | १५०७/९३२ नन्दयोग आत्मानन्द । नागरी देसी कागज | ३०८०/१५९४ | नवरत्न भल्लभाचार्य नागरी देसी कागज १३. २४६५/१४३३ | नवरत्न बल्लभाचार्य नागरी देसी कागज | ६७१४/३७५८ नारायणाथर्वशीर्ष नागरी देसी कागज १६५ / २८६३.१/१५२८ निरालंबश्रुति | नागरी देसी कागज १६६ ३०८०.१७/१५९४ निरोधलक्षण वल्लभाचार्य देसी | नागरी कागज देसी नागरी १६७ / ४२९४/२०१४ | न्यायदर्शनग्रंथ कागज १६८ | ११९३/८४३ | न्यायदीपावली नागरी देसी कागज १६९ | १२९७/८७७ न्यायबोधिनी टीका गोवर्द्धन देसी नागरी । Page #36 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी० ) ८ क २७४१२ २९४९ २५x११ ११.५x९.५ ३३×१२ १६×१० १७५२९ १६x८ - २५x१३ १६×१० २५ ४६० २३×१० २६.५×१० पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र० पं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) पू० सं० २७ ३७ ४७ २१० २८ ४ १ ५ ५ ७ ७३ ४४ ३७ ९ ३६ अपूर्ण / १७४ ९ १३ ७ ८ ६ १६ ७ ९ ६ ८ ९ ७ वैदिक : संहिताएँ और साहित्य दशा / परिमाण (अनु० छन्द में) ε ४० अपूर्ण / ४१६ ३० पूर्ण / ५७३ ४८ पूर्ण / ३६० १५ पूर्ण / ११ १८ पूर्ण / ९ २४ पूर्ण / २६ २४ अपूर्ण / ३४ २० १५ अपूर्ण / ११५८ १८६९ वि० (प्रथम पत्र खण्डित ) १५ पूर्ण / २० अपूर्ण / ३६५ १८ पूर्ण / २२३ लिपिकाल ४४ अपूर्ण / ܘܐ । I 1 १८४९ वि० I विशेष विवरण १८४९ वि० ११ IT प्रमाणादि न्यायविषयों का विवेचन २७ उपमान परिच्छेद तक पूर्ण, शेष खण्डित Page #37 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार | लिपि क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ! २ १७० | १९८७/८४२ न्यायसिद्धान्त मंजरी चूडामणिभट्टाचार्य जानकीनाथ शर्मा देसी कागज नागरी १७१ १०८५.१/८०७ | न्यायसूत्र गौतम नागरी देसी कागज १७२ | १२४९.७/८६२.२/ पक्षधर्मनिरूपण (सटीक) - नागरी देसी कागज १७३ १२४९.१०/८६२.३) पञ्चदशी (सटीक) | विद्यारण्य मुनि | रामकृष्ण नागरी देसी कागज देसी । नागरी कागज १७४ | ११३८/११३९ | पञ्चदशी पंचकोश-विवेक | विद्यारण्य मुनि | अज्ञात सटीक) १७५ / २४९६/१४४२ | पञ्चदशी (सटीक) विद्यारण्य मुनि प्रज्ञानानन्द सरस्वती १७६ / ७३३८/४१५१ | पञ्चदशी व्याख्या रामकृष्ण नागरी देसी कागज देसी कागज नागरी | १७३९/११४. पञ्चभूतविवेक (सटीक) विद्यारण्य मूनि रामकृष्ण (तात्पर्य देसी |नामरी दीपिकाकार) | कागज नागरी १७८] १८३०/३८६० | पञ्चीकरण विवरण टोका (तत्स्व चन्द्रिका) देसी कागज १५०२.३/१४४४ पत्रीपञ्चक शंकराचार्य देसी । नागरी कागज न ७११८/४२८६ | पदार्थतत्त्वनिर्णय देसी नागरी कागज १८१ | १९६८/८६९ | पाखण्डचपेटिका विजय रामाचार्य नागरी देसी कागज १८२ | २३४०/१३८६ | पाखण्डचपेटिका विजय रामाचार्य देसी | नागरी कागज Page #38 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वैदिक : संहिताएँ और साहित्य २९ आकार सं०मी० ८(क) २७४१० पंक्ति अक्षर| दशा/परिमाण | लिपिकाल ० प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) विशेष विवरण ८ (ख) ८ (ग) ८(घ) ९ ___ १० | ४२ | पूर्ण/९३८ १७.३ वि०न्यायसिद्धान्त का प्रमाणादि क्रम से (मन्मथनाम | विवेचन वर्ष) १९२४ सं० (माघशुद्वि०) | १२ | १० | ५५ | अपूर्ण २६४११ १.५ ३२ | पूर्ण/३२० ३१४१२ ३३४१६.५ ३१६/ १६ | ४२ | अपूर्ण/६६३६ २५.५४ १३.२ | १७ | १३ | ३६ | पूर्ण/२४९ 'पञ्चदशी' के केवल पाँच अध्याय प्राप्त हैं, जिनमें पञ्चकोशादि विषयों का प्रतिपादन हुआ है। साथ में रामकृष्ण कृत टीका भी है विद्यारण्य मुनि की 'पंचदशी' का एक अंश है, जिसमें अन्नमयादि कोशों का विवेचन किया गया है। यत्र-तत्र 'गूढार्थदीपिका' टीका के साथ अद्वैत वेदान्त विवेचन २४४१३ | १८ | पूर्ण/१६६३ २०४११.८ | २१ | अपूर्ण/६३१ २५.५४१३ | ३४ | पूर्ण/३५९ 'पंचदशी' का द्वितीय प्रकरण सटीक संगृहीत है, जिसमें पंचभूतों का विवेचन प्रस्तुत किया गया है २.४११ पूर्ण/३७५ | १७७१ वि० २३.५४१२.५ | १ | ५२ | पूर्ण/१५ . २९x१३.५ अपूर्ण/१४० २३.५४१२ २७ | पूर्ण/३४९ नास्तिक पाखण्डियों के कुतर्को काखण्डन कर सनातन धर्म की तथा जीवब्रह्मक्यादि सिद्वान्तों की स्थापना की गयी है। नास्तिक पाखण्डियों के मत का खण्डन किया गया है ३७४१९ ५३ | ९ | २७ / पूर्ण/४०२ Page #39 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३० क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ १८३ २६२१/१४६७ १८४ १८७ १८९ १९० २ १८५ ३०८०.१३/१५९४ पुष्टिप्रवाहमर्यादा १८८२८७ / २६३ १९१ १८६ | ३०८०.१९/१५९४ पुष्टिमार्गमत संग्रह १९३ १९४ १९५ १३९४/८९९ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ३६७६. ९ / १४८५ | पुष्टिप्रवाहमर्यादा ग्रन्थ का नाम २४२९/१४२८ पुष्टिप्रवाहमर्यादा ३७८४ / १९०० ३ प्रतिज्ञा प्रश्नोत्तरमाला प्रश्नोत्तरमाला ३०९४.१/१५९५ प्रश्नोत्तर रत्नमाला १९२ १८१३ / १२१४ बज्रसूची पंचम २६७६.७/१४८५ बालबोध २६२२.६/ १४६७ बालबोध ३०८०.५/१५९४ बालबोध ग्रन्थकार ४ बल्लभाचार्यं बल्लभाचार्य बल्लभाचार्य बल्लभाचार्यं 1 प्राणायामप्रकरण (सटीक) शुभचन्द्र शुकयतीन्द्र शुकमुनीन्द्र शंकराचार्य शंकराचार्य बल्लभाचार्य बल्लभाचार्य बल्लभाचार्यं टीकाकार ५ आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी मागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #40 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वैदिक : संहिताएं और साहित्य आकार (से. मी.) पृ०सं० विशेष विवरण ___८ (क) ८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल प्र०पं०(अनु० छन्द में) ८(ख) ८(ग) ८(घ) ९ ___ १० | पूर्ण/३६ २७४१३ २७४१६ पूर्ण/१३ जीर्ण १६४१० पूर्ण/२८ १८४९ वि• पुष्टिमार्ग के अनुसार प्रमाण, सर्ग, सर्गभेद तथा फलप्राप्ति आदि का प्रतिपादन किया गया है १८४९ वि० १६४१० पूर्ण/८ २७४१२ अपूर्ण/२३७५ शुक्ल यजु० के माध्यन्दिनि शाखा के मन्त्रों का स्वरानुसारी हस्तप्रक्षेप के साथ उच्चारण विधि का निरूपण १४.५४८.५ | १८ पूर्ण/५४ १९११ वि० ११.५४५.५ पूर्ण/३९ १९००वि० (आषढ़ १ सोमवार) २७४१२ | पूर्ण/६९ १५४१७ पूर्ण/४७७ २७४११ | पूर्ण/८८ १९१२ वि० १७७७ शक २७४१६ पूर्ण/२० २७४१६ |२| ८ | १५ | पूर्ण/१६ ११४१० ८ ६ | १५ | पूर्ण/२३ १८४९ वि० Page #41 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३२ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि ३०१६.१/१४७४ | ब्रह्मजिज्ञासा देसी | नागरी कागज १९७ | ३२४०.१/१६३७/ ब्रह्मज्ञानप्रदीपिका | शंकराचार्य । नागरी देसी कागज १९८ / ९९२/१०११/७८३| ब्रह्मसूत्र (ब्रह्मजिज्ञासा) | बादरायण देसी नागरी कागज १९९ | ६२५९/३३६९ । ब्रह्मसूत्रटीका देसी कागज नागरी १३६५/८९६ ब्रह्मसूत्रवृत्ति रामानन्दसरस्वती । मागरी देसी कागज २७६४/१५०६ नागरी | भक्तिरत्नावली (सटीक) | विष्णुपुरी परमहंस देसी कागज ३८८७.१/१९८८ भक्तिरसामृतसिन्धु रूप गोस्वामी । नागरी देसी कागज २०३ | ३०८०/१४ भक्तिद्धिनी बल्लभाचार्य देसी कागज नागरी २०४ २६७६.१२/१४८५ भक्तिहेतु विट्ठलेश्वर मागरी देसी कागज | २६७६.१३/१४८५/ भक्तिहेतुनिर्णय विट्ठलेश्वर नागरी देसी कागज देसी नागरी कागज २०१ ६९६१/३९१३ भगवद्भक्तिरत्नावली (सटीक) २०७ | १२४९.३/८६२.२ भवानन्दसिद्धान्त टीका | विष्णुपुरी परमहंस तर्कवागीश नागरी देसी कागज २०८ | १२४९.४/८६२.२ भवानन्दसिद्धान्त टीका | तकंवागीश नागरी देसी कागज Page #42 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वैविक : संहिताएं और साहित्य विशेष विवरण आकार • (सें० मी०) _____८ (क) | अक्षर दशा/पारमाण लिपिकाल प्र० पं० (अनु० छन्द में) (ख) ८ (ग) ८(घ) ___ ९ अपूर्ण/१३३ १३४१४ ३१४२०.५ अपूर्ण/३६६ 'महाभारत' के अंश 'विष्णुसहस्रनाम' की व्याख्या की गई है १६४११.५ | पूर्ण! १२८ बादरायण प्रणीत प्रसिद्ध वेदान्त सूत्र मूलरूप में समुपलब्ध है। १८४६ ७ | २० | अपूर्ण/१३ ३५४१८ १५ ४३ अपूर्ण/५०३९ बादरायण कृत ब्रह्मसूत्रों पर वृत्ति है। इसका आदि भाग खण्डित है। प्रथम अध्याय के आकाश लिंग प्रकरण से ग्रन्थ उपलब्ध है, अन्त में प्रकरणादि की संख्या दी गई है १७१२ वि० १३ विरचनों (अध्यायों) में भग(फाल्गन वदि वद्भक्ति का विवेचन ६ सोमे) ३२४१७.५ १५.९४११ १४ | ३२ | अपूर्ण/१६८ १६४१० | पूर्ण/११ । १८४९ वि० २७४१६ पूर्ण/१४८.५ २७४१६ पूर्ण/१९८ ३४४१२ | पूर्ण/१०९५ २५.५४१० | अपूर्ण/३२९० २५.५४१० ६९ | १० | ५६ | अपूर्ण/१२०७.५ - Page #43 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० - ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार | लिपि २०९ | २७१४/१४९२ महावाक्यसंग्रह देसी कागज नागरी १०२८/११२९ महावाक्यविवेक रामकृष्ण देसी नागरी कागज १२०७/८४९ मीमांसापरिभाषा कृष्णयज्वा देसी । नागरी कागज ९९०/१००९/७८३ मीमांसाशास्त्र जैमिनि । नागरी देसी कागज | ६४४६/३५३६ मृत्यूत्सव .. देसी | नागरी कागज | ७३९६/४१८५ | योगदर्शन (व्यासभाष्य) | पतंजलि नागरी देसी कागज २३२१/१४०५ | योगपद्धति देसी नागरी कागज २१६ / ९५१/९६८/७७२ | योगवासिष्ठ (सटीक) | महीधर विश्वेश्वर देसी | नागरा कागज २१७ | ९५१/९६८/७७२ | योगवासिष्ठसार (सटीक) महीधर नागरी देसी कागज २१८ | २७६१/१५०४ | योगवासिष्ठसार देसी कागज नागरी ३२७४/१६५२ योगवासिष्ठसार देसी कागज नागरी २२० | ३१५४/१६१५ देसी । नागरी योगवासिष्ठसार विवरण | महीधर (सटीक) कागज २२१ | १०८६/८०७ देसी नागरी योगानुशासन (पातंजल | पतंजलि योगसूत्र) कागज Page #44 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वैविक : संहिताएं और साहित्य आकार (सें. मी.) ८ (क) प्र०सं० विशेष विवरण पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल . प्र० पृ०प्र०५० (अनु० छन्द में) (ख) (ग) ८ (घ) ९ | पूर्ण/१६ २१.५४१४ २४४१२ | पूर्ण/७२ | प्रसिद्ध उपनिषद् महावाक्यों का व्याख्यान ३४४१४ | अपूर्ण/५७० मीमांसा दर्शन का एक प्रचलित प्रसिद्ध ग्रन्थ है। इस दर्शन के सभी विषयों का संक्षिप्त विवेचन इसमें हुआ है। महर्षि जैमिनि प्रणीत पूर्व मीमांसा सूत्रों का मूलपाठ संगृहीत है २६४११ | पूर्ण/४७५ १७४१२.५ | पूर्ण/२५ . ३०.६४१४.३ | ३४ | ११ | ३७ पूर्ण/४३२ २९४११ | अपूर्ण/९० २२४११ | पूर्ण/९४८ | १७९२ वि० | १० प्रकरणों में शाके १६५७ निरूपण सटीक वेदान्त २२४११ पूर्ण/३७७ २४४१३ पूर्ण/२२५ १७९२ सं० | वेदान्तविषयक दस प्रकरणों में पूर्ण इस (आषाढ़ कृष्ण ग्रन्थ की टीका भी इसमें समुपलब्ध है पक्ष नवमी) | १७६५ वि० दश प्रकरणों में पूर्ण एवं सुचारु आश्विन सुदि ४ मंगलवार) सुचारु २२४९.७ पूर्ण/३३० ३०x१३.५ ४० पूर्ण/६८७ | १८३१ वि० | दस प्रकरणों में संस्कृतटीका सहित (माघ सुद्धि ५ रविवार) २९४११.५ २८ | 4 | २४ | पूर्ण/१०५ Page #45 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३६ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ २२२ २८९०/१५३० २२४ २२५ २२६ २२३ | ३४२२.१/१८२२.१ वज्रसूची २२७ २२९ २ २३० २३२ ७१९०/४०५३ २३४ ११४४/८२६ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची २६१५.१/१४६७ १७१७/१११८ वाक्यवृत्तिप्रकाशिका ग्रन्थ का नाम २३१ | ४२४४/१९८३ रत्नमाला २२८ | २६१७.२/१४६७ विज्ञप्ति वाक्यवृत्तिसंग्रह १८४७/१२४४ ३ वाक्य सुधा विज्ञप्ति २६७६.१ / १४८५ विज्ञप्ति विवेकचूडामणि ३०८०.१०/१५९४ विवेकधर्याश्रम २३३ ६०४५/३१७९ विशेषणविशेष्य टीका ग्रन्थकार टीकाकार ( वेदान्त ग्रन्थ ) ४ श्रीप्रभु (वल्लभाचार्य) २८८८/१५३१ - विज्ञप्ति ( हिन्दी अर्थ सहित ) वल्लभाचार्य शंकराचार्य विश्वेश्वरानन्द - शंकराचार्य विट्ठल दीक्षित विट्ठल दीक्षित शंकराचार्य बल्लभाचार्य 1 ५ आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कायज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #46 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वैदिक : संहिताएं और साहित्य आकार लिपिकाल विशेष विवरण (से० मी.) ___८ (क) १८.५४१४ पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण प्र० पृ०प्र० पं० (अनु०छन्द में) ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) पूर्ण/४४ २४४११ | पूर्ण/११० | १८२४ वि० ३५४१४३० | पूर्ण/६०० १९०४ वि० ३३.५४१२.७ । २४ अपूर्ण/१६८ २४.५४ १५.५ पूर्ण/११ २७४१६ | पूर्ण/८ १२४१५ ३२ | पूर्ण/९६० १८३५ वि० २७४१६ २ ९ | २४ अपूर्ण/१३.५ १७.५४१४ | ९५ | १३ | १५ | अपूर्ण/५७९ १५.८४२०.३ | १५४ | पूर्ण/६२६- १९३९ वि० १६४१० पूर्ण/२० २४.५४१०.५ | ४० पूर्ण/४५ १९x१२ २० | १० | २४ | अपूर्ण/१५० Page #47 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि वेदान्त दशश्लोकी शंकराचार्य देसी | नागरी कागज २३५ | १६९१.१३.१/ १०९४.४ २३६ | ३०९४/१५९५ वेदान्तरहस्य | शंकराचार्य देसी कागज नागरी २३७ । ५३४/४८० वेदान्ततत्त्वसार शंकराचार्य नागरी देसी कागज २३८ । १३७२/८९७ वेदान्तसार टीका नागरी देसी कागज | १५४९/९५९ वेदान्तसिद्धान्त ... शंकराचार्य नागरी देसी कागज | १०८७/८०७ वैशेषिक शास्त्र नागरी देसी कागज | १३४०।८८५ नागरी शारीरिक मीमांसाभाष्य | शंकराचार्य (सटीक) गोविन्दानन्द स्वामी देसी कागज २४२ / १७४७/११४९ । शारीरिक मीमांसाभाष्य | शंकराचार्य देसी नागरी कागज २४३ | २७०४/१४९१ गोविन्दानन्द नागरी शारीरिक मीमांसाभाष्य शंकराचार्य (सटीक) शास्त्रसिद्धान्तलेशसंग्रह देसी कागज स्वामी १४०२/९०० देसी नागरी कागज २४५ | १५२१/९३६ शिवतत्त्वविवेक नागरी देसी कागज २४६ / २६७६.४/१४८५ | श्रावणएकादशी बल्लभाचार्य नागरी देसी कागज २४७ | १५२.१/१४५ श्रीमद्रष्टान्त कपिल (प्रोक्त) देसी कागज नागरी - - Page #48 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वैदिक : संहिताएं और साहित्य विशेष विवरण आकार (से० मी०) ८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण | लिपिकाल प्र०पं० (अनु० छन्द में) ८(घ) ९ __ १० पूर्ण/१४ ११ २०४१० २७.४१२ पूर्ण/४१ - २३.५४१३ । २१ | पूर्ण/१९५ १८८१ वि० पाँच प्रकरणों में वेदान्ततत्त्व का (ज्येष्ठ शुक्ल निरूपण प्रतिपदा) केवल टीका उपनिबद . २५४११ | अपूर्ण/७५९ १७४११ पूर्ण/२० २१४११.५ पूर्ण/२९७ ३३४१६ | १४ | ५१ | अपूर्ण/१०१५२ इसमें 'ब्रह्मसूत्र' के प्रथमाध्याय के तृतीय पाद से चतुर्थाध्याय के चतुर्थ पाद तक शांकरभाष्य तथा उस पर गोविन्दानन्द स्वामी की "रत्नप्रभा' टीका है द्वितीय अध्याय के चतुर्थ पाद तक शांकरभाष्य सहित २७४१४ | अपूर्ण/२८८२ २९.५४१५ पूर्ण/७४२ २५४११ । अपूर्ण/९३६ १४११ पूर्ण/३४६५ शिखरिणी छन्दों में सटीक शिवमाहात्म्य, ग्रन्थकार तथा टीकाकार दोनों अज्ञात २७४१६ ९ । २४ | पूर्ण/१३.५ १७४११.७ | २० | ८ | १६ | अपूर्ण/८० Page #49 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४० क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ २४८ २४९ २५० २५१ २५२ २५४ २ ४३२४/२०१८ ४३२३ / २०२२ २६० संस्कृत- प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों को विवरणात्मक सूची २३३३/१४०६ षट्चक्र ५९३४/३०९२ ग्रन्थ का नाम २५३ ३०८०.१६/१५९४ संन्यासनिर्णय श्रीविट्ठलेशाष्टोत्तरशत हरिदास नामावली १७८५.५/११८६ | षट्चक्र २६२२.७/१४६७ संन्यासनिर्णय २५७ ६२४७/३३६२ श्रीमद्बल्लभ नामावली २५८ | ४३७५ / २०३४ २५५ ६०२८/३१६२ सप्तपदार्थी २५९ १३०५/८७८ २५६ ३३३१/१७२७ सत्यदर्शन सप्तपदार्थी ३ समासवाद सर्वसिद्धान्त ( सटीक ) सांख्यतत्त्वकौमुदी (सटीक) ९९१/१०११ / ७८३ सांख्यसूत्र ग्रन्थकार ४ हरिदास 1 बल्लभाचार्य बल्लभाचार्य शिवादित्य मिश्र शिवादित्य मिश्र रम्मनजी जयराम भट्टाचार्य ईश्वरकृष्ण कपिल टीकाकार ५ I I I राधारमणदास 1 आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #50 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वैविक : संहिताएं और साहित्य आकार प०सं०/पक्ति अक्षर दशा/परिया विशेष विवरण (०मी०) ___८ (क) १६४ १३.५ पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण | लिपिकाल पृ०स०प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) " (ख) ८(ग) ८(घ) ९ । १० । | पूर्ण/४२ । १८७४ वि० ११ .. १६४ १३.५ पूर्ण/४८ १८७४ वि० २५४३० पूर्ण/९ २३४१० पूर्ण/३५ २७४१६ .. ३ १२ | ३२ पूर्ण/३६ १६४१० . | १५ | पूर्ण/२५ १८४९ वि० २४.४४ १०.६ । १४ | पूर्ण/१५४ १७२१ वि० २५.५४ १०.८ । ७ ६४ | पूर्ण/२१० १६१७ वि० लिपिकाल की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण (भाद्रपद कृष्ण ५) १२४१६.५ पूर्ण/५५ २५.१४१०.४ । २५ | पूर्ण/३४५ ३१.५ ४ १६.६. २७७ | १५ | ५२ | अपूर्ण/७२८८ शब्दशक्ति के प्रसंग में न्यायशास्त्र के . अन्तर्गत व्याकरण विषय का दार्शनिक पद्धति से विवेचन सभी भारतीय दर्शनों का सार संक्षेप में वर्णित है। प्रथम तीन पत्र खण्डित हैं। साथ में 'तत्त्वप्रकाशिका' नामक टीका भी है २८४१२ ४२ | १० | ४८ अपूर्ण/६३० २६४११ ६ ६ ५ २४ । पूर्ण/२४६ महर्षि कपिल प्रणीत प्रसिद्ध 'सांख्यसूत्र' मूल रूप में समुपलब्ध है Page #51 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों को विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं० /वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २६१ ३०८०.१२/१५९४| सिद्धान्तचतुःश्लोकी बल्लभाचार्य नागरी देसी कागज २६२ | २०६/१९७ सिद्धान्तमुक्तावली नागरी विश्वनाथ पञ्चानन भट्टाचार्य देसी कागज २६२२.२/१४६७ | सिद्धान्तमुक्तावली बल्लभाचार्य नागरी देसी कागज २६४ | २७५२/१५०१ | सिद्धान्तमुक्तावली देसी विश्वनाथ पञ्चानन भट्टाचार्य नागरी कागज २६५ | ३०८०.४/१५९४ | सिद्धान्तमुक्तावली बल्लभाचार्य नागरी देसी कागज २६६ | ३७१४/१८८१ | सिद्धान्तमुक्तावली नागरी विश्वनाथ पञ्चानन भट्टाचार्य देसी कागज | ६९१८/३९०७ सिद्धान्तमुक्तावली नागरी विश्वनाथ पंञ्चानन भट्टाचार्य देसी कागज २६८ | २४६६/१४३३ सिद्धान्तरहस्य बल्लभाचार्य नागरी देसी कागज २६९ | २५४७/१४५० | सिद्धान्तरहस्य बल्लभाचार्य नागरी देसी कागज २७० | ३०८०.७/१५९४ | सिद्धान्तरहस्य बल्लभाचार्य देसी नागरी कागज २७१ | ३७३८.५/१९०४.१ सिद्धान्तरहस्य बल्लभाचार्य नागरी देसी कागज २७२ | २५०२.२/१४४४ | सिद्धान्तविन्दु शंकराचार्य देसी नागरी कागज २७३ | २६७६.५/१४८५ / सूक्तसारिणी देसी कागज नागरी Page #52 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वैदिक : संहिताएं और साहित्य विशेष विवरण आकार (से० मी०) __८ (क) १६४१० ..पंक्ति | अक्षर| दशा/परिमाण | प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) ८(ख) ८ (ग) ८ (घ) ९ | १५ | पूर्ण/८ १० २५४११.५ ६ ९ | ३२ | अपूर्ण/५४ २७४१६ | २४ | पूर्ण/१८ २६४११.३ १ | अपूर्ण/१२५१ १६४१० | पूर्ण/२३ । १८४९ वि० २३.८४११ १४१ / ११ / ३२ | अपूर्ण/१५५१ २५४११ | पूर्ण/७४९ १७४२९ | पूर्ण/९ १५.७४१०.५ | ४ ८ पूर्ण/१६ १६x१० पूर्ण/१४ १८४९ वि० ११४१७ पूर्ण/१३ २१.५४१२.५ | १ | १० | ५२ | पूर्ण/१६ २७४१६ २ | ९ | २४ | पूर्ण/१३.५ Page #53 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २७४ | ३०८०/१८ सेवाफल बल्लभाचार्य देसी कागज नागरी २७५ / २६२१.१/१४६७ सेवाफल बल्लभाचार्य देसी । नागरी कागज २७६ / १३३८/८८५ । हठप्रदीपिका आत्माराम नागरी देसी कागज २९५०/१५५३ हेत्वाभास देसी । नागरी कगज Page #54 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वैविक : संहिताएँ और साहित्य आकार (से० मी०) विशेष विवरण ११ ___८ (क) ८ पंक्ति अक्षर दशा/पूर्ण .. पृ० सं० लिपिकाल प्र० पृ०प्र०५० (अनु० छन्द में) ८(ख) ८(ग) ८(घ) ९ | १८४९ वि० (क) __ _ १६४१० २७४१६ १२ | ३२ | अपूर्ण/२४ ३२.४४१६-३ | १२ | २१ | ६४ | पूर्ण/५०४ । १८७५ वि० पाँच अध्यायों के पूर्ण ग्रन्थ में हठयोग की शिक्षाओं का संक्षेप में प्रतिपादन किया गया है ३२४१३.३ | १० ११ | ३६ | पूर्ण/१२३ Page #55 --------------------------------------------------------------------------  Page #56 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उपनिषद् : गीता Page #57 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १७५३/११५४ अर्जुनगीता देसी नागरी कागज २७९ | ६४५१/३५४० अर्जुनगीता देसी । नागरी कागज ३३८९/१७८० अल्लोपनिषद् देसी कागज नागरी २८१ | २८६३/१५२८ | अवधूतगीता दत्तात्रेय नागरी कागज २८२ | ३०९४/१५९६ अवधूतगीता दत्तात्रेय देसी कागज नागरी २८३ | ३२७७/१६५२ | अवधूतगीता देसी नागरी ENS : कागज | ५९२५/३०८५ | आत्मबोधोपनिषद् देसी नागरी कागज २७१३/१४९२ ईशावास्योपनिषद् देसी नागरी कागज | ३०६३/१५८९ ईशावास्योपनिषद् निश्चलदास साधु नागरी देसी कागज ३०६५/१५८९ ईशावास्योपनिषद् अज्ञात देसी कागज नागरी | ३२२३/१६३१ | ईशोपनिषद् देसी कागज नागरी | ३५८४.१/१८५५.१/ ईशोपनिषद् देसी कागज नागरी २९० | ३५८४.३/१८५५.१ ईशोपनिषद् देसी कागज नागरी Page #58 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उपनिषद् : गीता - ४९ विशेष विवरण ... आकार (से० मी०) ___८(क) .१८x१० पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण - लिपिकाल प्र० पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) (ख) ८(ग) ८(घ) ९ | अपूर्ण/६३ १४४१२ पूर्ण/२२ . . . १९४० वि० (कात्तिक वदि २) ४८x१२ | पूर्ण/१०.५ ३०४१३ | पूर्ण/४०५ | १९२४ वि० २२.५४१६३०८ ५ | १० | पूर्ण/४८१ '२२४१०. ६ ५० | ९ | २४ | पूर्ण/३३७ १९२० वि० (श्रावण कृष्ण १३) १७८० वि० (भाद्र शुक्ल ७) २०४१०.४ . ३ ७ | २४ | पूर्ण/१५ २१:५४१४ ५ | १० | पूर्ण/८ १६४३२ १६४१२ ८ | १७ | पूर्ण/३१९ १९१७ वि० | निश्चलदास की तथा प्रज्ञानन्द की टिप्पणी से अलंकृत 'ईशावास्योपनिषद् प्रतिपादित है १५ . पूर्ण/ १०५ - १९१७ वि० | एक अज्ञातकर्तृक टीका से युक्त 'ईशावास्योपनिषद्' प्रतिपादित है | ३२ पूर्ण/११२ | १९१९ वि० संस्कृत टीका सहित ३३४२० २१४११.३ १० | ३१ | पूर्ण/२६ २१४११.३ | ४ | १० | २० | पूर्ण/२५ Page #59 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ५० संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि | ५९३६/३०९४ | उपनिषत्संग्रह देसी नागरी कागज २९२ | ३२२९/१६३१ | ऐतरेयोपनिषद् नागरी देसी कागज २९३ | ३००२/१५६८ | कठोपनिषद् देसी | नागरी कागज १७३०/११३१ कालाग्निरुद्रोपनिषद् देसी कागज नागरी २३९४/१४०९ कालाग्निरुद्रोपनिषद् । नागरी देसी कागज ३८६४/१८१९ कालाग्निरुद्रोपनिषद देसी । नागरी कागज २९७ | ५०९/५००/४५८ | कालिकोपनिषद् देसी कागज नागरी २९८ | १७७१/११७२ कालिकोपनिषद् देसी | नागरी कागज , २९९ | ३००३/१५६८ | केनोपनिषद् देसी कागज नागरी ३०० | ६५७४/३६२५ कौलोपनिषद्भाष्य भासुरानंदनाथ देसी नागरी कागज ३०१ | ६०१७/३१५३ | गणेशतापिनी देसी कागज नागरी ३०२ | ११४८/८२८ | गीतागूढार्थदीपिकामधुसूदन सरस्वती - देसी नागरी कागज ३०३ | ४१५४/१९५४ - गीताभाष्य नागरी - शंकराचार्य देसी (परमहंस शंकर | कागज भगवान) Page #60 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उपनिषद् : गीता .. आकार (से० मी०) पृ०सं० पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण | लिपिकाल १०प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) विशेष विवरण १९.८४१०.२ | २५ | पूर्ण/१७५ ८ 1३४२० ३२ | पूर्ण/१०४ आत्मज्ञानविवेचक महत्त्वपूर्ण उपनिषद् सम्पूर्ण १२४२० | पूर्ण/१४२ १९१८ वि० | आत्मस्वरूपनिरूपण १०४१. | अपूर्ण/३२ २०४८ | पूर्ण/७० १३४१३ | ३२ | पूर्ण/६० १८x११ ७ | १६ | पूर्ण/३७.५ १८८०वि० १७४५ शाके १२४११ ८ | २० | पूर्ण/२५ १९५९ वि० १२४२० | पूर्ण/५९ - ब्रह्ममहिमानिरूपण १९.५४१० ९ | २० | पूर्ण/१०१ कुछ शैवतन्त्र से सम्बद्ध 'कौलोपनिषद्' पर भासुरानन्दनाथ-विरचित भाष्य १९.८x१०.३ । १८ ७ | २८ | पूर्ण/१०० २७.५४११.५ १०३४११ | ३६ / पूर्ण/१२७९६ | १६४६ वि० सम्पूर्ण गीता पर मधुसूदनी टीका, (भाद्रो वदि ८ लिपिकाल की दृष्टि से महत्वपूर्ण बुधवासरे) । ३६२/ ११ / २० | पूर्ण/२४८९ | शंकरभाष्यसहित सम्पूर्ण गीता २७४१२.५ Page #61 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . १ . संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों को विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २४०६/१४२१ गीतासार नागरी देसी कागज ९१६/९३३/७६८ | गुरुगीता देसी कागज नागरी ३३२३/१७२९ | गुरुगीता देसी कागज नागरी ८९८/९१५/७६४ गुरुगीतामाला नागरी कागज ३००५/१५६८ | छान्दोग्योपनिषद् देसी | नागरी कागज ३०९ | ३५८९/१८५५.१ ज्ञानगीता । नागरी देसी कागज ३१० ३५८४.२/१८५५.१ तलबकारोपनिषद् देसी नागरी कागज ३००८/१५६८ तैत्तिरीयोपनिषद् नागरी देसी कागज ६२८७/३३८९ त्रिपुरोपनिषद् देसी कागज नागरी ७६३६/४२८६ | त्रिपुरोपनिषद् देसी नागरी कागज देवीगीता देसी नागरी कागज ३१५ | ३०१०.१/१५७२ नारदगीता । नागरी . देसी कागज ३१६ | १७५५/१५५६ । नारायणउपनिषद् टीका शंकरानन्द नागरी देसी कागज Page #62 -------------------------------------------------------------------------- ________________ .. उपनिषद : मीता ...... . आकार (से० मी०) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण प्र० पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) लिपिकाल विशेष विवरण ८ (क) ८(ख) १० ११ १८४८.५ पूर्ण/६५ सुचारु १७४१३ | पूर्ण/२०२ | १९०९ वि० (फाल्गुन) १६४१०.५ पूर्ण/१०५ २४.५४१२.५ पूर्ण/१३६ । | १८४२ वि० ३२४२० १८१ पूर्ण/१०१८ | १९१७ वि० ब्रह्मनिरूपण १८.२४ १०.२ | ५| ९ | २१ | पूर्ण/३० २१४११.३ अपूर्ण/७ ३२४२० २५ पूर्ण/२४९ | १९१७ वि० शिक्षोपदेश, ब्रह्मोपदेश तथा अन्य विविधोपदेश २०४ १०.५ | २० | पूर्ण/२२ २०४११ १५ | पूर्ण/४७९ । १८७४ वि० (वैशाख शुक्ल १४)| २१४११ | अपूर्ण/३४२ १६४१० | ८ | १६ | अपूर्ण/१२ २४४१४ ६ | १० | ३२ | अपूर्ण/६० Page #63 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित पन्नों को विवरणात्मक प्रची क्रम सं० ग्रन्थसंक/वेष्टनसं० _ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि | ३०९५/१५९५ निरालंकोपनिषद् देसी | नागरी कागज ३१८ | ५९७९/३१२२ नीलरुद्रोपनिषद् नागरी देसी कागज | ६४१८/३५१७ | नृसिंहोत्तरतापिन्युपनिषद् देसी नागरी कागज ३६/३१ पाण्डवगीता' देसी कागज नागरी २४९/२३८ पाण्डवगीता देसी मागरी कागज २ | ४१४/३७५ पाण्डवगीता .. नागरी देसी कागज ४२२/३८१ पाण्डवगीता . नागरी देसी कागन ५१२/५०३/४६१ | पाण्डवगीता देसी कागज नागरी ५१०/५१९/४६८ | पाण्डवगीता देसी नागरी कागज १५४८/९५८ पाण्डवगीता देसी नागरी कागज ३२७ । २८७९/१५३० | पाण्डवगीता .. देसी नागरी कागज ३२८ | ३०७८.९/१५९३ | पाण्डवगीता . । नागरी . . देसी कागज ३१९ | ३३९१/१७८१ । पाण्डवगीता .. नागरी देसी कागज Page #64 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ (क) २७४१२ १९.८x१०.३ २०x१०.५ १७.६४१०.८ १२x२१ १४४८ १७x९ १९x१० १५.५४९.५ २३×११ १८.५१४ १०.२x६.६ १२४८.५ पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र० पं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) पृ० सं० ४ ११ ५ ७९ ३३ ३० ३२ २१ १८ १३ ३३ ७ ... ७ ४ ७ ५४ ७ ६ १० २४ ६ ६ २० ११ ६ ६ ४० २० १६ २८ पूर्ण / ३० उपनिषद् :- नीता २० दशा / परिमाण (अनु० छन्द में) ९ अपूर्ण / ५५ २० पूर्ण / ३४५ १३ पूर्ण / १५४ पूर्ण / ११५ पूर्ण / १९७ १८ पूर्ण / १०९ २४ पूर्ण / ९७.५ पूर्ण / १२४ २४ पूर्ण / १०८ १६ पूर्ण / ११० १६ पूर्ण / १२ पूर्ण / १२२ लिपिकाल १०. । १८६८ वि० (वैशाख सुदि ९ सोमवार) १७९२ वि० (कार्तिक मासे शुक्लपक्षे तिथौ ४ बुधवासरे) १८९३ वि० विशेष विवरण ११ ५५ Page #65 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि ३३० - ४३१२/२०१७ | पाण्डवगीता नागरी देसी कागज ३३१ / ७३९५/४१८४ पाण्डवगीता नागरी देसी कागज ३३२ / ३००४/१५६८ प्रश्नोपनिषद् नागरी देसी कागज ३३३ ३४१५.१/१८१५/१ प्रश्नोपनिषद् देसी . नागरी कागज ३३४ | ३००६/१५६८ । बृहदारण्यकोपनिषद् नागरी देसी कागज ३३५ / १८२८/१२२८ | ब्रह्मगीता नागरी देसी कागज ३३६ / शो केस | भगवद्गीता (गोलाकार) - नागरी देसी कागज ३३७ / ५६८/५७८/५२४ | भगवद्गीता देसी कागज नागरी ३३८ | ७९८/८१४/७१८ | भगवद्गीता नागरी देसी कागज ८२६/८४२/७३६ | भगवद्गीता नागरी देसी कागज | ९१३/९३०/७६७ भगवद्गीता देसी कागज नागरी ३४१ | १०२०/७९४ | भगवद्गीता देसी नागरी कागज ३४२ / १२२३/८५४ भगवद्गीता देसी नागरी कागज Page #66 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार (से० मी०) ८ (क) १०.५४८.५ १२८. ५ ३२x२० २५x१२ ३२x२० २६.५×१६ २६.५x२६.५ १५.५४९ १६.५x१० २२x१२.५ २८x१२ पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र० पं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) ६ ३०x१५ पृ० सं० ५२ ३७ १४ ८ १ १५.५६ | ३१० ६ ११ ९७ ७ ९८ | १८२ १७६ ७ |२२६ ९ १८ पूर्ण / ११४४ तक ८ पंक्ति २५७ ५ ( पत्र २९ अपूर्ण / ११६५ संख्या २ से १० | ७ १० ११ ८ ५४ १० २४ | अपूर्ण / ५१० १६ उपनिषद् : गीता दशा / परिमाण (अनु० छन्द में) ९ पूर्ण / ९७ १६ पूर्ण / ११३ २५ | पूर्ण / १२ ३२ अपूर्ण / ५६ I पूर्ण २४ पूर्ण / ९२४ १८ पूर्ण / ८६४ २६ |पूर्ण / ८६७ २९ पूर्ण / ७१० ४८ | पूर्ण / ४३९२ लिपिकाल १० १९१७ वि० नागरी १८२८ वि० (ज्येष्ठ) विशेष विवरण १७९० वि० ( ८ पौष मासे शुक्ल पक्षे ) ब्रह्मज्ञान निरूपण १९१८ वि० आत्मा एवं ब्रह्म के स्वरूप का विवेचन ११ ५७ १७२७ वि० सम्पूर्ण गीता मूलमात्र (पौष मासे तिथौ ११ ) १७५० कि० पाञ्चीलाचार्य की टीका के साथ सम्पूर्ण गीता, केवल प्रथम दो श्लोकों खण्ड Page #67 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - ५८ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची कम सं० | ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २ ५ १२२४/८५४ | भगवद्गीता नागरी श्रीधर स्वामी | देसी कृत सुबोधिनी कागज टीका १५६१/९७१ | भगवद्गीता नागरी देसी कागज १८३१/१२३१ | भगवद्गीता देसी कागज नागरी २४४२/१४३१ भगवद्गीता नागरी देसी कागज २५६०।१४५६ | भगवद्गीता नागरी देसी कागज ३४८ | २६५२/१४७७ । भगवद्गीता देसी कागज नागरी ३४९ | २६५५/१४७९ | भगवद्गीता स्वामी प्रज्ञानानन्द देसी सरस्वती कागज नागरी ३५० | २७१४/१४९२ | भगवद्गीता देसी नागरी कागज ३५१ | २७१४.१/१४९२ | भगवद्गीता नागरी देसी कागज ३५२ , २७५९/१५०४ | भगवद्गीता श्रीधर स्वामी नागरी देसी कागज ३५३ | २७६३/१५०६ | भगवद्गीता श्रीधर स्वामी देसी नागरी कागज ३५४ | २७३१/१५२१ । भगवद्गीता देसी कागज नागरी ३५५ / २८६५/१५२८ । भगवद्गीता नागरी श्रीधर स्वामी | देसी कृत सुबोधिनी | कागज टीका Page #68 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उपनिषद् : गीता आकार (सें० मी०) ८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण । लिपिकाल प्र० पृ०प्र०५० (अनु० छन्द में) विशेष विवरण ८ (ग) ८ (घ) | ४८ | | पूर्ण/३६९० १८८८ वि० श्रीधर स्वामी की सुबोधिनी व्याख्या सहित ११ ३१४१६ १७.८४११.२ ६ | १६ | पूर्ण/४८ दशम अध्याय १४४१२१६६ पूर्ण/८३० १८८६ वि० २१.३४९.७ अपूर्ण/६८४ २२४१०.५ ८ | २९ पूर्ण/ ६५ दशम अध्याय १९.७४ ९.८ अपूर्ण/४४७ १६.३४२०.५ २१२ / ११ / १२ / पूर्ण/८७५ । १९७१ वि० सटिप्पण २०४१५ | ७ | ८ | अपूर्ण/७४५ | १९१७ वि० २१.५४१४ ८ | २० | अपूर्ण/१९० प्रथम अध्याय, सटीक २८४१२ | ३० | अपूर्ण/२५७६ प्रसिद्ध श्रीधरी टीका सहित, जीर्ण ३१४१६ | अपूर्ण/७६ १९६० वि० श्रीधरी टीका सहित गीता, बीच में १९ १९६० वि० श्रीधरा टीका स (वैशाख सुदी से ११० तक के पत्र खण्डित ११ गुरुवार) १३.५/४७.८ ५३० | अपूर्ण/७९५ ३०४१६ २१८ | १२ | ४० | अपूर्ण/३२७० Page #69 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ६०. क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ ३५६ -२९९३/१५६६ ३५७ ३०२६/१५७७ ३५९ ३६० २ ३६२ ३५८ ३०४५/१५८२ भगवद्गीता ३६४ ३०४८/१५८३ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ का नाम ३६८ ३६१ ३०७९/१५९३ भगवद्गीता भगवद्गीता भगवद्गीता ३०६४/१५८९ भगवद्गीता ३६६ ३२२६/१६३१ भगवद्गीता ३१०१/१६०० भगवद्गीता ३६३ ३१०७/१६०१ भगवद्गीता ३२७६/१६५२ ३१३४/१६१३ भगवद्गीता ३६५ ३२४०.१/१६२५ | भगवद्गीता ३ ३६७ ३२६४/१६४९ भगवद्गीता भगवद्गीता भगवद्गीता ग्रन्थकार ४ टीकाकार ५ 1 I I आधार ६ देसी कागज I देसी कागज I देसी कागज देसी कागज श्रीधर स्वामी देसी देसी कागज देसी कागज श्रीधर स्वामी देसी कागज कागज श्रीधर स्वामी देसी देसी कागज श्रीधर स्वामी देसी कागज कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #70 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उपनिषद : गाता विशेष विवरण आकार (से० मी०) ___८ (क) १५.५४१० पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल प्र० पृ०प्र०५० (अनु० छन्द में) (ख) ८ (ग) ८ (घ) ९ १० | १४ | पूर्ण/८०३ १० सुचार ११४९ २४४ ७ | १२ | अपूर्ण/६४० ११.५४९.५ | ७ | १५ | पूर्ण/८५८ | १९४४ वि० औसत १५४ १२.५ ११९ | ११ | १५ | अपूर्ण/६१३ १८३२ वि (फाल्गुनकृष्ण अमावस्या सोमवार) ११.८४७.५ २९६ | ६ | १५ | पूर्ण/८३३ १३.३४५.७ अपूर्ण/६२५ ३३४१४ पूर्ण/३०९३ १७६० वि० | गीता पर श्रीधर स्वामी की टीका (पौष शुक्ल ५ का गुजराती अनुवाद सोमवार) | द्वादश अध्याय तक सुबोधिनी टीका सहित २७४१३ अपूर्ण/२५८५ २७४११ अपूर्ण/१२० ३३४१६.२ पूर्ण/३७४० । १८८२ वि० श्रीधर स्वामी कृत सुबोधनी टीका सहित (भाद्रपद | सम्पूर्ण गीता प्रतिपादित है कृष्ण १३)। श्रीधरी टीका सहित सम्पूर्ण ग्रन्थ ३३४२० | पूर्ण/३२२० ११.५४७ | ६ | १४ | अपूर्ण/८९७ १८४९ ८५ | ८ | ३२ | पूर्ण/६८० Page #71 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ६१ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ ३६९ ३३०५/१७०३ ३७० २ ३७४ ३४०८/१७९४ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ का नाम ३५४८/१८४६ ३७१ ३४०८.१/१८०८.१ भगवद्गीता ३७२ | ३४८२.१/१८३०.१ भगवद्गीता ३७३ ३४८४/१८३०.१ | भगवद्गीता भगवद्गीता भगवद्गीता ३८१ ३ भगवद्गीता ३७५ ३६११/१८५९-१ | भगवद्गीता ३७६ |३८१० २/१९३९.१ भगवद्गीता ३७७ ४०८७ / १९४१ भगवद्गीता ३७८ ४२४६/१९८५ भगवद्गीत ३७९ ४२४७.१/१९८६.१ भगवद्गीता ३८० ३९०१.१ / १९९१ | भगवद्गीता ३९२२.१/२००८ | भगवद्गीता ग्रन्थकार टीकाकार ४ .५ आधार लिपि अज्ञात ६ देसी कागज श्रीधर स्वामी देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज श्रीधर स्वामी देसी कागज देसी कागज बालकृष्ण दास देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी • Page #72 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उपनिषद् : गीता आकार (से० मी०) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल प्र०पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) विशेष विवरण ८ (क) १५.५४९ ५. १० अपूर्ण/५६ १९४ १५ अपूर्ण/४२०० २२४११ | अपूर्ण/३६४ २०४१६ | ९ अपूर्ण/५५: २८.७४२० पूर्ण/२०६ - भाषाटीका १४.७४९.४ पूर्ण/८७९ २६.६४१३.३ | ४० अपूर्ण/१२८० सटीक २०.७४ १०.७ । ६२ | ८ | २४ अपूर्ण/३७२ ३७४१९.५ ३६० अपूर्ण/३३७५ | निम्बार्क मतानुयायी श्री बालकृष्ण दास कृत टीका सहित अट्ठारहवें अध्याय के ६६वें श्लोक तक प्राप्त। १२४७ २४५ | पूर्ण/४६० २०.५४१४ २४५ ७ ! पूर्ण/४६० १८.५४१०.८ । ५०/- ८ | २० | अपूर्ण/२५० २२४ ११ ४ ४ | ११ | ३२ | अपूर्ण/४८४ -- Page #73 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची | ग्रन्थ सं०/बेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि ४३३२/२०२१ भगवद्गीता नागरी देसी कागज ३८३ | ४३३४/२०२१ | भगवद्गीता देसी नागरी कागज ३८४ | ६०११/३१४७ | भगवद्गीता नागरी देसी कागज ३८५ / ६४०६/३५०५ भगवद्गीता नागरी राकेस? (बीकानेर) कागज ३८६ / ६५२२/३६०६ | भगवद्गीता नागरी देसी कागज ३८७ / ६५३९/३६१४.२ | भगवद्गीता देसी | नागरी कागज ६५४०/३६१४.३ | भगवद्गीता नागरी देसी कागज ६५५१/३६१४.९ | भगवद्गीता नागरी देसी कागज | ६९६७/३९१९ भगवद्गीता नागरी देसी कागज ३९१ / ७१४७/४०२३ | भगवद्गीता देसी | नागरी कागज ३९२ / ७३३५/४१४८ | भगवद्गीता नागरी देसी कागज ३९३ | ७३८८/४१७८ | भगवद्गीता नागरी देसी कागज ३९४ | ७५७६/४२५२ भगवद्गीता नागरी देसी कागज Page #74 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उपनिषद् : गीता विशेष विवरण ..भाकार पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल (से० मी०) प्र० पृ०प्र०५० (अनु० छन्द में) ८ (क) ८ (ख) ८(ग) ८(घ) १४.५४११ | पूर्ण/५६० १८८६ वि० (चैत्र कृष्ण तृतीया) १५५.४११.५ ३०६ १० | पूर्ण/६६९ १२.६४१०.३ १८४ | पूर्ण/८०५ २६४११ | पूर्ण/१११५ १९२५ वि० सटीक सम्पूर्ण गीता का दोहों में (फाल्गुन वदि पद्यानुवाद ५ गुरुवार) २३.५४१०.५ १५७ | ६ | २० | पूर्ण/५८९ १८x१०.५ १६६ / ६ | १५ | अपूर्ण/४६७ | १७२६ वि० १०४७ १२८ | ६ | २० | पूर्ण/४८० ११७७ सं० २०४११ | २० | अपूर्ण/६७५ २४४१५.५ | २० | अपूर्ण/४३५ २०.५४१०.५ | १५ | पूर्ण/४८५ - २२.२.१०.५ २५ / पूर्ण/७३८ १४.५४८.२ | ३६ | ४ ९ अपूर्ण/४६ २१४९.१ १२६ / ९ | २४ पूर्ण/८५० १८१२ वि० - Page #75 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों का विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार | आधार | लिपि ३९५ / ७५९१/४२६१ भगवद्गीता देसी नागरी कागज ३९६ | ३७८५.१/१९३०.१ / भावनोपनिषद् देसी | नागरी कागज | २९९९/१५६८ | माण्डूक्योपनिषद् नागरी देसी कागज - ३९८ | ५८८६/३०५३ माण्डूक्योपनिषद् । । । । । । । देसी कागज नागरी ३९९ / ३२२२/१६३१ | मुक्तिकोपनिषद् देसी कागज नागरी ४०० | ३००१/१५६८ | मुण्डकोपनिषद् देसी नागरी कागज १ ३४१४.१/१८१४.१] मुण्डकोपनिषद् नागरी देसी कागज मुण्डकोपनिषद् देसी | नागरी कागज ४०३ | २६१४/१४३६ रामगीता महीधरस्वामी नागरी . देसी कागज ६४२१/३५२० रामगीता नागरी देसी कागज २३/२७ नागरी रामचन्द्रोत्तरतापवीयोपनिषद् देसी कागज । । । । ५९९३/३१२९ रामतापनी नागरी देसी कागज ४०७ | ३३३५/१७३१। रामतापनी उपनिषद् देसी कागज नागरी । Page #76 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उपनिषद् : गीता आकार (से० मी०) विशेष विवरण ____८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण | लिपिकाल पु०सं० प्र० पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) (ख) ८ (ग) ८(घ) | ८ | १८ | अपूर्ण/६८ १८.७४१०.६ १७४९ ९ | १५ | पूर्ण/२५ ३२४२० ९ २० पूर्ण/४५ १९१८ वि० जाग्रत-स्वप्नादि अवस्थाओं तथा प्रणव आदि का विवेचन १९.८x१०.८ ८ | ३० | पूर्ण/६० ३३४२० ३ ८ ८ | १८ | पूर्ण/१७१ | १९१७ वि० ३२४२० ११ | २५ | पूर्ण/९४ १९१७ वि० सप्रपञ्च ब्रह्मनिरूपण २५४११ । । ९ ३२ | अपूर्ण/६३ २१४११.३ . | २९ | पूर्ण/१८ १९४१२ | २० | पूर्ण/३०० ग्रन्थ सटीक है १३४१०.५ . | २५ ७ | १५ | पूर्ण/८२ २४४१० | ३६ | पूर्ण/१०१ १९.८x१०.३ | ३३ | ७ | २४ | पूर्ण! १७३ २६.५४११.५ | १८ | ८ | ३३ अपूर्ण/१४९ Page #77 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार | आधार लिपि | १६७५/१०७९ । रुद्राक्ष उपनिषद् देसी नागरी कागज २७०७/१४९१ वज्रसूचिकोपनिषद् | शंकराचार्य नागरी देसी कागज १६०७/१०१२ शिवगीता नागरी देसी कागज ४२६२/२००२ | शिवगीता नागरी वेंकटाद्रिनायक | देसी कागज | ४५६/४४७/४१५ | श्यामोपनिषद् देसी | नागरी कागज ४१३ | ३४८३/१८३०.१ | श्रुतिगीता देसी मागरी कागज ४१४ | १०३/९५ सप्तश्लोकीगीता । नागरी देसी कागज ४१५ - २५१.१/२३८ सप्तश्लोकीगीता देसी | नागरी कागज ४१६ / २६४/२४८ सप्तश्लोकीगीता नागरी देसी कागज ४१७ | २८३/३६१ सप्तश्लोकीगीता नागरी देसी कागज ४१८ | ४१६.१/३७५ सप्तश्लोकीगीता देसी नागरा कागज ४१९ | ५७२/५८२/५२६ | सप्तश्लोकीगीता देसी । नागरी कागज ४२० / ९२५/९४२.३/७६८ सप्तश्लोकीगीता देसी | नागरी कागज - - Page #78 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उपनिषद् : गीता ६९ . लिपिकाल विशेष विबरण आकार (से० मी०) ८ (क) | दशा/परिमाण (अनु० छन्द में) ९ ७.५४१२ ३२ | पूर्ण /९० रुद्राक्ष विषयक विस्तृत ज्ञान देनेवाली उपनिषद्, सुचारु ८.५४ १४.५ | ४० पूर्ण/९० :५४११ ७७ ३० | अपूर्ण/५७७ ३४४१७.५ २४० | पूर्ण/२४७५ | १८९१ वि० पद्मपुराण में निरूपित शिवराघवसंवाद रूप १६ अध्यायों की शिवगीता, साथ में वेंकटाद्रिनायककृत टीका भी | १८९९ वि० २०.५/४११ ८ | २० | पूर्ण/२५ २०.५४१७ ५६ / ९ १४ पूर्ण/२२१ २१४११.५ पूर्ण/९ १२४२१ २ | १८ | १३ पूर्ण/१४ १७९२ वि० (कार्तिक मासे शुक्लपक्षे तिथी ४ बुधवासरे) १२.५४८.५ 6 १६ | अपूर्ण/१० १७४११ १६ | पूर्ण/१२ १९२६ वि० (जेष्ठ शुक्ल ७ बुधौ) १४४८ 6 | पूर्ण/१७ . १७४१२ पूर्ण/१६ १५४११.५ | ३ | ८ | १६ | पूर्ण/१२ Page #79 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि ४२१ | २८८७/१५३० सप्तश्लोकीगीता देसी कागज नागरी ४२२ | ३०७८.१/१५९३ | सप्तश्लोकीगीता । नागरी देसी कागज ३३१५/१७११ सप्तश्लोकीगीता देसी कागज नागरी. ४२४ | ३३९४.१/१७८१ | सप्तश्लोकीगीता । नागरी देसी कागज ४२५ | ३५९१/१८५५.१ सप्तश्लोकीगीता नागरी देसी कागज |३८९२.७/१९४०.१] सप्तश्लोकीगीता नागरी देसी कागज ९५५ | सप्तश्लोकीगीता देसी कागज नागरी | ३८४३.१/१९६०.१) सप्तश्लोकीगीता देसी कागज नागरी ४२९ | ३९५७.२/२०१७.१ सप्तश्लोकीगीता देसी कागज नागरी ४३० | ४३३७/२०२२ सप्तश्लोकीगीता देसी नागरी कागज | २३४/५३८ सप्तश्लोकीगीता नागरी देसी कागज ४३२ / ३२१४/१६२६ । सर्वसारोपनिषद् नागरी देसी कागज ४३३ | ३२४/१६३१ | सर्वोपनिषद् देसी । नागरी कागज ४३४ | ३६३७.३/२०१०.१ सुन्दरतापिनी उपनिषद् देसी । नागरी कागज Page #80 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ (क) १८.५×१४ १०.२x६.६ १७. ३४९ १२४८.५ १६×९.३ १६.८x२१ १५.८४१३ १२x६ १३×१० १६×११ १३.४४७.८ २१४९.५ ३३x२० २२x१३ पृ० सं० ८ (ख) ८ ( ग ) ८ (घ) ३ ५ ܡ ३ ६ ५ ६ ॐ لله m ५ ११ दशा / परिमाण पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में ) ९ ४ ६ ८ १० ८ ६ S ८ १२ ५ ८ ६ ५ ८ १६ १६ पूर्ण / १५ उपनिषद् : गीता १६ | पूर्ण/१५ १८ पूर्ण / ११ ७ १० १२ पूर्ण / ११ १९ पूर्ण / १४ १० १५ पूर्ण / ११ अपूर्ण / २२ १६ पूर्ण / १० पूर्ण / ८ १७ पूर्ण / १३ २० १६ | पूर्ण / १५ २४ पूर्ण / ४१ अपूर्ण / ४० ३२ | पूर्ण / १२८ लिपिकाल १० १८७७ वि० (वैशाख शुक्ल १५) I १९१२ वि० १९१७ वि० विशेष विवरण ११ III 1 ७१ Page #81 --------------------------------------------------------------------------  Page #82 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पुराण : इतिहास Page #83 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ७४ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ ४३५ ४३६ ४३७ ४३८ ४३६ ૪૪૦ २ ૪૪૪ १३५५/८६२ १३५६/८६२ ४४६ ४४७ ३७०१/१८७७ ४४३ १३१६/८८१ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची २४७७/१४३६ इतिहास समुच्चय ३२८८.२/१६५६ | इतिहाससमुच्चय ग्रन्थ का नाम ४४१ ३०७८.४ / १५६३ एकश्लोकी भागवत १२५०/८६३ ३ ४४२ | ३८६२.२/१९४०.१ एकश्लोकी भागवत अग्निपुराण ५७०.४/५८०.५२६ एकश्लोकी भागवत १०१३ / ७६१ अग्निपुराणसूची १२४८/८३२ इतिहास समुच्चय ४४५ ४०७९.४२/१९३६ क्षत्रियगोत्र कल्कि पुराण कालिकापुराण गरुड़पुराण गरुड़पुराण ग्रन्थकार ४ चन्द्र शेखर । - टीकाकार ५ 1 I आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #84 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पुराण : इतिहास आकार (से० मी०) पृ०सं० |पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण । लिपिकाल प्र०पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) विशेष विवरण ८ (क) ट(ग) ८(घ) ११ ३५४१८ ३४४१७ पूर्ण/११३३७ | १६३५ वि० अग्निपुराण संस्कृत का विश्वकोषसा है। इसमें संस्कृत वाङमय के सभी विषय संगृहीत हैं। ग्रन्थपूर्ण प्राप्त है पूर्ण/ पाठ पत्रों में अग्निपुराण की विषय सूची दी गई है। यह अग्निपुराण के अध्ययन में सहायक ग्रन्थ है अपूर्ण/१६५० २६४१२.५ २२.८४१५.२ अपूर्ण/३६० २६४१५.५ अपूर्ण/५८५ १७४१२ | २ | ५ | १६ | पूर्ण/५ १०.२४६.६ १६.८x२१ २३४ १४ पूर्ण/१८१५ | १९२४ वि०॥ ३४४ १७.५ ६२६ ११ | १५ | पूर्ण/७५३२ अस्सी अध्यायों में पूर्ण इस पुराण में कालिकामाहात्म्य तथा अन्य आनुषंगिक राजनीति, सदाचारादि का भी वर्णन किया गया है २५४३० । २ ३२, ४० अपूर्ण/८० २६.५४१६ | ८५ | १० | २४ | अपूर्ण/६३७ ३०४१६ | ९६ / १२ / ३२ पूर्ण/११५२ | १६६७ वि० | ३३ अध्यायों में प्रेतकल्प विषय प्रति पादित है । लिपिकाल की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण Page #85 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित बन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्त्रसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २ ' wh१२६४/१६९ | गरुडपुराण देसी कागज नागरी ४९ / १४७१/९४१ गरुडपुराण देसी कागज | २४२३/१४२७ गरुडपुराण नागरी देसी कागज ४५१ | २८५६/१५२७ गरुडपुराण नागरी देसी कागज ४५२ २४१६/२/१८१६.१| गरुडपुराण देसी कागज नागरी ४५३ | ६८७५/३८९३ | गरुडपुराण । मापरी देसी कागज ४५४ | ७३७५/४१७८ गरुडपुराण देसी । नागरी कागज ४५५ | १३५१/२१२७ | चतुःश्लोकी भागवत देसी कागज नागरी चतुःश्लोकी भागवत देसी | नागरी कागज ४५७ | १०३.१/१५ चतुःश्लोकी भागवत मागरी देसी कागज २५१/२३८ चतुःश्लोकी भागवत देसी नागरी कागज ४५६ | २६३/२४८ | चतुःश्लोकी भागवत नागरी देसी कागज ४६० / ३३९४/१७८१ | चतुःश्लोकी भागवत नागरी देसी कागज Page #86 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पुराण : इतिहास आकार लिपिकाल विशेष विवरण (से० मी०) ८ (क) पंक्ति | अक्षर | दशा/परिमाण प्र० पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) | अपूर्ण/१३१७ ३३४ १६.५ ३०४.१२ | पूर्ण/१२३२.५ | १८९६ वि. २९x१३.५ पूर्ण/१४५७.५ | १८३२ वि० (शाके १६९६) पूर्ण/१३१८ | १८०५ वि० २७४१२.५ २४४१३ ३२ | २७ | अपूर्ण/२७० ३१४१५ पूर्ण/१६७६ १८८९ वि० (फाल्गुन सुदि २) २४.६४१३ | अपूर्ण/५६ १३.४४७.८ | पूर्ण/१२ १६४१०.३ पूर्ण/१० २१४११.५ | पूर्ण/१७ १२४२१ । २ | १८ | १३ | पूर्ण/१४ |१७९२ वि० (कार्तिक मासे शुक्ल पक्षे तिथौ ४ बुधवासरे) १८१६ वि० (३वदि मंगलवार) १२.५४८.५ । ३ | ७ | १७ | अपूर्ण/११ १२४८.५ ४ ६ | १२ | पूर्ण/९ । Page #87 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि ४६१ ६२५/९४२.८/७६८ | चतुःश्लोकी भागवत देसी नागरी कागज ४६२ / २७७१/१५०८ चतुःश्लोकी भागवत नागरी देसी कागज २८८.६/१५३० चतुःश्लोकी भागवत देसी | नागरी कागज ४६४ | ३०७८.२/१५९३ | चतुःश्लोकी भागवत नागरी देसी कागज ४६५ ३८४२.२/१९६०.१ | चतुःश्लोकी भागवत देसी . | नागरी कागज ४६६ | ४०७६.४१/१६३६ चित्रगुप्तवंशावली नागरी देसी कागज ४६७ / १२७६/८७२ देवीभागवत नीलकण्ठ नागरी देसी कागज ४६८ | १३११/९०७ देवीभागवत देसी | नागरी कागज | १३५३/६२२ देवीभागवत नागरी देसी कागज | १४७७/९२४ देवीभागवत देसी कागज नागरी ४७१ | १७६८/११६६ पद्मपुराण । नागरी देसी कागज ४७२ | २४७५/१४३९ पद्मपुराण । नागरी देसी कागज ४७३ | १३५७/८६३ ब्रह्मवैवर्तपुराण । नागरी देसी कागज Page #88 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पुराण : इतिहास विशेष विवरण आकार अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल (से० मी०) प्र०पं० (अनु० छन्द में) ८ (क) ८(ख) ८(ग) ८ (घ) १५४११.५ ३ १९०६ (मीति ज्येष्ठ १ बुधवार) १६.५४१०.२ / १२ / ३ | ८ | 1/१२ GUTZ FIR १८.५४१४ पूर्ण/१० १०.२४६.६ | पूर्ण/१२ | अपूर्ण /२.५ | १८७६ वि० २५४३० अपूर्ण/१० ३५४१८ १८ | ४५ / पूर्ण/१४५०२ १२ स्कन्धों में पूर्ण देवी के विराट स्वरूप एवं महान् चरित का गान करने वाला पुराण है। साथ में नीलकण्ठ की तिलकाख्य व्याख्या भी है ३४४१७ 88० । १३ । अपूर्ण/१९३०५ - ३५४३८ | पूर्ण/३७०० सप्तमस्कन्ध तक नीलकण्ठविरचित तिलक-टीका सहित ३५.६४१८.२ | २९ अपूर्ण/५२२ सटीक ३०४१५ | अपूर्ण/९६३ । १८९६ वि० (सावन पु०) पूर्ण/५०३०८ | १८९९ वि० ६८ अध्यायों में पूर्ण पद्मपुराण उप निबद्ध है ३०x१६ ४२४१६ ५ ६८ | १० | ६८ | पूर्ण/११६९५ । १८९१ वि० १३२ अध्यायों का एक प्रसिद्ध विष्णु परक पुराण है । ग्रन्थ दीमक लग जाने से जीर्ण हो गया है Page #89 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित मन्त्रों को विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २४५०/१४३३ भविष्यपुराण नागरी देसी कागज ४७५ / ७०३१/३९६३ भविष्योत्तरपुराण | नागरी देसी कागज ४७६ | (शो केस) भागवत । नागरी देसी कागज ४७७ | १२५९/८६७ भागवत नागरी श्रीधरस्वामी । देसी कागज ४७८ | १२७५/८७१ भागवत देसी | नागरी कागज ४७९ | १३३९/८८५ भागवत | देसी कागज नागरी १५०२.१/९३० भागवत देसी कागज नागरी ४८६ २५०३/१४४४ भागवत देसी | नागरी कागज ४८२ | २९७३/१५५६ भागवत श्रीधरस्वामी | देसी कागज नागरी ४८३ | ३१६४.६/१६१९ | भागवत नागरी देसी कागज ४८४ | ३१८६/१६२३ भागवत नागरी देसी कागज ४८५ । ३२०३/१६२ । भागवत श्रीधरस्वामी नागरी देसी कागज Page #90 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पुराण : इतिहास आकार (से० मी०) पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण पृ०सं० विशेष विवरण प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) लिपिकाल | ____११ ३० x १५ | १४ | २० | ३८ | अपूर्ण/३३३ २५४१० २ ३८ | ११ | २० | अपूर्ण/ १६३६ २०७०x१४.५ । १ - - पूर्ण/कुण्डल्याकार १८वीं शती सचित्र ३१४१५ २०८४ ८४० | अपूर्ण/२०८४० | १८६९ वि० सटीक ३७४२० ३ ८२ | ११ | ४३ | अपूर्ण/५६४६ । । नारद और महादेव-सम्वाद के माध्यम से देवीमाहात्म्य का प्रतिपादन ८१ अध्यायों में किया गया है । यह एक नूतन कृति-सी प्रतीत होती है-यह न तो प्रसिद्ध श्रीमद्भागवत हैं और न देवीपुराण ही ३५४ १५.४ । ३८ | १० | ३६ | अपूर्ण/४२१ ३२४१४ | ४८ | अपूर्ण/५६७ २९.५४१३ | ४६ | अपूर्ण/७७९७ ३०४१६.५ | अपूर्ण/१५८९ श्रीधरस्वामीकृत टीका सहित भागवतपुराण के प्रथम पांच स्कन्ध प्रतिपादित हैं-द्वितीय स्कन्ध भीखण्डित है। दशम स्कन्ध का सटीक,८७वाँ अध्याय पूर्ण एवं ८८वें के केवल पाँच श्लोक ३७.४४१७.३ १५ | ५२ | अपूर्ण/८७७ २५.२४११ १६८ | १० | ३६ | अपूर्ण/११०० ३४४१५.५ । १२९५/ १४ | ५० | अपूर्ण/२८३२८ १८३७ वि०| इसमें भागवत पुराण के छठे से १२वें १७०२ शक | स्कन्ध तक के अंश संगृहीत है । साथ में श्रीधरस्वामी की 'भावार्थदीपिका' टीका भी है Page #91 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २ ४८६ / ३५३४/१८४१.१ | भागवत श्रीधरस्वामी देसी कागज नागरी ४८७ | ३९६५/१९२५ । भागवत - - - श्रीधरस्वामी देसी | नागरी. कागज ४८८ | ४३११.१/२०१६ | भागवत देसी । नागरी कागज ६८९६/३८९६ भागवत देसी | नागरी कागज ६९९६/३९४५ भागवत देसी । नागरी कागज ४९१ । ७१३२/४००९ भागवत श्रीधरस्वामी देसी नागरी कागज | ७३१६/४१३६ . भागवत | श्रीधरस्वामी देसी कागज नागरी ४९३ | ७३१६.१/४१३६ | भागवत देसी नागरी कागज . ४९४ | ७३५२/४१६३ | भागवत श्रीधरस्वामी देसी | नागरी कागज ४९५ ३८१४.१/१९४१.१ भागवत देसी | नागरी कागज ३४५५.१/१८२७ | भागवत अज्ञात | नागरी | देसी कागज ३५२८/१८३९.१ | भागवत देसी नागरी कागज ४९८ २३४२/१४०९ । भागवत श्रीधराचार्य | देसी | नागरी कागज - Page #92 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - पुराण : इतिहास .. . . आकार - (से० मी०) लिपिकाल विशेष विवरण ___८ (क) पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण प्र० पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) (ख) ८(ग)/८(घ) ३५६ | १४ | ४८ पूर्ण/७४७६ ३६४१८.४ श्रीधरस्वामीकृत 'भावार्थदीपिका' टीकासहित भागवतपुराण का नवम एवं दशम स्कन्ध मात्र प्रथम से नवम स्कन्ध तक 'भावार्थदीपिका' टीका-सहित ३२४१६ | ११ | २० | पूर्ण/९०२७ १७४१०.७ | पूर्ण/८० २३४१५ | अपूर्ण/६४६ २६४१५ ३० | ३० | अपूर्ण/३०६ ३३४१६३१६ अपूर्ण/४१४७ सटीक सटीक ३६.५४११.५ २५८० १३ | ४८ अपूर्ण/५०४४० १८७६ वि० (वैशाषशुक्ल५)/ ३७.५४१८.५ १०८४| १२ | २० | पूर्ण/१३७५५ सटीक ४०४१७२५४ | पूर्ण/५१४८ २४.७४१०.९ | ३६ अपूर्ण/४०५ | १६६९ वि० प्रथम स्कन्ध । लिपिकाल की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण | अपूर्ण/६८० द्वितीय स्कन्ध, सटीक ... ३५४१७ ३४४१७ | २५ | १३ | ४० | अपूर्ण/४०६ द्वितीय स्कन्ध, सटीक ३४.५४ १७.५ २१५ | १२ | ५० | पूर्ण/४०३१ । १८१७ वि० श्रीधरीव्याख्या सहित 'श्रीमद्भागवत पुराण' का तृतीय स्कन्ध है Page #93 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार | आधार लिपि ४९९ / २५८३/१४६१ । भागवत देसी नागरी कागज ५०० | ३२०१.१/१६२५ | भागवत देसी | नागरी कागज १३४५/८८७ भागवत देसी नागरी कागन १४८९/९२८ | भागवत देसी नागरी कागज २३४३/१४०९ भागवत देसी नागरी कागज ५०४ | २४३४/१४२९ | भागवत नागरी देसी कागज ५०५ ३४४९.१/१८२६.१] भागवत नागरी देसी कागज ३४५४.१/१८२७.१ भागवत देसी कागज नागरी | ६९९२/३९४४ | भागवत देसी कागज नागरी ५०८ | १२७४/८७० . भागवत । श्रीधरस्वामी देसी कागज नागरी ५०९ ३७०३.१/१८७८.१ | भागवत नागरी देसी कागज ५१० / ३८४९.१/१९६४ | भागवत देसी नागरी । कागज ५११ | २३४३/१४०९ भागवत - श्रीधराचार्य देसी नागरी कागज Page #94 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पुराण : इतिहास आकार (से० मी०) ८(क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण | लिपिकाल प्र०पू०प्र०५० (अनु० छन्द में) . विशेष विवरण मा ८(क) २३.५४१३ . । ८ | २५ पूर्ण/१७१२ तृतीय स्कन्ध ३३, अध्यायों में सम्पूर्ण स्कन्ध मूल मात्र ३४.५४१६ | ५६ | अपूर्ण/१९८२ तृतीय स्कन्ध ३३४१५ अपूर्ण/२४५० चतुर्थ स्कन्ध ३५४१५ अपूर्ण/११४६ चतुर्थ स्कन्ध, प्रादि-अन्त में खण्डित कुल १५ अध्याय मात्र | प्राचीन है चतुर्थ स्कन्ध, सटीक ३४४१७.२ | अपूर्ण/१२४७ २७४१३.५ अपूर्ण/३५४ चतुर्थ स्कन्ध चतुर्थ, दशम स्कन्ध सटीक ३५४१५ ३२ | अपूर्ण/४६२ ३६.५४ १७.३ | अपूर्ण/९८४ चतुर्थ स्कन्ध ३५४१६.५ अपूर्ण/५६० चतुर्थ स्कन्ध ३७४१६ पूर्ण/३११३ १६३८ वि० | | श्रीधरस्वामी की 'भावार्थदीपिका' से युक्त, श्रीमद्भागवतपुराण का पञ्चम स्कन्ध है पूर्ण/१५७५ ३४४१८ पञ्चमस्कन्ध, सटाक : ३२४१६ अपूर्ण/१४१८ पञ्चम स्कन्ध, सटीक ३४.५४ १६.५ १२४ | १५ | ४८ पूर्ण/२६९० श्रीधरी व्याख्या सहित श्रीमद्भागवतपुराण का षष्ठ स्कन्ध है Page #95 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०विष्टन सं० ग्रन्थ का नाम टीकाकार आधार लिपि २९४२/१५५१ | भागवत श्रीधरस्वामी | देसी कागज | नागरी ५१३ | ४०९९/१९४५ भागवत देसी नागरी कागज ५१४ | २६२/२४८ . भागवत नागरी देसी कागज - ५१५ । २९४०/१५५१ भागवत श्रीधरस्वामी नागरी देसी कागज ५१६ १६९१.९/१०९४.२ भागवत नागरी देसी कागज ५१७ | २६१५/१४६७ भागवत बल्लभाचार्य नागरी देसी कागज ५१८ | २६१७.३/१४६७ भागवत देसी कागज नागरी ५१९ ३४२०.१/१८२०.१ भागवत बल्लभाचार्य देसी नागरी कागज ५२० ३४५२.१/१८२७.१ भागवत अज्ञात देसी कागज नागरी भागवत अज्ञात नागरी देसी कागज * ५२१ ३२२२/१८३९.१ भागवत | ३६२५/१८६१.१ भागवत | ३९३८.१/२०११ | भागवत देसी । नागरी कागज देसी | नागरी कागज "५२४ ४३१३/२०१७ | भागवत नागरी देसी कागज Page #96 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ (क) ३४४१७ ३८४१४. १ ३४४१७ ३४.२x१४ १२.५×८.५ १९ २७४१६ २७४१६ २०x११ ३४४१६ १४×१२ पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र०पं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) १३० १४ ३६ २८.५x१२ पृ० सं० १०.५४८.५ २६ १२ | १५६ १३ ..S --६ ३२.५x१४.२ १२० ११ ६ १२ १२ ७३ १२ ९७ १८ १० ५८ १५ ५४ ९ १२२ १० T + ४३ ४० पुराण : इतिहास दशा / परिमाण (अनु० छन्द में) ९ १४ पूर्ण / ४९ पूर्ण / २०४७ अपूर्ण / ३१४ ६२ अपूर्ण / २७९ ५० पूर्ण / २५३५ ३२ | पूर्ण/७२ ३२ पूर्ण / ८७६ ३० २४ अपूर्ण / १३५ ५० अपूर्ण / २०६३ अपूर्ण / २२७३ १० पूर्ण / १५२ अपूर्ण / ११४४ -- १० अपूर्ण / ९० लिपिकाल १० | १८१९ वि० - १८९९ वि० विशेष विवरण सप्तम स्कन्ध ११ सम्पूर्ण सप्तम स्कन्ध श्रीधरीव्याख्या सहित, सुचारु अष्टम स्कन्ध दशम स्कन्ध, अनुक्रमणिका सम्पूर्ण अष्टम स्कन्ध श्रीधरीव्याख्या सहित, सुचारु दशम स्कन्ध, सटीक दशम स्कन्ध दशम स्कन्ध, अनुक्रमणिका दशम स्कन्ध, सटीक दशम स्कन्ध, सटीक दशम स्कन्ध ८७ दशम स्कन्ध, अतिजीरगं दशम स्कन्ध क Page #97 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ८८ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ ५२५ ४३७२/२०३३ ५२६ ५२७ २ ५३० ५२८ | २५८२ / १४६१ ६८७७/३८९३ ५२९ ३९१४.१/१९९६ २४१४/१४२४ ५३६ ७००३/३९४६ ५३७ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ का नाम भागवत भागवत २३४१/१४०९ भागवत भागवत ५३१ | ४०७९.२९/१९३६ भागवत भागवत भागवत ५३२ | ३०८०.३४/१५९४ भागवत ५३३ | ३४२५.१/१८२५.१ भागवतदीपिका ५३४ ३०८०.३२/१५९४ भागवत ५३५ ४३११/२०१६ भागवत ३ भागवत ३०८०.१/१५९४ | भागवत - भ्रमरगीत ग्रन्थकार ४ बल्लभाचार्य टीकाकार ५ श्रीधरस्वामी I अज्ञात 1 आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी नागरी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि देसी कागज ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #98 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पुराण : इतिहास लिपिकाल विशेष विवरण .. आकार (से० मी०) ८ (क) पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण ०प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) (ख) ८ (ग) ८(घ) ९ | ३० | पूर्ण/२६३२ १८४१६ दशम स्कन्ध सटीक, पूर्वार्द्ध श्रीधरस्वामीकृत' 'भावार्थदीपिका सहित ३३४१६ १३३ १४ | ४० | अपूर्ण/ २७०१ दशम स्कन्ध, उत्तरार्द्ध सटीक , २४४१३.५ ३६ | ६ | २४ | अपूर्ण/१६२ । १७४३ वि० एकादश स्कन्ध (बैशाखमासे शुक्लपक्षे ७ भगुवासरे) ३५० | ६ | २० | अपूर्ण/१३१२ एकादश स्कन्ध २४४ १३.५ १६४९.५ | १२ | ७ | १५ | पूर्ण/४० एकादश स्कन्ध का एकादश अध्याय २१.५४१०.५ | ९४ | ८ | २० | अपूर्ण/४७० एकादश स्कन्ध ३५४३० ३२ | ४० | पूर्ण/८० द्वादश स्कन्ध १६४१० | १४ १८४९ वि० गोपीगीत १९४१०.५ | २३ | १० | २० | अपूर्ण/१४४ | - | प्रथम स्कन्ध के चतुर्थ-पञ्चम अध्यायों की टीका १६४१० १५ पूर्ण/१२४ | १८४९ वि० नन्दमहोत्सव-कंसवार्षिक्य १७४१०.७ | १२ | ८ | १७ | पूर्ण/५१ नारायण वर्म ३४.४४१६.८ | ४ | १३ | ५० | अपूर्ण/८१ फुटकर पत्र १६४१० ५० ६ | १७ | पूर्ण/ १५९ | १८४९ वि० भ्रमरगीत १२ Page #99 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि | ४८३.४७४/४४० भागवत देसी नागरी कागज ५३९ । ३०८०.३५/१५९४ भागवत नागरी देसी कागज | ३०८०.३३/१५९४| भागवत नागरी देसी कागज | २६१५.४/१४६७| भागवत देसी नागरी कागज ५४२ | २९२३/१५४३ भागवत देसी नागरी कागज ५४३ | २५१८/१४४६ मत्स्यपुराण | नागरी देसी कागज ५४४ | ४०७९.४०/१९३६ वंशपरम्परा . देसी कागज नागरी | ४२६३/२००३ | वामनपुराण नागरी देसी कागज ५४६ | ३५१/३२२ विष्णुपुराण नागरी देसी कागज ५४७ | २६५४/१४७८ | विष्णुपुराण देसी कागज | नागरी ५४८ | २६५३/१४७८ | विष्णुपुराण । नागरी देसी कागज ५४९ / २६५५/१४७८ विष्णुपुराण नागरी देसी कागज ५५० | ५७१.५८१/५२६ | भागवत देसी कागज नागरी Page #100 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पुराण : इतिहास लिपिकाल आकार पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण (से० मी०) . प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) ___८ (क) –८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) ९ १३४१० ७ | १२ | पूर्ण/२८ विशेष विवरण . ११ १० रासक्रीडाध्याय १६४१० | ३९ ६ १५ | पूर्ण/२१० | १८४९ वि० रासक्रीडापञ्चाध्यायी १६४१० | १५ | पूर्ण/३४ | १८४९ वि० वेणुवर्णन २७४१६ | पूर्ण/९ सप्तश्लोकी २७.२४१८ . | ४३ | २२ | १६ | पूर्ण/४७९ भागवतपुराण के सभी स्कन्धों की श्लोकबद्ध विषयानुक्रमणी वरिणत है २९.५४ १३.५ | २२ | ११ | ३८ | पूर्ण/२८७ आंशिक २५४३० पूर्ण/२४० ३७४१९ पूर्ण/६३३४ २१४१० पूर्ण/२६ नवम अध्याय २९४१४.५ १३६ २९४ १४.५ पूर्ण/४५४ १८४० वि० पञ्चम अंश के ३८ अध्याय (चैत्र २ भौम वार) | १९२४ वि० षष्ठ अंश के पाठ अध्याय (चैत्र शुक्ल गुरु पूर्णिमा) १८४० वि० केवल २४ अध्याय पूर्णतः (चैत्र कृ० पक्ष १२ गुरुवार | सप्तश्लोकी २८.५४ १४.५ ३६२ | ११ | पूर्ण/३७३३ १७४१२ पूर्ण/ १६ Page #101 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ९२ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ ५५१ २ १८३३/१२३१ ५५२ ३८९२.५/१९४० १ भागवत -५५५ २९१५/१५४० ५५३ ३९५७.१/२०१७.१ भागवत ५५६ १३५२/८८९ ५५८ ५५४ | ४३३७.१ / २०२२ भागवत ५६० ५६१ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ का नाम १३१०/८७९ भागवत ५५७ ३४५०.१/३४५३.१ / स्कन्दपुराण १८२७.१ ५६२ ६९९३/३९४४ स्कन्दपुराण ५५९ | १६९१.१/१०९४.२ स्कन्दपुराण ५६३ | ६८९५/३८९६ स्कन्दपुराण स्कन्दपुराण २८९४/१५३३ स्कन्दपुराण ३५२६/१८३९.१ स्कन्दपुराण स्कन्दपुराण स्कन्दपुराण ३ ग्रन्थकार ४ 1 1 टीकाकार ५ रामानन्द अज्ञात I आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कगज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी देशी नागरी कागज Page #102 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पुरायः इतिहास आकार (से० मी.) ८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल विशेष विवरण १०प्र० पृ०प्र०५० (अनु० छन्द में) ८ (ख) ८(ग) ८(घ) ९ | पूर्ण/१२.५ | १८८६ वि० सप्तश्लोकी १० १४४१२ १६.८४२१ पूर्ण/६० सप्तश्लोकी १३४१० ४ सप्तश्लोकी १६४११ पूर्ण/९ सप्तश्लोकी २७.५४११.५ ९९२ | अपूर्ण/१०२३० ३२४१६ ६८० | १५ | ४२ | अपूर्ण/१३३८८ - यह 'स्कन्दपुराण' का एक भाग है। काशीखण्ड के इस पूर्वार्द्ध में काशीमाहात्म्य तथा कुछ अन्य विषय भी वर्णित हैं, ग्रन्थ यत्र-तत्र खण्डित है काशी खण्ड, उत्तरार्द्ध ३०४१५ १२० | १४ | ४५ | अपूर्ण/२३६३ ३१४१६ |४८ | अपूर्ण/९९० काशीखण्ड, सटीक ३५.४४१४ | अपूर्ण/११९ काशीखण्ड पूर्वार्द्ध, सटीक २८.५४ १४.५ १५३ १२ / ३२ | अपूर्ण/१८४८ काशीखण्ड ३२४१५ पूर्ण/८८० काशीखण्ड ३०४१५.५ । | १५ | ४० | अपूर्ण/१२३७ काशीखण्ड २३.५४१५.५ , २५ | ९ | २० | अपूर्ण/१४ रेवाखण्ड Page #103 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ९४ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ ५६४ | २४९८/१४४३ ५६५ २ १७२९/११३० ५६६ १३४३/८८६ ५६८ ५६७ १३६४/८९५ १४८७/९२७ ५७० | ३०६६/१५९० ५७१ ६९९९/३९४६ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ५७२ २७५३/१५०२ ग्रन्थ को नाम ३ स्कन्दपुराण स्कन्दपुराण ५६९ १५१३/९३३ हरिवंशपुराण हरिवंशपुराण हरिवंशपुराण हरिवंशपुराण हरिवंशपुराण हरिवंशपुराण हरिवंशार्थं दीपिका ग्रन्थकार ४ टीकाकार ५ उदयशङ्कर आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि देसी कागज ه नागरी देसी नागरी कागज नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #104 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पुराण : इतिहास विशेष विवरण आकार (सेमी०) ____८ (क) २७४११ ११ पंक्ति | अक्षर दशा/पूर्ण पृ० स०प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) | लिपिकाल ट(ख) ८(ग) ८(घ) ९ १० ९ | ३२ | अपूर्ण/१२६० | १८९९ वि० नगरखण्ड (शाके १७६४)। ७ | २४ | अपूर्ण/८० २५४१२ उत्तरखण्ड ३४४१४ | ४८ | पूर्ण/१३५६३ ३३४१३ ३७२ | ११ ५६ अपूर्ण/७२३१ ३२.५४१३ १०२० १० | ४६ | पूर्ण/१४६६३ १६९४ वि० लिपिकाल की दृष्टि से महत्वपूर्ण । इसे महाभारत का खिलपर्व कहा जाता है। इसमें पृथु, वेणु, मनु तथा अन्यों के चरितों के साथ प्रधानरूप से श्रीकृष्णचरित विस्तार के साथ वणित हैवस्तुतः यह कृष्णचरित सम्बन्धी सभी परवर्ती पुराणों के लिए आकर ग्रन्थ रहा है। ग्रन्थ बहुत जीर्ण हो चुका है किन्तु सुलिखित, जीर्ण ३२४१२.८ | ५४ | १० | ४८ | अपूर्ण/८१० २७.५४ १३.५ १६०६ (१६८ ३७ | पूर्ण/१८५६९ | १८१८ वि० | जीर्ण । यह महाभारत का खिलपर्व कहा ३ शक) जाता है। श्रीकृष्णचरित विषयक यह सबसे प्राचीन पुराणों में है १३ | ४० | अपूर्ण/६०१ ३१४१४ २४४१० |११८ | १२ | ६४ / पूर्ण/२८३२ | टीकामात्र सम्पूर्ण Page #105 --------------------------------------------------------------------------  Page #106 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अष्टक Page #107 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची | ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि ६४६७/३५५३ अच्युताष्टक नागरी देसी कागज | ३७८०/१९०० करुणाष्टक । नागरी देसी कागज ५७५ | ३७८०/१९०० । कलंकाष्टक नागरी देसी कागज | ५९६८/३११४ | कालभैरवाष्टक शङ्कराचार्य देसी नागरी कागज ५७७ | ६२६४/३३७२ | कालभैरवाष्टक नागरी देसी कागज . ५७८ | ३६३४.४/१८६३.१ कालिकाष्टक नागरी देसी कागज ५७९ | १५५६/९६६ | कृष्णराधाष्टक देसी । नागरी कागज १६१५.५/१४६७ | कृष्णशरणाष्टक हरिदास देसी नागरी कागज ५८१ १९६/१८८ केशवाष्टक देसी कागज नागरी ६९/६३ गंगाष्टक वाल्मीकि देसी नागरी कागज ७५/६९ गंगाष्टक शङ्कराचार्य । नागरी देसी कागज २५०/२३८ गंगाष्टक शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज ५८५ | ३२०/२९१ | गंगाष्टक वाल्मीकि नागरी देसी कागज Page #108 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अष्टक आकार लिपिकाल पृ० स० विशेष विवरण (से० मी०) ____८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण प्र० पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) ९ | ४० | पूर्ण/२१ २६.२४१२ १५४१४ १० | पूर्ण/६ १५४१४ | पूर्ण/१६ ११.७४४४.२ | १४ | पूर्ण/१८ . २१४१२ पूर्ण/२० १३४२१ | २ | १६ | १६ | पूर्ण/१६ १६.२४१०.३ | पूर्ण/२९ १७९७ वि० २७४१६ | २ | ५ | ३२ | पूर्ण/१० १४४१० | ४ | ८ | १४ | पूर्ण/१४ २९४१२.५ २९ | पूर्ण/२४ १४.५४१० पूर्ण/२५ १२४२१ | ४ | १८ | १३ | पूर्ण/२८ १७९२ वि० (कार्तिकमासे शुक्लपक्षे तिथी ४ बुधवासरे) १७७४ वि० २२४९.५ । ४ ७ | ३२ | पूर्ण/२८ Page #109 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १०० क्रम सं० - १ ५८६ १५५७/९६७ ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० २ ५८७ १७८९/११९० ५८८ | २८२८ / १५२० ५९० ५८९ | २८८५/१५३० संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ का नाम गंगाष्टक गंगाष्टक गंगाष्टक ५९८ २८९१/१५३० गंगाष्टक ५९१ ३४७३/१८५५ गंगाष्टक ५९२ | ३८०१.१/१९३५.१ गंगाष्टक ५९३ ३८४८.१/१९६३.१ गंगाष्टक ५९४ ३८७६.४/१९८३ गंगाष्टक ५९५ ३८९३.१/१९९० गंगाष्टक ५९६ ६५५४/३६१४.९ गंगाष्टक ५९७ ६९३२/३९१२ गंगाष्टक १७६२/११६३ गणेशाष्टक ३ ग्रन्थकार ४ कालिदास वाल्मीकि वाल्मीकि शङ्कराचार्य वाल्मीकि शङ्कराचार्य शङ्कराचार्य शङ्कराचार्य वाल्मीकि वाल्मीकि वाल्मीकि वाल्मीकि शङ्कराचार्य टीकाकार आधार लिपि ५ I 1 1 I I I I । I ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #110 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अष्टक १०१ आकार (से० मी०) पृ०सं० विशेष विवरण ___८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण | लिपिकाल प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) ८ (ख) ८ (ग) ८(घ) | पूर्ण/२२ २०.३४११ १६.२४८ -- ५ | २० | पूर्ण/२२ १२४७.४ | ७ | ६ | १६ | पूर्ण/२१ २३.५४१.५ | पूर्ण/२३ १८.५४ १४ । ३ | ११ | १६ | पूर्ण/१६ १३.५४९.५ | पूर्ण/२६ २०४११ पूर्ण/१५ ११४९ पण/२४ १८२९ वि० १७४११ अपूर्ण/३ १२४२०.५ पूर्ण/२४ १८.५४११ पूर्ण/२० २१४६.५ | १ | ११ | ३० | पूर्ण/१० १३४९.४ । ६ ५ | १६ | पूर्ण/१५ १९१० वि० Page #111 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि ६७६७/३८०३ | गणेशाष्टक शङ्कराचार्य देसी | नागरी कागज ६०० | ३६२९/१८६३.१ | गन्धाष्टक नागरी कागज २६१५.३/१४६७ | गिरधराष्टक रघुनाथ देसी नागरी कागज ६०२ | ३६३४.५/१८६३.१, गुर्वष्टक देसी नागरी कागज ६०३ | ५८००/२९८४ | गुर्वष्टक शङ्कराचार्य देसी | नागरी कागज ६०४ | ३०९३/१५९५ । गुर्वष्टक शङ्कराचार्य । नागरी देसी कागज ६०५ ५७०.२/५८०/५२६| गोकुलाष्टक रघुनाथ देसी नागरी कागज ६०६ | २५४७.२/१४५३ | गोकुलाष्टक विट्ठलेश्वर । | नागरी देसी कागज ६०७ | २६७६.१६/१४८५/ गोकुलाष्टक रघुनाथ नागरी देसी कागज ६०८ | २९१३.५/१५३९ | गोकुलाष्टक विट्ठलेश्वर नागरी देसी कागज ६०९ |३७३८.३/१९०४.१ गोकुलाष्टक बल्लभाचार्य देसी कागज नागरी ६१० | ५७०.१/५८०/५२६, गोपालाष्टक विट्ठलेश नागरी देसी कागज ६११ | ५७०.३/५८०/५२६. गोपीजनबल्लभाष्टक बल्लभाचार्य नागरी देसी कागज Page #112 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अष्टक आकार (से० मी०) विशेष विवरण पंक्ति | अक्षर| दशा/परिमाणमा प्र०पू०प्र०५० (अनु० छन्द में) ८(ग) ८(घ) ९ ६ | २० | पूर्ण/१५ - ११ १६४७.५ १३ ४२१ | अपूर्ण/७ ३७४१६ १२ | ३२ | पूर्ण २ १३४२१ | पूर्ण/१२ १०.८४१४.१ - २ पूर्ण/२२ २७४१२ पूर्ण/९ १७४१२ पूर्ण/२० १५.७४ १०.५ | ३ | पूर्ण/१२ २७४१६ पूर्ण/१८ १९.५४२१ पूर्ण/१५ २१४१७ पूर्ण/१३ १७४१२ | ७ | १४ | पूर्ण/१३ १७४१२ |४| ७ | १४ | अपूर्ण/१३ Page #113 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि - १ । २ ७ ६१२ | २६१५.२/१४६७ | गोपीजनबल्लभाष्टक गोपीनाथ देसी | नागरी कागज ६१३ | ३४३/३१५ गोविन्दाष्टक शङ्कराचार्य नाशिरि नागरी देसी कागज ६१४ | १४५८/९१८ | गोविन्दाष्टक शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज २५७९/१४६० गोविन्दाष्टक शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज ६१६ | २८३७/१५२२ गोविन्दाष्टक शङ्कराचार्य देसी कागज नागरी ६१७ | ३०९९/१५९८ गोविन्दाष्टक , शङ्कराचार्य देसी नागरी कागज ३६८०.१/१८७३ | गोविन्दाष्टक - शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज ६५९८/३६४५ चक्रेश्वरी-अष्टक जिनदत्त नागरी देसी कागज १५/११ चर्मरावत्यष्टक श्रीकृष्ण भिक्षु देसी नागरी कागज ३६७७/१८७३ जगन्नाथाष्टक शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज ६२२ ३८४१.५/१९६०.१) जगन्नाथाष्टक शङ्कराचार्य देसी । नागरी कागज ६२३ । ७२७५/४१२४ जगन्नाथाष्टक शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज ६२४ | १६१३/१०१८ | ज(न)न्यष्टक.. शङ्कराचार्य देसी नागरी कागज Page #114 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अष्टक प०सं० लिपिकाल विशेष विवरण आकार (से० मी०) ___८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण प्र० पृ०प्र०५० (अनु० छन्द में) (ख) ८ (ग) ८(घ) ९ १३ | ३२ पूर्ण/२६ १० २७४१६ .. २१४१० | २४ | पूर्ण/२०२.५ | सटीक, यह भाष्य एक महत्त्वपूर्ण व्याख्या है २१.८४१२ पूर्ण/१९७ शङ्कराचार्यकृत गोविन्दाष्टक' पर ब्रह्मसूत्र के टीकाकार आनन्दगिरि की टीका १३४९ १५ | पूर्ण/२० ३०x१४ पुणे/१५ ग्रन्थ सटीक है . १७४२४ | पूर्ण/२१ - २०४१५.५ | पूर्ण/३५ २७४१३ | पूर्ण/३० १८४१२ ३ | ९ | २१ | पूर्ण/१८ २०४१५.५ | पूर्ण/२० ६४११ पूर्ण/१५ २१.२४१६ पूर्ण/२४ १६४ १०.६ । ३ ९ | १८ | पूर्ण/१५ १४ Page #115 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १०६ क्रम संo | ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ . २ ६२६- ३१६६/१६१९ -६२७ ३७८०/१९०० संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ६२५ ३०८०.२/१२९४ | जन्मवैफल्य निरूपणाष्टक ग्रन्थ का नाम ३ ६३१ जिन मंगलाष्टक ६२८ | ४५४/४४५/४१३ त्रिपुर सुंदर्याष्टक ६२९ ३८५५.१/१९६८,१ त्रिवेण्यष्टक : जन्मवैफल्य निरूपणाष्टक हरिदास ६३० | ३५८०.५/१८५३.१ नंदकुमाराष्टक - ५८० / ५९० / ५३४ बलदेवाष्टक ६३२ | २५४७.१/१४५३ बल्ल भाष्टक ६३३ ३०८०.२२/१५९४ | बल्ल भाष्टक ६३४ | ३९६१.१/२०१७.१ बिल्वाष्टक ६३५ ७६४/७७८/७०८ ब्रजमंडल__ ६३६ १७६२.१/११६३ भवानी अष्टक ६३७ ३८४१.६/१९६०१ भवानी - अष्टक ग्रन्थकार ४ हरिदास शङ्कराचार्य बल्लभाचार्य रघुनाथ गोस्वामी विट्ठलेश अग्निकुमार शङ्कराचार्य राजा कृष्णदास ____________LUM BER शङ्कराचार्य I टीकाकार ५ आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी देसी कागज नागरी देसी कागज नागरी Page #116 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १०७ आकार पू०सं० (से० मी० विशेष विवरण ८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल प्र० पृ०प्र०५० (अनु० छन्द में) ८(ख) ८ (ग) ८ (घ) ९ | १८४९ वि० ११ -- १६४१० पूर्ण/८ ३५४१६.५ पूर्ण/१० १९१०वि० (वैशाख कृष्ण ३ सोम) १५४१४ पूर्ण/१३ १६.५४१२ पूर्ण/२० १९०७ वि० २२४१४.५ पूर्ण /२४ | १८९५ वि० १७६० शक १६४११ पूर्ण/२२ १५४१० ३ | १२ | १२ | पूर्ण/१४ वि० १९२९/.. (आषाढ़ शुक्ल रविवार) १५.७४१०.५ । ६ ८ | १६ | पूर्ण/२४ १६४१० पूर्ण/२०१८४९ वि० १३४१० पूर्ण/१३ २६४२१ १२ | २२ | पूर्ण/२५ १३४९.४ ५ ६ १६ पूर्ण/१५ ६४११ ७ | १२ | ८ | पूर्ण/२१ Page #117 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १०८ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ ६३.८ -६३९ ६४० ३१७३ / १६२१ ६४३ ६४१ ६४५३/३५४२ ६४४ ६४२ ६४५५/३५४२ ६४५ २ ६४६ १७७९/१९०० २४६/२३५ ६४९ ६५० ६७९१/३८११ ६८७०/३८८८ संस्कृत- प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ४१३/३७४ ग्रन्थ का नाम भावनाष्टक भैरवाष्टक भैरवाष्टक भैरवाष्टक भैरवाष्टक भैरवाष्टक भैरवाष्टक मंगलाष्टक ६४७ २५४७.५/१४५३ मधुराष्टक ५८१/५९१ / ५३४ मथुराष्टक ६४८ २६२२.३/१४६७ मधुराष्टक २९१३/१५३९ मधुराष्टक ३०८०.२० / १५९४ मधुराष्टक ३ ग्रन्थकार ४ शङ्कराचार्य कालिदास गोपीनाथ बल्लभाचार्य बल्लभाचार्य बल्लभाचार्यं बल्लभाचार्य टीकाकार आधार ५ 1 I 1 1 ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #118 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अष्टक १०९ आकार (से० मी०) प०सं० विशेष विवरण ८ (क) पंक्ति | अक्षर | दशा/परिमाण | पं० (अनु० छन्द में) लिपिकाल ८ (ख) ८(ग) ८(घ) ___ १० | १० | पूर्ण/१६ १५४ १४ १२, ८.५ | २० | अपूर्ण/१८ १७२८ वि० (भाद्रवासिना १५४१० | पूर्ण/२१ १९०६ वि० १७४११ पूर्ण/३४ १९११ वि० (माघ वदि८ गुरुवार) १७४११ पूर्ण/२० २०४११ १४ ४८ पूर्ण/२१ ८४७ ५ | ८ | पूर्ण/ १७ १३४९ ७ | १६ | पूर्ण/२८ १५५१० पूर्ण/१२ १५.७४१०.५ / ४ | ८ | १६ | पूर्ण/१६ । २७४१६ १ ८ | २४ पूर्ण/६ . १६.५४२१ । २ | १५ | १६ | पूर्ण/१५ १६४१० ४ | ६ | १५ | पूर्ण/११ १८४९ वि० Page #119 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ११० क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं ० १ ६५३ ६५१ ३५८०.४/१८५३. ३ मधुराष्टक २ ६५२ ३७३४.२/१९०४/१ मधुराष्टक ६५४ | ३८५०/१९६१ ६५५ ३८१६/१९२७ ६५७ ७५९३ / ४२६१ ६५८ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ का नाम ६६२ मधुराष्टक ६५६ २४६१/१४३३ यमुनाष्टक मयूराष्टक महालक्ष्म्यष्टक २६७६-२/१४८५ यमुनाष्टक २९१३.२/१५३९ यमुनाष्टक ६५९ ३०८०/१५९४ यमुनाष्टक ६६० ३५८०.१/१८५३.१ यमुनाष्टक ६६१ ३७९७.७/१९०४.१ यमुनाष्टक ३८९५.१/१९९० यमुनाष्टक ३ ६६३ ६९३४/३९१२ यमुनाष्टक ग्रन्थकार ४ बल्लभाचार्य बल्लभाचार्य बल्लभाचार्य इन्द्र बल्लभाचार्य बल्लभाचार्य बल्लभाचार्य बल्लभाचार्य बल्लभाचार्य बल्लभाचार्य बल्लभाचार्य टीकाकार ५ - 1 1 । 1 1 आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #120 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ (क) १६×११. २१×१७ २२x११.४ १५४७ ८×६ १७४२८ २७×१६ १६.५x२१ १६×१० १६×११ २१x१६.५ १२x२०.५ २१x६.५ पृ० सं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) و ४ २ ५ ६ २ ३ ७ १ पंक्ति | अक्षर दशा / परिमाण प्र० पृ० ० पं० (अनु० छन्द में ) ९ ܡ ७ १० पूर्ण / ११ ९ ८ २ ९ ६ S २४ १५ ६ ७ ९ ३ १६ १ ११ १६ पूर्ण / १८ २७ पूर्ण / १३ १६ पूर्ण / १५ १६ पूर्ण / १५ १८ १६ २४ पूर्ण / १३.५ १० १५ पूर्ण / २० १८ पूर्ण / २७ १२ ३० पूर्ण / २२ पूर्ण / १५ अपूर्ण / २० अष्टक पूर्ण / १८ पूर्ण / १० लिपिकाल १० । १६८१ वि० लिपिकाल की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण - I विशेष विवरण १८४९ वि० ११ I । I III १११ Page #121 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रमसं० ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार | आधार लिपि १ । २ ६६४ | ४९४/४८५/४४८ | यमुनाष्टक, गंगाष्टक केशव नागरी देसी कागज | २६९४/१४८९ रामाष्टक शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज ६६६ । ३१७१.२/१६३१ । रामाष्टक शङ्कराचार्य । नागरी देसी कागज ३८४२.३/१९६०.१ रामाष्टक शङ्कराचार्य । नागरी देसी कागज ६६८ | ४२४६.३/१९८५ / रामाष्टक शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज ६६९ ३९५०.१/२०१७.१ / रामाष्टक शङ्कराचार्य देसी नागरी कागज ६७० - ४३३७.२/२०२२ | रामाष्टक शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज | ७०४२/३९६८ लक्ष्मी अष्टक शङ्कराचार्य देसी कागज नागरी | ३८५५.१/१९६८.१ लिंगाष्टक देसी कागज नागरी ६७३ | ३०८०/२७ विठ्ठलाष्टक हरिराम देसी नागरी कागज ६७४ ३७१६.१/१८८९.१/ वेंकटेश्वराष्टक देसी | नागरी कागज ६७५ ३४१८.१/१८१८.१ शन्यष्टक वेदव्यास देसी | नागरी कागज ६७६ / ८३३/८५० शरभाष्टक देसी । नागरी कागज Page #122 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अष्टक पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल विशेष विवरण आकार (से० मी०) ८ (क) प०सं ०५० (अनु० छन्द में) (ख) ८(ग)|८(घ) | अपूर्ण/१२ १४४८.५ १५४८ ६ | १६ | अपूर्ण/१५ १२४८ | पूर्ण/१५ १२४६ पूर्ण/२० १५.८४१३ पूर्ण/१७ १३४१० पूर्ण/८ १६४ ११ पूर्ण/१३ ११४७ पूर्ण/५ १३.४४८.५ । पूर्ण/१६ १६४१० १५ | पूर्ण/१७ १८४९ वि० १५.५४१० ७ | १५ | अपूर्ण/१७ १६४१० | २ | ९| २० | पूर्ण/११ २२.५४ ११ । ७८ | २८ | पूर्ण/४९ । । Page #123 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं./ ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १७९७.१/११९८ | शिवाष्टक काशिनाथ देसी कागज ६७८ | २८२९/१५२० शिवाष्टक शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज | ३१७१.३/१६३१ शिवाष्टक वसिष्ठ - नागरी देसी कागज | ६५५३/३६१४/९ | शिवाष्टक देसी नागरी कागज ६८१ | ३१९१.६/१६३२ | समयाष्टक नागरी देसी कागज ६८२ | ३६३२.१/१८६३.१ समयाष्टक । नागरी देसी कागज | ३०७८.११/१५९३ | सूर्याष्टक शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज | ६७९२/३८२७ | सूर्याष्टक । नागरी देसी कागज १०७३.१८८०६ हनुमताष्टक नागरी देसी कागज ३१७१.६/१६३१ । हनुमानाष्टक, नागरी देसी कागज ६८७ - ३०८०/१५९६ हरिवदनाष्टक .. हरिदास देसी । नागरी कागज । Page #124 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अष्टक १५ आकार (से० मी०) लिपिकाल विशेष विवरण ८ (क) पंक्ति । अक्षर दशा/परिमाण १०प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) ८(ग) ८(घ) ५ पूर्ण/१२ ११ १३४९ १२४७.७ पूर्ण/३६ १२४८ ८ पूर्ण/१५ १५४९.५ पूर्ण/२२ २४.२४११ पूर्ण/४० १३४२१ १२ | १६ | पूर्ण/१८ १०.२४६.६ पूर्ण/१५ २०४११ | पूर्ण/१२ १०x१३ ११ | ८ | पूर्ण/२२ १२४८ ६ ५ | १६ | पूर्ण/१५ - १६४१० | ६ | १५ पूर्ण/१७ १८४९ वि० Page #125 --------------------------------------------------------------------------  Page #126 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कवच Page #127 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ११८ . संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थसं०/वेष्टन सं ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि ६८८ | १५४। | १५४२/९५२ | अन्नपूर्णाकवच नागरी देसी कागज ६८९ | १६९१.५/१०९४.१/ अन्नपूर्णाकवच नागरी देसी कागज ७२२५/४०८६ अन्नपूर्णाकवच नागरी देसी कागज १७६/१६८ अर्जुनकवच देसी | नागरी कागज १८८५.१/१२७६ | आपदुद्धारकवच नागरी देसी कागज | १३८८/८९९ उच्छिष्टगणेशकवच देसी कागज नागरी १६४१/१०४५ एकमुखीहनुमत्कवच । नागरी देसी कागज ६९५ | ३३१६/१७१२ एकमुखीहनुमत्कवच नागरी देसी कागज ६९६ ४३९/४४८.१/४०७ कार्तवीर्यार्जुनकवच नागरी देसी कागज ६९७ / ९९७/७८६ कार्तवीर्यार्जुनकवच देसी नागरी कागज ६९८ | ६८१७/३८४७ कार्तवीर्यार्जुनकवच । देसी कागज नागरी ६९९ | ४५९/५५०/४१८ | कालिकाकवच । देसी कागज नागरी ७०० | १४६१/९१९ कालिकाकवच देसी नागरी कागज Page #128 -------------------------------------------------------------------------- ________________ विशेष विवरण आकार (से० मी०) ८ (क) | पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल प्र. पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) (ख) ८(ग) ८(घ) ९. पूर्ण/१७ १६४९ १३-४२२ | १२ | पूर्ण/२७ १९५४ वि० १४.४४८.८ पूर्ण/२४ १५४११ | पूर्ण/२१२ १७.५४१२ २० । अपूर्ण/२३ २६४१० | २४ | पूर्ण/६३ १९६६ वि० (१८३१ शाके) १८.५४११ | १६ | अपूर्ण/५२ . १७.६४८.७ २० पूर्ण/४२ २२.५४ १२ | २१ | १२ | ३२ | पूर्ण/२५२ १९०० वि० (आषाढ़ कृष्ण ८भौमवार १९६२ वि० (माघ १० शनिवार) १९१२ वि० चौरादिभय निवारणार्थ सर्वाभीष्टसिद्ध्यर्थ (चैत्र कृष्ण | कार्तवीर्यस्तोत्रनिरूपण दशमी) १९४२ वि० (माघ सुदी तिथौ ५ भौमवासरे) १८४ १२ १०४ | ५ | १० | पूर्ण/१६२ - २२४१० १० | ७ | ३२ | अपूर्ण/७० । १९x१० | १३ | ८ | ३२ | पूर्ण/१०४ | १७८२ वि० २६४९.८ ८ ६ ३२ | पूर्ण/४८ Page #129 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १२० क्रम सं० १ ७०१ ७०२ ७०३ ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० ७०७ २ ७०८ १३८६/१४१८ ७०४ ५८९१/३०५८ ७०९ १६४६/१०५० ७०५६७८५ / ३८२१ ३४४९/१८३४ ७०६ ३४९/३२० १६९१.११/ १०९४.३ ७१० १७५८/११५९ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ का नाम ७१२ ११८/१११ ७१३ ५४२/४८८ कालिकाकवच कालीकवच कालीकवच ८५५/८७२/७५५ गणेशकवच १६९१.१४/१०९४ गणेशकवच गणपतिकवच गणपतिकवच गणपतिव्यथावध मोचनकवच ३ गणेशकवच ७११३८६२. १/१९७३.१ गणेशकवच गणेशकवच गायत्रीकवच गायत्रीकवच ग्रन्थकार ४ ब्रह्मा टीकाकार आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #130 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कवच विशेष विवरण आकार (से० मी०) ८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण । १०१०प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) लिपिकाल (ख)८ (ग) ८ (घ)| ११ १८४११ ७ | १६ | पूर्ण/३६५ २३.५४११ ८ | २० | अपूर्ण/४५ १५.६४९.५ अपूर्ण/२७ १२.५४८.८ पूर्ण/१८ १९x१३ पूर्ण/४४ १०४८ पूर्ण/१२ १५.५५११ | पूर्ण/२० १३४२२ १२ | १२ | पूर्ण/२७ १९५४ वि० १६.८ ५२०.८ | १२ | ११ | १३ | पूर्ण/५४ १७४ १०.५ । १२ । अपूर्ण/४२ । १९५७ वि० (पौष शुक्ल ६) १६४११ | पूर्ण/४० २०.५४१० | पूर्ण/२४ १५.५४७.५ । अपूर्ण/१० १६ Page #131 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १२२ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० पन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २ । | १४४७/९१४ गायत्रीकवच नागरी देसी कागज ७१५ | ३१९३/१६२४ गायत्रीकवच देसी नागरी कागज ७१६ | ३१७४/१६३१ गायत्रीकवच देसी नागरी कागज ७१७ | ३४२१/१८०७ | गायत्रीकवच देसी नागरी कागज ७१८ | १३०४/१७०२ | गुरुकवच देसी | नागरी कागज ७१९ २६०३/१४६५ । गोपालकवच नागरी देसी कागज ७२० | ३९१३.१/१९९६ | गोपालकवच देसी कागज नागरी २७५/२५६ गौरिकालित्रैलोक्य मोहनकवच देसी कागज नागरी | १९५/१८७ चण्डीकवच नागरी . देसी कागज ७२३ | ४७१/४३० चण्डीकवच नागरी देसी कागज ७२४ |८१८.१/८३४/७३० चण्डीकवच नागरी देसी कागज ७२५ | १४३४/९१० चण्डीकवच नागरी देसी कागज ७२ ६ ३२५०/१६४२ छिन्नमस्ताकवच नागरी देसी कागज Page #132 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार (से० मी०) लिपिकाल विशेष विवरण ___८ (क) . पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण १०प्र० पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) (ख) | पूर्ण/३६ २८४११.६ १९४२ १७.१४९.६ | २२ | अपूर्ण/८२ १८४११ १० | १६ | पूर्ण/२५ २३.५४१०.५ पूर्ण/३० १५.७४१० । ८ | २४ | पूर्ण/२४ १३४ २०.५ । ८ | १८ | २१ | पूर्ण/९५ १५४१०.५ | पूर्ण/४२ १३.५४९ पूर्ण/५७ १७४८ | २५ | अपूर्ण/१२० १९४९.५ ९ | २६ | अपूर्ण/२० १८.५४१०.५ अपूर्ण/१४६ २२४९.४ । २७ | ५ | २१ | पूर्ण/८९ १४४११.५ | १२ | ९ | १२ | पूर्ण/६७ Page #133 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १२४ क्रम सं ० | ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ ७२७ ७२८ ७२९ ७३० ७३१ ७३३ २ ९४/८६ ७३५ ३३३६/१७३२ २४२/२३१ २०३ / २१३ ३३४८/१७४३ ७३४ ९३/८५ ७२३२/४०८९ ७३२ ३८३०.१/१९५२.१ त्रिपुरसुन्दरीकवच त्रिपुरसुन्दरीकवच त्रिपुरसुन्दरी जगच्चितामणि कवच ३२५०५/२९७ ७३६ २३८०/१४१७ ७३७ ३२६/२९७ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ७३८ ३२६.२/२९७ ७३९ ३४६९/१८५१ ग्रन्थ का नाम ३ त्रिपुरकवच त्रिपुरकवच त्रिपुरमूर्तिकवच त्रिपुरबालाकवच त्रिपुरबालात्रिमूर्तिकवच त्रिपुरसुन्दरीसौभाग्यकवच त्रिपुरसौभाग्यकवच त्रिपुरकवच त्रिपुरसर्वसौभाग्यकवच त्रिमुखी हनुमत्कवच ग्रन्थकार ४ I टीकाकार ५ आधार लिपि ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #134 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी० ) ८ (क) १५.५४८.५ १७१० २०x११ १४.७×१०.३ १६×१०.७ १४४९.५ २३.८x१५.५ १४.५×१० १६×१३ १३४७.४ १६×१३ १६×१३ १५×८ पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र० पं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) ७ ६ १७ पृ० सं ० १५ ७ १७ ६ ७ १५ w ४ ५ १२ ७ ११ ९ w w २४ ६ ६ ३७ ५ ७ ७ ८ १७ १५ पूर्ण / ४९ २० १६ पूर्ण / २४ दशा / परिमाण (अनु० छन्द में ) ९ पूर्ण / २२ १५ १६ पूर्ण / ५४ १६ पूर्ण / १८ ३२ अपूर्ण / ६० पूर्ण /५६ २० पूर्ण / ४६ पूर्ण / १४ १२ अपूर्ण / ५८ १६ पूर्ण / २१ १६ पूर्ण / २६ कवच पूर्ण / ६४ लिपिकाल १० १९२६ वि० । T I १९१९ वि० विशेष विवरण ११ सुलिपि १२५ Page #135 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १२६ ___ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित गायों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २ त्रैलोक्यमोहनकवच देसी कागज नागरी २२५/२१४ त्रैलोक्यमोहनकवच देसी नागरी कागज ७४२ | ३२६.३/२९७ | त्रैलोक्यमोहनकवच देसी नागरी कागज ७४३ | ३२६.४/२९७ | त्रैलोक्यमोहनकवच देसी नागरी कागज ३६२/३३२ | त्रैलोक्यमोहनकवच नागरी देसी कागज | ३८४/३५० | त्रैलोक्यमोहनकवच नागरी देसी कागज ७४६ | ४५२/४४३/४११ / त्रैलोक्यमोहनकवच देसी नागरी कागज ७४७ | ५१२/५२१/४६९ | त्रैलोक्यमोहनकवच देसी कागज नागरी ७४८ | ६७३१/३७७४ | त्रैलोक्यमोहनकवच नागरी देसी कागज ४७२/४३१ त्रैलोक्यविजयकवच नागरी देसी कागज ३४७९/१८६१ | त्रैलोक्यविजयकवच नागरी देसी कागज नागरी देसी कागज ७५१ / ८५९/८७६(१)/ | त्रैलोक्यविजयनामकवच ७५६ ७५२ | १३९/१३२ दक्षिणाकालिकाकवच देसी | नागरी कागज Page #136 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ (क) १७१२ १६×१० १६×१३ १६×१३ १८x९ २३×१० २१.५x१० १४×९ ११x१० १५.५x१० १९×११ १९×११.५ १४×१० पृ० सं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) १० ११ २२ १० १० २० ५ ५. ८ पंक्ति अक्षर दशा / परिमाण प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) ९ १० ७ १६ ७ ८ ७ ६ ८ ८ १० ११ ८ १३ ११ ७ १५ ६ पूर्ण / ३३ २० अपूर्ण / ४८ १६ १६ पूर्ण / ८८ पूर्ण / ३५ २४ अपूर्ण / ४५ कवच २४ पूर्ण / १२० ३२ अपूर्ण / ५५ २१ पूर्ण / ३७ ७ २४ पूर्ण / ४२ १२ अपूर्ण / ३० २२ पूर्ण / ७२ २४ पूर्ण / ५२ १४ पूर्ण / ४५ लिपिकाल १० १८७८ वि० विशेष विवरण ११ भैरवीबाला त्रिपुरसुन्दरी की तान्त्रिक स्तुति की गई है त्रिपुरसुन्दरी का तान्त्रिक कवच १२७ IIIII Page #137 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १२८ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों को विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि | ४६९/४२८ दक्षिणाकालिकाकवच नागरी देसी कागज ७५४ | १४०० (७)/८९९ दक्षिणाकालिकाकवच नागरी देसी कागज ७५५ | १८८५/१२७६ | दक्षिणाकालिकाकवच देसी नागरी कगज ३४७७/१८५९ दक्षिणाकालिकाकवच देसी. कागज | नागरी ७५७ | ३८८९.१/१९८९ | दक्षिणाकालिकाकवच नागरी देसी कागज ७५८ | १७६५/११६६ देसी नागरी दक्षिणाकालिका त्रैलोक्यमोहनकवच कागज ७५९ | १५८४/९८८ | दुर्गाकवच नागरी देसी कागज | १८५२/१२४६ | दुर्गाकवच | नागरी देसी कागज ७६१ | ३४७४/१८५६ | दुर्गाकवच नागरी देसी कागज ७६२ ३७०६.३/१८८१.१] दुर्गाकवच नागरी कागज ६६९२/३७३६ | दुर्गाकवच नागरी कागज ७६४ | ६५४५९ देवीकवच देशी नागरी कागज ७६५ | १५६/१४९ | देवीकवच देशी | नागरी कागज Page #138 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कवच १२९ विशेष विवरण आकार (से० मी०) ___८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण । लिपिकाल प्र० पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) ८ (ख) ८(ग) ८(घ) ९ | २४ | ७ | १२ | अपूर्ण/६३ १३.५४८.५ २३४१० ५ | १६ | अपूर्ण/७५५ १७.४४ १२.३ | अपूर्ण३१.५ १७४१०.५ पूर्ण/६ १५.५४१०.५ | अपूर्ण/४८.५ १५.५४ १०.५ | पूर्ण/५८ १४.२ ४११ पूर्ण/२२ २५४११ अपूर्ण/२३८ १५४११.५ | पूर्ण/४५ २३४१० पूर्ण/४२ - २२४१० | अपूर्ण/६३ १४४१० | २३ ७ | १४ | पूर्ण/१०१ १३४७.५ ९| ६ | १६ | अपूर्ण/ २७ Page #139 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार | टीकाकार | आधार | लिपि २ ३ १८९/१८२ देवीकवच नागरी देसी. कागज ७६७ / १७६१/११६२ | देवीकवच नागरी देसी कागज ७६८ | २३८१/१४४१ देवीकवच हरिहर ब्रह्म देसी । नागरी कागज ७६९ | २८९४/१५३१ । देवीकवच । नागरी देसी कागज ७७० - ३१५७/१६१६ । देवीकवच नागरी देसी कागज ७७१ | ३५५५/१८४७.१ | देवीकवच नागरी देसी कागज ७७२ / ३५९५/१८५६.१ | देवीकवच । देसी । नागरी कागज ७७३ | ३९५६ . १/१९२४ | देवीकवच नागरी देसी कागज ७७४ | ४३४७/२०२३ देवीकवच नागरी देसी कागज ७७५ / ७१८१/४०४४ | देवीकवच देसी नागरी कागज ७७६ | ७५८८/४२५८ देवीकवच नागरी देसी कागज ७७७ | १५७/१५० देवीकवच तथा अगलास्तोत्र देसी | नागरी कागज ७७८ | ४३१०.१/२०१६ | धनदाकवच . । नागरी देसी कागज - - Page #140 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कवच | अक्षर दशा/परिमाण प्र० पं० (अनु० छन्द में) लिपिकाल आकार (से० मी०) ८ (क) विशेष विवरण १० १५४१२ | अपूर्ण/२०८ १७.२४११.५ अपूर्ण/४२ १९३४ वि० (चैत्र ९) १३.५४८ ३ २ ६ | १६ | पूर्ण/७६ १२४७ पूर्ण/ १७ १२४७ पूर्ण/६० १९०६ वि० ९.६४ १०.२ पूर्ण/५५ १७४९ पूर्ण/३६ २४४११ | पूर्ण/७० १४.८४९.१ | ३५ पूर्ण/७७ १६.६४१०. ८ पूर्ण/१७ १३.८४९.१ | २० | ७ | १७ | अपूर्ण/७४ १३४७.५ | १८ | ६ | १८ | अपूर्ण/६१ १७४११.५ ४ ९ १५ पूर्ण/२० १९१३ वि०/ Page #141 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २ __ ७७९ | २२६/२१५ नारायणकवच देसी | नागरी कागज ७८० | ८४०/८५७/७४६ | वेदव्यास नागरी देसी कागज ४३१७/२०१७ नारायणकवच नागरी देसी कागज ७८२ | १७३१/११३२ । नृसिंहकवच देसी कागज नागरी ३१३५/१६१३ नृसिंहकवच देसी | नागरी कागज ७८४ | ३१९१.१/१६२३ / नृसिंहकवच देसी नागरी कागज ५८६/५९७/५४० | पंचमुखीहनुमत्कवच नागरी देसी कागज ७८६ | १०७३/८०६ पंचमुखीहनुमत्कवच देसी । नागरी कागज | १८८२/१३७३ | पंचमुखीहनुमत्कवच देसी कागज नागरी ६२७३/३३७६ | पंचमुखीहनुमत्कवच नागरी देसी कागज ६५९६/३६४५ पद्मावतीकवच देसी नागरी कागज ७९० | ४३०७/२०१५ प्रत्यंगिराकवच देसी कागज नागरी ७९१ / २/२ बटुकभैरवकवच देसी कागज नागरी. Page #142 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कवच १३३ विशेष विवरण - आकार पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण : | लिपिकाल - (से० मी०) प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में)/ ___८ (क) ८ (ख) ८(ग) ८ (घ) ९ १९.५४ १२.५ । १८ | ७ | १६ | पूर्ण/६३ ११.५४१४ अपूर्ण/५५ ११४८ | पूर्ण/५६ १७४६ ८ - ६ | २० पूर्ण/३० १९२७ वि० (शाके १७९२) १९२५ वि० (चैत्र कृष्ण १२मंगलवार) १९४१३ | पूर्ण/१४ ९.३४१५.३ । २१.५४१०.५ । | पूर्ण/५४ १०४१३ पूर्ण/३६ १३४७.८ | अपूर्ण/२३ २१.५४ १२ | १५ | पूर्ण/३० २७४१३ पूर्ण/६५ १६४१२ | ९ | १० | अपूर्ण/३४ १४४१० ६ | ९ | १५ | पूर्ण/२५ रणादि भयंकर परिस्थितियों में शरीररक्षार्थ उपयोग्य तान्त्रिक कवच Page #143 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १३४ - संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार | आधार लिपि ७९२ | ८६/७९ बटुकभैरवकवच नागरी देसी कागज ७९३ | ५९२/६०३/५४६ | बटुकभैरवकवच नागरी देसी कागज ८८२/७६१ बटुकभैरवकवच । नागरी देसी कागज | १६८६/८९९ बटुकभैरवकवच देसी नागरी कागज १५६७/९७६ बटुकभैरवकवच नागरी देसी कागज ७९७ | १७६६/११६७ बटुकभैरवकवच देसी । नागरी कागज ७९८ | ३४५४/१८३९ बटुकभैरवकवच देसी कागज नागरी ७९९ |३४५६/१८४१ बटुकभैरवकवच नागरी देसी कागज ५९५५/३११२ बटुकभैरवकवच देसी नागरी कागज ८०१ | ६४७०/३५५३. | बटुकभैरवकवच देसी कागज नागरी ८०२ | ६६०७/३६५३ | बटुकभैरवकवच नागरी कागज .८०३ । ७०३९/३९६८ | बटुकभैरवकवच देसी नागरी कागज ८०४ । २६९/२५० बालाकवच नागरी देसी कागज - Page #144 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कवच १३५ विशेष विवरण आकार (से० मी०) __८(क) पंक्ति | अक्षर | दशा/परिमाण | प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) लिपिकाल ८ (ख) ८ (ग) |८(घ) ९ १० | २४ पूर्ण/४५ १८९९ वि० १८४११ १५.५४१३ | पूर्ण/३५ | १८७३ वि० १६.५४ ११.२ । | पूर्ण/५४ दीपदानविधि २५४९ पूर्ण/२५ १९६४ वि० १६४१० | पूर्ण/३४ १८४९ ८ ५ | १६ | पूर्ण/२०१९१७ वि० १२.५४७.३ । १० पूर्ण/२५ १३४७ पूर्ण/२४ | १८३९ वि० (श्रावण बुध ९॥ मंदवार) २५.२४ ११.२ । ५ पूर्ण/३९ २६.५४१२ अपूर्ण/२४ २४४१२ अपूर्ण/१०५ | १८५६ वि० ११४७ पूर्ण/११ १३४८ ९ | ७ | १६ | पूर्ण/३१ Page #145 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों को विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि ७०२२/३९५६ | बालाश्याक्षरीकवच नागरी देसी कागज ८०६ - ६७४७/३७९० बैतालकवच नागरी देसी कागज ८०७ | ३२१५.१/१६२९ | ब्रह्मकवच देसी कागज नागरी | १११/१०३ | ब्रह्मस्तोत्र देवीकवच नागरी देसी कागज ०९ | २७६/२५६ | भवानीकवच देसी कागज नागरी 2 | ५१६/५२६/४७२ | भवानीकवच देसी कागज नागरी १ ५३०/४७६ भवानीकवच नागरी कागज ८१२ | १८०९/१२१० | भवानोकवच देसी । नागरी कागज ८१३ ३८२८.१/१९५०.१ भवानीकवच नागरी देसी कागज ८१४ | २९१७.२/१९९८ | भवानीकवच नागरी देसी कागज | ६५९३/३६४३ भवानीकवच देसी कागज नागरी ८१६ | ६८९८/३८९६ | भवानीकवच देसी नागरी कागज ८१७ | १७८०/११८१ भैरवकवच देसी । नागरी कागज Page #146 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ क २६×१४ १५x१० १७४१३ १४×९ १४४९ १३.५x९.५ १४×१० १६×११ १९x१० १६×१२ २०४९ २२४१७ १५.४४८.२ १८ पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र० पं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) पृ० सं० २ ६ १२ २० १२ mr ३ ܡ ४ १० ४ ३ १० २० २ ४ ७ ७ ८ १२ १० १७ २३ ७ १० १२ दशा / परिमाण (अनु० छन्द में) ९ पूर्ण / १२ २४ अपूर्ण / ५४ 5 १६ पूर्ण / ७० ८ १६ पूर्ण / १७ १६ | अपूर्ण / ४२ पूर्ण / ३६ १४ पूर्ण / १८ १६ अपूर्ण / ३५ २४ पूर्ण / ७२ १६ अपूर्ण / २० ३२ पूर्ण / ३६ १८ २५ पूर्ण / २८ कवच २२ अपूर्ण / १४ लिपिकाल १० - १९०९ वि० - 1 १८५८ वि० १९५२ वि० (आश्विन सुदि २) १८५० वि० I १७९५ वि० (ज्येष्ठ कृष्ण ४) १९३२ वि० विशेष विवरण ११ १३७ Page #147 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १३८ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ ८२० ८२१ ८१८३७८७.१/१९३०.१ | भैरवकवच ८१९ ९२५/९४२.४/७६८ मन्त्रविग्रहकवच ८२३ २ ८२२ २७०/२५१ ८२५ १३६/१२९ ८२७ ३२६.१/२९७ ७५२०/४२५३ ८३० ८२६ | ३४०६/१७९० ६७३२/३७७५ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ का नाम ८२४ ३८९२.८/१९४०. १ राधाकवच ८२८ १५०/१४२ ३ १३७/१३० महाकालकवच महात्रिपुरसुन्दरीषोडसी महात्रिपुरसुन्दरी सिद्धसौभाग्यकवच योगिनीकवच रामकवच १७८६ / ११८७ रामरक्षाकवच रामत्रैलोक्यमोहनकवच ८ २९ ३८४१.७/१९६०.१ लक्ष्मीकवच लक्ष्मणकवच कवच लक्ष्मीनृसिंहकवच ग्रन्थकार ४ बाल्मीकि टीकाकार ५ आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #148 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार (से० मी०) ८ क १३×९ १७.५X११.५ १७.५×१२.८ १६×१३ १७४९.५ ११×१० १६.८x२१ १६×१२ २७×१२ १३×८ १८.५४९.८ ६×११ १३×१० पृ० सं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) سو १५ १६ १० ८ ८ ७ पंक्ति अक्षर दशा / परिमाण प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में ) ९ ७ ६ १० ४ ८ २२ २० १२ ६ १२ ८ ११ S २० १२ १९ १६ १५ १२ १६ १६ ३० १२ अपूर्ण / ९ पूर्ण / ३० अपूर्ण / ९२ पूर्ण / २८ पूर्ण / ४२ पूर्ण / ३६ अपूर्ण / १२० कवच अपूर्ण/२८ पूर्ण / ४१ ९ २१ | पूर्ण / २९ अपूर्ण / ४१ ८ पूर्ण / १८ ८ १२ पूर्ण / १८ लिपिकाल १० १८९५ वि० (माघ कृष्ण २ चन्द्रवार) विशेष विवरण ११ 11 १३९ Page #149 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १४० संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार । आधार | लिपि ८३१ | २६०५/१४६५ । लक्ष्मीनृसिंहकवच देसी कागज नागरी ८३२ ३३८२/१७७३ । लक्ष्मीनृसिंहकवच नागरी देसी कागज ८३३ १६९१.३/१०९४.१ लक्ष्मीस्तोत्रकवच नागरी देसी कागज | ४३१६/२०१७ वक्रतुण्डकवच देसी कागज नागरी ३५ । २०३/१९५ वालात्रिपुरकवच नागरी देसी कागज ८३६ | ८४७/८६४(२)/ | शरभकवच । ७५१ नागरी देसी कागज | २१३/२०३ शिवकवच वेदव्यास । देसी कागज नागरी ५६९/५७९/५२५ | शिवकवच । नागरी देसी कागज ८४२/८५९/७४८ | शिवकवच देसी | नागरी कागज |. १६२५/१०२९ | शिवकवच वेदव्यास नागरी देसी कागज ३२९१/१६५९ | शिवकवच देसी नागरी कागज ८४२ | ३४८१/१८६३ | शिवकवच देसी कागज नागरी ८४३ | ३७२२.१/१८९३.१ शिवकवच नागरी कागज Page #150 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कवच १४१ आकार (से० मी०) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण | लिपिकाल प्र० पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) विशेष विवरण ८ (क) २०.५४१३ | पूर्ण/२१ २५४१०.५ | पूर्ण/१७ १३४२२ | पूर्ण/३६ | १९५४ वि० ११४८ पूर्ण/४७ १६.५ X १०.३ । ७ | पूर्ण/३० १८७५ वि० (आश्विन कृष्ण) २२.५४ ११.५ | २२ | १० | ३२ | पूर्ण/२२० चतुर्वर्गार्थ सिद्धिहेतु शरभदेव की तान्त्रिका स्तुति २२.५४१. ७ | ३२ | पूर्ण/१३३ ११x६.५ | अपूर्ण/३० १७.५४ १२ । । १८ | ८ | १७ पूर्ण/७६ १९०३ वि० (फाल्गुन शुक्ल | २ बुधवासरे) १२.५४९.५ । १३ | पूर्ण/४४ १२.५४९ ६ | १४ | अपूर्ण/५८ २४४११ | ३ | ८ | ३२ | पूर्ण/२४ १५४११.५ | १२ | ८ | १५ | अपूर्ण/४५ Page #151 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १४२ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार | आधार लिपि ६२७२/३३७५ शिवकवच देसी | नागरी कागज ६६९६/३७४० । शिवकवच देसी कागज नागरी ८४६ | १५४४.१/९५४ शिववमंकवच नागरी देसी कागज ८४७ | १४००.२/८९९ | शीतलाकवच नागरी देसी कागज ८४८ | ३८०३.१/१९३५.१ श्मशानकालिकाकवच । नागरी देसी कागज ८४९ | ३७१७.१/१८८९.१] श्मशानकालीकवच (देवीध्यान) देसी | नागरी कागज श्यामाकवच (दक्षिण कालिकाकवच) देसी | नागरी कागज ८५१ | १५७५/९८० श्रीकृष्णकवच । नागरी देसी कागज ८५२ / २६०९.५/१४६५ श्रीकृष्णकवच नागरी देसी कागज ८५३ | ४८२/४९१/४४५ | सम्मोहनकवच नागरी देसी कागज ३९८/३६१ सरस्वतीकवच नागरी देसी कागज ८५५ | ३८२९.१/१९५१ | सिद्धिकवच देसी कागज नागरी ८५६ / १५४६/९५६ सुन्दरीकवच नागरी देसी कागज Page #152 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कवच प.सं. लिपिकाल विशेष विवरण आकार ' (से० मी०) ___८ (क) १६.५४११ पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण प्र० पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) ८ (ख) ८(ग) ८(घ) | अपूर्ण/७६ | १० १४४९ अपूर्ण/३० १८.६४११.५ | अपूर्ण/६२ २५४१० १९५५ वि० १९४११ | ७ | १५ | पूर्ण/४२ १४४९.५ अपूर्ण/१३ २२.५४११.५ । पूर्ण/२७९ | १९०७ वि० श्मशान में साधने के योग्य मारण, मोहन आकर्षणादि सिद्धिप्रद तान्त्रिक कवच १६.५४९.४ २०.५४१३ | पूर्ण/२१ २२.५४१४ पूर्ण/१५ | १९१९ वि० १८४१३ | अपूर्ण/१२ १५४१० ८ | १६ | पूर्ण/१२ १८.५४ ११.५ | १२ | ७ | २४ | पूर्ण/७४ १९०० वि० (चैत्र शुक्ल एकादशी) Page #153 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १४४ क्रम सं० १ ८५७ ८५८ ८५९ ८६१ ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं २ १५६६/९७५ २८६/२६३ १५३३ / ९४८ ८६६ २६७१/१४८३ ८६० १६६२/१०६६ सूर्यकवच ८६४ ४३३५ / २०२२ ८६५ | ५९२९/३०८८ ८८/८१ ८६२ ३०७८.६/१५९३ सूर्यकवच ८६७ १५९/१५२ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ८६३ | ३८४१.८/१९६०.१ सूर्यकवच ८६८ | २७४ / २५५ ग्रन्थ का नाम ८६९ | ४२६/३८६ ८७० २६९०/१४८९ सुन्दरीकवच सूर्यकवच सूर्यकवच सूर्यकवच सूर्यकवच सूर्यकवच हनुमत्कवच हनुमत्कवच हनुमत्कवच हनुमत्कवच ३ हनुमत्कवच ग्रन्थकार ४ रामचन्द्र टीकाकार ५ I आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी देसी नागरी कागज Page #154 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्वच १४५ . पंक्ति अक्षर| दशा/परिमाण | पृ०स०प्र०GHotel लिपिकाल प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) विशेष विवरण आकार (से० मी०) ८ ८ (क) (क) १६४११ ८(ख) ८(ग) ८(घ) ११ ८ | १६ | पूर्ण/५६ १६४१० पूर्ण/३५ | १९१२ वि० (मिती फाल्गुन शुक्ल १३ बुद्ध) २७.५४१२ | पूर्ण/४४९ १४.५४९ पूर्ण/१७ २६ ४११.५ | ३५ / पूर्ण/७९ १०.२४६.६ | पूर्ण/३० ८४११ | ८ | पूर्ण/२१ १६४११ ८ | १७ | पूर्ण/२२ १४.२४११.५ २४ | पूर्ण/३३ १८२५ वि० (चैत्र १३) | २० | अपूर्ण/१०० | १८६२ वि० ११४८ १२.५४६ १२ | अपूर्ण/९० | १९४२ वि० १५४१० पूर्ण/२३ | १८५० वि० १६४१० | पूर्ण/२० १८x११ ९ ८ ५४ पूर्ण/२४ १९ Page #155 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १४६ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि ७ २८५१/१५२६ हनुमत्कवच देसी | नागरी कागज ८७२ | २८५२.१/१५२६ | हनुमत्कवच देसी । नागरी कागज ८७३ | २८७३/१५२९ । हनुमत्कवच नागरी देसी कागज ८७४ | २८७६/१५३० हनुमत्कवच नागरी देसी कागज | २९८६/१५६३ हनुमत्कवच देसी | नागरी कागज | ३१९१.३/१६२३ | हनुमत्कवच देसी कागज नागरी ३३८३/१७७४ हनुमत्कवच | नागरी कागज ३९७३/१९२८ हनुमत्कवच - . नागरी देसी कागज ५८६७/३०३३ हनुमत्कवच । नागरी देसी कागज ६४४८/३५३७ हनुमत्कवच देसी नागरी कागज ६७०१/३७४५ हनुमत्कवच नागरी देसी कागज . ३३६७/१७६१ हनुमत्पंचमुखीकवच देसी कागज नागरी ८८३ । ६८६६/३८८८ हनुमानकवच देसी कागज नागरी ८८४ | ४३१५/२०१७ हरिद्रागणेशकवच नागरी देसी कागज Page #156 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ (क) १६×१२ १६×१२ १६.५x१३.३ २२x१४ २६×१५ १५.३४८.७ १८x११.५ १६×१३ १७×१०.५ ५०×१७ १५x१० १९x११ ९७ ११४८ पृ० सं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) १२ १० ८ १४ १७ १० J १२ ८ पंक्ति अक्षर दशा / परिमाण प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में ) ९ १० ८ ५ ११ ३३ ७ १८ ९ ७ १६ ९ १ ६० ८ २० अपूर्ण/७५ १७ ६ ५ १३ पूर्ण / ६९ २० १० ४ १२ ३२ २० १२ ८ २१ १६ अपूर्ण / १७ २० पूर्ण / ३४ पूर्ण / ६१ पूर्ण / ५७ १० २४ | अपूर्ण / ६० पूर्ण / ६० पूर्ण / ४५ कवच अपूर्ण / ३७ पूर्ण / ४८ पूर्ण / ६३ ८ अपूर्ण / २७ पूर्ण / १४ लिपिकाल १० १९४४ वि० (वैशाख कृष्ण १३ गुरुवार) - I १८८७ वि० ' I १९१६ वि० १९०२ वि० विशेष विवरण J । ११ १४७ Page #157 --------------------------------------------------------------------------  Page #158 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पटल Page #159 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १५० क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ ८८५ ८८६ ८८७ ८८८ ८८९ ८९१ २ ७२२६/४०८६ ८९४ १९३/१८५ ६०/५५ १३६९/८९७ ८९२ १६६१/१०६५ १६९१.१०/ १०९४.३ ७९०/८०६/७१५ | कार्त्तवीर्यार्जुनपटल ८९३ | १४७७.१/९१४ ८९० ३९०२.१/१९९२ | काली पटल ३०१२/१५७२ ८९५ | ५८/५३ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ८९६ ७०२३/३९५६ ग्रन्थ का नाम ८९७ ८३ / ७६ अन्नपूर्णाप उच्छिष्ट गणेशपटल कालिकापल कालीपटल ३ गयापटल गयापटल गायत्री पटल गोपालपटल त्रिपुरबालापटल त्रिपुरबालापटल त्रिपुरसुन्दरीपटल ग्रन्थकार ४ टीकाकार ५ - आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी देसी नागरी कागज Page #160 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पंटल १५१ आकार (से० मी०) विशेष विवरण पंक्ति | अक्षर| दशा/परिमाण प० सं० लिपिकाल प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) ८(ख) ८ (ग) ८(घ) ९ १४.४४८.८ । २७ | ६ | ३० | पूर्ण/१०१ १६.८४२०.८ | ७ | ११ | १३ | पूर्ण/३१ २०.५४१० | १८ | पूर्ण/८१ १७४८.५ ९ | २५ | अपूर्ण/२८ १७४१२.५ | पूर्ण/४६५ १६.५४८.८ | १४ | ८ | २४ | अपूर्ण/८६ २७४१२ ७ | ३२ | पूर्ण/४४१ | १९१८ वि० | गया तीर्थ की यात्रा प्रस्थान से प्रत्या वर्तन तक सम्पूर्ण कर्मकाण्ड उपनिबद्ध २८.५४ ११.५ | ३० | १० | ३२ | पूर्ण/३०० १८९१ वि० | गया तीर्थ में श्राद्धकर्मादि का विवेचन (एकादशी सोमवार) १९४२ वि० २७.८४ ११.२ | पूर्ण/४६ १८x१०.५ | १९ / ९ १६ | पूर्ण/८५ आश्विन कृष्ण १३ गुरुवार १७४१२ | १६ | ७ | २० | पूर्ण/८० २६४१४ | ७ | १० | २० | पूर्ण/४४ १३४८ १६ | ६ | १६ | पूर्ण/४८ । १८४२ वि० Page #161 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १५२ क्रम सं० १ ८९८ ८९९ ९०० ९०३ ९०४ ९०५ ९०१ ६५९५/३६४५ ९०६ ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० २ ४५५/४४६ ४३०८/२०१६ ९१० त्रिपुरसुन्दरीपटल (श्रीपटल ) ५९०/६०१/५४४ | त्रिपुरसुन्दरीपटल ९०२ ९२५/९४२.७/७६८ पारायणपटल १२३/११६ ७१/६५ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ३२४/२९५ ९०८ __८९०/७६१ ग्रन्थ का नाम ८६३/८८०/७५६ | बटुकभैरव आपदुद्धारण पटल ९०९ ३४४७/१८३२ ३१३/२८४ धनदायक्षिणीपटल ३ पद्मावतीपटल ९०७ ५५८/८७५/७५६ बालापटल बटुकभैरवपटल बालापटल बालापटल भुवनेश्वरी पटल भुवनेश्वरी पटल यक्षिणीपटल ग्रन्थकार ४ टीकाकार ५ आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #162 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पटल १५३ लिपिकाल विशेष विवरण आकार पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण (से० मी०) प्र०पू०प्र० पं० (अनु० छन्द में) ८ (क) — ट(ख) ८ (ग) ८(घ) ९ २५४१६ अपूर्ण/४८० २०४१५.५ | २८ | अपूर्ण/१८४ १७४११.५ | पूर्ण/२७ २७४१३ पूर्ण/४५ १७४१२ १८ | अपूर्ण/१९१ १९४१२ | पूर्ण/१५५ १८.५४ ११.५ | ३५ २४ पूर्ण/१८४ १७४ १२.५ पूर्ण/२६ १७.५४ १२.५ पूर्ण/९९ १९४११ । १९ | पूर्ण/१०४ १८९८ वि० (पौष शुक्ल ९ भृगों) १५९८ शक १९.५४१०.५ | पूर्ण/१२२ १६.५४९ ७ | २० | पूर्ण/२८० इसमें भूवनेश्वरी देवी की तान्त्रिक स्तुति की गई है १६४९.५ ३७ | ८ | १६ | पूर्ण/१४८ . १८५९ वि० Page #163 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १५४ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार | आधार लिपि .. १.. ९११ | ३४०५/१७९० रामपटल देसी कागज नागरी ९१२ । ७३५६/४१६६ । रामपटल । नागरी देसी कागज ९१३ । ५९३/६०४/५४७ | शिवपटल नागरी देसी कागज ९१४ | ५१८/५२८/४७४ | सरस्वतीपटल देसी नागरी कागज ९१५ / ६६३३/३६७९ सरस्वतीप्रयोगपटल देसी नागरी कागज ९१६ ३६५८/१८६८ सूर्यपटल देसी कागज नागरी ९१७५८६६/३०३३ हनुमत्हृदयपटल । नागरी देसी कागज ९१८६०३२/३१६६ हेतुजटापटल हयग्रीव देसी । नागरी कागज Page #164 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पटल १५५ आकार (से० मी०) विशेष विवरण __८ (क) १० पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) ८(ख) ८(ग) ८(घ) पूर्ण/३१ १८९५ वि० (माघकृष्ण ६ भगुवार) | पूर्ण/१५६ १९२१ वि० २७४१२ २१४१३.३ २३.५४११ पूर्ण/१०६० १४४९ | पूर्ण/४४ १६४८ | पूर्ण/१७५ १८२० वि० १८x११ पूर्ण/५० १७४१०.५ | पूर्ण/३० २०.५४९.८ | ११ | १० | ३३ | पूर्ण/११३ | १८९६ वि० | क्रमपाठ से जटापाठ करने की सरणो का विवेचन Page #165 --------------------------------------------------------------------------  Page #166 -------------------------------------------------------------------------- ________________ माहात्म्य Page #167 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १५८ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार | आधार लिपि __ _ २ | ७०५४/३९७९ क्षयनवमीमाहात्म्य देसी कागज मागरी । २९९/२७० अथर्वणमाहात्म्य सा देसी कागज नागरी | ३३०/३०१ अथर्वणमाहात्म्य देसी | नागरी कागन ९२२ / ३४५९.१/१८२७.१) अधिकमासमाहात्म्य देसी कागज नागरी ९२३ | ३१४१.१/१६१४ | अन्नकूटमाहात्म्य देसी कागज नागरी ४ | १६०१/१००७ | अयोध्यामाहात्म्य नागरी देसी कागज ९२५ / २८१३/१५१६ आदित्यमाहात्म्य देसी नागरी कागज ९२६ | ३०८/२७९ आनन्दार्णवमाहात्म्य देसी | नागरी कागज ९२७ / ९८९.१/१००७.१// इन्दिरावतमाहात्म्य नागरी देसी कागज ७८२ | ५८३.५९३/५३६ | उच्चीष्टमाहात्म्य नागरी देसी कागज ९२९ | ७७१/७९७/७०९ / एकादशीमाहात्म्य नागरी देसी कागज ७९७/८१३/७१७ | एकादशीमाहात्म्य नागरी देसी कागज | ८०५/८२१/७२२ | एकादशीमाहात्म्य नागरी देसी कागज Page #168 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ (क) २६४१४ १६.५x१२ १७१२ २७.५x१४ २८x१६ १७×१२ २६.५x१२ १५४८.५ पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र०पं० ८ (ख) ८ ( ग ) ८ (घ) २७×१३ पृ०सं० ८ ११ २० २४.५×१५.७ ४ १२ २५x१०.५ ४३ ३३.७×१६.५ ५९ १३ २९ ११ २ १५ १७ ७ १० १० १० २६ ६ १७५ ३५ の १६ अपूर्ण / २३६.५ २२ २४ अपूर्ण / ३६९७ ४० ५ १० ३० ३० २४ ६० ९ ३४ २४.५४११.५ २२ ८ २८ २० दशा / परिमाण (अनु० छन्द में) ९ पूर्ण / ५५ ३२ माहात्म्य अपूर्ण / ३३ पूर्ण / ३३ अपूर्ण / ९५८ पूर्ण / १०० अपूर्ण/५२.५ पूर्ण / ४६ अपूर्ण/६५ अपूर्ण / ५७४ अपूर्ण / १५४ पूर्ण / १२२५ लिपिकाल १० १९११ वि० (फाल्गुन शुक्ल १२ बुधवार) १९१७ सं० (आश्विन शुक्रवार १४ ) 1 1 विशेष विवरण ११ १५९ Page #169 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं० /वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार | लिपि | २ ९३२ | १३४२।८८६ एकादशीमाहात्म्य नागरी देसी कागज ९३३ | ८९१/९०८ एकादशीमाहात्म्य नागरी देसी कागज | २६२६/१४६७ एकादशीमाहात्म्य नागरी देसी कागज | २८३३/१५२२ एकादशीमाहात्म्य देसी कागज नागरी ९३६ | २८५४/१५२७ | एकादशीमाहात्म्य नागरी देसी कागज ९३७ | २९०५/१५३६ एकादशीमाहात्म्य देसी | नागरी कागज | २९०७/१५३७ एकादशीमाहात्म्य देसी | नागरी कागज ३०७६/१५९१ एकादशीमाहात्म्य । नागरी देसी कागज ३२८३/१६५५ एकादशीमाहात्म्य देसी कागज नागरी पता ३४२२/१८०८ एकादशीमाहात्म्य देसी नागरी . कागज | ३४४७/१८२६.१ | एकादशीमाहात्म्य नागरी देसी कागज ९४३ / ३५२८/१८४०.१ | एकादशीमाहात्म्य देसी | नागरी कागज ९४४ | ३७००/१८७७ . एकादशीमाहात्म्य नागरी देसी कागज Page #170 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ (क) ३१×१६ २३×१०.५ २६×१४ २८x१३ २६.५x११ २२.२x१०.२ ३०×१५ २२x१०.५ २४४११ २६×१२.५ २८.५x१३.३ २३.३×१०.५ ४२ २८x१२.५ पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र० पं० ८ (ख) ८ ( ग ) ८ (घ) २१ पृ० सं० ७६ ११ ४० | ११८ ११७ ९६ |१०१ १० ६९ ७ ११ ३९ १० ९ 6. ७७ १० ७ २० ९ ८ ११ १५७ ११ ४२ १० २८ २७ ३२ | पूर्ण / १२८७ ३२ | अपूर्ण / ९६० ३० ३२ २५ २६ | पूर्ण / ३०७ २० दशा / परिमाण (अनु० छन्द में) ९ पूर्ण / १०४५ ३२ पूर्ण / ९९५ २० A अपूर्ण / ४०८ अपूर्ण / ६६३ अपूर्ण / ७७० ३६ अपूर्ण / ९९ पूर्ण / २१३ अपूर्ण / १८० माहात्म्य पूर्ण / १७२७ अपूर्ण / २६२ लिपिकाल १० 1 १९०४ वि० विविध पुराणों से संकलित १९२५ वि० I १८९३ - वि० (चैत्र शुक्ल ६ बुधवार) १८९६ वि० (भाद्रपद शुक्ल १) १८२० वि० विशेष विवरण १९९४ वि० ( वैशाख कृष्ण एकादशी) ११ IIIIIII १६१ वर्ष के बारहों महीनों की तथा अधिमास की एकादशियों के माहात्म्य का ब्रह्मवैवर्तपुराणोक्त निरूपण Page #171 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १६२ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं ० १. ९४५ ९४६ ९४७ ९४८ ९४९ ९५० ९५१ ९५२ २ ९५५ ९५६ ६०१३/३१४९ ३८७५.१/१९८० | एकादशी माहात्म्य ३९२०.१/१९९९ | एकादशी माहात्म्य ९५३ १०५३.१/८०० संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची २६४३.१/१४७६ एकादशीव्रतमाहात्म्य १०५३/८०० ९५४ ११०९/८१३ ग्रन्थ का नाम ७३७३ /४१७८ एकादशीव्रतमाहात्म्य ३ ३८२०.२/१९२५ | कार्तवीर्यमाहात्म्य २५३०/१४४९ कार्तिक एकादशी माहात्म्य १२४७ / ८६२ १३४७/८८७ एकादशी माहात्म्य ९५७ १८१६/१२१७ कार्तिकमाहात्म्य कार्तिक माहात्म्य कार्तिक माहात्म्य कार्तिक माहात्म्य कार्तिकमाहात्म्य कार्तिक माहात्म्य ग्रन्थकार ४ टीकाकार ५ 1 आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी देसी नागरी कागज Page #172 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ क २४.५X१२.५ २४४१५ २७४१२ २६×१०.६ २८x१२ २२×११.५ २९×१३.५ २३×१४ २९x१४.५ ३४४१३ पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र० पं० ८ (ख) ८ ( ग ) ८ (घ) ३३.५x१३.२ पृ ० सं ० १३ ६ २६.५×१४.५ ९० २२ ४ १२ ११ १२ २२ ११ ८ १ १४४ ९ ७ ९ ९७ |१२२ १० १५८ १० ११२ ७ ३० २४ ३६ २८ ३६ ९ १२ ३९ २० २६ २८ २४ ३२ ४८ ८ ४३ दशा / परिमाण (अनु० छन्द में) ९ माहात्म्य अपूर्ण / १३४ अपूर्ण / ५४ पूर्ण / ५४ अपूर्ण / १५४ अपूर्ण / २७२ अपूर्ण / ९० पूर्ण / ५१ अपूर्ण / ७०९ अपूर्ण / ९८ अपूर्ण / ९१५ पूर्ण / १५८० अपूर्ण / ११७६ पूर्ण / १०४६ लिपिकाल १० 1 I १८०३ वि० १८७८ वि० (शाके १७४३ मिति पौस सुदी ३ गुरुवार) १८३६ वि० विशेष विवरण ११ कुण्डलाकार सुलिपि १६३ Page #173 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २ | २५२९/१४४९ । कार्तिकमाहात्म्य नागरी देसी कागज | २६२५/१४६९ कार्तिकमाहात्म्य नागरी देसी कागज | २८२२/१५१९ कार्तिकमाहात्म्य देसी नागरी कागज ९६१ | ३४०६.१/१८०६.१ कार्तिकमाहात्म्य नागरी देसी कागज ९६२ | ३४३८.१/१८२५.१/ कार्तिकमाहात्म्य देसी नागरी न कागज ९६३ | ३५३१/१८४०.१ | कार्तिकमाहात्म्य नागरी देसी कागज ९६४ | ३५३३/१८४१.१ | कार्तिकमाहात्म्य नागरी देसी कागज | ४३५३/२०२६ | कार्तिकमाहात्म्य नागरी देसी कागज ९६६ । ६१२६/३३११ कार्तिकमाहात्म्य देसी नागरी कागज ९६७ / ६५२९/३६१३ कार्तिकमाहात्म्य नागरी देसी कागज ९६८ / ६८७८/३८९३ कार्तिकमाहात्म्य देसी कागज नागरी - ९६९ | ७२५६/४१११ | कार्तिकमाहात्म्य देसी नागरी कागज . ९७० । ७२८८/४१३० कार्तिकमाहात्म्य नागरी देसी कागज menue - Page #174 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी० ) ८ क २५×१३ ३०.४×१४.६ २५.२x१३.६ १०० २५x११ २५.५×११.५ २९x१३.६ २८.२x१८ ३२४१४ २५.२×११.४ २९x१५ ३२x१४ २४४१२.५ पंक्ति | अक्षर प्र० पृ० प्र० पं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) १३७ १० ३१×१४.८ पृ० सं० १० ६ ४० ९० ९ १३ १२ ९ १२३ १२ ९ १२ ४२ ११ ९ १६ १४ ६ १५ १४८ १० ४६ १३ २६ | पूर्ण / १११३ ३२ | पूर्ण / ९०० ३८ पूर्ण / १४१ २० ३२ अपूर्ण / ५४ अपूर्ण / २२५ पूर्ण / १२९२ २८ २८ ३० माहात्म्य ४० दशा / परिमाण (अनु० छन्द में) ९ ४० २४ ३६ | अपूर्ण / १२१.५ ४४ पूर्ण / ९४५ पूर्ण / ४३३ पूर्ण / २८० अपूर्ण / ११२ पूर्ण / १११० अपूर्ण / ८२२ लिपिकाल १० १९०६ वि० (वैशाख शुक्ल १५ चन्द्रवार) १८३७ वि० ( आषाढ़ १३ मंगलवार) पौष १२ बुधवार १९३० वि० (कार्तिक शुक्ल १३) १७५९ वि० (कार्तिक शुक्ल ११) विशेष विवरण ११ सुलिपि १६५ Page #175 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १६६ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि ९७१ / ७३७४/४१७८ | कार्तिकमाहात्म्य देसी कागज नागरी १२०८/८४९ कार्तिकवतमाहात्म्य नागरी देसी कागज १७६९/११७० | कालिंजरमाहात्म्य देसी कागज नागरी ९८९.१/१००७/ काशीमाहात्म्य देसी . नागरी कागज ७८२ १२६१/८६८ काशीमाहात्म्य देसी नागरी कागज · ९७६ | १३३५/८८४ काशीमाहात्म्य नागरी कागज ९७७ | १४४३/९१३ काशीमाहात्म्य देसी | नागरी कागज ९७८ १४८८.१/९२८ काशीमाहात्म्य काकारामदत्त देसी । नागरी कागज ९७९ - २८९३/१५३३ काशीमाहात्म्य देसी | नागरी कागज ३९३०.२/२००६ | काशीमाहात्म्य नागरी देसी कागज १७९३/११९४ कुशमाहात्म्य देसी कागज नागरी ९८२ ७४६१/४२३४ कोकिलामाहात्म्य देसी कागज नागरी ९८३ ४२१/३८० गंगामाहात्म्य देसी नागरी कागज Page #176 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी० ) ८ (क) २५.२x११.५ २६.५४१२ ६×१६.२ कुछ पत्र ८४ २६×१८ १३×११ ३४×१३.५ ३८x१५ ३५x१८.५ २९.५१४ १७५७ २१.८x११ पृ० सं० २४१२ १७४१० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) ४२ ९ ३४ ན १४ १२ १४२ २४.५×१०.६ ५३१ ७ पंक्ति | अक्षर दशा / परिमाण प्र० पृ० प्र०पं० (अनु० छन्द में ) ९ १२ १० ४६ ११ ܡ ११ २ ४५ १४ १५ १५ ३ ८ १२२ १० १८ ११ ३० २० ३० ४८ २९ ५४ अपूर्ण / २६३६ १६ ३२ माहात्म्य अपूर्ण / ४०२ ३२ अपूर्ण / १४५ २५ पूर्ण / १०५ पूर्ण / ३७ ३८ अपूर्ण / ११८५ ४५ पूर्ण / ३१६ पूर्ण / ७५९ पूर्ण / ३३६९ पूर्ण / ६ अपूर्ण / १६ पूर्ण / १२३० पूर्ण / १०१ लिपिकाल १० १८९७ वि० १९२९ वि० (शाके १७९४) - I - विशेष विवरण ११ I I I सटीक II १६७ १८३५ वि० विविध पुराणप्रतिपादित गङ्गामाहात्म्य ( आषाढ़ सुदि संग्रह ७ बुधवार) Page #177 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि ८ १३३७/८८४ गयामाहात्म्य 'नागरी देसी कागज ९८५ | १४६८/९२१ गयामाहात्म्य नागरी देसी कागज ३४/२९ गीतामाहात्म्य नागरी देसी कागज २७६६/१५०६ गीतामाहात्म्य | नागरी देसी कागज २८१७/१५१७ गीतामाहात्म्य । देसी | नागरी कागज ९८९ | ३१४४/१६१४ | गीतामाहात्म्य देसी कागज नागरी १०२६/७९५ | चान्द्रीयएकादशीमाहात्म्य देसी कागज नागरी . ९९१ / ९८६/१००३ जम्बूमार्गमाहात्म्य देसी कागज नागरी ९९२ | २९८४/१५६३ जम्बूमार्गमाहात्म्य देसी कागज नागरी ३ | २५१७/१४४६ जानकीनवमीव्रतमाहात्म्य देसी कागज नागरी ९९४ ३४७४.१/१८२९.१ तुलसीमाहात्म्य देसी नागरी कागज ९९५ | ३४०५/१७९१ दुर्गामाहात्म्य देसी | नागरी कागज • ९९६ / १६९१/१०९४ देवीमाहात्म्य नागरी देसी कागज Page #178 -------------------------------------------------------------------------- ________________ माहात्म्य १६९ आकार पंक्ति | अक्षर | दशा/परिमाण प्र० पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) पृ० स० लिपिकाल (से० मी०) विशेष विवरण ___११ ८ (क) ८(ख)|८(ग) ८(घ) ९ ३०४१५७६ पूर्ण/६२७ ३०x११ . | पूर्ण/७०२ २०४१०.५ । | पूर्ण/१०० २६.५४१५.५ | २४ | पूर्ण/८१ २७४११.५ | पूर्ण/१०१ २६.५४१३.५ | १२ | ३२ | अपूर्ण/१०५६ २५.५४१३ | पूर्ण/१९५९ | १७७१ वि० २४.५४१५ | पूर्ण/५५ २७.३४१४:५ ५ | पूर्ण/४६ १९१९ वि० १७८४ शक ३०४१४ पूर्ण/२२५.५ .. ३२.५४१६.६ पूर्ण/८५ १७.५४८ ११ | अपूर्ण/२५ । २३४११ ८ ६ ९ | २४ | अपूर्ण/५८०५ न २२ Page #179 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची - | अन्य सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि | २३८३.१/१४१७ | देवीमाहात्म्य नागरी देसी कागज | ३३३३/१७२९ देवीमाहात्म्य नागरी देसी कागज | ३४१९.१/१८१९.१/ देवीमाहात्म्य नागरी देसी कागज ३६१७/१८६०.१ | देवीमाहात्म्य देसी कागज नागरी १००१ | ३६२३/१८६१.१ | देवीमाहात्म्य देसी कागज नागरी १००२ । ७२२३/४०८४ | देवीमाहात्म्य । नागरी देसी कागज | ७२३०/४०८७ | देवीमाहात्म्य । नागरी देसी कागज | १६८/१६१ | द्वारिकामाहात्म्य नागरी देसी कागज | ३५२९/१८४०.१ | धनुर्मासमाहात्म्य . देसी कागज नागरी १००६ | ३४८०.३/१८२९.१/ पद्मानामैकादशीमाहात्म्य नागरी देसी कागज १००७ | २४९५/१४४१ पुष्करमाहात्म्य नागरी देसी कागज | २००९/१५६९ प्रबोधएकादशीमाहात्म्य देसी नागरी कागज १००९ | १३६०/८९४ प्रयागमाहात्म्य देसी नागरी कागज Page #180 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - माहात्म्य ..... १७१ आकार पृ०सं विशेष विवरण (से.मी.) पंक्ति | अक्षर| दशा/परिमाण लिपिकाल प्र०५० (अनु० छन्द में) (ख) ८ (ग) ८(घ) ८ (क) १३.५४८ १४.५४ १२.५ ९४ | ७ | १६ | अपूर्ण/३३९ १९४११ ३१ | ९ | २४ | अपूर्ण/२०९ १८.२४१०.२ १७४१०.५ १५२ | ८ | १० | अपूर्ण/३८० | १७९४ वि. (मार्गशीर्ष शुक्ल सप्तमी गुरुवार) २१४ १०.८ १५१ | १२ | ४२ | पूर्ण/१८७८ १३.५४ १०.४ ४०५ । २२.५४१० ८ | ३२ | अपूर्ण/२०८ | १७१३ वि० २९.४४१५.६ २०३ । १८३९ वि० (आश्विन कृष्ण १४) २४.३ ४ १४.७ ३१x१४ ३५४१३.५ १६७ / ११ / ४२ | पूर्ण/२४११ । १८३४ वि० (उत्तरायण श्री सूर्यग्रह शुदि १ गुरुवासरे) ११० ९ ४५ | पूर्ण/१३९२ १९२२ वि० (माघकृष्ण १४ भौमवार) २३४ | १०/ ४० | पूर्ण/२९२५ । १८९४ वि० | १०० अध्यायों में पद्मपुराणान्तर्गत प्रयागमहिमावर्णन . जीर्ण । मापदण. ३५४१३ Page #181 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १७२ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १०१० २. १०११ ४२५७/१९९७ १०१३ १५६३/९७२ १०१४ १६००/१००६ २८६६/१५२८ १०१२ ३००८/१५६९ फल द्वितीयामाहात्म्य संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची १०१७ ३१९२.२/१६२३ १०१८३२६९ / १६५२ ग्रन्थ का नाम १०१९ ४३७३/२०३३ ३ प्रयागमाहात्म्य प्रयागमाहात्म्य १०१५ | २८६६.१/१५२८ भागवतमाहात्म्य १०२२ १०८१/८०६ १०१६ ३१४०/१६१४ भागवतमाहात्म्य भागवतमाहात्म्य भागवतमाहात्म्य भागवतमाहात्म्य भागवतमाहात्म्य भागवतमाहात्म्य १०२० ३४०५.१/१८०५.१ भीष्म पंचक माहात्म्य १०२१ ३४३८.१ / १८२५.१ मथुरामाहात्म्य माघमाहात्म्य ग्रन्थकार ४ टीकाकार ५ आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरो नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #182 -------------------------------------------------------------------------- ________________ माहात्म्य १७३ लिपिकाल विशेष विवरण आकार (से० मी०) ८ (क) पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण प्र. पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) ८(ख)|८ (ग)|८(घ) ९ ११ ३२.३४१५.६ २७४ पूर्ण/४६२८ | १८४७ वि० २४४१०.५ पूर्ण/५४२४ १८५६ वि० इसमें पद्मपुराण के 'पातालखण्ड के एक भाग 'प्रयागमाहात्म्य' का संग्रह किया गया है इसमें पद्मपुराण के पातालखण्ड के अंश रूप १०० अध्यायों का प्रयागमाहात्म्य उपनिबद्ध है २७.५४११.५ पूर्ण/९४ १७४२ वि० (श्रावण वदि ५ शुक्रवार) ३६४१५ | अपूर्ण/१३० २९४१२ पूर्ण/२३१ | १९४० वि० २९४१२ | पूर्ण/१९५ २५४११.७ ३२ | पूर्ण/३५२ १९२९ वि० (चैत्र ७ गुरुवार) २८.५४१५.५ | अपूर्ण/७० २२.८x१०.४ । २४ पूर्ण/१४७ | १८२८ वि० (श्रावण कृष्ण ३४४१६.५ पूर्ण/४९५ २५४१४ अपूर्ण/६६ २५४१३ अपूर्ण/२४४ २५.८x१७ ११२ | १० | २६ | पूर्ण/९१० Page #183 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १७४ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं०] ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १०२३ १४७५.१/९२२ माघमाहात्म्य देसी कागज नागरी १०२४ | १५१४/९३३ माघमाहात्म्य देसी कागज नागरी १०२५ | १८३७/१२३४ माघमाहात्म्य देसी कागज नागरी १०२६ | १८०८/१२०९ | मार्गशीर्षमाहात्म्य नागरी देसी कागज १०२७ | २७६०/१५०४ मार्गशीर्षमाहात्म्य । नागरी देसी कागज १०२८ | २८९५/१५३३ मार्गशीर्षमाहात्म्य । नागरी देसी कागज १०२९ मार्गशीर्षमाहात्म्य देसी | नागरी कागज १०३० ३५९९/१८५६.१ | मार्गशीर्षमाहात्म्य देसी कागज नागरी १०३१ | ४३५५/२०२७ मार्गशीर्षमाहात्म्य देसी कागज नागरी १०३२ २८२१.२/१५१९ / (माहात्म्य) देसी नागरी कागज १०३३ | १६०६.१/११०८ रामतीर्थमाहात्म्य नागरी देसी कागज १०३४ | १७८५.६/११८६ | रामनाममाहात्म्य देसी | नागरी कागज १०३५ | १६३९.१/१०४३ | रुद्रमाहात्म्य देसी । नागरी . कागज Page #184 -------------------------------------------------------------------------- ________________ माहात्म्य आकार (से० मी०) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण प्र० पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) लिपिकाल विशेष विवरण ८ (क) ___ १० ३२४१३ अपूर्ण/२५५६ ३४.३४१२.३ | १२ | ४७ | अपूर्ण/१७६ ३०x१४ | पूर्ण/१०८० | १८४६ वि० २७.५४१३ | पूर्ण/९११ ३०४१५ | ३५ | अपूर्ण/३८५ १८३२ वि० (मार्गशीर्ष वदि ३०) ३१४१४ ११७ १२ | ३६ / पूर्ण/१५७९ ३२४१४.५ | पूर्ण/१७०६ १९३३ वि० (वैशाख कृष्ण ५ भृगुवार) २३४१०.५ | अपूर्ण/४० २३.१४१२ पूर्ण/९६५ २९.६४१३.५ | १० पूर्ण/१०० १४.३४१३ | अपूर्ण/५८ २५४३० | पूर्ण/६० २६.२४ १७.२ । ४ ५ | १७ | अपूर्ण/११ Page #185 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १७६ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार | आधार लिपि ....२ ४९/४४ | वसिष्ठमुनिमाहात्म्य नागरी देसी कागज १०३७ | १३३४/८८३ विध्यपुराणमाहात्म्य । नागरी | देसी कागज १०३८ | १३१४/८८१ विध्यमाहात्म्य देसी कागज नागरी १०३९ | ६०३५/३१६९ | विभूतिमाहात्म्य देसी कागज नागरी १०४० | ६१४१/३२६२ विभूतिमाहात्म्य देसी | नागरी कागज १०४१ | ३३२७/१७२३ | वैशाखमाहात्म्य देसी नागरी कागज १०४२ ६१५६/३२७६ व्रतोपवासमाहात्म्य. नागरी देसी कागज १६३०/१०३४ शालिग्रामशिलामाहात्म्य देसी | नागरी कागज १०४४ | १७८५.७/११८६ | शिवनाममाहात्म्य नागरी कागज १०४५ । ५६३/५७३/५१९ | संक्रांतिमाहात्म्य नागरी देसी कागज १०४६ / ६७७०/३८०६ । संगममाहात्म्य नागरी देसी कागज १०४७ । ६३३५/३४३७ । सोमवतीअमावस्यामाहात्म्य | देसी कागज नागरी Page #186 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ (क) ११x६.५ ४० x १४ ३७×१० १४.७५९.७ १९.८x१०.४ २६×११ २५.७९.८ २६.६×१२.६ २५४३० २५x११.५ २१x११ २४४११ २३ पृ० सं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) ११ ३१८ | २४० ३७ १ १६ ११ २ ६ १६ पंक्ति अक्षर दशा / परिमाण प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में ) ९ १०९ १३ ११ ६ ८ १२ ११ १४ ८ ९ २४ ९ ९ ९ १४ अपूर्ण / २९ ४० माहात्म्य ३२ पूर्ण / २८८० ३७ २३ | पूर्ण / २९३ ४८ पूर्ण / ३१८० ४० पूर्ण / १६ अपूर्ण / २१२५ ३८ अपूर्ण / १५२ ३७ | अपूर्ण / ११४ पूर्ण / ६० २६ पूर्ण / ४७ - २४ पूर्ण / १०८ २० पूर्ण / ६२ लिपिकाल १० १९२३ वि० १९१० वि० १७३७ शक विशेष विवरण १८८२ वि० (मिति श्रावण) ११ सटीक १६६८ वि० | लिपिकाल की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण १७७ भस्मधारण की सप्रमाण विधि एवं फल का विवेचन III 1 Page #187 --------------------------------------------------------------------------  Page #188 --------------------------------------------------------------------------  Page #189 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १८० क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ १०४८ ४७३ / ४३२ १०४९ १०५० २ १४१३/९०२ १०५२ | ७५७७ / ४२५३ २४८४/१४१७ १०५३ ६९९८/३९४५ १०५४ | ४३५ / ३९५ १०५७ १०५५ ३४३०/१८१५ १०५१६५४४/३६१४.६ देवी रहस्य १०५६ ४३७/३९० १०५९ १०६० १०५८ १३६६/८९६ १३७३/८९० १४३८/९१० संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची १२२७/८५६ ग्रन्थ का नाम त्रिकूट रहस्य देवीरहस्य देवी रहस्य देवीरहस्य भुवनेश्वरी रहस्य ३ मंत्र पूज रहस्य मूर्तिरहस्य शिवरहस्य शिवरहस्य शिवरहस्य शीतलारहस्य श्याम रहस्य ग्रन्थकार ४ 1 टीकाकार ५ I आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागन देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #190 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार लिपिकाल विशेष विवरण (से० मी०) ८ (क) १६४१०. पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण ०प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) (ख) (ग) (घ) ९ | ७ | १५ | अपूर्ण/५०८ १० ११ २७.४४११.९ | ८ | ३३ | पूर्ण/४२६५ | १९२५ वि० | यह रुद्रयामलतन्त्र का एक भाग है । ६०पटलों के इस ग्रन्थ में शक्तितन्त्र का विस्तृत विवेचन किया गया है पूर्ण/१५४३ १६.२४१० १६४१९ पूर्ण/३७० २५.२४१० पूर्ण /६७५ ३०४१६.५ पूर्ण/२९४ २३४११.५ अपूर्ण/२३२२ १९.४४१०.६ | १५ | पूर्ण/११७ २३४११ | अपूर्ण/१४१ २७४१२ | ३२ | अपूर्ण/१३३ ३६४१८.२ २०२ | १५ | ४६ | पूर्ण/४३५६ स्कन्धपुराण का एक अंश शिवरहस्य है जिसमें कुल ६० अध्याय हैं। यह प्रथम भाग है। द्वितीय भाग के भी कुछ पत्र इसके साथ उपलब्ध हैं। इसमें साम्बशिव के रहस्यमय चरित का वर्णन किया गया है २२.४४१० | ४ | ९ | २४ | पूर्ण/२७ २४४१६ वि० बीस परिच्छेदों में श्यामामाहात्म्य | संकलन Page #191 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १८२ क्रम सं. ० १ १०६१ १०६३ १०६४ १०६२ १८२५/१२२५ . १०६५ ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० २ १३६३/८९४ १८२७ / १२२७ _१४४२/१४३६ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची १९४ / १८६ ग्रन्थ का नाम ३ श्यामारहस्य श्याम रहस्य श्यामा रहस्य श्याम रहस्य हयग्रीवरहस्य ग्रन्थकार ४ पूर्णानन्द गिरि पूर्णानन्द परमहंस पूर्णानन्द परमहंस पूर्णानन्द परमहंस टीकाकार ५ 1 1 आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #192 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रहस्य १८३ आकार (से० मी०) विशेष विवरण __८ (क) | अक्षर दशा/परिमाण | लिपिकाल ०प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) ट(ख) ट(ग) (घ) पूर्ण/५१९३.५ ३४४१४ ३०x१४ अपूर्ण/२००० २८x१४ अपूर्ण/१४७० - २७४१२ ३४१ | ८ | ३६ | अपूर्ण/३०६९ | १९२६ वि० १७.५४११.५ | १६ | ६ | १६ अपूर्ण/४८ Page #193 --------------------------------------------------------------------------  Page #194 -------------------------------------------------------------------------- ________________ व्रतकथा Page #195 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १८६ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० न्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १०६६ | २५३३/१४४९ अक्षयनवमीव्रतकथा देसी कागज नागरी १०६७ | २७४५/१५०० । अक्षयनवमीव्रतकथा देसी कागज नागरी १०६८ ३४०४.१/१८०४.१/ अक्षयनवमीव्रतकथा देसी नागरी कागज १०६९ ९१४.४/९३१/७६७) अगस्त्यकथा देसी कागज नागरी १०७० | १०४६/७९८ अगस्त्यकथा नागरी देसी कागज - १०७१ | २४३६/१४२९ । अगस्त्यऋषिकथा देसी | नागरी कागज १०७२ | २७४६/१५०० | अगस्त्यऋषिकथा नागरी देसी कागज १०७३ | १०७९/८०६ अगस्त्यर्धव्रतकथा देसी नागरी कागज | २८५३/१५२६ अगस्त्यव्रतकथा । देसी कागज नागरी १०७५ ३४७७.१/१८२९.१ अगस्त्यव्रतकथा नागरी देसी कागज १०७६ | ६९९५/३९४५ अचलासप्तमीव्रतकथा शंकर भट्ट देसी कागज नागरी १०७७ | २६५६/१४८० अनन्तचतुर्दशीव्रतकथा, पाली तथा कदलीव्रत नागरी देसी कागज १०७८ ५६४.१/५७४/५२० | अनन्तदेवकथा नागरी देसी कागज Page #196 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ (क) २२x१२ २५x१३ २४४१४ २५.५४१४.५ २२.५x१४ २९x१४.५ २४४१२ १९.३१४ १७४१० २८x१८ २६×१४.५ २५x१६.५ २३.५४१२ पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र० पं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) पृ० सं० १० १०. ११ مو ९ ९ १९ १३ २६ ७ १२ ४ १० ५३ १२ १३ ११ १३ ८ ९ १३ १० ७ १२ १० ९ ३० अपूर्ण / ९४ ३२ पूर्ण / ११० ३२ अपूर्ण / ६० ३० दशा / परिमाण (अनु० छन्द में) ९ २८ | अपूर्ण / ८७ ४० २४ पूर्ण / ११४ ३० अपूर्ण / १०९ पूर्ण / १०५ २२ पूर्ण / ८९ २० २४ पूर्ण / १४१.५ व्रतकथा पूर्ण / १०७ पूर्ण / ३० २४ पूर्ण / ३९७ २८ पूर्ण / १०३ लिपिकाल १० १९०५ वि० (कार्तिक कृष्ण ३० गुरुवार) १९०८ वि० १७५३ वि० (भाद्रवासुदी ५ शनिवार) १८४३ वि० (आश्विन कृष्ण तिथि १ शनि वासरे) १९०३ वि० १९१७ वि० भाद्र शुक्ल ६) १८४८ वि० (माघ शुक्ल १४ भौमवार) विशेष विवरण ११ सुलिपि १८७ Page #197 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित पत्रों की विवरणात्मक सूची * Ramana n momvies क्रम सं० ग्रन्थ सं/वेष्टन में । ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि .. २ ----- ३ | अनन्तपूजन एवं उनकथा देसी कागज नागरी | १०४३/७९८ अनन्तव्रतकथा देसी | नागरी कागज १०८१ | ११०८/८१२ | अनन्तव्रतकथा । नागरी देसी कागज १०८२ | ११४०/८२६ | अनन्तव्रतकथा देसी कागज नागरी १०८३ | १५०५/९३१ | अनन्तव्रतकथा देसी | नागरी कागज १०८४ | २४३५/१४२९ সনারবন্ধু नागरी कागज १०८५ / २४९३/१४४१ अनन्तव्रतकथा नागरी देसी कागज १०८६ | ३०७४/१५९१ | अनन्तव्रतकथा । नागरी देसी कागज ३६८२/१८७३ अनन्तव्रतकथा देसी नागरी कागज १०८८ | १४८४/९२६ । अन्नपूर्णाकथा देसी नागरी कागज १०८९ | १६८९/१०९२ । अन्नपूर्णाकथा । देसी कागज नागरी १०९० | ९१४.२/९३१/७६७| अष्टसौभाग्यवतकथा । नागरी देसी कागज १०९१ | ३२७२/१६५२ । अष्टसौभाग्यव्रतकथा नागरी देसी कागज न Page #198 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ क २६×१२ २६.५x१२ २२.५१४.५ २३.५१४ २९x१४ ३०x१५ ३०x१६ २२.५x१४ २९x१० २९.५×११.५ १७ २७.५.१२ पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र० पं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) २५.५×१४.५ पु० सं० ७ १० ३० १० १५ ११ १० ११ १६ १० ९ १५ २७ ११ २६.४×११.५ २१ ९ ७ १० १२ १२ १२ ११ ९ १५ ६ दशा / परिमाण (अनु० छन्द में ) ९ ३२ पूर्ण / १८७ अपूर्ण / ६५ २० अपूर्ण / ८४ ३० १८ अपूर्ण / ६१ पूर्ण / १११ ३४ पूर्ण/११७ २० ५० पूर्ण / ३०० ३२ पूर्ण / १२० पूर्ण / ६७ ३६ पूर्ण/१८५ २४ | अपूर्ण / २०२ ३६ पूर्ण / १५२ २८ पूर्ण / १८ व्रतकथा लिपिकाल १० १८१७ वि० १९०० क्रि० I I १८४२ वि० (भाद्रपद सुदी १४ शुक्र १८९० वि० १९१७ वि० 1 १८१६ वि० (आश्विन, कृष्ण २) विशेष विवरण ११ | 1 i १८९ Page #199 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १९० संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार | आधार लिपि १०९२ | ३४५८.२/१८२७.१ आषाढकृष्णयोगिनीव्रत देसी | नागरी कागज १०९३ ३७३५.१/१९०३.१ | आषाढशूक्लएकादशीव्रत देसी | नागरी कागज १०९४ | ५६६/५७६/५२२ | ऋषिपञ्चमीव्रतकथा नागरी देसी कागज १०९५ | १३३५/८८२ | ऋषिपञ्चमीव्रतकथा देसी नागरी कागज १०९६ । २५९५/१४६४ | ऋषिपञ्चमीव्रतकथा नागरी देसी कागज १०९७ | २८०८/१५१६ | ऋषिपञ्चमीव्रतकथा देसी नागरी कागज १०९८ | ३१४३/१६१४ ऋषिपञ्चमीव्रतकथा देसी कागज नागरी १०९९ / ३४४२/१८२६.१ | ऋषिपञ्चमीव्रतकथा देसी नागरी कागज ११०० ३४४४.१/१८२६.१ ऋषिपञ्चमीव्रतकथा देसी कागज नागरी ११०१ | ५९५१/३१०९ | ऋषिपञ्चमीव्रतकथा देसी नागरी कागज ११०२ | ९११/९२८/७६७ एकादशीव्रतकथा देसी कागज नागरी ११०३ १०९२/८०० एकादशीव्रतकथा देसी कागज नागरी ११०४ | ११३५/८२४ एकादशीव्रतकथा देसी कागज नागरी Page #200 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार (से० मी०) ८ क २०.८×१२.२ २५.५x१६ २७×११ २९.५x१३ २३.५x१० २५x१५ २४.२४१३.२ २५×१३ २५X१२.५ पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र० पं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) २९x१३ पू० सं० २३.८×१४.४ ६ ४ ९ ४ ८ ९ २ २७.४×१२.८ ४ ३ २४४१३.५ | १८३ २८ ሪ ९ १० ८ ९ ९ ove ११ १२ १३ ९ ९ १२ १० २२ पूर्ण / ३७ १६ पूर्ण / २० दशा / परिमाण (अनु० छन्द में) ९ ३२ पूर्ण / ७२ व्रतकथा १५ पूर्ण / २८ ३२ | पूर्ण / २८ ३२ २४ पूर्ण / ७२ ३२ पूर्ण / ९९ ३२ | अपूर्ण / २४ अपूर्ण / ३९ ३६ | पूर्ण /८१ २८ | पूर्ण / १४४१ ३४ | अपूर्ण / ३५७ १८ पूर्ण / ४५ लिपिकाल १० - | १९४९ वि० (भाद्र शुक्लपक्ष चतुर्थी शुक्रवार) १९४० वि० १९०१ वि० (भाद्रपद शुक्ल एकादशी) I १८०४ वि०, ( १६६९ शक ) १९१९ वि० (भाद्रपद) विशेष विवरण ११ II १९१ इसमें सभी महीनों की एकादशियों के व्रत का माहात्म्य विविध पुराणों से संगृहीत है Page #201 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्रहल हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि ११०५ | २४९४/१४४१ | एकादशीव्रतकथा देसी नागरी कागज | २६४४/१४७६ एकादशीव्रतकथा नागरी देसी कागज | २७७०/१५०८ एकादशीव्रतकथा देसी | नागरी कागज २९०४/१५३६ | एकादशीव्रतकथा नागरी कागज ३२८६/१६५५ | एकादशीव्रतकथा नागरी देसी कागज | ३७३७.१/१९०४.१ एकादशीव्रतकथा नागरी देसी कागज ११११ | ३८११.१/१९३९.१ एकादशीव्रतकथा | नागरी कागज १११२ | ६७२६/३७६९ | एकादशीव्रतकथा नागरी देसी कागज १११३ | ३८७०.१/१९७८ | कार्तवीर्यकथा नागरी कागज १११४ | २५८८/१४६२ । कार्तिकएकादशीव्रतकथा देसी कागज नागरी १११५ / २५८८.१/१४६२ कार्तिकएकादशीव्रतकथा नागरी देसी कागज १११६ | ३१३८/१६१४ | कार्तिकशुक्लनवमीकथा नागरी देसी कागज १११७ | ६०२५/३१६० | कार्तिकशुक्लपञ्चमीकथा देसी नागरी ना कागज Page #202 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार (सै० मी.) शिव पिपल ८ (क) — ट(ख) ८(ग) ८(च) पृ० सं० पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण किषिकान प्र० पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) ___ | १० | पूर्ण/१०२ २९४१३ १५,५४ ११.३ ३४ | पूर्ण/३४० १२,८४१३ | अपूर्ण/५५ २३.२४१०.४ | १३ | ९ | २६ | अपूर्ण/९६ २२४१० ७ | २५ | अपूर्ण/४४ ३१.५ x १३.१ | २५ / १० / ३२ | अपूर्ण/२५० १२.५४१०५ २४ | अपूर्ण/८१ | पूर्ण/८४ २४४१४ | पूर्ण/२५० २२.३४ १३.५ पूर्ण/६० १९१५ कि. (श्रावणशुक्ल २५.५४१३ ३२ | अपूर्ण/७० २४४१६ २६ | पूर्ण/७८ १९२१ कि. (फाल्गुनशुक्ल १० चन्द्रवार) २४.४४१२.२ | ७ | १३ | ३८ | पूर्ण/१०८ २५ Page #203 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १९४ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं ० १ १११८ | ३६४८/१८६६ १२ ११२२ १११९ | ९८८ / १००५/७८२ कार्तिकी शुक्लाप्रबोधिनी व्रतकथा ११२० | ३४८०:२/१८२९.१ कृष्णचतुर्थीसंकष्टहर व्रतकथा ११२१ | ३४५८.३/१८२८.१ कैवल्यैकादशीव्रतकथा ११२४ २७७३/१५०८ ११२५ २७४४/१५०० ११२६ | ८४६ / ७३९ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ११२३ ५९०७/३०७६ कोकिलाव्रतकथा ११२७ ९१०.१/७६७ ११२९ ग्रन्थ का नाम ५८३३/३००७ कोकिलाव्रतकथा ११२८ १०४५ / ७९८ ११३० ३ कार्तिक शुक्लाप्रबोधनी व्रतकथा गणेशप्रतिपत्कथा गणेशप्रतिपदाव्रतकथा गोत्रिरात्रिव्रतोद्यापन गोत्रिरात्रिव्रतकथा गोत्रिरात्रिव्रतकथा २७४१.१ / १४९८ | गोत्रिरात्रिव्रतकथा २७४१.३/१४९८ गोत्रिरात्रिव्रतकथा ग्रन्थकार टीकाकार ४ ५ आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी • नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #204 -------------------------------------------------------------------------- ________________ व्रतकथा . आकार (से० मी०) प लिपिकाल पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण प्र०५० (अनु० छन्द में) ८(ग) ८(घ) विशेष विवरण, ११ ८(क) २९.७४१४ पूर्ण/१२० २६.५४ १३.५ ण/७० . २८.५४१८.२ । | पूर्ण/१२६ । २४४१४.७ पूर्ण/५७ २०.५४१० | अपूर्ण/४० २०.७४१० । .. ९ | २४ | अपूर्ण/५४ . १८८५ वि० (आषाढ़ १) २३४११.६ पूर्ण/७७ मृगधर्ममाहात्म्य वर्णित २४४१३ पूर्ण/७० १९०८वि० २२४१२ पूर्ण/२०३ । १७६१ वि० (१६२६ शक) १४.५४१० | अपूर्ण/५६ २५४१४ | ३६ | पूर्ण/८७ २७.८४ १३.८ | २ | १२ | ४३ | अपूर्ण/३२ २६.५४१३ | १६ | १२ | ४३ | पूर्ण/२५८ १८१५ वि० इसमें भाद्रपद मास के शुक्लपक्ष की त्रयोदशी को किये जाने वाले गोपूजापरक सुखसौभाग्यप्रद व्रत का प्रतिपादन हुआ है Page #205 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्या का विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ वेष्टन सं० ग्रन्थ का माम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि ११३१ | ३२७१/१६५२ | गोत्रिरात्रिव्रतकथा देसी । मागरी कागज ११३२ ३४४३.१/१८२६.१ | गोत्रिरात्रिव्रतकथा देसी कागज नागरी ११३३ ३७९५.१/१९३२.१ | गोत्रिरात्रिव्रतकथा नागरी देसी कागज ११३४ | ३४४३.१क/ | गोवत्सद्वादशीव्रतकथा १८२६.१क देसी नागरी कागज ११३५ | १०१४/७९१ जन्माष्टमीव्रतकथा देसी नागरी कागज ११३६ | २७४८१५०० जन्माष्टमीव्रतकथा नागरी देसी कागज ११७ | ११४४/१६१४ जयापार्वतीव्रतकथा नागरी कागज ११३८ | ७००५/३९४६ देवोत्यानीएकादशीकथा देसी नागरी कागज ११३९ / ६३८१/३४८० | निशल्याष्टमीव्रतकथा देसी | नागरी कागज ११४० | २८२४/१५१९ । नृसिंहचतुर्दशीव्रतकथा नागरी देसी कागज ११४१ ३७४३.१/१९०८.१ | नृसिंहव्रतकथा नागरी देसी कागज ११४२ | १०८०/८०६ फलद्वितीय व्रतकथा नागरी देसी कागज ११४३ | ३१४५/१६१४ | फाल्गुमपूर्णिमाकथा देसी कागज नागरी Page #206 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ (क) २४×१३ २०×१४ २५.३x १२.३ २६×१४ ३४× १४ २४×१३ २४५ १४ १४.११.५ २७.५x१२ २३ x १६ २४४१३.५ पृ० सं० २४.७× १२.८ ८ (ख) ८ (ग) ८ (ध) १२ २०.५x१०.७ ५७ ४ २ १० ३ १४ १० ७ m १२ ६ ७ पंक्ति | अक्षर ! दशा / परिमाण प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) ९ ९ १० ११ १४ ९ १२ १२ १० २२ पूर्ण / ८२ ܘܐ ९ २८ अपूर्ण / १७५ ३६ पूर्ण / ४९ ३२ पूर्ण / ४२ ८ २८ पूर्ण / ३९९ २२ पूर्ण / ८७ व्रतकथा २८ पूर्ण / १०५ २० अपूर्ण / ५२ २० - ९ ३२ पूर्ण / १०८ पूर्ण / १९ २३ अपूर्ण / ४३ ३२ | पूर्ण / ७० ३२ पूर्ण / ८१ लिपिकाल १० १७३१ वि० (कृष्ण प्रतिपदा) १८४८ वि० १९३७ वि० (कार्तिक कृष्ण ६ रविवार ) १७५५ वि० (आश्विन शुक्ल ७) १९०९ वि० (फाल्गुन वदि) १४) विशेष विवरण ११ खण्डित १९७ Page #207 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १९८ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ ११४४ | १२९८/८७७ ११४५ ११४६ ११४९ २ ११४७ २८११/१५१९ ११४८ ११३५.१/८२४ ११५१ १२७०/८६९ ११५२ १३१९/८८२ ११५० | १०४४/७९८ ६७४१/३७८४ ११५६ ११५३ ७६३५/४२८६ ११५४ १०८२/८०६ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ का नाम ६११९ / ३२४१ बहुलाव्रतकथा ३ बहुलाव्रतकथा बहुलाव्रतकथा बुधाष्टमीव्रतकथा भाद्रपद कृष्ण तृतीयाव्रतकथा भौमकथा २०७६/८०६ महालक्ष्मीव्रतकथा २४५८/१४३३ महालक्ष्मीव्रतकथा महालक्ष्मीव्रतकथा ११५५ | ३४५८.४/१८२७१ मोहिनीव्रत महालक्ष्मीव्रतकथा माघकृष्णचतुर्थी व्रतकथा मोनीएकादशी कथा ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी नागरी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज ७ देसी कागज नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #208 -------------------------------------------------------------------------- ________________ विशेष विवरण . आकार (से० मी०) ८ (क) १० २६४१०.५ पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण प्र० पृ०प्र०५० (अनु० छन्द में) लिपिकाल ८ (ख) ८ (ग) ८(घ) १२६ २२ | पूर्ण/३७ | १९६०वि० (भाद्रपदमासे कृष्णपक्षे चतुर्थ्या भौमवासरे) ७ | ३१ | पूर्ण/८१ २५४१० २७४१३ . | ७ | ८ | २५ | पूर्ण/४४ १९५९ वि० (भाद्रकृष्णपक्ष चतुर्थी शुक्रवार) २६.८४१२.७ । ४ पूर्ण/४५ २७४१५ अपूर्ण/४८, १४४११ पूर्ण/२२० २६.५४१३ पूर्ण/१५१ १८.५४१३.५ । ३९ । पूर्ण/१८४ १८४१३.५ | पूर्ण/४९.५ १८८२ वि० २१४ १३.५ पूर्ण/१६९ | १९१२ वि० (श्रावण सुदी १ शनिवार) २३४१४. ५ ४ पूर्ण/५२ २१.८x१४.८ । ४ पूर्ण/४५ २०.५४१०.८ ८ ११ | ३० पूर्ण/८३. । १९३७ वि० Page #209 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २०. . संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित न्यों की विवरणात्मक सूची अन्य सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार, आधार लिपि ११५७ / ७८९/८०५/७१५ | यमद्वितीयावतकथा देसी | नागरी कागज ११५८ | १०१२/७९१ यमद्वितीयावतकथा देसी कागज नागरी ११५९ | ११३६/१६१४ यमद्वितीयावतकथा नागरी देसी कागज ११६० ३७३२.१/१९०३.१ | यमद्वितीयाव्रतकथा देसी कागज नागरी १९६१ | ६६३९/३६८५ । यमद्वितीयाव्रतकथा देसी कागज | नागरी ११९२ | १९९४/३९४५ | यमद्वितीयावतोपाख्यान नागरी देसी कागज २४५८.२/१४३४ | रामनवमीकथा देसी कागज नागरी ११६४ | १३१८/८८२ ललिताषष्ठीव्रतकथा देसी | नागरी कागज ११६५ | १३२१/८८२ वटसावित्रीव्रतकथा नागरी देसी कागज ११६६ / ६३२७/३४२९ . वटसावित्रीव्रतकथा नागरी देसी कागज ११६७ / ६७०३/३७४७ | वटसावित्रीब्रतकथा देसी नागरी कागज ११५८ ३४७६.१/१८२९.१ वसन्तपञ्चमीव्रतकथा नागरी देसी कागज ११५९ | ५५९/५६९/५१५ | विष्णुव्रतकथा नामरी देसी कागज Page #210 -------------------------------------------------------------------------- ________________ व्रतकथा २०, लिपिकाल विशेष विवरण आकार (से० मी०) __८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण प्र. पृ०प्र०पं० (अनु० छन्द में) (ख) ८ (ग) ८ (घ) ९ १० २७४१५ पूर्ण/८३ १८८० वि० (चैत्र) २४४१६ पूर्ण/६३ २७४१३.२ | पूर्ण/१७५ | १९१० वि० (फाल्गुनशुक्ल तृतीया) १९२८ वि० (फाल्गुन कृष्ण ९) २७.४४१६.७ | २४ ) पूर्ण/८२ २५.४१३ | पूर्ण /६० २८४१३ | पूर्ण/५० २९ ८१४ १० | ४० पूर्ण/५० २६.५४ ११.५ । ९ ८ | ३० | पूर्ण/६७ ३०x१३ २४ | ७ | २८ पूर्ण/१४७ १९५३ वि० (भाद्रपदकृष्ण १चन्द्रवार १९४९ वि० (ज्येष्ठकृष्णपक्ष बुधवार चतुर्दशो) १७४१२ | १८ | ७ | १० | पूर्ण/३९ १५४९ | पूर्ण/१४० १८०४ वि० २३.४४ १६.७ । २ | १६ | २८ | पूर्ण/२८ १९११ वि० (फाल्गुनशुक्ल ८) २१४१० १४ | ८ | २४ | अपूर्ण/८४ Page #211 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २०२ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं ० १ ११७० २ ६४८७/३५७० ११७२ १०७५/८०६ ११७३५६५/५७५/५२१ ११७४ १०८३/८०६ ११७१ | ३७३६.१/१९०३.१ व्यतीपातव्रतकथा ११७५ ९१२/८२९ ११७७ ११७८ ३८७७.१/१९८२ १२६९/८६९ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ११७९ २५११/१४४५ ११८० ३२७० / १६५२ ११८१६७०९ / ३७५३ ग्रन्थ का नाम ११७६ ३१३७/१६१४ शिवरात्रिव्रतकथा ११८२ ७३८२/४१७८ ३ विष्णुशयनी एकादशीव्रत शरदकथा शिवरात्रिव्रतकथा शिवरात्रिव्रतकथा शिवरात्रिव्रतकथा शिवरात्रिव्रतकथा शीतला सप्तमीव्रतकथा श्रावणद्वादशीव्रतकथा श्रावणद्वादशी व्रतकथा श्रवणद्वादशी व्रतकथा श्रीकृष्णजन्मव्रतकथा ग्रन्थकार ४ टीकाकार ५ 1 आधार लिपि ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #212 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ (क) २७.५X१३ २८.५×१६ १८.५×१३.५ २५.५x११ २५x१३.५ २६×१७.५ २५x१२ २५.५x९ २७४१२ पंक्ति | अक्षर प्र० पृ० प्र० पं० १८ (ख) ८ (ग) | ८ (घ) २८x१३ पृ० सं० २६.१x१३.१ ८ १२ ३० ४ १३ १० ७ २६.२×१४.२ २९ १० ११ ९ १२ १७ ९ २६.४.×१२.४ १० ८ ७ ८ १३ ८ १० ८ ९ ८ ११ ८ १२ २८ २४ ३४ ३२ ३८ अपूर्ण / ९५ ३२ ३६ ३० दशा / परिमाण (अनु० छन्द में) ९ ३४ पूर्ण / ५२ ३२ अपूर्ण / ९० ३६ पूर्ण / ३८ पूर्ण ८७ पूर्ण / ११४ पूर्ण / २९० पूर्ण / १२६ पूर्ण / ११७ अपूर्ण / ७५ पूर्ण / ९० पूर्ण / ९९ २६ पूर्ण / ७८ व्रतकथा लिपिकाल १० १८७७ वि० 1 | १८६१ वि० 1 विशेष विवरण ११ I TI│▬▬▬▬│ २०३ Page #213 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २०४ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची सं०/वेष्टन ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि ११८३ । १५०४/९३१ संकटचतुर्थीव्रतकथा नागरी देसी कागज ११८४ | १३२०/८८२ | संकष्टचतुर्थीव्रतकथा नागरी देसी कागज ११८५ / १८०८.१/१२०९ | संकष्टनाशनगणेशव्रतकथा नागरी देसी कागज ११८६ | १७२३/११२४ सत्यनारायणव्रतकथा देसी | नागरी कागज ११८७ | २४५९/१४३६ । सत्यनारायणव्रतकथा देसी | नागरी कागज ११८८ | २४९०/१४४० सत्यनारायणव्रतकथा देसी | नागरी कागज २७३३/१४९४ सत्यनारायण व्रतकथा नागरी देसी कागज | ३३७४/१७६५ सत्यनारायणव्रतकथा देसी कागज नागरी ६१५७/३२७७ सत्यनारायणव्रतकथा देसी कागज नागरी ११९२ | १५५१३/४२४७ सिद्धिविनायकव्रतकथा नागरी देसी कागज ११९३ | ३१३५/१६१४ | सिद्धिविनायकव्रतोपाख्यान नागरी देसी कागज ११९४ | २४५८.१/१४३६ / सीतानवमी नागरी देसी कागज ११९५ ५८२.१/५९२/५३५ | सुन्दरीद्वितीयाकथा देसी | नागरी कागज Page #214 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ क २६.५४११ ३०x१३ १८x१४ २३.५x११.८ २६×१३ २८४१५ २७×११.४ ३३×१३ ३०x१०.८ १३x२३ २०.५x११.५ ३० x १४ १४. ५x१० पृ० सं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) ܘܐ ८ १६ ३२ ९४ ३२ ४० २५ ५ २४ ४ १६ पंक्ति | अक्षर | दशा / परिमाण प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) ९ ܐ ६ ८ ܘܐ 2 १० ८ ८ ७ २० ९ ६ २१ पूर्ण / ६९ ३२ १५ अपूर्ण / ४२ पूर्ण / ६४ ३२ अपूर्ण / १६० २४ अपूर्ण / १९२ ३२ |पूर्ण / ९४० २६ पूर्ण / २०८ ३० ४० ४० व्रतकथा पूर्ण / ३०० अपूर्ण / २१९ १६ पूर्ण / ५० २४ पूर्ण / ४५ पूर्ण / ४५ १६ पूर्ण / ४८ लिपिकाल १० १९५२ वि० (माघकृष्ण तृतीया शुक्रवासरे) १९५३ वि० ( माघकृष्ण पक्ष ४) १९०७ वि० (वैशाख सुदि ४ बुधवार) १९११ वि० ( वैशाख कृष्ण अष्टमी बुधवार) १७९० वि० (श्रावण ३० भौमवार) विशेष विवरण ११ 11 - २०५ Page #215 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २०६ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ ११९६ _३८७६.५/१९८३ ११९७ ११९८ १२०० ११९९ २५३१/१४४९ २ १२०३ १२०४ ४७६/४३५ १२०१ | ७००४ / ३९४६ १२०५ १३३०/८८२ १२०७ ५९५६/३११२ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ का नाम १२०६ १०४९/७९९ ३ सूर्य षष्ठीकथा १२०२ ३१९१/१६२३ हरितालिका तृतीयाकथा १३२९/८८२ सोमवती अमावस्याव्रतकथा सोमवती अमावस्याव्रतकथा सोमवती अमावस्याव्रतकथा सोमवती अमावस्याव्रतकथा सोमवती अमावस्याव्रतकथा ८२९१/८४६.१९/ हरितालिकाव्रतकथा ७३९ ९१४/९३१/७६७ हरितालिकाव्रतकथा ९४३/९६० / ७७० | हरितालिका व्रतकथा हरितालिका व्रतकथा हरितालिकाव्रतकथा १२०८ २२९९/१४२२ हरितालिका व्रतकथा ग्रन्थकार ४ टीकाकार ५ 1. आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी नागरी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि देसी कागज ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #216 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रतकथा २०७ पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल आकार (से० मी०) ०स./ विशेष विवरण प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) १७४११ | ३ ६ २६ | अपूर्ण/९ १३४८ | ४२ / ७ १० पूर्ण/९२ ३०४१३ | ३२ | पूर्ण/१३६ १७८७ वि० (शाके १६५२ भाद्र १२ रविवार) १९५० वि० (ज्येष्ठकृष्ण १४) १९३० वि० (आषाढकृष्ण ८ बुधवार) १८१२ वि० (ज्येष्ठ २) २४४१३ २८ | ११ | २५ | पूर्ण/२४६ सुरक्षित २१.२४१०.२ | ७ | १० | २४ | अपूर्ण/५२ २७.५४१३.५ | पूर्ण/१९ १८४७ वि० (वैशाखकृष्ण १३ चंद्रवार) २४४१०.६ पूर्ण/९४ १७.५४ १२.५ | पूर्ण/९५ । २५.५४१४.५ । १० पूर्ण/१०३ १८०३ वि० २४.५४११.५ | १३ | पूर्ण/९१ १७९० (भाद्रपद) १८७६ वि० २४४१३ | १० | २८ पूर्ण/९६ ३०४१३ | १५ | ८ | २८ | पूर्ण/१०५ १९४९ वि० (भाद्रशुक्लपक्ष तृतीया गुरुवार) १६४१० ६ ८ | २८ | अपूर्ण/४२ Page #217 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम । ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १२०९ / २५१३/१४६४ हरितालिकाव्रतकथा देसी नागरी कागज १२१० | २६१९/१४६७ हरितालिकाव्रतकथा नागरी देसी कागज १२११ | ३३०९/१७०७ हरितालिकाव्रतकथा नागरी देसी कागज १२१२ | ३७४४.१/१९०८.१/ हरितालिकाव्रतकथा देसी नागरी कागज १२१३ / ५८०३/२९८७ | हरितालिकाव्रतकथा देसी कागज | नागरी १२१४ | २८११/१५१६ । हस्तगौरीव्रतकथा नागरी देसी । कागज १२१५ / ४०९४/१९४४ हस्तिव्रतकथा देसी नागरी . कागज Page #218 -------------------------------------------------------------------------- ________________ व्रतकथा २०९ आकार (से० मी०) लिपिकाल र विशेष विवरण पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण प्र०५० (अनु० छन्द में) ८(घ) ९ ८ (क) ११ २६४१३ पूर्ण/९३ २४४१३ ३२ | पूर्ण/२३१ २१.५ x १०.७ || ११ ९ | २८ पूर्ण/११५ १९१९ वि० (भाद्र पञ्चमी गुरुवार) २७.२४१३ | पूर्ण/९८ २३.७ x ११.५ | १४ || अपूर्ण/७३ २३ x १४ | २४ | पूर्ण/६३ | १८४६ वि० २३४१४ ५ | १२ | २४ ' पूर्ण/४५ १८९३ वि० Page #219 --------------------------------------------------------------------------  Page #220 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र Page #221 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २१२ क्रम सं० १ १२१६ १२१८ १२१९ १२२० १२२१ ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० २ १२१७ _३७१ (क) / ३४० अग्न्युत्तार ६४६९ / ३५५३ १२२७ १४० /१३३ ३५/३० १२२२ १५४५/९५५ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची २५०२.१/१४४४ अज्ञानविमोचनस्तोत्र १२२३ ३०४४/१५८२ ३६०१/१८५६.१ अध्यात्मस्तोत्र १२२५ ३१५/१६२१ ग्रन्थ का नाम १२२६ ३२२१/१६३१ अंबिकापञ्चरत्न ३६२६ / १८६२.१ ३ १२२४ ३०६४.३/१५८९ अनुस्मृति अथवर्ण रहस्यस्तोत्र अनुस्मृतिस्तोत्र अनुस्मृति अनुस्मृति अनुस्मृतिस्तोत्र अनुस्मृति अनुस्मृतिस्तोत्र १२२८ _३६७९/१८७३ अनुस्मृतिस्तोत्र ग्रन्थकार ४ शङ्कराचार्य · टीकाकार ५ 1 आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि 67 नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी - नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #222 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी० ) ८ (क) २६.५x१२ २३×१३ २३.५x१२.५ २३×१०.५ १४×१० १७×१०.५ १४४१० ११.५x९.५ ११.८ × ७.५ १८x१० ३३x२० १५.५x१२ २०×१५.५ पृ० सं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) १७. १ २ २२ १ १५ २५ २९ १० ६ पंक्ति अक्षर दशा / परिमाण प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) ९ ३७ ११ ६ १८ ३६ ७ २१ ७ ६ २१ ९ ६ ૪૦ २२ अपूर्ण / २५ ५२ पूर्ण / २४ २० पूर्ण / २१ २० १२ पूर्ण / २२ पूर्ण / ८२ १६ पूर्ण / ८७ पूर्ण / १०९ १५ पूर्ण / ११८ १५ पूर्ण / १०४ ४० ५ २४ पूर्ण / १५० ९ १० १६ पूर्ण / ९० १६ २० स्तोत्र पूर्ण / ५१ पूर्ण / २१० लिपिकाल १० - १९९४ वि० १८९५ वि० (आश्विनकृष्ण १० गुरुवार विशेष विवरण ११ 1 २१३ Page #223 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २१४ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १ १२२९ |४२४७.१/१९८६ | अनुस्मृति . देसी | नागरी कागज १२३० ४२४७.१/१९८६.१ अनुस्मृति नागरी देसी कागज १२३१ ७५८७/४२५८ | अनुस्मृति नागरी देसी कागज १२३२ / ८६५/८८२/७५६ | अन्नपूर्णास्तोत्र नागरी परमहंस परिव्राजकाचार्य देसी कागज १२३३ | १६९१.४/१०९४.१/ अन्नपूर्णास्तोत्र नागरी देसी कागज १२३४ | ७२२९/४०८६ | अन्नपूर्णामन्त्रनामसहस्रस्तोत्र . - - देसी कागज नागरी १२३५ / ७२२८/४०८६ अन्नपूर्णेश्वरीस्तवराजस्तोत्र - नागरी कागज १२३६ / २५९२/१४६३ अपराजितास्तोत्र ना देसी कागज १२३७ / ३८९ . अपराधक्षमास्तोत्र देसी । नागरी कागज शङ्कराचार्य । नागरी १२३८ | ५६१/५७१/५१७ | अपराधक्षमास्तोत्र देसी कागज देसी १२३९ । ३०७८.१२/१५९३/ अपराधक्षमास्तोत्र शङ्कराचार्य नागरी कागज १२४०। ६७७७/३८१३ अपराधक्षमास्तोत्र : शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज देसी नागरी १२४१ | ३१६४.९/१६१९ | अपराधनिरसनस्तोत्र कागज Page #224 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र २१५ लिपिकाल विशेष विवरण : आकार (से० मी०) ८ (क) पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण प्र० पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) २०.५४१४ अपूर्ण/११ १२४७ | २५ - ६ | १० पूर्ण/४७ १५.४४८.८ । १५ ९ | १८ | अपूर्ण/७६ । - १८४९.५ ७ | २० | पूर्ण/१७ १८६६ वि० (बुधवार ५) १३४२२३ १२ / पूर्ण/१८ १९५४ वि० १४.४४८.८ । ६९ / ६ / १६ पूर्ण/२०७ १४.४४८.८ | १३ | ६ | १६ | पूर्ण/३९ । 93 १७४१६ ६ | १६ | २२ | पूर्ण/६६ १३४८ | १२ | | पूर्ण/४२१८३८ वि० १६.५४ १२.५ । ६ ८ | अपूर्ण/१७ १०.२४६.६ पूर्ण/३० १८७४ वि० (पौष १३ भौमवार) १६४१०५ | ८२० | पूर्ण/२५ ३५.७४ १६.७ । ३ | ११ | ३२ | पूर्ण/३३ - - Page #225 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्यसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १ १२४२ | ४९७/४५१ अपराधभञ्जनस्तोत्र | नागरी कागज देसी १२४३ | ५२९/५१९(१)/ | अपराधसमापनस्तोत्र | शङ्कराचार्य देसी कागज नागरी ४७५ १२४४ | ३९५५.१/२०१७.१/ अपराधक्षमापनस्तोत्र | शङ्कराचार्य देसी | नागरी कागज १२४५ / १५२५/९४० | अपराधसुन्दरस्तोत्र | नागरी देसी कागज १२४६ | ३१९२/१६२३ अपराधसुन्दरस्तोत्र शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज १२४७ | ३३०६/१७०४ अपराधसुन्दरस्तोत्र शङ्कराचार्य देसी | नागरी कागज १२४८ | ३९०८.१/१९९३ | अपराधसुन्दरस्तोत्र शङ्कराचार्य देसी नागरी कागज १२४९ | ४३४६/२०२३ | अपराधसुन्दरस्तोत्र शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज १२५० | १८०१(१)/१२०२] अपराधस्तोत्र देसी नागरी कागज १२५१ / ११०/१०२ अपामार्जनस्सोत्र देसी कागज नागरी १२५२ | १७२/१६५ अपामार्जनस्तोत्र नागरी देसी कागज १२५३ | २६९५/१४८९ अपामार्जनस्तोत्र देसी । नागरी कागज १२५४ | २८५८ अपामार्जनस्तोत्र नागरी देसी कागज Page #226 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र २१७ आकार (से० मी०) विशेष विवरण । ___१० १७४१२ पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल प्र०पू०प्र०५० (अनु० छन्द में) ८(ग) ८(घ) ९ | ९ | १९ पूर्ण/३७ | १८९८ वि० (शाके १७६४) | ५ | ५ | १२ | पूर्ण/१५ १८६० वि० (भाद्रपद शुक्ल पंचमी सोमवार) ७ | १० | पूर्ण/२२ ११४१० १३४१० १९.२४११.३ | पूर्ण/४१ २५४११ | ४ | १० | १४ | पूर्ण/१० ११.५४५.८ | १० | ५ | १३ | पूर्ण/२० १७.३४१० | ६ | १६ | पूर्ण/२६ | १७६५ वि० (श्रावण १४) १३४९.५ | पूर्ण/४५ १६४९ ४ ५ | १५ | पूर्ण/९ १४.५४८.५ । ३० - ६ | १६ पूर्ण/९० १८४४ वि० मीति (आसौज सुद ४ चंडवार) १३.५ ४८.५ । ८१ | ५ | १३ | अपूर्ण/१६४ १६४१० ३० ९ | १८ | पूर्ण/१३५ २६४११.५ २५ | ८ | २२ | पूर्ण/१३८ १७६१ वि० Page #227 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम : ग्रन्थकार टीकाकार | आधार लिपि ५ १२५५ | ३५६१/१८४८.१ | अपमार्जनस्तोत्र देसी | नागरी कागज | ७७७/७९३/७११ | अभिलाषाष्टकस्तोत्र , । नागरी देसी कागज १२५७ | ३८४१.२/१९६०.१ अर्गलास्तुति देसी कागज नागरी १२५८ | २३८१.१/१४१७ | अर्गलास्तोत्र देसी कागज नागरी १२५९ | ३६७६.१/१८७३ | अष्टपदी देसी कागज नागरी १२६० | ३०८०.२९/१५९४| आचार्यनामावली हरिराम नागरो देसी कागज | आदित्यहृदयस्तोत्र नागरी देसी कागज आदित्यहृदयस्तोत्र देसी नागरी कागज | आदित्यहृदयस्तोत्र । नागरी देसी कागज आदित्यहृदयस्तोत्र देसी कागज नागरी आदित्यहृदयस्तोत्र देसी कागज नागरी | आदित्यहृदयस्तोत्र देसी कागज नागरी १२६७ | ३३८/३१० आदित्यहृदयस्तोत्र देसी नागरी कागज Page #228 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . . . . . . . . स्तोत्र ....... . . . . . . २११ आकार (से० मी०) पंक्ति | अक्षर | दशा/परिमाण प्र०५० (अनु० छन्द में) लिपिकाल - विशेष विवरण........... ८ (क) २१.७४१० पूर्ण/१४२ | १७७२ वि०. १८.५४१४ | पूर्ण/२५ ६४११६ | १२ | ८ | पूर्ण/१८ १३.५४८ | पूर्ण/१५ २०४१५.५ पूर्ण/१० १६४१० पूर्ण/४२ १८४९ वि० १७४९.५ पूर्ण/२१० १९४११ ६ | २० | अपूर्ण/१८८ १४.५४१० ८ | १६ | पूर्ण/२२४ १९६०.वि. --. १३.५४८.५ ६ | १६ | पूर्ण/२०१ १३.५४८ १६ | अपूर्ण/१९७ २०४१३.५ | ८ | २० | पूर्ण/१७५ वि .. .... ! १७.५४७ - ५९ | ५ | २४ पूर्ण/२२१ |१८५.०वि० Page #229 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २२० २२० संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रंथों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि __ २ १२६८ | ३५०/३२१ आदित्यहृदयस्तोत्र देसी | नागरी कागज | आदित्यहृदयस्तोत्र नागरी देसी कागज | आदित्यहृदयस्तोत्र नागरी देसी कागज १२७१ | ४५१/४४२ | आदित्यहृदयस्तोत्र नागरी देसी कागज १२७२ | ५१४/५०५/४६३ | आदित्यहृदयस्तोत्र नागरी देसी कागज १२७३ ] ५३७/४८३ | आदित्यहृदयस्तोत्र नागरी देसी कागज १२७४ | ५४६/५३६/४१२ | आदित्यहृदयस्तोत्र देसी कागज नागरी १२७५ | ५४६/५५६/५०२ | आदित्यहृदयस्तोत्र नागरी देसी कागज १२७६ | ८१७/८६३/७२९ | आदित्यहृदयस्तोत्र नागरी देसी कागज १२७७ | ११४५/८२७ | आदित्यहृदयस्तोत्र देसी नागरी कागज १२७८ | १६९५/१०९८ । आदित्यहृदयस्तोत्र नागरी देसी कागज १२७९ / २८९५/१५३१ आदित्यहृदयस्तोत्र देसी कागज नागरी १२८० | २९०२/१५३१ . आदित्यहृदयस्तोत्र देशी कागज नागरी Page #230 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ (क) २२x१२ १९१२ १४५८ २१.५४८.५ १९x१० १७४१२ १९.५x१२ २७.५X१३ २०x१०.५ पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र० पं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) १२४७ पृ० सं० २२.५४९.२ २० ३५ ६२ ४९ ४२ ६६ ७९ १० ३२ १२ ८ ११८ ५ २५ १० ३९ ८ २९ १० ७ २६.८x१४.५ १६ ११ २२.३×१०.२ ३४ ५ ५ ५ ६ २४ पूर्ण / ३१५ १६ पूर्ण / २५२ २४ दशा / परिमाण (अनु० छन्द में) ९ पूर्ण / २०० २४ पूर्ण / ३६७ २५ ४० १४ पूर्ण / २०५ अपूर्ण / २५२ पूर्ण / १९२ पूर्ण / ३६३ १८ पूर्ण / २२३ ३६ पूर्ण / १९८ २८ अपूर्ण / १२१ १२ पूर्ण / २२१ स्तोत्र २४ पूर्ण / १७५ लिपिकाल १० १८०८ वि० ( माघशुक्ल ७ रविवार ) १८१६ वि० १९०३ वि० I १७७९ वि० I I १७८९ वि० (चैत्र, बुधवार १३) विशेष विवरण ११ I सुरक्षित | २२१ Page #231 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २२२ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १२८१ | २९०९/१५३८ | आदित्यहृदयस्तोत्र नागरी देसी कागज १२८२ | ६००४/३१४० आदित्यहृदयस्तोत्र नागरी कागज १२८३ | ६३०६/३४०८ | आदित्यहृदयस्तोत्र देसी नागरी कागज आनन्दलहरी शङ्कराचार्य देसी नागरी कागज आनन्दलहरी शङ्कराचार्य देसी । नागरी कागज ११५९/८३२ | आनन्दलहरी नागरी शङ्कराचार्य | डिडिमराम कवि देसी कागज १२८७ / ११८०/८३८ आनन्दलहरी शङ्कराचार्य देसी . नागरी कागज १२८८ | १७८८/११८९ | आनन्दलहरी नागरी शङ्कराचार्य देसी कागज १२८९ | ६७१३/३७५७ | आनन्दलहरी शङ्कराचार्य देसी नागरी कागज १२९० | २४१८/१४२६ | आपदुद्धारबटुकभैरवस्तोत्र देसी | नागरी कागज १२९१ | ६४.२/५८ | आपदुद्धारस्तोत्र देसी | नागरी कागज ७४९०/४२३९ । आपदुद्धारस्तोत्र नागरी देसी कागज १२९३ | ८२२/८३८/७३२ | आम्नायस्तोत्र नागरी देसी कागज Page #232 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र २२३ आकार पृ० सं० विशेष विवरण (से० मी०) ८ (क) पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल ०प्र० पृ०प्र०५० (अनु० छन्द में)| ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) | ८ | १५ | अपूर्ण/२९२ ११ १५.५४१०.५ १३४८.४ ७ | १६ | अपूर्ण/९८ १४.५४९.५ | पूर्ण/१०९ १७४११ पूर्ण/४७ १८९० वि० १४४१० पूर्ण/६० २७.५४१५ | ४३ | पूर्ण/२२५७ | १८५८ वि० | मूल के १०२ श्लोकों सहित संस्कृत टीका (चैत्रशुद्ध रविवासरे) २१४१३ पूर्ण/४४ २२.५४१३ ६ | २८ | पूर्ण/४२ १८x११ ८ | १६ | पूर्ण/३६ १८९० वि० १६.५४१३ १३ | २० | पूर्ण/१९२ | १९३८ वि० (माघशुक्ल १३ | मंगलवासरे) १७४१० पूर्ण/११७ ११४७ | १८ | ८ | १६ | पूर्ण/७२ २२.५४ १३ । ७२ | १० | २८ | पूर्ण/६३० १८४० वि० Page #233 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २२४ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार | आधार आधार लिपि १२९४ ९२६/९४३/७६८ | अम्नायस्तोत्र | नागरी देसी कागज १२९५ | २६२२.५/१४६७ | आर्या बल्लभाचार्य नागरी देसी कागज १२९६ / २६७६.११/१४८५/ आर्या नागरी देसी कागज १२९७ | १७३/१६५ | आर्याद्वादश शाम्भआचार्य नागरी देसी कागज १२९८ | ७०६९/३९८० | आर्याद्वादशक नागरी देसी कागज १२९९ / २६७६/१४८५ | आर्याद्वितीया । नागरी देसी कागज १३०० १७१/१६४ आर्यासप्तक देसी | नागरी कागज १३०१ ३७३८.६/१९०४.१ | आर्यास्तोत्र बल्लभाचार्य नागरी देसी कागज १३०२ ३७०६.१/१८८१.१ | इन्द्राक्षीस्तुति देसी नागरी कागज १३०३ | ५०१/४५५ इन्द्राक्षीस्तोत्र देसी कागज नागरी १३०४ २८८१/१५३० इन्द्राक्षीस्तोत्र देसी ! नागरी कागज १३०५ | ३४१३/१७९९ | इन्द्राक्षीस्तोत्र देसी कागज नागरी १३०६ । ६७९३/३८२७ । इन्द्राक्षीस्तोत्र देसी | नागरी कागज Page #234 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ (क) १६×१२ २७४१६ २७४१६ १५४८.५ ५५x१८ २७४१६ १६.५×१३ २१×१७ २३×१० १२x६ १८. ५×१४ १६.५४९.७ २०x११ २९ पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र० पं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) पू० सं० ५ १२. o 5 ६ २ २८ ७ २ ९ ४ १४ g ८ १ ८ १ ७ ६ M ७ و ११ १० ८ १६ पूर्ण / ३० ३२ पूर्ण / १६ दशा / परिमाण (अनु० छन्द में ) ९ २४ पूर्ण / १२ १८ पूर्ण / १९ १० १६ पूर्ण / १७ ३२ | पूर्ण / १८ पूर्ण / १८ १६ अपूर्ण / ३१ ३२ पूर्ण / २८ १५ पूर्ण / २३ १६ पूर्ण / २७ स्तोत्र २४ अपूर्ण / ७.५ ४८ पूर्ण / १२ लिपिकाल १० १८९४ वि० (ज्येष्ठ कृष्ण ) १९५५ वि० (पौषकृष्ण एकादशी) १८८३ वि० ( श्रावणकृष्ण ८ गुरुवार) विशेष विवरण ११ कृष्णस्तुति .२२५ 9 get Page #235 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २२६ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ १३०७ ६८०७/३८४० १३०९ २ १३१० ६७१७/३७६१ १३०८ १६९१.१३/१०९४.३ उच्छिष्टगणेशसहस्रनाम १०८/१०० १३१२ ७०६७/३९८० संस्कृत- प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची १३१५ ग्रन्थ का नाम ३ उग्रतारास्तोत्र १३११ | ३८००.१ / १९३५.१ ऋणमोचनगणपतिस्तोत्र १३१९ उपस्थापन सहस्राक्षरी ऊर्ध्वपुण्ड्रस्तोत्र १३१३ ३८८९.३/१९१८ ऋणहरगणपतिस्तोत्र १३१४ | ३८४१.४/१९६०.१ ऋणहरगणपतिस्तोत्र १५२/१४४ ऋणमोचनगणपतिस्तोत्र ६७२२/३७६५ ऋणहरस्तोत्र १३१६ | ३८९२.१/१९४०.१ एकश्लोकी विष्णुसहस्रनाम - स्तोत्र १३१७ _३९५३.१/१९२३ एकीभावस्तोत्र १३१८ २५४७.६/१४५३ एकादशभक्तिवर्द्धनी ऐन्द्राक्षीस्तोत्र ग्रन्थकार ४ नारद वादिराज बल्लभाचार्य टीकाकार ५ . T | आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #236 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र २२७ आकार (से० मी०) विशेष विवरण __८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण | प्र० पं० (अनु० छन्द में) लिपिकाल ८(ख) ८ (ग) ८(घ) ९ | पूर्ण/१२ ०. २४४११ । १६.८४२०.८ १५ | १८ | अपूर्ण/ २५ । २२.५४१०.८ | ११ | पूर्ण/७१ १८००वि० १६४१० पूर्ण/४० २०४११ ७ | १५ | पूर्ण/१७ ४२४१५ २८ | १५ | अपूर्ण/१३ १७४११ ६ ८ | १६ | पूर्ण/२४ ६४११ | १२ | ८ | पूर्ण/१५ १६४१० | पूर्ण/२० १९०९ वि० १६.८४२१ १० | पूर्ण/७ १२४९ पूर्ण/५४ १५.७४१०.५ । पूर्ण/१६ २.४१२ ५। ८ | २० | पूर्ण/२५ १८६३ वि० (आश्विनशुक्ल ५) Page #237 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २२८ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १३२० ३७९९.१/१९३४.१ ककारात्मकसहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज १३२१ | ६०५२/३१८५ कनकधारालक्ष्मीस्तोत्र शङ्कराचार्य देसी नागरी कागज १३२२ । ६८०९/३८४० कनकधारास्तोत्र शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज १३२३ | १९८६/१३११ । कपिलगीत नागरी देसी कागज १३२४ | ३८२९.१/१९५१.१ कपूरस्तवराज अज्ञात नागरी देसी कागज - १३२५ / ९५३/९७०/७७२ करुणामृत भारद्वाज नागरी देसी कागज १३२६ / ९५३/९७०/७७२ | करुणामृत देसी | नागरी कागज १३२७ । ३६३/३३३ . कर्पूरस्तोत्र | नागरी देसी कागज १३२८ | ३६५/३३५ कर्पूरस्तोत्र नागरी देसी कागज १३२९ / ९२७/९४४/७६८ | कल्याणस्तव देसी कागज १३३० | १५९८/१००४ कल्याणीस्तोत्र देसी | नागरी कागज १३३१ । ३४२७/१८१३ कामरूपस्तोत्र देसी नागरी कागज १३३२ | २३९६/१४१६ . कामरूपस्तोत्र नागरी देसी कागज Page #238 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी० ) ८ (क १९×११ २२. ५×१०.८ २४×११ २१x१४ २१x१४ १७×११ १६.५x१२.५ ४ १८x११ १७.५x१२ १९.८४७.७ पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र० पं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) ७५५ पृ० सं० १८.७४१०.८ ८ १२ १९x९ ६४ १० २ २ ५० ५० ९ ८ ६ १३ vo ८ ५ १२ v १५ १० १० ९ १० ५ ७ ७ १५ पूर्ण / ३०० ३३ दशा / परिमाण (अनु० छन्द में) ९ पूर्ण / २७ ४८ पूर्ण / २४ १८ पूर्ण / ३४ २८ अपूर्ण / ७४ ३२ | पूर्ण / ५०० २४ पूर्ण / ३७.५ २२ पूर्ण / ४४ २२ | पूर्ण /५६ १८ पूर्ण / ४५ ३५ पूर्ण / ३३ २६ पूर्ण / ५१ स्तोत्र २४ अपूर्ण / ४२ लिपिकाल १० १९३१ वि० (फाल्गुन शुक्ल १२ गुरुवार) १९३२ वि० चैत्र ३) १९३२ वि० १८४६ वि० १९१० वि० विशेष विवरण ११ २२९ भक्तिपूर्ण कृष्ण के स्तोत्र द्वितीय एवं तृतीय शतक Page #239 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २३० क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ १३३३ १३३४ | ३६२९ / १८६३.१ १३३६ ४०४ / ३६५ १३३८ १३३७ २१२/२०३ १३३९ २ १३४० १५८३ / ९८७ १३४१ १३३५ | ३६३१.१/१८३६.१ कामेश्वरस्तोत्र १३४२ १३४५ ११४ / १०६ ६६/६० १००८.१/७९१ _३४५/३१७ १३४३ १९३ (क)/१८५ १३४४ ३६५६/१८६८ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ का नाम ४६/४१ ३ कामाक्षीस्तुतिशतक कार्तवीर्यार्जुनस्तोत्र ७९०/८०६/७१५ | कार्तवीर्यार्जुनस्तोत्र कामेश्वरस्तोत्र कार्तवीर्यकल्प कार्तवीर्यं पञ्जर कार्तवीर्यार्जुनसहस्रनाम कार्त्तवीर्यार्जुनस्तोत्र कालिकाचतुःश्लोकी कालिकापद्धति कालिकासहस्रनाम कालिकास्तोत्र ग्रन्थकार * मूककवि सार्वभौम टीकाकार ५ आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #240 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र पिकाल विशेष विवरण आकार (से० मी०) ८ (क) | अक्षर दशा/परिमाण | (अनु० छन्द में) ९ २७.४४१२ ८ | २६ | पूर्ण/२२१ १३४२१ १६ | १२ | अपूर्ण/१८ १३४२१ | २ | १२ | १६ | अपूर्ण/१२ २४४१४ पूर्ण/२६४५ १६.५४९.५ | १९ पूर्ण/९९.८ १७४१०.३ - पूर्ण/२३६ १३४९.८ - | पूर्ण/१० २२.५४१४ | ७ | २२ | पूर्ण/२०८ २१.५४१२ । १२ | १२ | २८ | अपूर्ण/१२६ २२४११ ८ २३ | पूर्ण/२३ - १६४८.५ ९ | २६ | अपूर्ण/२९.८ १५.५४ ११ | ३४ | १२ | १० | अपूर्ण/१२७ १९४११ ६ 6 ७ | १६ | पूर्ण/२१ Page #241 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २३२ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ १३४६ १३४७ १२/९ १३४९ १३.४८ ३८९१/१९९१ १३५० २ _९९४/१०१३ १३५३ १३५४ १२.१/९ १३५७ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची . ग्रन्थ का नाम ३४७० / १८५२ ३ ३४७५/१८५७ कालिकास्तोत्र १३५१ |४८८/४७९(१)/४४३ कालीस्तोत्र काली त्रैलोक्यमोहनमंत्र १३५२ १७७०/११७१ कालीस्तोत्र काली भुजंगप्रयातस्तोत्र ४८७/४७८/४४३ | कालीस्तोत्र कालीसहस्राक्षरी कालीस्तोत्र कालीस्तोत्र १३५५ | ४८९/४८०/४४३ काल्यष्टोत्तरशतनामस्तुति १३५६ १६१२/१०१७ काशीविश्वनाथस्तोत्र २३८१.२/१४१७ कीलकस्तोत्र १३५८ | ३८४१.३/१९६०.१ कीलकस्तोत्र ग्रन्थकार ૪ गणेशानुज I शङ्कराचार्य 2 टीकाकार ५ आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #242 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - स्तोत्र आकार विशेष विवरण (से० मी०) पृ०सं० पंक्ति | अक्षर| दशा/परिमाण लिपिकाल प्र० पृ० प्र०पं०] (अनु० छन्द में) (ख) ८(ग) ८(घ) | पूर्ण/१११७ ८ (क) १६.५४१२ १० इसमें ध्यान, न्यासादि सहित दक्षिणकालिका सहस्रनाम तथा अन्त में कालीस्तव उपनिबद्ध है १८.५४१०.५ । २ ८ | १६ | पूर्ण/८ १९०१ वि० (श्रावणशुक्ल ७ चन्द्रवार) १६.५४ ११.२ | पूर्ण/२२ १८.५४१०.५ | ७ ८ | १६ | पूर्ण/२८ २१४१०.५ । १० ७ | पूर्ण/४४ १९०१ वि० (श्रावणशुक्ल ७ चन्द्रवार) १८९९ वि० (ज्येष्ठकृष्ण २ गुरुवासरे) १८.५४ १०.५ । १ ६ | १८ | पूर्ण/३ २०४११ अपूर्ण/६० ११.५४७.५ | पूर्ण/३० १६४११ १८x१०.५ पूर्ण/३१ १९०१ वि० (श्रावणशुक्ल १८.२४११.२ । १२ | पूर्ण/६३ १३.५४८ । ६ | १६ | पूर्ण/१८ ६४११ ६ | १२ | ८ | पूर्ण/१८ Page #243 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १३५९ | ३४५/३१३ . . | कृष्ण आरती देसी कागज नागरी १३६० | २६७६.२/१४८५ | कृष्णत्रिविधलीला . बल्लभदीक्षित देसी नागरी कागज १३६१ / २६१६/१४६७ | कृष्णनामावली हरिदास नागरी देसी कागज १३६२ / ३५८०.६/१८५३.१| कृष्णप्रेमामृत विट्ठलेश्वर देसी कागज नागरी १३६३ २६७६/१४८५ | कृष्णसहस्रनाम नागरी देसी कागज १३६४ २६२०.१/१४६७ कृष्णसेवा देसी | नागरी कागज १३६५ | | ३५५/३२५ कृष्णस्तुति देसी कागज नागरी १३६६ / ३०८०/२६ | कृष्णस्तुतिग्रन्थ देसी कागज नागरी १३६७ | ४८२/४७३/४४० | कृष्णस्तोत्र शङ्कराचार्य देसी नागरी कागज १३६८ | २९१३.१/१५३९ | कृष्णस्तोत्र बल्लभाचार्य नागरी देसी कागज १३६९ | ३०८०.११/१५९४| कृष्णाश्रयस्तोत्र बल्लभाचार्य नागरी देसी कागज १३७० ३५८०.३/१८५३.१ कृष्गाश्रयस्तोत्र बल्लभाचार्य देसी नागरी कागज १३७१ | ३१३८/१६१३ | कृष्णाष्टोत्तरशतनामस्तोत्र | नागरो. देसी कागज Page #244 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ..... स्तोत्र ११५ विशेष विवरण आकार (से० मी०) ____८ (क) क्ति अक्षर दशा/परिमाण १०प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) लिपिकाल ८ (ख) ८(ग) |८ (घ) ९ १५४११ पूर्ण/२० २७४१८ | अपूर्ण/७२ ८४६ १२ / ३२ | पूर्ण/७२ १६४११ ७ | १० | पूर्ण/१३ २७४१६ | २ | ९ | २४ | अपूर्ण/१३.५. २७४१६ | ११ | १२ | ३२ | पूर्ण/१४२ १७४१२ पूर्ण/१७ १६४१० पूर्ण/१९.७ १८४९ वि० १३४१० पूर्ण/२१ १६.५४२१ पूर्ण/२२ १६x१० पूर्ण/१४ १८४९ वि० १६४११ पूर्ण/९ . २१४१७ ६ | ९ | १२ | अपूर्ण/२० , - Page #245 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २३८३ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं ० १ १३७२ १३७३ १३७७ १३७५ ७०४१/३९६८ १३७८ १३७६ ३८० /३४७ २. १३८० ६२८१/३३८४ १३८१ _३१५/२८६ १३७४ | ३८६०.२/१९७३.१ क्षिप्रप्रसादनगणेशमंत्र १३८२ १३८३ १३७९ ६२६९/३३७२ ३६५७/१८६८ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ३३१/३०२ ग्रन्थ का नाम केदारसहस्रनामस्तोत्र २५७७/१४६० क्षमाषोडषीस्तोत्र ३७८५/१९०० क्षेत्रपालस्तोत्र क्षेत्रपालस्तुति ३ क्षेत्रपालस्तोत्र गंगापुष्पाञ्जलि गंगा नामावली गंगालहरी ४६३ / ४५४/४२२ गंगालहरी २५४३/१४५२ गंगालहरी गंगालहरी १३८४ २५८२/१४६० गंगालहरी ग्रन्थकार ४ | रंगराज वेदान्ताचार्य जगन्नाथ पण्डित राज जगन्नाथ पण्डित राज जगन्नाथ पण्डित - राज | जगन्नाथ पण्डित - राज जगन्नाथ पण्डित - राज टीकाकार ५ आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #246 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ (क २२x११ १८. ५४९ १६×१० ११५७ १४×१०.५ १४४१६.५ १५×११ २१x१२ १६×११ १३४९.५ २६×१२ १६.५×१० १६.५x१३ पंक्ति अक्ष र प्र० पृ० प्र० पं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) पृ० सं० १४ ८ ४ ३ Y ३ ६ ४ १३ ८ १८ ३४ २६ १९ ७ ८ ९ ८ १० ८ ७ ९ ५ ७ ७ ८ ४५ पूर्ण / ३७४ २४ | पूर्ण / ४२.. १४ अपूर्ण १४ १० १६ १० दशा / परिमाण (अनु० छन्द में) ९ १० १० अपूर्ण / ८ अपूर्ण / २० अपूर्ण / ९ पूर्ण / १५ अपूर्ण / ९ १६ अपूर्ण / ५८.५ १६ अपूर्ण / २० स्तोत्र २४ | अपूर्ण/९४.५ १२ पूर्ण / ८९ १४ अपूर्ण / ८६ लिपिकाल १० मार्गशीर्ष वदि ५ सोमवार 1 - I 1 विशेष विवरण ११ २३७ Page #247 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २३८ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार | आधार | लिपि २ १३८५ / २६६०/१४८१ | गंगालहरी | जगन्नाथ पण्डित राज देसी कागज नागरी १३८६ / २८५५/१५२७ | गंगालहरी | नागरी जगन्नाथ पण्डित राज देसी कागज १३८७ | ३२३०/१६३१ | गंगालहरी जगन्नाथ पण्डित नागरी देसी कागज राज १३८८ | ६१९१/३३०६ | गंगालहरी देसी | जगन्नाथ पण्डित राज नागरी कागज १३८९ | ६७११/३७५५ | गंगालहरी देसी जगन्नाथ पण्डित राज | नागरी कागज १३९० ७५७९/४२५४ | गंगालहरी जगन्नाथ पण्डित । नागरी देसी कागज राज १३९१ | ६२६८/३३७२ | गंगाष्टोत्तरशतनाम नागरी देसी कागज १३९२ | १२७/१२० | गंगासहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज १३९३ १५२७/४९९ गंगास्तोत्र शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज १३९४ | ४३३८/२०२२ | गंगास्तोत्र देसी | नागरी कागज १३९५ | १२३ गजेन्द्रमोक्षस्तोत्र नागरी देसी कागज १३९६ | ३०४६.२/१५८२ | गजेन्द्रमोक्षस्तोत्र देसी | नागरी कागज १३९७ | ३०६४.२/१५८९ , गजेन्द्रमोक्षस्तोत्र नागरी देसी कागज Page #248 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र २३९ आकार (से० मी०) ८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण | लिपिकाल प्र० पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) विशेष विवरण ११ २२४१४.२ । २२ पूर्ण/१३० १९.५४ ११.५ / २२ ८ | पूर्ण/९९ ३१४२० | पूर्ण/९५ १६.२४१०.८ ७ | १६ | अपूर्ण/२८ मराठी टीका सहित १६४१० पूर्ण/९८ १४४८.६ ६ | १८ | पूर्ण/१२२ १७४१२ ८ | १० | अपूर्ण/३२ २२४१० ७ | ३२ | पूर्ण/२३१ १८४५ वि० १८.५४११.५ पूर्ण/२२ १९०३ वि० (शाके १७६८) १६४११ पूर्ण/११ १७४११ पूर्ण/१८४ | १८५८ वि० ११.५४९.५ | पूर्ण/१९४ | १९९४ वि. ११.८४७.५ पूण/१६३ Page #249 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २४० क्रम सं० | ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ १३९८ १४०० १३९९ | ३२२०/१६३१ २ ३१८० / १६२१ १४०३ ३६८०/१८७३ १४०७ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ का नाम १४०५ | ४३३६ / २०२२ ३ १४०१ ३४४५.१/१८३० गणपतिस्तोत्र गजेन्द्रमोक्षस्तोत्र १४०२ ३७०६.२/१८८१.१ गणपतिस्तोत्र गजेन्द्रमोक्षस्तोत्र गजेन्द्रमोक्षस्तोत्र ३८८९.१ / १९१८ गणपतिस्तोत्र १४०४ ३९११.१/१९९५ गणपतिस्तोत्र १४१० _२८९३/१५३१ १४०६ ६२६५/३३७२ गणपतिस्तोत्र गणपतिस्तोत्र ३८९०.१/१९९० |गणपतिद्वादशनामस्तोत्र १४०८ | ३८४१.९/१९६०.१ गणेशपूजास्तव १४०९ ३७८/३४५ गणेश भुजंगस्तोत्र गणेश भुजंगस्तोत्र ग्रन्थकार ४ महर्षि नारद टीकाकार आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि देसी नागरी कागज देसी कागज ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #250 -------------------------------------------------------------------------- ________________ .. :., स्तोत्र.. आकार पृ०सं० लिपिकाल विशेष विवरण (से० मी०) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) ८(ख) ८(ग) ८(घ) __८ (क) १६४९ ३३४२० ५ | २० | पूर्ण/१८७.५ | १९१३ वि० २०४१५.५ ४ पूर्ण/३१० । -. १६.८x१०.५ । ४ २३४१० १७४११ ३ | ७ | १६ | पूर्ण/१०५ । १७४१२.५ ८ ७ | १६ | अपूर्ण/२८ १६४११ २१४१२ १२४२०.६ - २ | १४ | १० | पूर्ण/८ ६४११ १६४१० १२४७ ६ ५ | १२ | पूर्ण/११ ५ Page #251 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २४२ क्रम सं० ग्रथ मैं ० / वेष्टन सं ० १ १४११ ११६१.४/८३३ १४१२ | ४३१४/२०१७ १४१३ १८/१४ २ १४१४ २५८/२४४ १४१५ ५२२/४७८ १४१६५३२/४७८ १४१७ १४१९ १४१८ ६६८५/३७२९ १४२० १४२१ २७३६/१४९५ संस्कृत- प्राकृत हस्तलिपियों की विचरणात्मक सूची ३१७१.१ / १६३१ ग्रन्थ का नाम ३ गणेशमन्त्रस्तोत्र गणेशरक्षाकरस्तोत्र गणेशसहस्रनामस्तोत्र गणेशसहस्रनामस्तोत्र गणेशसहस्रनामस्तोत्र गणेशसहस्रनामस्तोत्र गणेशसहस्रनामस्तोत्र गणेशसहस्रनामस्तोत्र ८५३/८७०/७५५ | गणेशस्तवराज गणेशस्तोत्र ३१७१.७/१६३१ | गणेशस्तोत्र १४२२ ४२४६/१९८५ गणेशस्तोत्र १४२३ _७१७९/४१४४ गणेश्वर स्तोत्र ग्रन्थकार परसराम 1 टीकाकार ५ 1 आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी नागरी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि देसी कागज ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी देसी नागरी कागज देसी नागरी कागज देसी नागरी कागज Page #252 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ (क) १५.५x९.७ ११४८ ११५८ १३×१६ १६x८ १३.५x९ २०.५x१२ २४४११ १५.५x११ १२४८ १२४८ १८.५४१३ पृ० सं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) ३ ८ २० १० ५३ १६ ४७ ४५ ११ पंक्ति अक्षर दशा / परिमाण प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में ) ९ ६ ५ ३५ ९ ५ ७ २८ १२ १६.६ १०.६ २३ १४ ५ १० ५ ५ ५ ६ ५ १० पूर्ण / १५ १३ १५ पूर्ण / १०५ २० २४ अपूर्ण / १७६ २० १८ अपूर्ण / १५ १६ १६ पूर्ण / १३२ २४ पूर्ण / २५२ १६ १२ पूर्ण / १४१ पूर्ण / १९७ पूर्ण / ३१ पूर्ण/२५ पूर्ण / १५ पूर्ण / १५ स्तोत्र पूर्ण / ४३ लिपिकाल १० 1 1 १८३० वि० (चैत्रशुक्ल १५) १८६६ वि० ' I विशेष विवरण ११ २४३ Page #253 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २४४ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ___ग्रन्थ का नाम - ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २ १४२४ | ३६३२.२/१८६३.१/ गर्भपात्र देसी कागज नागरी १४२५ / ६६१३/३६५९ | गर्भवडारचक्र... | • देवनन्दिः नागरी देसी कागज १४२६ | २५७/२४३ गायत्रीवर्णस्तोत्र देसी नागरी कागज ३०६/२७७ गायत्रीवर्णस्तोत्र नागरी कागज १४२८ ४४५/४३६(१)४०४| गायत्रीसहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज १४२९ | ३६३६.१/१८६४.१ गायत्रीसहस्रनामस्तोत्र देसी नागरी कागज १४३० | ६५६१/३६१४/१६| गायत्रीस्तवराज : -चिश्वमित्र देसी नागरी कागज १४३१ | १४७७.३/१९१४ | गायत्रीस्तोत्र । देसी | नागरी कागज १४३२ | ६८६८/३८८८ | गायत्रीस्तोत्र देसी | नागरी कागज १४३३ | ३८५२.१/१९६७.१] गायत्रीहृदय . देसी नागरी कागज १४३४ | ३०४/२७५ । गायत्रीहृदयस्तोत्र देसी नागरी कागज १४३५ | १५४४/९५४ | गायत्र्याष्टसहस्रनामस्तोत्र || देसी नागरी कागज गीतस्तोत्र देसी कागज नागरी Page #254 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र २४५ विशेष विवरण आकार (से० मी०) ___८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण प्र० प्र० प्र०५० (अनु० छन्द में)] लिपिकाल (ख) | पूर्ण/३२ १३४२१ २५४११ पूर्ण/४०५ २२४१२ | पूर्ण/२९ गायत्री मन्त्र का वर्णों के अनुसार स्तोत्र १५.५४११ पूर्ण/७० १५.५४१०.५ । | १६ | पूर्ण/२१७ १५.३४८.६ १४ | १५ | अपूर्ण/१४४ १३.८४१७ | १६ | अपूर्ण/७० २७.९४ ११.३ | १९४२ वि० ९४७ १३ | ५ | ८ | पूर्ण/२१ २०४८ | २४ | ५ | २८ | पूर्ण/१०५ १७०३ वि० १५.५४११ | पूर्ण/१५०.५ १९४११.५ ३९, ७ / २२ | पूर्ण/१८७ १९१०वि० १७.५४ ११.५ | १४ | ६ | १६ | अपूर्ण/४२ इसमें ककारादि वर्गों के क्रम से देवी के नामों की स्तुति की गई है Page #255 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . २४६ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं ० १ १४३७ १४३८ १४३९ ૧૪૪૦ २ ३२७५/१६५२ १४३५/९१० १७.२/१३ ३६०/३३० १४४१ २२८/२१७ १४४९ १४४६ ८५/७८ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची १४४७ १५८/१५१ ग्रन्थ का नाम १४४८ | ५३८ / ४८४ १४४२ | ३७९२.२/१९३१.१ गुरुस्तोत्र ३ गीतासारस्तोत्र गुरुगीतास्तोत्र १४४३ २६७६.१०/१४८५ गोकुलेशनामानि गुरुदक्षिणामूर्तिस्तोत्र १४४४ | ३७९०.१/१९३२/१ गोपस्तुति १४४५ ३८१७.१/१९०७ गोपालचूडामणिस्तवराज गुरुस्तव राजस्तोत्र गुरुस्तोत्र स्तोत्र गोपालसहस्रनामस्तोत्र गोपालसहस्रनामस्तोत्र गोपालसहस्रनामस्तोत्र ११०२/८१० गोपालसहस्रनामस्तोत्र ग्रन्थकार ४ fage दीक्षित टीकाकार ५ 1 I आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागले नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #256 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २४७ आकार (से० मी.) विशेष विवरण ८ (क) |पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण | लिपिकाल प्र० पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) ८ (ख) ट(ग) ८(घ) _९ । ७. २४ | पूर्ण/१०५ १८.७४९ १६.३४८.२ अपूर्ण/१४६ १२४८ पूर्ण/२२ (१९१४ वि० आ० शु०१३) १५.५४१० ९ | २४ | पूर्ण/२७ | १९२५ वि० १५४९ पूर्ण/२२.५ १७.६४१२ | पूर्ण/१० | १९४४ वि० (फाल्गुन शुक्ल २७४१६ | पूर्ण/१३.५ १४.५४७ पूर्ण/२६ १७.२४ १०.६ | १० | पूर्ण/२५ १३.५४१५ पूर्ण/२०५ १९४३ वि० (शाके १८०८) १७४१२.५ | पूर्ण/३०७ १६.५४८.५ | २० पूर्ण/१२६ १८x१३.५ | ६५ | ७ | १४ | पूर्ण/१९९ Page #257 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २ ४ १४५० | ३१४७/१६१४ | गोपालसहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज १४५१ | ३४२३.१/१८२३.१/ गोपालसहस्रनामस्तोत्र देसी कागज नागरी १४५२ / ३९३२/२००९ | गोपालसहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज १४५३ | ४३३२/२०२१ | गोपालसहस्रनामस्तोत्र देसी नागरी कागज १४५४ | ६३४०/३४४१ | गोपालसहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज १४५५ / ७५९४/४२६१ | गोपालसहस्रनामस्तोत्र देसी नागरी कागज गोपालस्तोत्र नागरी देसी कागज १४५७ / ६०४०/३१७४ | गोपीगीत नागरी देसी कागज १४५८ | ७३८७/४१७८ गोपीगीत नागरी पता देसी कागज १४५९/ २०१४/१३२१ गोविन्ददामोदरस्तोत्र विल्वमंगल देसी कागज नागरी १४६० ३७१९.१/१८९१.१/ गोविन्ददामोदरस्तोत्र विल्वमंगल नागरी देसी कागज १४६१ ३७२१.१/१८९१.१ गोविन्ददामोदरस्तोत्र । विल्वमंगल देसी कागज नागरी १४६२ | १९९९/१३१६ | गोविन्दस्तोत्र विल्वमंगल नागरी देसी कागज Page #258 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र २४९ विशेष विवरण आकार (से० मी०) __८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण । लिपिकाल प्र. पृ०प्र०५० (अनु० छन्द में) (ख) ८(ग) ८(घ) | ८ | ३२ | पूर्ण/२२४ १९२९ वि० । २४.७४११.५ १५४१२ | ११ | १६ | अपूर्ण/१२१ २३४ ११ ८ ३० । अपूर्ण/३० १५.५४११.५ | पूर्ण/१९० २६.५४ ११ | पूर्ण/१२७ १८७८ वि० १६४१०.५ १ | २१ पूर्ण/२६६ १७४ १२ | अपूर्ण/१८ १२.८x११ | पूर्ण/३८ / १८.७४ १३.२ . ४ ९ | १६ | अपूर्ण/१८ २३४१४ ७ | १८ | १४ | पूर्ण/५१ १०.५४१०.५ | १७ | ९ | १० | अपूर्ण/४८ १६४९ | १७ | ६ | १५ | अपूर्ण/७२ २१४१२ १५ | ८२० | पूर्ण/७५ Page #259 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं0 ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि . ६६२२/३६६८ | गोस्तुति देसी | नागरी कागज १४६४ | ६४५६/३५४२ चक्रेश्वरीदेवीस्तोत्र देसी | नागरी कागज १४६५ / २०४९/१४५३ | चण्डीस्तोत्रविधि व्याख्यान नागोजिभट्ट नागरी देसी कागज १४६६ | ३१६६.४/१६१९ / चतुर्विशतिगायत्रीस्तोत्र नागरी देसी कागज १४६७ ! २४६२/१४३३ । चतुःश्लोकी .. बल्लभाचार्य नागरी देसी कागज १४६८ २५४७.८/१४५३ चतुःश्लोकी बल्लभाचार्य नागरी देसी कागज २९१३.४/१५३९ चतुःश्लोकी बल्लभाचार्य नागरी देसी कागज १४७० | ३०८०.२५/१५९४ चतुःश्लोकी देसी | नागरी कागज १४७१ | ४८७/४७९/४४३ | चतुःश्लोकी(कालिका)स्तव - नागरी देसी कागज १४७२ | ३१९१.२/१६२३ चतुःषष्टियोगिनीनामस्तोत्र नागरी कागज १४७३ | ७६५८/४२९० । चतुःषष्टियोगिनीस्तुति । नागरी देसी कागज १४७४ | २७८९/१५१३ चाटुपुष्पांजलिस्तोत्र रूपगोस्वामी देसी नागरी कागज १४७५ । ६७८७/३८२३ । चामुण्डास्तोत्र नागरी देसी कागज - Page #260 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र , २५१ विशेष विवरण आकार (से० मी०) ८ (क) पंक्ति पंक्ति | दशा/परिमाण | प्र० पृ० प्र० पृ० (अनु० छन्द में) लिपिकाल ८(ख) ८ (ग) ८(घ) __ ९ | ८ | २४ पूर्ण/१२ __११ २२४११ १७४११ ४ | ११ | २० | पूर्ण/२७ २२.५ x १० ६० | १० | २४ | अपूर्ण/१२०० | १८७७ वि० । मार्कण्डेयपुराणान्तर्गत सप्तशतीस्तोत्र का (श्रावण ३)| नागोजीकृत व्याख्यान । ग्रन्थ खण्डित एवं जीर्ण - २९.१४११.५ । २ | १० | ३० पूर्ण/१८ १७४२९ । २ | ४ | १८ | पूर्ण/४ १५.७ x १०.५ । २ | ८ | १६ | पूर्ण/८ १६.५४२१ - २ | १५ | १६ | पूर्ण/ १५ । १६४१० | २ ६ १५ पूर्ण/६ १८४९ वि० १८.५४१०.५ १७ पूर्ण/२४ - १३४१५.३ ३ | १४ | १२ | पूर्ण/१५ - ११.५४९.५ ३ २२.५४१० । ४ ८ ३० | पूर्ण/३० । | १७३८ वि० (कार्तिकशुक्ल-::, ११ मंगलवार) १८४५२ २ | २४ | १६ पूर्ण/२४ ! Page #261 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३५२ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं ० १ २ १४७६ २६०९.७/१४६५ चोर्यलीला १४७८ ३७७/३४५ १४७७ | ३६३४.२/१८६३.१ जगदम्बास्तोत्र १४८१ ६२०९/३३२४ १४८२ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची १४७९ ३१६४.३/१६१९ जलदाख्यानस्तोत्र ग्रन्थ को नाम १४८० २६२२.८/१४६७ जलभेदस्तोत्र १४८३ १५४३/९५३ १४८५ १४८६ ३ जगन्नाथस्तोत्र ५११/५०२/४६० ३३४६.२/१७४१ | जुगुलस्तोत्र जानकीदेवीस्तोत्र १४८४ ४३७.१/४४६/४०५ तारासहस्रनामस्तोत्र ज्वालामुखीस्तोत्र तारासहस्रनामस्तोत्र ५०६/४९७/४५८ | तारास्तोत्र १४८७ ८६४/८८१/७५६ तारास्तोत्र १४८८ _३४५७/१४४२ तारास्तोत्र ग्रन्थकार ४ शङ्कराचार्य बल्लभाचार्य बल्लभाचार्य I हनुमान टीकाकार ५ I । आधार लिपि ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #262 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ओंकार ( से० मी०) ८ (क) २०.५x१३ १३x२१ १६×१० ३५×१७ २.७४१६ १८.२४९.७ १६.५x१० १७.७९.६ १७४१० २७.८x१२.८ २७ २०x११ १९×११ पृ० सं० १२x९ ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) ५ १८ १६ पूर्ण / ४५ १ 5 2 पंक्ति अक्षर | दशा / परिमाण प्र० पृ० प्र०पं० (अनु० छन्द में) 1 ९ ३८ १११ १० १२ ७ ३ ९ १० १२ ६ ७ ६ ७ १० ७ 5 १६ पूर्ण / ६ २४ पूर्ण / २६ ३४ पूर्ण / २१ ३९ पूर्ण / २४ २६ अपूर्ण / १३२ २४ २२ पूर्ण / ३४ पूर्ण / २० २४ पूर्ण / १७१ २४ पूर्ण / ५८२ २० २४ | पूर्ण/२२.५ १० स्तोत्र पूर्ण / १३ पूर्ण / १५ लिपिकाल १० १८६१ वि० । विशेष विवरण ११ २५३ समस्त कामनासिद्ध्यर्थं तारानामस्तोत्र निरूपण ताराष्टक Page #263 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्धकार टीकाकार | आधार लिपि १४८० | ३९६०.२/२०१७.१ तुलसीस्तोत्र देसी | नागरी कागज १४९० | ३३४/३०६ त्रिपुरसुन्दरीमहिम्नस्तोत्र नागरी देसी कागज १४९१ | ५५/५० त्रिपुरसुन्दरीसहस्रनामस्तोत्र देसी | नागरी कागज १४९२ | ७९९/८१५/७१९ | त्रिपुरसुन्दरीसहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज १४९३ | ३३०१/१६९९ | त्रिपुरसुन्दरीसहस्रनामस्तोत्र - नागरी देसी कागज १४९४ | ७१८५/४०४८ | त्रिपुरसुन्दरीसहस्रनामस्तोत्र देसी मागरी कागज १४९५ | ७०७३/३९८० त्रिपुरसुन्दरीस्तुति | नागरी देसी कागज १४९६ | १००/९२ | त्रिपुरसुन्दरीस्तोत्र नागरी देसी कागज . १४९७ | ४६६/४५७/४२५ | त्रिपुरसुन्दरीस्तोत्र | नागरी कागज देसी १४९८ | ४९३/४८४/४४० | | त्रिपुरसुन्दरीस्तोत्र देसी | नागरी कागज ५५०/५६०/५०६ | त्रिपुरसुन्दरीस्तोत्र शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज १५०० | ११६१.५/८३३ | त्रिपुरसुन्दरीस्तोत्र । नागरी देसी कागज १५०१ | ३६३२/१८६३.१ | त्रिपुरसुन्दरीस्तोत्र देसी नागरी कागज Page #264 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार पृ०सं०/पाक्त अक्षर दशा विशेष विवरण (से० मी०) ८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण । लिपिकाल प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) १७ | १२ | पूर्ण/२६ १३४१० १७४८.५ ६ . २४ पूर्ण/१०५५ | १८५२ वि० १६४१२ ७ | १६ | पूर्ण/२०४ | १८२० वि० . १७.५४ १२.५ ९ | २० | अपूर्ण/२४२ १६४११.८ | ८ | १६ | अपूर्ण/१७६ १७९१ वि० (मार्गशीर्षशुक्ल) १६ ४११.७ । ६६ | ७ | १६ | अपूर्ण/२३१ २२४१२ २ | १९ | १५ | पूर्ण/१८ १७.२४ ११.५। ८ ७ १९ | पूर्ण/३३ परमश्रेयः प्राप्ति हेतु तान्त्रिकस्तोत्र २१४११ २९ ७ ३२ | पूर्ण/२०३ रुद्रयामलतन्त्रप्रोक्त त्रिपुरसुन्दरी की स्तुति १५ ४९९ | पूर्ण/५४ १५.५४११ | पूर्ण/१८ २६.७४१६ १ | ११ | १६ | पूर्ण/५ १३४२१ ३ | १२ | १६ | पूर्ण/१८ Page #265 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २५६ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १५०२ ३६३४/१८६३.१ | त्रिपुरसुन्दरीस्तोत्र नागरी देसी कागज १५०३ ३६३४/१८६३.१ | त्रिपुरसुन्दरीस्तोत्र देसी नागरी कागज १५०४ ३९०४.१/१९९२ | त्रिपुरसुन्दरीस्तोत्र नागरी देसी कागज १५०५ ३७७६.१/१९२८.१ त्रिपुरसुन्दरीस्तोत्र नागरी देसी कागज १५०६ ३६९२/१८७६ सुन्दरीस्तोत्र देसी । नागरी कागज १५०७ | ६७६४/३८०१ | त्रिपुरसुन्दरीस्तोत्र देसी नागरी कागज १५०८ | १७५७/११५८ | त्रिपुरस्तोत्र नागरी देसी कागज १५०९ / ५९३५/३०९३ त्रिपुरातापिनी नागरी देसी कागज १५१० ७०२४/३९५६ त्रिपुराबालास्तोत्र नागरी देसी कागज १५११ | ७०/६४ त्रिपुराल घुस्तव देसी नागरी कागज १५१२ | ३६४/३३४ त्रिपुरास्तोत्र लध्वाचार्य नागरी देसी कागज १५१३ ३४७९.२/१८३१ | त्रिपुरास्तोत्र लध्वाचार्य नागरी देसी कागज १५१४ | ६०४१/३१७५ त्रिपुरास्तोत्र नागरी देसी कागज Page #266 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ (क १३x२१ १३x२१ १८x११.७ १५.७×११ २५४१२.५ १३४८.५ २६×१४ १५.५x७.५ १७४१२ पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र० पं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) १६ १९×११ पृ० सं० २ 33 ३ १६. २x११.५ ७ २० १९.९×१०.५ ४४ ८ २९ १६ ३ २३ ११ १६ २४ १६ ७ ७ ९ ६ ७ ७ १० ५ ९ ७ २३.४४१०.४ ४ ११ १६ १६ १४ पूर्ण / १४ दशा / परिमाण (अनु० छन्द में) ९ २० अपूर्ण / २४ पूर्ण / २४ २४ अपूर्ण / २९५ २० १६ अपूर्ण / ४८ २२ |पूर्ण / ३४ अपूर्ण / ७० २० ३२ पूर्ण / ३०८ ४० स्तोत्र १९ पूर्ण / ५९ पूर्ण / १९ पूर्ण / ७२ पूर्ण/७० पूर्ण / ५५ लिपिकाल १० I विशेष विवरण कृष्ण ६) ११ १८९६ वि० त्रिपुरसुन्दरीस्तुति ( आषाढ़ - २५७ Page #267 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २५८ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १५१५ | ७४७८/४२३९ | त्रिपुरास्तोत्र देसी कागज १५१६ | ५३३/४७९ त्रिपुराहृदय नागरी देसी कागज १५१७ | २५४७/१४५३ | त्रिविधनामावलीलीला | बल्लभाचार्य देसी | नागरी कागज | १५१८ / २६१५.१/१४६७ | त्रिविधलीलानामावली । बल्लभाचार्य नागरी देसी कागज १५१९ | ३१/२६ त्रैलोक्यविजय अपराजिता स्तोत्र देसी कागज नागरी १५२० | ३४५३/१८३८ त्वरितरुद्र देसी कागज १५२१ | २८१०/१५१६ दक्षस्तप देसी नागरी कागज १५२२ / २३९२/१४१८ | दक्षिणाकालिकासहस्रनाम | आदिनाथ नागरी देसी कागज १५२३ | ५६/५१ | दक्षिणाकालिकासहस्राक्षरी देसी । नागरी कागज १५२४ / ५०४/४९५/४५६ | दक्षिणाकालिकासहस्राक्षरी नागरी देसी कागज १५२५ । ५५७/५६७/५१३ | दक्षिणाकालिकाहृदय नागरी देसी कागज १५२६ | १९७/१८९ दक्षिणाकालीसहस्रनाम नागरी देसी कागज १५२७ / २७१/१७९ दक्षिणामूर्तिस्तोत्र मन्नालाल मागरी. देसी. कागज Page #268 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र विशेष विवरण आकार (से० मी०) ८ (क) पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण | प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) लिपिकाल (ख) ८ (ग) ८ (घ) ९ १० ११ ११४७ | पूर्ण/२० १ ६६५ वि० लिपिकाल की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण २२४१० १९ पूर्ण/२०९ १५.७४ १०.५ । २० अपूर्ण/९० २७४१६ पूर्ण/१४४ १३४८ | पूर्ण/५६ १३.५४८.७ २८४१६ | ११ | ३२ | पूर्ण/१५४ २३४१० ७ | ३२ | पूर्ण/५३२ १७४ १२.५ । पूर्ण/१०८ कालिका की आराधना का माहात्म्य तथा फल २०४११ | १६ | पूर्ण/३१५ |१८०७ वि० १७.५४१२ | १४ | ८ | १९ | पूर्ण/६७ १५४१० सुचारु १४४ ९.५ . ५ ८ ८ | १० | पूर्ण/१४५ १८८० वि० । (आश्विन शु० स०) ५ | १० | १६ | पूर्ण/२५ । १९३६ वि० (फाल्गुनशुक्ल) Page #269 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २६० संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रंथों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० | ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार लिपि १ १५२८ | २११/२२२/२२१ | दक्षिणामूर्तिस्तोत्र शङ्कराचार्य देसी | नागरी कागज १५२९ ३७९३.१/१९३२.१ | दक्षिणामूर्तिस्तोत्र शङ्कराचार्य देसी कागज नागरी १५३० । ५९२३/३०८३ | दक्षिणामूर्तिस्तोत्र शङ्कराचार्य देसी नागरी कागज १५३१ ४४३/४३४(१)/४०२) दत्तात्रेयस्तोत्र नागरी देसी कागज १५३२ | ३८७८.३/१९८३ | दत्तात्रेयस्तोत्र नारदमहर्षि नागरी देसी कागज १५३३ | ६२६७/२३७२ दत्तात्रेयस्तोत्र देसी कागज नागरी १५३४ | ६७६८/३८०४ दत्तात्रेयस्तोत्र नागरी देसी कागज १५३५ | ४२६/४५० दशहरास्तोत्र नागरी कागज १५३६ | ५६७/५७७/५२३ | दशहरास्तोत्र देसी कागज नागरी १५३७० ५९७३/३११७ | दारिद्रदुःखनाशनस्तोत्र नागरी देसी कागज १५३८ ३७९६.३/१९३२.१, दारिद्रविदारणस्तोत्र शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज १५३९ | १४६२/९१९ दारुणसप्तकस्तोत्र देसी कागज | नागरी १५४० ३६३०.१/१८६३.१ | दुर्गाआरती देशी कागज नागरी Page #270 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र विशेष विवरण आकार (से० मी०) ___८ (क) १७४१३ . पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल पृ०१०प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में)| (ख) ८ (ग) ८(घ) ११ | १६ | पूर्ण/४४ १५.५.१०.४ ४ | ७ | १६ | अपूर्ण/१४ १५.२४१०.८ १३ , ९ | १६ | पूर्ण/५८ १९४८ ८ ६ | १६ | पूर्ण/२४ १७४११ ६ ६ १६पूर्ण/१८ १९२६ वि० २१४१२ पूर्ण/२० १६४७.५ पूर्ण/६१ १७४१२ पूर्ण/४८ १८४१२ पूर्ण/५० १९७० वि० (ज्येष्ठ- शुक्ल १३ रविवार) २४.५४११.१ । २ ९ पूर्ण/१६ १७.७४१२.२ । ३ | अपूर्ण/१० २४.३४८.९ | १० | ७ | ३० | पूर्ण/६६ १९५३ वि० यह 'आकाशभैरवकल्प' का अंश है। इसमें शत्र के शीघ्न उच्चाटन के लिए पक्षिराज शरभेश की तान्त्रिक स्तुति प्रतिपादित है। १३४२१ २ | १६ | १६ | पूर्ण/१६ Page #271 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १५४१ / १७८४/११८५ दुर्गापञ्चरत्नस्तोत्र देसी कागज १५४२ | ५९१७/३०७९ दुर्गामाला देसी कागज नागरी १५४३ | ३४१३.१/१७९९ | दुर्गास्तुति देसी कागज मागरी १५४४ | १६३२/१०३६ दुर्गास्तोत्र देसी कागज मागरी १५४५ | १६३९/१०४३ दुर्गास्तोत्र नागरी देसी कागज १५४६ | १८००/१२०१ | दुर्गास्तोत्र नागरी देसी कामज १५४७ | ६२६६/३३७२ दुर्गादेवीस्तोत्र देसी मागरी कागज १५४८ | २४०३/१४२० | देवीअपराधक्षमास्तोत्र | शङ्कराचार्य । नागरी देसी कागज १५४९ | ३५९६/१८५६.१ | देवीकवचादिस्तोत्र देसी कागज नागरी १५५० | ६३२६/३४२८ | देवीमानसपूजा शङ्कराचार्य देसी कागज नागरी १५५१ | ११५२४८२८देवीमानसीपूजा मानसापूजा शङ्कराचार्य देसी कागज नागरी १५५२ | ३५४३/१८५५.१ । देवीस्तोत्र... देसी कागज नागरी १५५३ । ६००७/३१४३ । देव्यथर्वशीर्ष देसी | नागरी कागज Page #272 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार (से० मी०) विशेष विवरण ८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल प्र०पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) ८(ख) ८(ग) ८(घ) ९ | पूर्ण/१२ ___ ११ १२.५४९.५ १३.३ ४ १०.५ पूर्ण/७ १३.५ x १२.५ । ५ पूर्ण/१५ १८४११ अपूर्ण/१८ त्रयोदशश्लोकी दुर्गा २६.५४१७.५ | १५ | ५ | १८ | अपूर्ण/४२ १७.५४११ अपूर्ण/१० २१४१२ पूर्ण/२५ २२४१० पूर्ण/२१ १९४९ | पूर्ण/५६ १३.५४८.५ | २४ | ८ | १० | पूर्ण/६० २८.५ ४१५ | ९ | १५ | ३१ पूर्ण/१३१ १९०६ वि० (फाल्गुनकृष्ण १ भौमवार) । १८३७ वि० (वसाख कृष्ण १४ बुधे) १८.५४११.५ १० | ९ | २४ अपूर्ण/६८ १९.९४ १०.३ । ९ ७ / २४ | पूर्ण/४७ Page #273 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १५५४ | ४४९/४१० द्वादशमंत्रोद्धार नागरी देसी कागज १५५५ | १७८५.१०/११८६) द्वादशलिंगस्तोत्र देसी | नागरी कागज १५५६ | ७०६६/३९८० द्वादशश्लोकीस्तोत्र नागरी देसी कागज ६२६१/३३६९ द्वादशस्तोत्र आनन्दतीर्थ भगवत्पादाचार्य देसी कागज नागरी १५५८ | २४६९/१४३८ धनदायक्षणीस्तोत्र देसी | नागरी कागज १५५९ | ४३०९.१/२०१६ | धनदासहस्रनामस्तोत्र । नागरी देसी कागज १५६० | ४३०९/२०१६ । धनदास्तवराज नागरी देसी कागज | ६४/५८ नर्मदाष्टकस्तोत्र शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज १५६२ | ७१६०/४०२९ नवग्रहगभितस्तोत्र भद्रवाहु देसी | नागरी कागज १५६३ | ६८६९/३८८८ नवग्रहगायत्री देसी नागरी कागज १५६४ | २६६८/१४८३ | नवग्रहस्तोत्र देसी | नागरी कागज १५६५ / ४०७९.२/१९३६ | नवग्रहस्तोत्र देसी | नागरी कागज १५६६ | ३८४०.१/१९६०.१ नवग्रहस्तोत्र नागरी देसी कागज Page #274 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र २६५ आकार (से० मी०) . पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण प्र. पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) पिकाल विशेष विवरण ___८ (क) (ख) ८ (ग) ८(घ) पूर्ण/२७ १८४९ ॐ नमोभगवते वासुदेवाय का न्यास; जप, ध्यानादिविवेचन २५४३० | पूर्ण/३० ५४४१९ पूर्ण/२७ १९१५ वि० १८४६ ७ | २० | पूर्ण/१०९ २०.५४१५.३ । ३ अपूर्ण/२२ १९३० वि० (पौषसुदि ४ भौमवार) १९१३ वि० (१७७८ शक) १७४११.५ | ३६ / ९, १९ | पूर्ण/१९३ १७४११.५ | १९ | पूर्ण/२१ १७४१० ६ | १२ | अपूर्ण/१८ २८.४४१४.५ । १ | १५ | ३८ पूर्ण/१८ ९४७ । ६ ५ ८ पूर्ण/८ २५.६४११ २६ ८ २९ | पूर्ण/१८९ १९०१ वि० २५४३० | पूर्ण/४० १२४६ ६ ७ | १६ | पूर्ण/२१ । Page #275 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २६६ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १ १५६७ ६७६१/३७९८ | नवग्रहस्तोत्र वसिष्ठ देसी कागज नागरी १५६८ | ५१/४६ नवरत्न नागरी देसी कागज १५६९ | ६३३०/३४३२ नवरत्न बल्लभाचार्य नागरी देसी कागज १५७० १०३७/७९७ नवरत्नमालास्तोत्र शङ्कराचार्य देसी नागरी कागज १५७१ | २५४७.३/१४५३ | नवरत्नस्तोत्र बल्लभाचार्य नागरी देसी कागज १५७२ | २९१३.३/१५३९ | नवरत्नस्तोत्र .. बल्लभाचार्य नागरी देसी कागज १५७३ | ३५८०.२/१८५३.१ नवरत्नस्तोत्र बल्लभाचार्य नागरी देसी कागज १५७४ | ३७३८.४/१९०४.१ नवरत्नस्तोत्र बल्लभाचार्य देसी | नागरी कागज १५७५ | ५२३.२/४६९ | नवार्णमन्त्रस्तोत्र नागरी देसी कागज १५७६ | १७२६/१२२७ | नवार्णसहस्रनामस्तोत्र | नागरी देसी कागज नामरत्नस्तोत्र १५७७ | ३०८०/२७.१/ १५९४ रघुनाथ जी देसी | नागरी कागज १५७८ | १५६९/९९७ नामावलीस्तुति शङ्कराचार्य देसी कागज १५७९ / ३०७८.१०/१५९३| नारायणवर्म नागरी देसी कागज Page #276 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार (से० मी०) ८ (क) १७१२ १४८ १९.५x१५ १६×१० १५.७×१०.५ १६.५x२१ १६×११ २१x१७ १७४९ १७×११ १६×१० .१५x११ १०.२x६.६ पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र० पं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) पृ० सं० ३६ ७ २ ४ ४ २ ४ ४ ९ ११ 2 ३१ ७ २४ अपूर्ण / १८९ ९ ९ ८ १५ ७ ९ ३० १० ५ ६ ७ ५ ६ दशा / परिमाण (अनु० छन्द में ) ९ २० १२ | अपूर्ण / १३ पूर्ण / ११ २४ पूर्ण / २७ १६ पूर्ण / १६ १६ पूर्ण / १५ १० पूर्ण / ९ १६ पूर्ण / १८ स्तोत्र १८ पूर्ण / २६ २० अपूर्ण / १८७ १५ पूर्ण / ३१ १६ पूर्ण / १७.५ १६ पूर्णं / ९३ लिपिकाल १० १९९४ वि० १८९८ वि० ( आषाढ़ कृष्ण । पक्ष ) १९५० वि० (कार्तिकशुक्ल पूर्णिमा) १८४९ वि० १८१८ वि० विशेष विवरण ११ L I 1 1! I २६७ Page #277 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं० वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २ १५८० | ३५५२/१८४७.१ । नारायणस्तोत्र नागरी देसी कागज नारायणहृदयस्तोत्र देसी नागरी कागज १५८२ | ३१८६.५/१६२३ | नारायणहृदयस्तोत्र नागरी देसी कागज ३२१३/१६२९ नारायणहृदयस्तोत्र नागरी देसी कागज १५८४ | ३२१७/१६२९ नारायणहृदयस्तोत्र नागरी देसी कागज १५८५ / ६८०६/३८३९ । नारायणहृदयस्तोत्र नागरी देसी कागज १५८६ | ७३४८/४१६० नारायणहृदयस्तोत्र नागरी कागज १५८७ | ६७३०/३७७३ निग्रहदारुणसप्तक नागरी कागज १५८८ | ३५८५.१/१८५५.१ नृपतिस्तुतिग्रन्थ नागरी देसी कागज १५८९ ३८९६.१/१९९० नृसिंहवज्ररक्षास्तोत्र नागरी देसी कागज १५९० ६२५८/३३६९ । नैवेद्यसमर्पणस्तोत्र नागरी कागज १५९१ | ३४६५/१८३८ | पञ्चदशीस्तोत्र नागरी देसी कागज १५९२ | ३२९/३०० पञ्चमीस्तवराज देसी नागरी कागज Page #278 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र २६९ आकार (से० मी०) ० विशेष विवरण पंक्ति दशा/परिमाण । प्र० पृ०प्र०५० (अनु० छन्द में) लिपिकाल (ख) ८(ग) ८(घ) ___८ (क) १४.७४ ११ अपूर्ण/४० १४४९.५ | पूर्ण/४६ | (श्रा० कृ०७ बुधवार) २३.५४ १०.५ । २ | अपूर्ण/२० १७४१२.५ पूर्ण/४४ १९४१३ पूर्ण/५० १२४८ पूर्ण/१२ १५.८४१०.५ | अपूर्ण/१४ १८४३० | २९ पूर्ण/२९ २०.३४१२ ___९ | २८ | अपूर्ण/३२ १४.१४९.९ । पूर्ण/१० १८४६ पूर्ण/५२ १७४१२ | ३१ | ११ | १५ पूर्ण/५१० | १९०६ वि० (आषाढकृष्ण ९ भृगुवार) २७ | १२ | २० | अपूर्ण/२०२.५ १४४१०.५ Page #279 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २. संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १ २ ४ । १५९३ | ८११/८२७ | पञ्चमीस्तवराजस्तोत्र देसी | नागरी कागज १५९४ | ८८३/७६१ पञ्चशीस्तोत्र शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज १५९५ | २९९४/१५६६ । पञ्चमुखीहनुमत्कवचस्तोत्र देसी कागज नागरी १५९६ / २४२०/१४२६ | पञ्चमुखीहनुमत्स्तोत्र नागरी देसी कागज १५९७ | ३१७१.४/१६३१ | पञ्चरल देसी नागरी कागज १५९८ | १८७३.१/१२६४ | पञ्चरत्नस्तोत्र देसी नागरी कागज १५९९ | ३१७१.२/१६३१ | पञ्चाक्षरीमदनस्तोत्र देसी नागरी कागज १६०० ३९५९.१/२०१७.१ पञ्चाक्षरीस्तोत्र देसी नागरी कागज १६०१ | २८७८/१५३० पद्मावतीस्तोत्र नागरी देसी कागज १६०२ | ६२१२/३३२७ पद्मावतीस्तोत्र देसी नागरी कागज १६.३ । ६३६४/३४६४ पद्मावतीस्तोत्र देसी । नागरी कागज १६०४ ६५९७/३६४५ | पद्मावतीस्तोत्र देसी । नागरी कागज १६.५ | ७०३६/३९६७ पद्मावतीस्तोत्र | नागरी देसी कागज Page #280 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र २७१ विशेष विवरण आकार पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण | लिपिकाल (से० मी०) पृ०स०प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) ८ (क) (ख) ८ (ग) ८(घ) २०.५४१०.५ १९ | १२ | २२ | पूर्ण/१५७ __ ११ १८x११.५ ५ | ९ | २१ | पूर्ण/३० - इसमें किसी शङ्कराचार्य द्वारा लक्ष्मी की १५ श्लोकों में तान्त्रिक स्तुति की गई है-"श्रीचक्र-प्रिय-विन्दु-तर्पणपरां श्री राजराजेश्वरीम" प्रत्येक श्लोक का चतुर्थ चरण है १३.५४८.५ | १० | ६ | १८ | अपूर्ण/३४ १७४१४ ९ | १७ | पूर्ण/४० १२४८ ४ ५ | १२ | पूर्ण/७५ १७४१२.२ अपूर्ण/७ १९४४ वि० १२४८ . ६ पूर्ण/१५ १३४१० पूर्ण/४ १६.५४११ | १० | १६ | ११ | पूर्ण/५५ १२४५ ३ | १७ | २ पूर्ण/३२ २५४११.५ । २ पूर्ण/२० २७४१३ पूर्ण/१५ १४४१० | पूर्ण/५३ Page #281 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २७२ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० | ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार | टीकाकार । आधार । लिपि १ । २ १६०६ / ७४८४/४२३९ | पद्मावतीस्तोत्र देसी कागज नागरी १६०७ | ९५४/९७१/७७२ | पद्मपुष्पाञ्चलिस्तोत्र रामकृष्ण देसी नागरी कागज १६०८ | ३७७१.१/१९२७.१ परब्रह्मस्तोत्र नागरी देसी कागज १६०९ / १००८/७९१ परमदिव्यसहस्रनामस्तोत्र देसी कागज नागरी १६१० | ६१७०/३२९० | परमहंसस्तोत्र नागरी देसी कागज १६११ /३६३०/१८६३.१ . | पात्रवन्दन देसी नागरी कागज १६१२ / ३२५/२९६ | पादुकापंचक नागरी कागज १६१३ / २३८२/१४१७ | पीताम्बरस्तोत्र नागरी कागज १६१४ | ६३९७/३४९६ । पीताम्बरस्तोत्र शङ्कराचार्य नागरी कागज १६१५ / २४५६/१४३३ । पीयूषलहरी जगन्नाथ पण्डितराज देसी कागज नागरी १६१६ | ३०८०.३/१५९४ | पुरुषोत्तमसहस्रनामस्तोत्र | वैश्वानर द्वारा प्रोक्त देसी ! नागरी कागज १६१७ | ३१४०/१६१३ । | पुरुषोत्तमसहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज १६१८ | ३५८०/१८५३.१ | पुरुषोत्तमसहस्रनामस्तोत्र रघुनाथ गोस्वामी नागरी देसी कागज Page #282 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र २७३ आकार पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) पृ०सं० लिपिकाल विशेष विवरण (से० मी०) __८ (क) ८ (क) (ख) ८(ग) ____१० । ११ ११४७ पूर्ण/७२ | १६६५ वि० | लिपिकाल की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण १८.५४ १४.५ पूर्ण/६० २४४१०.५ पूर्ण/२१ २१.५४१२ २८ | अपूर्ण/४२ · २५.७४ ११.४ | ३२ पूर्ण/५३३ | १८७४ वि० १३४२१ | ४ | १२ | १६ | पूर्ण/२४ १९५० वि० १७.५४ १२.५ । ३ पूर्ण/२० १८९९ वि० १६.५४८.२ । पूर्ण/७० १८९६ वि० (श्रावणकृष्ण १७४१२ | पूर्ण/३७ १६.५४ १३.५ / २५, ९ १७ | पूर्ण/११९ १८८६ वि० (कार्तिकवदि ९ बुधवार) १८४९ वि० १६४१० ९३ | ६ | १५ | पूर्ण/२६२ भागवतपुराण के विविध स्कन्धों से विष्ण नामों को लेकर निर्मित भागवतसारसमुच्चय से सहस्रनामों का उल्लेख कर श्री विष्णु की स्तुति की गई है २१४१७ | १३ | ९ | १२ | पूर्ण/४४ १६४११ ! १३९ ७, १० पूर्ण/३०४ ३५ Page #283 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २७४ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १६१९, ३१६६.२/१६१९ पुष्टिगतिस्तुति : गोपालकृष्ण देसी नागरी कागज १६२० । | ९५४/९७१/७७२ | पुष्पाञ्जलि रामकृष्ण देसी कागज नागरी १६२१ | १५७७/९८२ | पुष्पाञ्जलिस्तुतिस्तोत्र रामकृष्णकवीन्द्र देसी कागज नागरी १६२२ २३९८/१४१९ प्रजावर्धनस्तोत्र नागरी देसी कागज १६२३ | ६६०४/३६५१ । प्रतिष्ठावृहस्तव देसी । नागरी कागज प्रत्यंगिरामाला देसी । नागरी कागज १६२५ | ४४/३९ प्रत्यंगिरास्तवराज चण्डेश्वर देसी | नागरी कागज शूलपाणि १६२६ / २८/२४ प्रत्यंगिरास्तोत्र । नागरी देसी कागज १६२७ | १४४/१३७ प्रत्यंगिरास्तोत्र देसी । नागरी कागज १६२८ | ३५३/३२४ प्रत्यंगिरास्तोत्र नागरी देसी कागज १६२९ | १४५१/९१६ प्रत्यंगिरास्तोत्र नागरी देसी कागज १६३० | १७८१/११२२ प्रत्यंगिरास्तोत्र देसी | नागरी कागज १६३१ | २४०७/१४२१ । प्रत्यंगिरास्तोत्र नागरी देसी कागज Page #284 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ (क) ३३.५x१६.६ १८x१४ १८x१० २६×११ १३. ३×१०.५ १७.७११.७ २० १४.५४८ ३२x१४ १६.५x१३ २१x१० १७x९ १५.८x१० पृ० सं० २०x११ ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) २ १२. १३ २ ३ पंक्ति अक्षर | दशा / परिमाण प्र० पृ० प्र०पं० (अनु० छन्द में) ९ २ १२ ६ ४ ८ १८ १३ २० ६ ७ १२ ३० १२ a 2 १७ ५ ८ ५ १० ७ २८ | पूर्ण / २१ १६ १० १६ ३२ २४ १८ ४० २५ २५ २४ पूर्ण / ५२ २० पूर्ण / ८१ पूर्ण / ७ पूर्ण / २४ पूर्ण / २० पूर्ण / ६८ अपूर्ण / ४५० पूर्ण / ७९ अपूर्ण / ३७ अपूर्ण / १०८ १९ पूर्ण / ३० स्तोत्र पूर्ण / ५२ लिपिकाल १० १९१२ वि० (पौषकृष्ण १५) १९१७ वि० १९४४ वि०, १८०९ शक १९३७ वि० (चैत्र वदि ११) विशेष विवरण ११ २७५ प्रत्यङ्गिरा देवी का तान्त्रिक स्तवन Page #285 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २७६ क्रम सं १ १६३२ १६३३ १६३४ १६३५ १६३९ ग्रंथ संवेष्टन सं ० . २ १६४१ ६६७० / ३७१५ १६३६ २६१६.१/१४४९ १६४२ ७४८७/४२३९ १६३७ १६२/१५५ २८५.१ / २६२ १६३८ २०२/१९४ १६४४ १६४० ३३०२/१७०० २३७०/१४१६ ५२९/५१९/४७५ प्रदोषस्तोत्र संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ का नाम ३४७१/१८५३ प्रत्यंगिरा स्तोत्र ३ प्रत्यंगिरास्तोत्र प्रदोषमहिमावरानिस्तोत्र प्रेमामृत बगलामुखी स्तोत्र बगलामुखीस्तोत्र बगलामुखीस्तोत्र बगलामुखी स्तोत्र ६५५२/१७२१ बगलामुखी स्तोत्र बगलामुखीस्तोत्र १६४३ ३६३३/१८६३.१ बगलामुखी स्तोत्र ३७२९/१८८७ बगलामुखी स्तोत्र ग्रन्थकार ४ टीकाकार ५ आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #286 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र २७७ विशेष विवरण आकार (से० मी०) ८ (क) . पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल प्र० पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) ८ (ख) ८ (ग) |८ (घ) ९ - ११ १३४ ११ | ५ | १० | अपूर्ण/५० ११४७ | १६६५ वि० | लिपिकाल की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण १९४१२ | ४ | १० | १६ | पूर्ण/२० । |१८५५ वि० (चैत्रसुदी ३ भौमवासरे) ११४१० ४ | ८ | १२ | पूर्ण/१२ १८६० वि० (भाद्रपदशुक्ल पञ्चमी सोम २७४१६ । ६ | १२ | ३२ | अपूर्ण/७२ १६४१० . | ८| ८ | २६ पूर्ण/५६ २७X२० २३४१०.२ यह रुद्रयामलतन्त्रस्थ बगलामुखी देवी का तान्त्रिक स्तोत्र है । इसे ब्रह्मास्त्र भी कहा गया है १६४९.५ १७.५४१२ | १४ ८ १५ अपूर्ण/५२ १८.५ ११.५ । १९२८ वि० (मार्गशीर्षकृष्ण ३०) १३ ४२१ | ३ | १६ | १६ | अपूर्ण/२४ २४ x १२. ८ ३६ | ७ | २४ | पूर्ण/६३ क्वार २ Page #287 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं० /वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २ १६४५ | ३८६५.१/१९४१ | बगलामुखीस्तोत्र देसी | नागरी कागज १६४६ । ५९००/३०६६ | बगलामुखीस्तोत्र नागरी देसी कागज ६६६२/३७०८ बगलामुखीस्तोत्र नागरी देसी कागज ३३१०/१७०८ | बटुकभैरवनामाष्टशतक देसी नागरी स्तोत्र कागज १६४९ / १७२७/११२८ । बटुकभैरवसहस्रनाम . नागरी देसी कागज बटुकभैरवस्त. देसी कागज नागरी १६५१ | १०२७/७९५ | बटुकभैरवस्त देसी नागरी कागज १६५२ / ९८४/१००१ | बटुकभैरवस्तोत्र देसी | नागरी कागज १७३६/११३७ बटुकभैरवस्तोत्र देसी । नागरी कागज १६५४ | ३९५८/१९२४ बटुकभैरवस्तोत्र नागरी देसी कागज १६५५ / ६७७१/३८०७ बटुकभैरवस्तोत्र नागरी देसी कागज १६५६ | ७४७९/४२३९ बटुकभैरवस्तोत्र देसी । नागरी कागज १६५७ / १८७३/१२६४ । बद्रीनाथस्तोत्र देसी नागरी कागज Page #288 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ क २८x११ १६.८x११.२ १४×१२ २७.३९.६ १७.५x११ १६×७ ११४७ १३×२४.५ २४.८×११.९ २२x११ १६×११ ११७ १७१२.२ पृ० सं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) ७ ५ س ११ ४५ २९ २४ १० ५ سو २२ १६ २३ पंक्ति अक्षर दशा / परिमाण प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) ९ ८ २४ पूर्ण / ४२ १० ८ ८ १० ६ ६ ११ १० ७ ८ ८ ७ २४ पूर्ण / ३७ १२ अपूर्ण / १८ ३६ पूर्ण / ९९ १५ पूर्ण / २११ २४ | अपूर्ण / १३५ १६ | अपूर्ण/७२ ३६ | पूर्ण / १२३ ३४ अपूर्ण / ५३ २४ पूर्ण / ११५ २० | पूर्ण / ८० १६ पूर्ण / ९२ स्तोत्र १६ पूर्ण / १० लिपिकाल १० 1 १९२० वि० (फाल्गुनकृष्ण १८६४ वि० 1 (१८४३ वि०, १७०८ शक १६६५ वि० १९४४ वि० (माघ शुक्ल १५) विशेष विवरण ११ - । I २७९ लिपिकाल की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण Page #289 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २८० संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १ १६५८ | २७१/२५२ बालाअष्टोत्तरशतनाम देसी कागज नागरी १६५९ / ९९/९१ बालाआरती नागरी देसी कागज १६६० / ३६६४/१८६९ बालात्रिपुरसुन्दरीसहस्रनाम नागरी देसी कागज १६६१ / ९८/९० बालात्रिपुरासहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज १६६२ - नागरी देसी कागज ८६९.१/८८६.१/ | बालात्रिपुरासहस्रनामस्तोत्र ७५६ ३९००.१/१९९१ | बालात्रिपुरासहस्रनामस्तोत्र १६६३ - नागरी देसी कागज १६६४ | १६/१२ | बालात्रिपुरसुन्दरीस्तोत्र देसी कागज नागरी १६६५ / ५९/५४ | बालात्रिपुरसुन्दरीस्तोत्र लध्वाचार्य देसी कागज १६६६ / २७२/२५३ बालात्रिपुरसुन्दरीस्तोत्र देसी कागज १६६७ / २८९९/१५३६ | बालात्रिपुरसुन्दरीस्तोत्र देसी कागज १६६८ | ७४८०/४२३९ । बालात्रिपुरसुन्दरीस्तोत्र देसी कागज १६६९ | ८६६/८८३/७५६ | बालात्रिपुरास्तुति लघुपण्डित देसी कागज १६७० ३८३२.१/१९५४.१बालात्रिपुरास्तुति देसी कागज Page #290 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र २८१ आकार (से० मी०) लिपिकाल विशेष विवरण ___८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण प्र० पृ० प्र०पं० (अनु० छन्द में) (ख) ८ (ग) ८(घ) ९ | पूर्ण/३१ १७.५४१० ५ १७४११.५ | पूर्ण/१३ १७४१०.५ पूर्ण/२०३ | १९२० वि० १७४११.५ १६ | पूर्ण/७९ । - १८.५४११ | अपूर्ण/११४ १७.२४१०.२ । ५५ | ८ | २० | पूर्ण/२७५ १९०४ वि० (आश्विनकृष्ण त्रयोदशी) १८x१२ | अपूर्ण/३६ १७४११ | पूर्ण/११५ १८x१३ | २१ | पूर्ण/२३६ बाला त्रिपुरसुन्दरी 'व' से प्रारम्भ होने वाले सहस्रनामों का स्तवन १७.४४११ ८ | १६ | पूर्ण/४० ११४७ ५ वि०| लिपिकाल की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण १९४११.५ | ९| ९ | २५ | पूर्ण/६७ ।। १८९९ वि० (चैत्रसुदी ११) ७४५ ___२ | १० | ४० पूर्ण/२५ Page #291 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २८२ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १६७१ | ३४८०/१८६२ | बालात्रिपुरास्तोत्र देसी कागज नागरी १६७२ | ८०९/८२५/७२५ | बालासम्पुटस्तोत्र देसी कागज नागरी १६७३ | २६१/२४७ बालासहस्रनामस्तोत्र नागरी कागज १६७४ | ४७४/४३३ बालासहस्रनामस्तोत्र | नागरी देसी कागज १६७५ | ५१८/५०९/४६७ | बालासहस्रनामस्तोत्र देसी नागरी कागज १६७६ | ३६५४/१८६७ बालासहस्रनामस्तोत्र देसी । नागरी कागज १६७७ | ७०२१/३९५६ | बालासहस्रनामस्तोत्र । नागरी देसी कागज १६७८ ३९/३४ बालास्तोत्र नागरी देसी कागज १६७९ | १२५/११८ बालास्तोत्र देसी कागज नागरौ १६८० | २०३.२/१९५ | बालास्तोत्र । देसी कागज नागरी १६८१ १५९८.१/१००४ | बालास्तोत्र देसी कागज १६८२ १७६७/११६८ बालास्तोत्र नागरी देसी कागज १६८३ २१/१७ बालाहृदयस्तोत्र देसी कागज नामरी Page #292 -------------------------------------------------------------------------- ________________ लिपिकाल विशेष विवरण आकार (से० मी०) ८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण पृ०स०प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) |८ (ख) ८ (ग) ८(घ) ९ | ६ | २० | पूर्ण/३० १७४८ २१४११ २५ | ११ | २८ पूर्ण/२५४ १६४११ | ९ | २० | पूर्ण/२६४ सुचारु १६४१० | पूर्ण/१४८ १८८३ वि० १७४११ पूर्ण/२०८ १८x११ १५ , ७ | १६ अपूर्ण/१०३.५ | १८९८ वि० २६४१४ १८ | १० | २० | पूर्ण/११२ १३.५४९ ९ ७ | १६ | पूर्ण/३१ १४.५४ १२.५ / ९ ८ | १४ पूर्ण/३१ १५.५४११ | ९ ६ १६ पूर्ण/२७ . १९.८४७.७ पूर्ण/१७ १७४ ११ १६ | पूर्ण/५० १९४५ वि० (१८१० शक) १४४९.५ । ८ ८ | १४ पूर्ण/२८ |१९६२ वि० Page #293 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २८४ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रंथों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १६८४ | २७८/२५७ बालाहृदयस्तोत्र देसी कागज नागरी १६८५ | ३७७९.१/१९२९.१/ बालाहृदयस्तोत्र नागरी देसी कागज १६८६ | ७०६१/३९८० बृहच्छांतिस्तोत्र हर्षकीतिसूरि नागरी देसी कागज देसी | नागरी कागज १६८७ | ३८३४.१/१९५४.१) बृहस्पतिहृदयस्तोत्र १६८८ ६२५४/३३६९ । ब्रह्मपाराख्यस्तोत्र देसी नागरी कागज १६८९ ३३७९/१७४४ ब्रह्मस्तोत्र | नागरी देसी कागज १६९० १७७९/११८० | भक्तिलहरी नागरी देसी कागज ३१६११६१ २ भक्तिवद्धिनी बल्लभाचार्य देसी | नागरी कागज १६९२ | २६२२.२/१४६७ | भक्तिद्धिनीस्तोत्र बल्लभाचार्य देसी | नागरी कागज १६९.३ | २६१७/१४६७ । भगवतसहस्रनाम देसी कागज | नागरी १६९४ | २३८/२२७ । भगवतीपद्मपुष्पाञ्जलि | रामकृष्णकवि नागरी देसी कागज १६९५ ३८३१.१/१९५३.१ भगवतीसहस्रदल देसी | नागरी कागज १६९६ | ५४५/५३५/४९१ | भगवद्भक्तिरत्नावली नागरी विष्णुपुरी, परमहंस देशी कागज Page #294 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र २८५ - - आकार (से० मी०) विशेष विवरण ___८ (क) ८ (क) पंक्ति | अक्षर | दशा/परिमाण | ०प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) परिमाण लिपिकाल ८ (ख) ८(ग) ८(घ) . ८ | १६ अपूर्ण/३२ १४.५४१३ २४.७ १४ | पूर्ण/२८ १९१७ वि० (श्रावण बुध ५) २६४१२ पूर्ण/२०६ १९२६ वि० (ज्येष्ठवदि ३ भगुवार) १५४१३ अपूर्ण/२४ १८४६ पूर्ण/९ १९.५४ ११.५ । ५ | ७ | १६ | अपूर्ण/१७ ११.५४९.५ अपूर्ण/१४ -३५४१६.६ पूर्ण/१५ २७४१६ | पूर्ण/ १५ २७४१६ १२ | ३२ | अपूर्ण/२४० - २२.५४११.५ | पूर्ण/६७ १८९४ वि० (शाके १७५९ आषाढ़मासे शुक्ल पक्षे) २१.७४ १०.७ | ७४ | ८ २२ | अपूर्ण/४०७ २३.५४१२६० | १२ | ३० | अपूर्ण/६७५ Page #295 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २८६ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि ६ ७ १६९७ / २९८८/१५६३ | भगवद्भक्ति रत्नावली देसी नागरी विष्णुपुरी परमहंस कागज | ३०१०/१५६९ । भगवद्भक्तिरत्नावली नागरी विष्णुपुरी परमहंस देसी कागज १६९९ / ८५४/८७१/७५५ | भगवन्नामानि नागरी देसी कागज १७०० | १५७५/९७९ | भजगोविन्दस्तोत्र शङ्कराचार्य देसी नागरी कागज १७०१ | ५७६९/२९५३ । भयहरस्तोत्र देसी नागरी कागज १७०२ | ७४६४/४२३५ | भयहरस्तोत्र नामरी देसी कागज ६६८७/३७३१ भरतसावित्रीस्तोत्र देसी कागज नागरी ३९१/३५५ भवानीपञ्चरत्न देसी नागरी कागज १७०५ | ७४८९/४२३९ । भवानीसहस्रनाम नागरी कागज १७०६ | ७१७७/४०४४ । भवानीसहस्रनामस्तवराज स्तोत्र देसी - नागरी कागज १७०७ | ४१८/३७७ भवानीसहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज १७०८ ४५०/४४१/४०९ भवानीसहस्रनामस्तोत्र देसी कागज नागरी १७.९ २८५०/१५२६ । भवानीसहस्रनामस्तोत्र देसी | नागरी कागज Page #296 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ (क) २६.५ ×१४.५ ३२ ×१३ १५.५×११ १३.५×११.५ २५×११ १३×८ १४× १० ११४७ १६.६×१०.६ १३.५x९.५ २०४९ पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र० पं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) १६×११ पृ० सं० २५.४×१०.४ ३ १३ ७० ११६ ४ ૪ ६८ १२ ८ १६ १०५ ११ २४ ६ ५ ३९ ११ ૬૪ ७ ८ ३२ १४ ५ ८ ७ २५ पूर्ण / ६५६ स्तोत्र ४५ | पूर्ण / १७९४ दशा / परिमाण (अनु० छन्द में) ९ १६ पूर्ण / १० ४० १८ पूर्ण / २४ ४० २० पूर्ण / ४८ पूर्ण / १६०० पूर्ण / ९० १६ पूर्ण / १४ १६ पूर्ण / २७२ १६ पूर्ण / ५१२ २० पूर्ण / २८० २५ पूर्ण / २४८ १३ पूर्ण / १८२ लिपिकाल १० १८४३ वि० (मिति चैत्रसुदी १० रविवार) T विशेष विवरण १८८० वि० इसमें पौराणिक आधार पर भगवान् श्रीकृष्ण की लीलाओं का वर्णन किया गया है । ग्रन्थविरंचनाओं में विभक्त है भगवद्भक्तिमाहात्म्य, सटीक ११ १८२९ वि (फाल्गुनसुदि ५ गुरुवार) १७२३ वि० (माघशुक्ल ११ भृगुवार) १८४७ वि० सटीक १६६५ वि० लिपिकाल की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण २८७ Page #297 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २८८ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ १७१० १७११ १७१२ | १०६ / ९८ १७१३ ७९/७३ १७१६ १७१४ | १६४०/१०४४ २ १७१५ ५२४/५१४/४७० १७१८ ६८९७/३८९६ १७१९ ६५९२/३६४३ १७२० १७१७ ३२७/२९८ १७२१ १७२२ २७४०/१४९७ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ३४२/३१८ ग्रन्थ का नाम ३ भवानीसहस्रनामस्तोत्र भवानीस्तवराज भवानीस्तुति भवानी स्तोत्र भवानी स्तोत्र भवान्यष्टकस्तोत्र भगवतस्तुति समुच्चयसंग्रह भारतीस्तोत्र भारतीस्तोत्र ५९३०/३०८८ भौमस्तोत्र ३०४६.१/१५८२ | भीष्मदेहोत्सर्ग स्तोत्र ३०६४.४/१५८९ भीष्मराजस्तव ३२१९/१६३१ भीष्मस्तवराज ग्रन्थकार ४ शङ्कराचार्य (?) - राजमुकुटमणि राजमुकुटमणि टीकाकार ५ आधार लिपि ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज 。 नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरो नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #298 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र विशेष विवरण १० आकार पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण | लिपिकाल (से० मी०) प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में)| ८ (क) — ८(ख) ८ (ग) २२४१७ | १८ २५ | पूर्ण।१८३ १७९५ वि० ज्येष्ठकृष्ण ४) २०४९ १७ १२ | ३२ | पूर्ण/२०८ १७.५४ ११.५ . ४ ९ | १८ | अपूर्ण/२० १४४१०८ ८ | २० | पूर्ण/४० १७४८.५ १९ | ५ | १४ | अपूर्ण/४२ १३४१० | ५ | ७ | १४ | पूर्ण/१५ १६५२० ४ ५६ | ११ | ११ | पूर्ण/१७२४ भागवतपुराण में वर्णित शुक, कुन्ती आदि द्वारा की गई स्तुतियों का संग्रह किया गया है १८x१०.५ ७ | २४ | पूर्ण/५७.५ १८८६ वि० १५.५४११ १६ | पूर्ण/६० १९२३ वि० १४.२४ ११.५ | पूर्ण/२० | १८२५ वि० । (ज्येष्ठ २) | १९९४ वि० ११.५४९.५ | पूर्ण/१४१ ११.८४७.५ ४७, ६ | १५ | पूर्ण/१३२ १८४६ वि० महाभारत ३३४ २० ३ ४ ५ १६ | पूर्ण/८५ सटीक ३७ Page #299 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २९० संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १७२३ | ४२४७.१/१९८६ भीष्मस्तवराज देसी । नागरी कागज १७२४ | १७३५/११३६ भीष्मस्तवराजस्तोत्र नागरी देसी कागज १७२५ / २७४९/१५०० भीष्मस्तवराजस्तोत्र देसी नागरी कागज १७२६ | ४२४७.१/१९८६.१| भीष्मस्तवराजस्तोत्र देसी | नागरी कागज १७२७ | ३३१२/१७०९ | भुवनेश्वरीपञ्जरस्तोत्र नागरी देसी कागज १७२८ | ३८६६.१/१९७४.१ भुवनेश्वरीशताष्टकस्तोत्र देसी । मागरी कागज १७२९ | ३१६/२८७ भुवनेश्वरीसहस्रनामस्तोत्र देसी । नागरी कागज १७३० । ८ ८८७/७६१ भुवनेश्वरीसहस्रनामस्तोत्र देसी कागज नागरी १७३१ | ४०२९/१९३३ भुवनेश्वरीसहस्रनामस्तोत्र । नागरी देसी कागज १७३२ । ७२/६६ भुवनेश्वरीस्तोत्र देसी कागज नागरी १७३३ | ३३११/१७०९ । भुवने भुवनेश्वरीहृदयस्तोत्र नागरी देसी कागज १७३४ १८८०/१२७१ भैरवअष्टोत्तरशतनामस्तोत्र नागरी देसी कागज १७३५ । ३८९२.१/१९९० | भैरवअष्टोत्तरशतनामस्तोत्र नागरी देसी कागज Page #300 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र २९१ आकार लिपिकाल विशेष विवरण पंक्ति पंक्ति दशा/परिमाण | (सेमी) पृ० सं० प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) .८ (क) ८ (ग) ८(घ) __ ९ २०.५४१२ अपूर्ण/७० . _११ _ - - १५.६४८.६ । ४६ | ५ | १४ | पूर्ण/१०१ । - जीर्ण . २२४१० | ३९ ६ | २४ | पूर्ण/१७५.५ | १८८२ वि० १२४७ पूर्ण/७० १५.५४१० | १७ | ६ | १० | पूर्ण/३२ । १८४ ११ ३, ८ | २४ | पूर्ण/१८ . २२४११ . | १७ . १२ | २५ अपूर्ण/१५९ २१.५४१०.५ ! १७ ३१ पूर्ण/१९८ भुवनेश्वरी देवी के सहस्रनामों का स्तवन किया गया है तथा उनके पाठ का महत्त्व बताया गया है । १७४११.८ ८ | १७ | पूर्ण/१२८ १७.५४१२ | १२ | ८ | १६ | पूर्ण/४८ १५.५४१०३ १० | अपूर्ण/५ १८x१२ | १३ | ११ | १६ | अपूर्ण/७१ १२४२०.५ । ३ | १६ | १२ | पूर्ण/१८ Page #301 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २९२ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ १७३६ ७०३८/३९६८ १७३८ १७.१/१२ २ १७३९ २३० / २१९ १७४० १७३७ | ५४९/५५९/५०५ भैरवस्तवन १७४१ ३९३ / ३५६ १७४२ ४२७/३८७ १७४४ ३७९/३४६ १७४५ १७४७ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ५८९९ / ३०६५ ग्रन्थ का नाम ४३१८/२०१७ भैरवक्षेत्रपालस्तोत्र १७४३ | ३७४५.१/१९०८.१ भैरवस्तोत्र १७४८ २९०/२६४ भैरवस्तोत्र भैरवस्तोत्र भैरवस्तोत्र भैरवस्तोत्र भैरवस्तोत्र ३ ३४७९.१/१८३१ भैरवीस्तव भैरवस्तोत्र १७४६ १७४३/११४४ मंगलस्तोत्र मंगलस्तोत्र मंगलाष्टकस्तोत्र ग्रन्थकार ४ कालिदास टीकाकार ५ आधार लिपि ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी नागरी कागज देसी कागज देसी कागज ७ देसी कागज नागरी देसी नागरी कागज देसी कागज नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #302 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र २९३ आकार - (से० मी०) विशेष विवरण ८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण । लिपिकाल प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) ८ (ख) ८ (ग) ८(घ) | ४| ९ | १० | पूर्ण/११ ११ - ११४७ १५४१० | १२ | ६ | १४ | अपूर्ण/३२ १६४१० ७ ७ | १३ | पूर्ण/२० १७४९ १६.५४११ । २४ ८ १९ | पूर्ण/११४ १४४९.५ || ३१ | ६ | १६ | पूर्ण/९३ | १९४० वि० १५.५४१०४४ ६ | १२ | पूर्ण/९९ | १९२७ वि० १५४९.२ १२. ६ | १८ | अपूर्ण/४१ १५.५४ १०.३ | ४ | १० | २२ | अपूर्ण/२७ १९४११ ७ | ७ | २४ पूर्ण/३७ १७.५४ १०.५ , २ ८ २२ | अपूर्ण/११ १९३९ वि० (मार्गशीर्षशुक्ल १५ रविवार) ११४८ ६२ | ५ | १० | पूर्ण/९७ १७४१० ८ ८ २४ पूर्ण/४८ Page #303 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार लिपि आधार ६ ५ ७ १७४९ / ५९२८/३०८७ | मंगलास्तोत्र - देसी कागज नागरी १७५० ६१३८/३२५९ मणिकर्णिकास्तोत्र देसी नागरी कागज १७५१ | ६२९४/३३९६ । मल्लारीसहस्रनामस्तोत्र देसी कागज नागरी १७५२ | ३७३१/१८८७ | महाकालशनिमृत्युञ्जयस्तोत्र - देसी नागरी कागज १७५३ | ५९८०/३१२३ | महाकालीसूक्त देसी नागरी कागज १७५४ | ६३९५/३४९४ | महाकालीसूक्त सदाशिव नागरी देसी कागज १५२४/९३९ नागरी । महाकाल्यष्टोत्तर शतनामावलि देसी कागज । । नागरी देसी कागज | ८५६/८७३/७५५ | महागणपतिगकारादि सहस्रनाम १७५७ | ६८१५/३८४५ | महागणपतिसहस्रनाम । नागरी देसी कागज १७५८ | १७८६.१/११८७ | महागणपतिस्तोत्र । | नागरी देसी कागज १७५९ | १७८३/११८४ महादेविस्तवराजस्तोत्र । नागरी देसी कागज ६७१५/३७५९ | महादेवीस्तोत्र । देसी कागज नागरी १७६१ | २४६८.१/१४३८ | महानारायणस्तोत्र । । नागरी देसी कागज Page #304 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र २९५ विशेष विवरण ... आकार (से० मी०) ८ (क) ११ पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल प्र० पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) | ९ | पूर्ण/२४ | १८२५ वि० (चैत्र ११) ९ | २० | अपूर्ण/१७ १४.२४११.५ १६.५४१० १७४ १०.५ । ३८ | ८ | २० | पूर्ण/१९० १८४४ वि० (भाद्रपदशुक्ल सप्तमी भौमवार) २०.२४१२.५ ७ | १६ | अपूर्ण/९८ १५.९४१० | २४ | ७ | २० | पूर्ण १०५ " १२४८ १० | १५ | पूर्ण/७५ २१.३ ४११ | ५ | १८ | पूर्ण/२० र १५.५४११ ५ | १८ पूर्ण/१३५ गणेश के गकार से प्रारम्भ होने वाले सहस्रनामों की स्तुति की गई है। यह रुद्रयामल तन्त्र का एक अंश है २२४१० ७ | २४ | अपूर्ण/९५ - १३४८ ५ | १२ | पूर्ण/११ १८.७४१०.३ . | १६ | पूर्ण/२१ १६४११ ५ | ७ | १६ पूर्ण/ १७. १८९२ वि० १४४९.३ ३० ७ | २० | पूर्ण/१३१ Page #305 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २९६ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं ० १ १७६२ १७६३ १७६४ | ४९५ / ४४९ १७६७ १७६८ १७७० २ ५९१६/३०७९ १७७१ ५८१३/२९८९ १७७२ १७७३ १७६९ ३२२/२९३ १७६५ ३२१३.१/१६२९ | महलक्ष्मीस्तोत्र १७६६ | ३८६०.१/१९७३.१ महालक्ष्मीस्तोत्र ६८०८/३८४० संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ का नाम ३८८६/१९१८ ३ ५०/४५ महालक्ष्मीमाला महालक्ष्मीव्यंकटेश १७७४१५१ / १४३ सहस्रनामस्तोत्र महालक्ष्मीस्तोत्र ६८१० / ३८४० महालक्ष्मीस्तोत्र महालक्ष्मीस्तोत्र ९२०/९३७/७६८ महालक्ष्मीहृदयस्तोत्र महालक्ष्मीहृदयस्तोत्र ३१८६.२/१६२३ | महालक्ष्मी हृदयस्तोत्र महामो हृदयस्तोत्र महिम्नस्तोत्र महिम्नस्तोत्र ग्रन्थकार ४ पुष्पदन्ताचार्य पुष्पदन्ताचार्य टीकाकार ५ आधार लिपि ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #306 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ (क) १३.३×१०.५ १४.२x११.३ १४.५x१० १७४१२.५ १५×१० २४४११ २४×११ १९x१३ १६.५x१२ ६४६.५ २३.५x१०.५ १४×११ १५.५x१०.५ ३८ पृ० सं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) १ ५९ ४ २८ ६ १ १ ४२ ३५ ५७ १६ पंक्ति अक्षर दशा / परिमाण प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) ९ ११ ७ १२ ८ ८ २ ८ ९ ८ ८ ९ १३ ११ १० १६ २४ पूर्ण / ७ १६ | अपूर्ण / २१६ २० स्तोत्र १६ अपूर्ण / ११२ ४८ अपूर्ण / १२ १६ अपूर्ण / २४ पूर्ण / ३ ४८ पूर्ण / १२ ८ १८ | पूर्ण / २१२ १६ पूर्ण / १४० अपूर्ण / ११४ ३६ पूर्ण / १५२ १० पूर्ण / ४५ २५ पूर्ण / १५० लिपिकाल १० ' I १९२५ वि० शुक्लपक्ष १३ भौमवार) विशेष विवरण १८८९ वि० ( फाल्गुनसुदी ११ २९७ ह १९४५ वि० अभीष्टसिद्धिहेतु लक्ष्मीस्तुति निरूपित (द्वि० चैत्र 14 Page #307 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३९८ क्रम सं० ग्रन्थ स ० / वेष्टन सं० १ १७७५ २८१/२६० १७७६ || ३२३/२९४ १७७७ २ १७७८ १७८० ३८८/३५४ ३९७/३६० १७१०/११११ १७८१ १७४२/११४३ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची १७८२१७४४/११४५ १७८३ २५०१/१४४४ ग्रन्थ का नाम ३ १७७९ | ५४७/५५७ / ५०२ महिम्नस्तोत्र महिम्नस्तोत्र महिम्नस्तोत्र महिम्नस्तोत्र महिम्नस्तोत्र महिम्नस्तोत्र महिम्नस्तोत्र महिम्नस्तोत्र महिम्नस्तोत्र १७८४ २७५७/१५०२ महिम्नस्तोत्र १७८५ ३१५८/१६१६ महिम्नस्तोत्र १७८६ ३२२८/१६३१ महिम्नस्तोत्र १७८७ ३२९३/१६९१ महिम्नस्तोत्र ग्रन्थकार ० ४ पुष्पदन्ताचार्यं पुष्पदन्ताचार्य शङ्कराचार्य पुष्पदन्ताचार्य पुष्पदन्ताचार्य पुष्पदन्ताचार्य पुष्पदन्ताचार्यं पद पुष्पदन्ताचार्यं पुष्पदन्ताचार्य पुष्पदन्ताचार्य पुष्पदन्ताचार्य विष्णु टीकाकार ५ आधार ...६. देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी नागरी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि देसी कागज ७ नागरी 1 नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #308 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार (से० मी०) विशेष विवरण : ८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण | लिपिकाल ०प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) (ख) ८ (ग) ८(घ) : ९ | ३५ ५ १६ पूर्ण/८७ १० १६.३४८.५ १७४११ १६ - ९ | १६ . पूर्ण/७२. १३४८ ६१ / ५ | १६ :- अपूर्ण/१५२.५ १३.५४९ | १७ | ७ १४ | पूर्ण/३०. २४.५४१२ । २२ | १४ | ३४ | पूर्ण/२७८ | १८९६ वि० | एक सामान्य संस्कृतटीकामहित महिम्नस्तोत्र १९४२ वि. (वैसाख १२) १२४१६ अपूर्ण/ १७८ वि० १७.५४९.५ | अपूर्ण/५५ १२.५४९ २८ | पूर्ण/७३ OM - २५.५४१२.५ ३५ ३६ | पूर्ण/४३३ कासहित:शिवस्तोत्र २०४ १० १३ /- ७, २४ पूर्ण/६८ १८५० वि० . .. १२४७ ५ ०/-- ५ / १२ / पूर्ण/९४ ३३४ २० ३ २-८२४ / पूर्ण/१९२१९०३ वि० सटीक सम्पूर्णस्तोत्र १२:५४९.२ | २५ | ७ | १६ | अपूर्ण/८७ १८६९ वि (माघ ९) ... Page #309 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार | आधार लिपि । ५ १७८८ | ३३३२/१७२८ महिम्नस्तोत्र पुष्पदन्ताचार्य नागरी देसी कागज ३५४६/१८४६.१ | महिम्नस्तोत्र पुष्पदन्ताचार्य नागरी देसी कागज १७९० | ४२४६.२/१९८५ | महिम्नस्तोत्र पुष्पदन्ताचार्य देसी नागरी कागज १७९१ ६००८/३१४४ | महिम्नस्तोत्र पुष्पदन्ताचार्य नागरी देसी कागज १७९२ १२८६/३३८८ | महिम्नस्तोत्र पुष्पदन्ताचार्य नागरी देसी कागज १७९३ / ६७३५/३७७८ | महिम्नस्तोत्र पुष्पदन्ताचार्य नागरी देसी कागज १७९४ | ६८४६/३८७५ महिम्नस्तोत्र पुष्पदन्ताचार्य नागरी देसी कागज देसी नागरी कागज १७९५ / ७०२०/३९५६ महिम्नत्रिपुरसुन्दरी । दुर्वासामहर्षि स्तवराज | ७९६ | ७१७८/११४४ महिम्नस्तोत्र पुष्पदन्ताचार्य नागरी देसी कागज १७९७ / ७४८३/४२३९ । महिम्नस्तोत्र पुष्पदन्ताचार्य देसी नागरी कागज १७९८ / ८५९/८७६/७५६ | महोग्रतारिकादंडक । देसी नागरी कालिदास (कवि सार्वभौम) कागज १७९९ / ८९६/९१३/७६४ | मात्रिकामंत्र नागरी देसी कागज १८०० | ५०/४५ मानसिस्तोत्र शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज Page #310 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी० ) ८ (क) १५x११.५ १४.५४८.२ १८.५ ४१३ २३.३×१०.३ १९.५x९ १९x१३ १७×११ २६×१४ १६.६×१०.६ ११४७ १९×११.५ पृ० सं० ११५७ ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) ६ २६ २७ ३४ ९ १४ ६ ७ १४ ३६ | पंक्ति अक्षर दशा / परिमाण प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में ) ९ ८ १३ । ६ ६ ९ ७ ११ २२ ५ २६ १८ ७ २४.५x१२.५ २८ ११ ३३ ८ १६ १५ ३६ २० १६ २० १४ १६ १६ अपूर्ण / ३३ २४ ३६ अपूर्ण / ३९ २० पूर्ण / ५४ पूर्ण / ९६ पूर्ण / ९१ पूर्ण / ६१ पूर्ण / ७७ पूर्ण / ८७ पूर्ण / ७८ पूर्ण / १०४ पूर्ण / ६८ पूर्ण / ३४६ स्तोत्र पूर्ण / १६५ लिपिकाल १० १८९८ वि० (कार्तिक १२ ) १६६५ वि० I १८४१ वि० 1 विशेष विवरण ११ ३०१ Page #311 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३०२ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ १८०१ २ ७२७०/४१२२ १८०४२२१/२१० १८०६ १८०५ ६८६७/३८८८ १८०२ १७८५.९/११८६ मुक्तिद्वारस्तोत्र १८०३ १७८५.२/१९८६ मुक्तिप्रदस्तोत्र... _३९४ / ३५७ १८०७ ५२३.३ / ४६९ १८१० १८०८ ७५.१/६९ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रंथों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ का नाम १८११ २४१/२३० ३ मायाबीजस्तोत्र १८१२३१९१.७/१६२३ मृत्युञ्जयस्तोत्र मृत्युञ्जयस्तोत्र यंत्रोद्धार आरती १८०९ | ३०८०.३१/१५९४ यमुनाष्टपदी यज्ञोपवीतमन्त्रस्तोत्र २४५९/१४३३ यामुनस्तोत्र यमुनाष्टकस्तोत्र युगलकिशोरसहस्रनाम - स्तोत्र योगभोगस्तोत्र १८१३ ३१९१.८/१६२३ |योगभोगस्तोत्र ग्रन्थकार ४ T I मार्कण्डेय - महूपगोस्वामी विट्ठलेश्वर यामुनाचार्य I टीकाकार आधार लिपि ५ । 1 I ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देशी कागज ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी : नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी. Page #312 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार (से० मी०) ८ क २३.४४१३.४ २५४३० २५X३० ९४७ १२.५४९ १७४९ १४.५४१० १६×१० २०.४४१०.५ ४ १८४१४ १६४९ २५x११ | पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र० पं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) २५x११ पृ० सं० १ ove १ १ १० ५ २ ८ १० ४० २६ २४ ६ २८ ८ ५ ५ २ ८ سو ५ १९ १० ६ ८ १० १० ४० दशा / परिमाण (अनु० छन्द में ) ९ पूर्ण / १२.५ पूर्ण / ३० १२ पूर्ण / १०.५ २६ | पूर्ण / २६ ८ पूर्ण / १३ २० १५ पूर्ण / १२ १८ पूर्ण / ६ स्तोत्र अपूर्ण / १० १५ पूर्ण / २३ १६ पूर्ण / ९५ २६ | पूर्ण / १६४ २४ पूर्ण / ४५ २४ पूर्ण / ३७ लिपिकाल १० 1 I विशेष विवरण ११ !! 1 ३०३ Page #313 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १८१४ | ३७८१.१/१९२९.१ योगिनीहृदयस्तोत्र देसी नागरी कागज १८१५ ५९१८/३०७९ योगेश्वरीमाला नागरी देसी कागज १८१६ | ७१४६/४०२३ रघुवरसहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज ६७००/३७४४ रहस्यत्रय देसी नागरी कागज १८१८ | ३६८/३३८ राजराजेश्वरीध्यानस्तोत्र । नागरी देसी कागज १८१९ । ६७६६/३८०३ ! राजराजेश्वरीस्तोत्र शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज ३८१७/१९०७ राधाअष्टोत्तरनामस्तोत्र नागरी देसी कागज | ४७/४२ राधाकृष्णस्तोत्र नागरी देसी कागज १८२२ | २६०९.६/१४६५ | राधानाथसहस्रनाम नागरी देसी कागज १८२३ | ३१७६/१६२१ राधासहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज १८२४ | १५८१/९८५ राधास्तवराजस्तोत्र देसी । नागरी कागज १८२५ | ३१६६.३/१६१९ / राधास्तोत्र बिट्ठलेश . नागरी देसी कागज | १८२६ / ६५१३/३५९७ । राधास्तोत्र नागरी देसी कागज Page #314 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र , ३०५ आकार पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण प्र० पृ०प्र०५० (अनु० छन्द में) पृ०स० लिपिकाल (से० मी०) विशेष विवरण : १९.७४११ अपूर्ण/५८.५ १३ ३४१०.५ । २ | पूर्ण/१६ १८४९.५ पूर्ण/९४ १६४१० | पूर्ण/१२० १८०४ ० . २०.५४ १५.५ पूर्ण/८३ २४ ३२ - २ | पूर्ण/४० १७.२ ४१०.६ १२ पूर्ण/३० १८४१२ | पूर्ण/११४ २०.५४१३ १७ | पूर्ण/२४२ १८x११ पूर्ण/२७९ २४४६ . | पूर्ण/३२८ ३५४१६.५ पूर्ण/२१ १९१० वि० (चैत्रशुक्ल १५/ शनिवार) २७.५४२२.५ | ३ | १६ | १२ | पूर्ण/१८ Page #315 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३०६ क्रम सं० १८२८ १८२७ ६३२३/३४२५ १८२९ १८३० १८३३ ग्रन्थ सं० / वेष्टन सं० १८३४ १८३५ २ ४२८/३८८ १८३७ ७५७५/४२५१ ११६ / १०९ १८३१ | ३७२०.१/१८९१.१ रामचन्द्रस्तवराज संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची १८३२ ३३४६.१/१७४१ रामजनस्तोत्र ५९९४ / ३१३० ग्रन्थ का नाम ९/७ ३ राम अष्टाविंशतिनाम १८३८ १०३.३/९५ रामखड्गमाला १८३९ _३४६/३१८ रामखड्गमाला ५६२/५७२ / ५१८ रामनाम अष्टशतकम् रामचन्द्रशतनामस्तव ३३१४/१७१०.१ रामपद्यदशक १८३६ ४३९६/२०४० राममहिम्नसंस्था स्तोत्र रामप्रशस्ति रामरक्षास्तोत्र रामरक्षास्तोत्र रामरक्षास्तोत्र ग्रन्थकार ४ हनुमान महेश्वर भट्ट गन्धर्वराज टीकाकार ५ 1 आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #316 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २०७ - आकार लिपिकाल विशेष विवरण ... (से० मी०) ८ (क) पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) ८ (ख) ८ (ग) ८(घ) ९ १० _____ २३४१२ | १० | पूर्ण/६ - १३४९.५ . | ३६ | ६ | १२ | पूर्ण/८१ १९६२ वि० ११४१८ १६ | पूर्ण/८४१९२३ वि० १५४११.५ १० १६ | पूर्ण/४० २१.५४११ २० | अपूर्ण/२८ १८.२४९.७ | २ | ९ | २४ | पूर्ण/२७ १५४११.५ ८ | १३ | अपूर्ण/२६ २३४१३ ३० | पूर्ण/२० २५.८४१२ | १२ | ११ | ३२ | अपूर्ण/१३२ २२.५४ ११.५ | ११ पूर्ण/६९ १८४११.५ पूर्ण/३९ २१४११.५ | पूर्ण/४२ १३४१० ५ - ३ | ९ | १६ | अपूर्ण/१३५ Page #317 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों को विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि | ४०३/३६४ रामरक्षास्तोत्र विश्वामित्र नागरी देसी कागज १८४१ | ४४२/४३३(१)/ | रामरक्षास्तोत्र ४०१ विश्वामित्र देसी कागज नागरी ४२ । ५ ५४४/४८९ रामरक्षास्तोत्र विश्वामित्र ऋषि नागरी देसी कागज ५४९/५३९/४९५ रामरक्षास्तोत्र । देसी कागज नागरी १८४४ | १८०३/१२०४ रामरक्षास्तोत्र | नागरी देसी कागज २६९६/१४९० रामरक्षास्तोत्र विश्वामित्र नागरी देसी कागज ८४६ | ३०६४.५/१५८९ । रामरक्षास्तोत्र नागरी देसी कागज | ३१५५/१६१६ रामरक्षास्तोत्र विश्वामित्र देसी नागरी कागज | ३३२०/१७१६ रामरक्षास्तोत्र नागरी देसी कागज १८४९ |३५५५.१/१८४७.१ रामरक्षास्तोत्र नागरी देसी कागज १८५० ४३४१/२०२२ । रामरक्षास्तोत्र विश्वामित्र देसी नागरी कागज १८५१ | ५८९०/३०५७ । रामरक्षास्तोम बुधकौशिक नागरी देसी कागज १८५२ | ५१५/५२५/४७१ | रामरक्षास्तोत्र बुधकौशिक नागरी देसी कागज Page #318 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ (क) २४.५×११.५ १६×९.५ १४. ५x१० २३.२x१०.३ • २८.५४१३.५ १८x१० ११.८४७.५ १२४७ २०x१०.३ १२.८x९ १६×११ १२ ×१८.५ १४४८.५ पंक्ति अक्षर दशा / परिमाण पृ० सं० प्र० प्र० प्र०पं० (अनु० छन्द में ) ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) ९ ८ ९ १९ १२ ८ १४ و १० ८२ २५ ७ ११ १५ ६ १) १२ १० ४ ७ १२ १८ ८ S ८ १७ २२ ६ १७ ३२ २० ७ २२ ७ पूर्ण/३६ पूर्ण / ६६. पूर्ण / ४३ १५ अपूर्ण /५० पूर्ण / ४४ १५ पूर्ण / ४२ पूर्ण / ३९ १२ पूर्ण / १५४ पूर्ण / ५३ १४ अपूर्ण / ६३ पूर्ण / ४५ १६ पूर्णं / ३४ स्तोत्र १५ अपूर्ण / ३३ लिपिकाल १० १८९३ त्रि० I विशेष विवरण ११ ४३ श्लोकों में राम की स्तुति । प्रकाशित रामरक्षास्तोत्र से पर्याप्त भिन्न सुरक्षित 1 ३०९ , Page #319 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३१० क्रम सं० ग्रंथ सं ० / वेष्टन सं ० १ १८५४ २ १८५३३९५२.१/२०१७.१ रामबल्लभास्तोत्र संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची १८५८ ११/९ ग्रन्थ का नाम ३४०४/१७९० रामसहस्रनामस्तोत्र १८५५ ३९५०.१/२०१७.१ रामसहस्रनामस्तोत्र १८५६ ६२९५/३३९८ रामसहस्रनामस्तोत्र १८५९ ५००/४५४ १८५७ ३९५३.१/२०१७.१ रामस्तवराज ३ १८६३ २९९०/१३१२ रामस्तवराजस्तोत्र १८६० ३९४८.१/२०१७.१ रामस्तवराजस्तोत्र १८६१ २७५७.१/१५०२ रामस्तोत्र रामस्तवराजस्तोत्र १८६२ १८३८/१२३१ रामस्वराजस्तोत्र रामहृदयस्तोत्र १८६४ ३४८२/१८६४ रामहृदयस्तोत्र १८६५ ६५०९/३५९३ रुद्रजाप ग्रन्थकार ४ 1 1 । टीकाकार ५ 1 आधार लिपि ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज ७ देसी कागज नागरी देसी नागरी कागज नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #320 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र ३११ आकार (से० मी०) विशेष विवरण ८ (क) पंक्ति अक्षर | दशा/परिमाण | प्र० पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) लिपिकाल ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) ९ ७ | १० | पूर्ण/८ १३-१० 6 २७४१२ पूर्ण/६२ 6 १३४१० | पूर्ण/१२२ १५४९.५ | पूर्ण/१३२ १३.१० ७ | १० | पूर्ण/१० 6 १७.५४ १० | २८ पूर्ण/१२२ १०४७ | ७ | १४ | पूर्ण/९७ 6 १३४१० 6 | पूर्ण/५९ १६४१८ | १० | ३२ | पूर्ण/२० १४४१२ १० | २० | पूर्ण/१५० | १८८६ १४४१२ अपूर्ण/८० १५४१० | १२ | 6 ७ | २० | पूर्ण/५१.५ २३४ ११.५ २२ / ९ | २० | अपूर्ण/१२४ Page #321 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३१२ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १८६६ / २८४/२६२ रुद्रहृदयस्तोत्र देसी | नागरी कागज १८६७ | ५७७३/२६५९ | रेवासहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज १८६८ / ६५३१/३६१४ लक्ष्मीपवरस्तोत्र देसी ! नागरी कागज १८६९ | ३४१०.१/१७९६ | लक्ष्मीसूक्त नागरी देसी कागज १८७० - ४७५/४३४ लक्ष्मीस्तव नागरी देसी कागज १८७१ | ४८४/४७५/४४१ / लक्ष्मीस्तुति नागरी देसी कागज १८७२ | ७७९/७९५ लक्ष्मीस्तुति रामचन्द्र नागरी देसी कागज १८७३ | १७४६/११४७ लक्ष्मीस्तोत्र । नागरी देसी कागज १८७४ | ३१४२/१६१४ लक्ष्मीस्तोत्र अगस्त्य नागरी देसी कागज १८७५ । ६६३१/३६७७ | लक्ष्मीस्तोत्र नागरी देसी कागज १८७६ | ४७२/४८१/४३९ लक्ष्मीहृदयस्तोत्र देसी | नागरी कागज १८७७ | २७४६.१/१४४७ । लक्ष्मीहृदयस्तोत्र | नागरी देसी कागज १८७८ ३४७५.२/१८२९.१ लक्ष्मीहृदयस्तोत्र नागरी देसी कागज Page #322 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र ३१३ (से० मी०) पृ० सं० विशेष विवरण आकार ! . पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण पिकाल प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) ___८ (क) ८(ख) ८ (ग) ८(घ) ९ १९४१२५ १० | १६ | पूर्ण/२५ १८५५ वि० । (चैत्रसुदी ३ भौम) १९.२४ १०.४ । ३८ | ५ | १६ | अपूर्ण/९५ २३.५४ १०.५ १३ | ३० | पूर्ण/४९ १८७५ वि० (आषाढ़वदि १८.३४ १४.४ पूर्ण/८ १७४८.५ | २१ | ५ | ११ | पूर्ण/३६ १८x११.५ | ११ | ७ | १६ | पूर्ण/३८ १७.५४१३ . । पूर्ण/५० १९७३ वि० १४४११ पूर्ण/४९ | १९३५ वि० २२.७४ १३.६ पर्ण/४२ १९५३ वि० (पौषशुक्ल ६) १५४१० पूर्ण/१८ २०.५४११.७ | २४ | पूर्ण/१४८ १९०७ वि० (श्रावणकृष्ण १३ भौमवार) | १९३५ वि० १४४११ ६४ ७, १६ पूर्ण/२२४ २९.५४ १५.३ - २ | १७ | ४२ | अपूर्ण/४४ Page #323 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रंथों को विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि ४ ५८९८/३०६४ । लक्ष्मीहृदयस्तोत्र देसी कागज नागरी १८८० - ६८५६/३८७८ लघुस्तव नागरी देसी कागज ६४५४/३५४२ | लघुस्तवराजस्तोत्र नागरी देसी कागज १८८२ | ७४८५/४२३९ । लघुस्तोत्र नागरी देसी कागज १८८३ |३७६९.१/१९२५.१ ललिताष्टोत्तरशतनामस्तोत्र नागरी देसी कागज ३५६/३२६ ललितासहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज १८८५ | ८०३/८१९/७२१ | ललितासहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज ९२३/९४० ललितासहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज १८८७ / २३०८/१४०२ ललिताहृदयस्तोत्र नागरी देसी कागज १८८८ | १७९.१/१७१ लिंगस्तव नागरी देसी कागज ३४०/३१२ वंदीमोचन नागरी देसी कागज १८९० | ३८१९.१/१९४३.१ वक्रतुण्डाष्टकस्तोत्र वेदव्यास नागरी देसी कागज १८९१ / ११६९/८३५ वचनफलस्तोत्र शङ्कराचार्य नागरी देशी कागज Page #324 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र लिपिकाल विशेष विवरण आकार (से० मी०) ८ (क) १६.८४९ पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण ०प्र० पृ०प्र०५० (अनु० छन्द में) (ख) ८ (ग) ८(घ) ९ ६१ | ५ | १६ | अपूर्ण/१५२ २५४१२ १० | ३२ | पूर्ण/२० . १९३८ वि० १७४११ || २० | पूर्ण/४८ ११४७ | १६ | पूर्ण/५६ १६६५ वि० सिपिकाल की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण २२४१३ २६ | १२ | पूर्ण/३०२ ७४१२ ६७ ८ ९ १७ | पूर्ण/३२० १९१२ वि० (श्रावणकृष्ण ९ चंद्रवार) १९०४ वि० ज्येष्ठकृष्ण ६ भगुवासरे) १७२९ वि० (मार्गशीर्ष) सुलिखित २२.५४१०.५ । पूर्ण/२९३ १७.३४११.५ | २६ | पूर्ण/३२५ १८९३ वि० (फाल्गुनकृष्ण तृतीया) २१४१२ | पूर्ण/५३ १४४९.५ ७ | १८ | अपूर्ण/४ १५.५४९.५ । ७ ९ २४ | पूर्ण/४७ १८१९ वि० २१४१० ४ ८२० पूर्ण/२० १९.५४ १४ । ४६ | १० | १८ | पूर्ण/२२५ । १९१४ वि० (वैसाखकृष्ण) Page #325 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३१६ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची | ग्रंथ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १८९२ । ७३९८/४१८६ वसुधारा देसी कागज नागरी १८९३ | ६१५३/३२७३ वागीश्वरीस्तोत्र नागरी देसी कागज १८९४ | ६२५७/३३६९ | वायुस्तुति देसी नागरी त्रिविक्रम पण्डिताचार्य कागज विचित्रहनुमान् देसी नागरी कागज १८९६ | ३०८०.६/१५९४ | विट्ठलनामावली हरिराम नागरी देसी कागज १८९७ | ७४१७/४२०० विद्यामानसपूजा शङ्कराचार्य देसी नागरी कागज १८९८ | ९२५/९४२.६/७६८ विद्याषडाम्नाय देसी नागरी कागज ५२/४७ विद्यासहस्त्र ाक्षरी देसी | नागरी कागज ९०० | ३४४५.२/१८३० - विभूतिस्तोत्र देसी | नागरी कागज विवेकधैर्याश्रयस्तोत्र बल्लभाचार्य | नागरी देसी कागज १९०२ | २६७६.८/११५८ | विवेकधैर्याश्रयस्तोत्र बल्लभाचार्य देसी | नागरी कागज १९०३ / २३८७/१४१८ विश्वनाथस्तोत्र नागरी देसी कागज १९०४ । ३७५३/१८९४ । विषापहारस्तोत्र नागरी देसी कागज Page #326 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र लिपिकाल विशेष विवरण आकार (से० मी०) ___ ८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण प्र. पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) ८ (ख) ८ (ग) ८(घ) ९ पूर्ण/१४० २५.५४११.२ २५.७४११.७ | १२ | ४३ पूर्ण/३२ १८४६ | पूर्ण/१०० १९०५ वि० १०४१३ | पूर्ण/१५ १६४१० | पूर्ण/४५ |१८४९ वि० १८४ १२ | ९| ९ | १७ | पूर्ण/४३ १५४१२.५ | १२ | १३ | २० | अपूर्ण/९७ १३४९ पूर्ण/५६ १६.८x१०.५ । ६ ८ | १६ | अपूर्ण/२४ ७४६ १२ | २४ | पूर्ण/१८ २७४१६ ९ | २४ | पूर्ण/१३५ २०४१० ४ | २० | पूर्ण/५ १७.३४११ ८ | १२ | ९ | २० | पूर्ण/६७ Page #327 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार | आधार लिपि १९०५ | ४३२९/२०२० । | विष्णुअठाईसनामस्तोत्र देसी नागरी कागज १९०६ / ८४०/८५७/७४६ | विष्णुअठाईसनामस्तोत्र नागरी देसी कागज १९०७ / ४१५/३७५ विष्णुदिव्यसहस्रनाम देसी | नागरी कागज १९०८ / ६३९८/३४९७ विष्णुदिव्यसहस्रनाम देसी नागरी कागज १९०९ | १०३.२/९५ विष्णुपञ्जरस्तोत्र देसी | नागरी कागज ४१६/३७५ विष्णुपञ्जरस्तोत्र नागरी देसी कागज १९११ / ४४१/४३२(१)/ विष्णुपञ्जरस्तोत्र नागरी ४०१ कागज १९१२ | ४४७/४३८(१) | विष्णुपञ्जरस्तोत्र । नागरी देसी कागज १९१३ | ९२५/९४२.२/७६८ विष्णुपञ्जरस्तोत्र देसी कागज १९१४ | २३८१/१४१७ | विष्णुगञ्जरस्तोत्र नागरी देसी कागज १९१५ / २३९४/१४१९ विष्णुपञ्जरस्तोत्र देसी । नागरी कागज १९१६ | ३०७८/१५९३ विष्णुपञ्जरस्तोत्र देसी कागज नागरी १९१७ | ३२९२/१६९० - विष्णुपञ्जरस्तोत्र देसी कागज नागरी Page #328 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - स्तोत्र ३१९ आकार (से० मी०) विशेष विवरण पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण | लिपिकाल प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) ८ (ख) ८ (ग) ८(घ) ९ ६ | १६ | पूर्ण/९ १३.४x७.८ ११.५४१४ | ९ | पूर्ण/२० १४४८ | ७ | २० | पूर्ण/२३२ ३२४११ २८ | ५ | पूर्ण/१६२ २१४११.५ पूर्ण/२५ १४४८ | पूर्ण/२१ १६ ४९.५ । ८ २२ | पूर्ण/४४ १८१३ त्रि १५.५४ १२.५ | १४ पूर्ण/३५ १५४११.५ पूर्ण/३१ १३.५४६.७ पूर्ण/३३ २०४८ ५ / २८ | पूर्ण/३५१७६८ वि० सुलिपि १०.२ ४६.६ | १४ | ६ | १६ | पूर्ण/४२ १३४८ २० - ६ | १२ | पूर्ण/४५ १९०५ वि० मार्गशीर्षवदि ९ रविवार) Page #329 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३२० संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित मन्त्रों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि नागरी देसी कागज १९१८ | ३८४२.१०/ विष्णुपञ्जरस्तोत्र १९६०.१ १११९ | ३९०५.१/१९९३ | विष्णुपञ्जरस्तोत्र देसी कागज नागरी १९२० | ४३३९/२०२२ विष्णुपञ्जरस्तोत्र देसी नागरी कागज ४६५/४५६/४२४ विष्णुशतनाम देसी. नागरी कागज १९२९ ३८४२.२/१९६०.१ विष्णुशतनाम देसी कामज १९२३. | २६२.१/२४८ विष्णुशतनामस्तोत्र । नागरी देसी कागज १९२४३९५१.१/२०१७.१ विष्णुशतनामस्तोत्र देसी कामज नागरी १९२५ | १४९७/९३० - विष्णुसहस्रनाममाष्य शङ्कराचार्य देसी नागरी १९२६ | ३०१८/१५७४ | विष्णुसहस्रनामभाष्य शङ्कराचार्य देसी., 1 नागरी कागज । १९२७ / ४३४४/२०२२ | विष्णुसहस्रनामविधान देसी कागज नागरी विष्णुसहस्रनाम वेदव्यास देसी कागज नागरी विष्णुसहस्रनाम नागरी देसी कागज १९३० | २२४/२१३ . विष्णुसहस्रनाम देसी कागज नागरी Page #330 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र ३२१ आकार (से० मी०) लिपिकाल विशेष विवरण पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण प्र० पृ०प्र०५० (अनु० छन्द में) ८(ख) ट(ग) ८(घ) ९ ८ (क) । १० ११ - - ६४११ १२ | ८ | पूर्ण/३३ . १६ २४८ पूर्ण/३० खण्डित १८७५ वि० (ज्येष्ठकृष्ण १०) . १६४११ पूर्ण/४३ १८४९.५ . पूर्ण/१६ १२४६ . पूर्ण/२५ १२.५४८.५ . पूर्ण/१२ १३४१० . ७ | १० | पूर्ण/१० ३०४१३ ११ | ४८ | अपूर्ण/१७८२ | - शङ्कराचार्य भाष्य और उसको टीकासहित २८४१४ ११ | ३२ | पूर्ण/१४३० | १८९३ वि० | महाभारत प्रतिपादित विष्णुसहस्रनाम पर शङ्कराचार्य का महत्त्वपूर्ण भाष्य | पूर्ण/५८ १६.५४११.५ । . २१४१२.५ । . २२ | पूर्ण/२०६ | १९९२ वि० १५४१० ७ | १५ | अपूर्ण/२६ १५४१३ | १३ | ७ | १६ | अपूर्ण/४५.५ ४१ Page #331 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३२२ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों का विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १९३१ | | २५२/२३८ विष्णुसहस्रनाम देसी नागरी कागज १९३२ । ३३९/३११ विष्णुसहस्रनाम देसी नागरी कागज | ४२९/३८९ विष्णुसहस्रनामस्तोत्र वेदव्यास देसी कागज नागरी १९३४ | ४३३/३९३ विष्णुसहस्रनामस्तोत्र देसी | नागरी कागज १९३५ | ५११/५२०/४६९ | विष्णुसहस्रनामस्तोत्र देसी कागज नागरी ५५८/५६८/५१४ | विष्णुसहस्रनाम नागरी देसी कागज १९३७ १८६०/१२५४ | विष्णुसहस्रनामस्तोत्र देसी | नागरी कागज १९३८ | २४६२/१४२६ । | विष्णुसहस्रनामस्तोत्र देसी कागज नागरी १९३९ २४३२/१४२८ । विष्णुसहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज १९४० । २४६१/१४३६ - विष्णुसहस्रनामस्तोत्र देसी नागरी कागज १९४१ २५१९/१४४६ । विष्णुसहस्रनामस्तोत्र । नागरी देसी कागज १९४२ | २६१३/१४६६ | विष्णुसहस्रनाम देसी | नागरी कागज १९४३ | २८३७.१/१५२२ | विष्णुसहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज Page #332 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ..... स्तोत्र ३२३ आकार (से० मी०) विशेष विवरण प० सं० पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण ०प्र० पृ०/०५० (अनु० छन्माण, लिपिकाल ८ (ग) ८ (घ) ९ . ८ (क) १२४२१ २४ | १८ | १३ | पूर्ण/१७५ १७९२ बि० (कार्तिक मासे शुक्लपक्षे तिथौ | ४ बुधवासरे) १७४१० ९ | २४ पूर्ण/५८.५ १८x१० पूर्ण/२१० १५४१०.५ | १७ | अपूर्ण/११९ १४.५४९.५ १२ ८ | १६ | अपूर्ण/४८ । | १८६० वि० १७४१०.५ पूर्ण/१९३ । | १८५८ वि० १३४२२ २० | १२ | अपूर्ण/११५५ २३ २१० पूर्ण/२६४ १०.३ ४९.४ अपूर्ण/१७५ २४४११ पूर्ण/१३० २ . २२ | पूर्ण/२८७ पूर्ण/२१२.५ | १९२३ वि० १ | १४ | ४८ अपूर्ण/२१ Page #333 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि __४ १९४४ | १८३७.१/१५२२ | विष्णुसहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज २८९१/१५३१ विष्णुसहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज २९०८/१५३७ विष्णुसहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज १९४७ ३०४६/१५८२ ।। विष्णुसहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज १९४८ | ३०६४.१/१५८९ | विष्णुसहस्रनाम नागरी देसी कागज ३०७८.३/१५९३ विष्णुसहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज १९५० ३०७८.७/१५९३ | विष्णुसहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज १९५१ | ३२१८/१६३० विष्णुसहस्रनाम नागरी देसी कागज १९५२ / ३२२५/१६३१ विष्णुसहस्रनाम | नागरी देसी कागज १९५३ / ३२२७/१६३१ विष्णुसहस्रनाम शङ्कराचार्य देसी नागरी कागज १९५४ | ३२४९/१६४२ विष्णुसहस्रनामस्तोत्र देसी कागज नागरी १९५५ / ३२९५/१६९० | विष्णुसहस्रनाम नागरी देसी कागज १९५६ / ३३९५/१७८६ | विष्णुसहस्रनामस्तोत्र देसी | नागरी कागज Page #334 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र ३२५ आकार (से० मी०) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण | लिपिकाल प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) विशेष विवरण ८ (क) १० २९४१३ | ४० | अपूर्ण/१०८० | १८४० ११.५४८ ६ | ११ | अपूर्ण/१६७ ९.४४७.६ ७ | १० | पूर्ण/१९९ ११.५४९.५ १५ | पूर्ण/२०७ ११.८४७.५ ६ | १५ | पूर्ण/१८८.५ १०.२४६.६ । ४ | ६ | १६ | पूर्ण/१२ १०.२४६.६ । | ६ | १६ | पूर्ण/१२ १३४७ ६ | १६ | पूर्ण/१८६ ३३४२० १० ३२ | पूर्ण/३०० ३३४२० | १४५ १० १६ | पूर्ण/७२५ शङ्कराचार्यकृत 'ब्रह्मज्ञानप्रदीपिका' नामक टीका सहित सम्पूर्ण ग्रन्थ . २०४११ ६८ | ५ १२ | अपूर्ण/१२७ १९२४ वि० (चैत्रशुक्ल तृतीया रविवार) १३४८ | १०० ६ | १२ | पूर्ण/२२५ १२४८.५ | ९२ | ६ | १२ | पूर्ण/२०७ Page #335 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि ५ १९५७ | ३४३४.१/१८२५.१ विष्णुसहस्रनामस्तोत्र देसी नागरी कागज १९५८ ३४८५/१८३०.१ | विष्णुसहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज १९५९ / ३५४९/१८४६.१ | विष्णुसहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज १९६० | ३९६०/१९२४ | विष्णुसहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज १९६१ | ३७६६.१/१९२४.१ विष्णुसहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज १९६२ | ३७७६.२/१९२८.१ विष्णुसहस्रनामस्तोत्र नागरो देसी कागज | ३८५८.१/१९७१.१/ विष्णुसहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज १९६४ ४२४६.१/१९८५ | विष्णुसहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज १९६५ ४२४७.१/१९८६.१ विष्णुसहस्रनाम देसी कागज नागरी १९६६ ४२४७.१/१९८६.१ विष्णुसहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज १९६७ | ४३२९/२०२० विष्णुसहस्रनाम मागरी देसी कागज १९६८ | ४३३३/२०२१ | विष्णुसहस्रनाम नागरी देसी कागज १९६९ | ४३४७.१/२०२३ | विष्णुसहस्रनाम देसी कागज नागरी Page #336 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र ३२७ विशेष विवरण आकार (से० मी०) ८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण । लिपिकाल प्र०पू०प्र० पं० (अनु० छन्द में) ८(ग) ८(घ) ११ | २० | अपूर्ण/१५१ २६४१२ ३१४२०.५ १० | ३७ | अपूर्ण/१०२९ १६४८.५ ९ | १६ | पूर्ण/१८१ १८२५ वि० (चैत्र ९) | १९६२ वि० २१४११ ९ | २४ | पूर्ण/२५६ १३४७ १३६ ५ | २० | अपूर्ण/४२५ १५.३४ १०.३ | २२ | ९ | १६ | अपूर्ण/९९ २१४१०.५ । ३३ | ८ | २९ / पूर्ण/२३९ १८.५४ १३७५ ६ | १५ | पूर्ण/२११ १२४७ ६ | १० | पूर्ण/११४ २०.५४१४८ ७ | १० अपूर्ण/१७ १७४२१ | २० | अपूर्ण/११०० १५.५४११.५ । ७५ ७ | १० | पूर्ण/१६४ . - १४.५४९.१ । ८ ५ | १४ | अपूर्ण/१८ Page #337 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३२८ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ १९७० १९७१ १९७२ १९७३ १९७५ १९७६ १९७७ १९७४ ७५८९/४२५९ २ १९७९ ५८५०/३०१६ १९८० ७१८०/४०४४ १९८१ ७३४४/४१५७ ७५०२/४२४६ ६८७४ / ३८९२ १२० / ११३ _३३९५/१७८१ २३/१९ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची २६५/२४८ ग्रन्थ का नाम ३३९५ / १७८१ ३ विष्णुसहस्रनामस्तोत्र विष्णु सहस्रनामस्तोत्र विष्णुसहस्रनामस्तोत्र १९७८ | ३८९२.३/१९४०.१ विष्णुस्तोत्र विष्णुसहस्रनाम विष्णुहृदयस्तोत्र विष्णुहृदयस्तोत्र विष्णु हृदयस्तोत्र १९८२ ३८९२.६/१९४० १ विष्णोरष्टाविंशतिनाम विष्णु सहस्रनाम विष्णुसहस्रनामावि विष्णुस्तवराजस्तोत्र विष्णुस्तुति स्तोत्र ग्रन्थकार ४ - टीकाकार ५ 1 1 आधार लिपि । ६. देसी कागज देसी कागज देसी कागज शङ्कराचार्य | देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #338 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र ३२९ आकार (से० मी०) विशेष विवरण ___८ (क) पंक्ति अक्षर| दशा/परिमाण | लिपिकाल प्र. पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) (ख) ८(ग) ८(घ) .. ५ | १२ | अपूर्ण/३३ ११.६४८ ५ | १४ | पूर्ण/१९९ १९१५ वि० १२४१५.७ | अपूर्ण/२३२ | १८६८ वि० ३०४१४ ३२ | अपूर्ण/४४४ २०४१२.८ अपूर्ण/१९८ १७४११ ९ | १० | पूर्ण/१५७ १७४ १०.५ - ७ . २१ | पूर्ण/१४२ १८५८ वि० (श्रावण २ बुधवार) - १२४८.५ ६ | १२ | अपूर्ण/५ १६.८x२१ - | १० | पूर्ण/७.५ - १४४८.५ | अपूर्ण/३१ १२.५४८.५ | पूर्ण/४४ १२४८.५ अपूर्ण/५ १६.८४२१ । ४ | १२ | १२ | पूर्ण/१८ Page #339 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३३० क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ १९८३ १९८५ १९८४ ६३४१/३४४२ १९८७ २ .१५१९.१/९३५ १९८६ ३३१८/१७१४ १९९० २६५८/१४८१ १९८८ ६७८९ / ३८२५ १९८९ | ५९५९/३११४ ४८/४३ १७८५.१/११८६ वीरेश्वरस्तोत्र १९९१ २४७/२३६ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची १९९३ २९७/२६८ ग्रन्थ का नाम १९९४ ४१७/३७६ व्यंकटेशपञ्जर स्तोत्र वीरस्तुति शकारादिशिवसहस्रनाम - स्तोत्र शतनामस्तोत्र शत्रु विध्वंसस्तो ३ शनिग्रहस्तोत्र शनिस्तोत्र १९९२ २६९१/१४८९ शनिस्तोत्र शनिस्तोत्र शनिस्तोत्र शनिस्तोत्र १९९५ | ३४१८.१/१८१८.१ शनिस्तोत्र ग्रन्थकार ४ जिनवल्लभसूरि दशरथ दशरथ दशरथ दशरथ दशरथ टीकाकार ५ I 1 1 : I I - 1 आधार लिपि ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज नागरी नागरी नागरी नागरी नामरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #340 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - स्तोत्र " .. ३३१ आकार (से० मी०) ८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण । १००प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में)/ लापकाल | ८ (ख) ८ (ग) ८(घ) ९ १० | ८ | १६ | अपूर्ण/२० विशेष विवरण . ११ १४.५४१०.५ २५४११ ६ / १० / २० | पूर्ण/३७ सटीक २५४३० २४ ४० | पूर्ण/३० अभिलाषाष्टकस्तोत्र १४४९ ७ | १६ | पूर्ण/२२४ १९२६ वि० (वैशाखकृष्ण द्वितीया) १३.९४७.९ | पूर्ण/१८ १७४१२ | पूर्ण/१० २४.८४१०.८ १ | ५ | पूर्ण/३ २१.५४१७ ११ ८ | ३० | पूर्ण/८७५ १९४१०.५ | १२ | ८ | २७ | पूर्ण/८१ १८४६ वि० (बैशाखशुक्लपक्ष तिथी दशमी) १७४८ ६ | ९ | २४ | पूर्ण/४०५ २२४११ ७, ९ | ३२ | पूर्ण/६३ १४४८. ५ २१ | ६ | १५ | पूर्ण/५२ १६४१० १ ० ९ | २० | अपूर्ण/५६ Page #341 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित बयों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १९९६ | ३५५०/१८४७ | शनिस्तोत्र दशरथ नागरी देसी कागज १९९७ | ३४७६/१८५८ शनिस्तोत्र देसी | नागरी कागज १९९८ | ३६७६/१८७३ | शनिस्तोत्र दशरथ देसी । नागरी कागज १९९९ ३८५३.१/१९६७.१ शनिस्तोत्र देसी | नागरी कागज २००० - ७३४३/४१५६ शनिस्तोत्र नागरी देसी कागज | ४१/३६ शरभदारुणसप्तक नागरी देसी कागज शरभदारुणसप्तक देसी नागरी कागज ८४७/८६४(१) | शरभसहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज २००४ | ८४७/८६४ | शरभस्तोत्र नागरी देसी कागज २००५ | ६५११/३५९५ शरभेश्वरपक्षिराजमंत्र नागरी देसी कागज २००६ | ३२९६/१६९४ | शरभेश्वरसहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज २००७ | १३८७/८९९ | शरभेश्वरस्तोत्र नागरी देसी कागज २००८ | १४३९/९११ | शरभेश्वरस्तोत्र देसी नागरी कागज Page #342 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र ३३३ विशेष विवरण आकार (से० मी०) ___८ (क) १६४ ११.८ पंक्ति पंक्ति दशा/परिमाण | १०प्र० पृ०प्र०पं० (अनु० छन्द में) लिपिकाल ८(ख) ८ (ग) ८(घ) ३१ | ८ | १६ पूर्ण/१२४ १८०९ वि० (मार्गशीर्ष शुक्ल ८) १६ | पूर्ण/५२ १७४१०.५ २०४१५.५ पूर्ण/५० २३४१२ पूर्ण/४५ १८३२वि० १६४१३ | पूर्ण/५९ १७४ १२ | पूर्ण/३६ शत्रुविनाश के लिए पक्षिराज श्रीशरभेश्वरदेव का स्तवन २२४११ ६. ८ | ३२ | पूर्ण/४८ यह 'आकाशभैरवकल्प' का २७वा अध्याय है। इसमें पक्षिराज शरभदेव की शत्रुविनाश के लिए स्तुति की गई है। श्लोक संख्या ७ है। पक्षिराज श्रीशरभदेव के सहस्रनामों का तान्त्रिक स्तवन २२.५४११.५ | २८ | १० | ३२ | पूर्ण/२८० २२.५४११.५ पूर्ण/५० पक्षिराज शरभेश्वर अथवा सालुवेश की तान्त्रिक स्तुति २२४२०.५ पूर्ण/११ १७.५४९ पूर्ण/७८ १९२५ वि० (माघकृष्ण १० गुरुवार) २६४१० । पूर्ण/३० १८४९.२ । ९ ५ १९ | पूर्ण/२७ Page #343 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३३४ . क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ २००९ २०१० २०१२ २ २०११ ३२८९/१६५७ _७३११/४१३३ ७६४५ / ४२८९ २०१७ ६२५६/३३६९ २०१४ _३३९३/१७८१ २०१५ ३४६१/१८४५ २०२१ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ का नाम २०१३ ५८६८/३०३४ शारदास्तवन २०१९ १४३३/९१० शान्तिस्तवन शान्तिस्तवन शान्तिस्तोत्र शान्तिस्तोत्र ३ २०१६ ३९६०.१/२०१७.१ शालिग्रामस्तोत्र शालिग्रामस्तोत्र शालिग्रामस्तोत्र ३८१/३४८ शिवआरती २०१८ | ३७९२.१/१९३२.१ शिवआरती शिवकवचस्तोत्र २०२० ६३४२/३४४३ शिवताण्डवस्तोत्र १५७९/९८३ शिवपञ्चरत्नस्तोत्र ग्रन्थकार टीकाकार ४ मनिदेवसूरि देवसूरि रावण I ५ 1 आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि देसी नागरी कागज देसी कागज ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #344 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र .३३५ आकार लिपिकाल पृ० सं० (से० मी.) विशेष विवरण ___८ (क) • २१.५४ १०.६ पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण प्र० पृ०प्र०५० (अनु० छन्द में) ८(ख) ८ (ग) ८(घ) पूर्ण/२७ १२.५४१०.५ ९ १६४९ ४ | ७ | १६ | अपूर्ण/१४ १८४६. 6 पूर्ण/४ २५.८x१०.४ । १ | १३ | ५६ | पूर्ण/२२ १२४२.५ | १७ | ६ | १२ | पूर्ण/३८ २८x१४ ८ | २५ / पूर्ण/३७ १३४१० 6 अपूर्ण/१० १६.५४१२ २० | पूर्ण/१२.५ १७.६४१२ 6 ७ | १६ | अपूर्ण/१०.५ २३.५४९.५ । २४ * ५ | २६ | पूर्ण/९८ १३.५४९ | १० | ५ | १० | पूर्ण/१५.५ ___ २१४ ११ २ | १४ | २४ | पूर्ण/२१ १९३१ वि० Page #345 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३३६ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ २०२२ २०२३ २०२८ २ _३३१९/१७१५ २०२६ | २४०५/१४२१ २०२७ ९५/८७ २०२९ ३८७६/१९८३ २०३० २०३१ २०२४ ३८७८.२/१९८३ शिवमानसस्तोत्र २०२५ | ४०७९.५० / १९३६ शिवरक्षास्तोत्र १५७८/९८३ ५४१ / ४८७ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ का नाम २७७२/१५०८ २०३२ ३२४०/१६३७ ३ शिवपञ्चाक्षरस्तोत्र शिवपञ्चाक्षरीस्तोत्र शिववंदना शिववर्मकथनस्तोत्र शिवशक्याष्टकस्तोत्र ८०२/८१८/७२१ | शिवसहस्रनामस्तोत्र शिवसहस्रनामस्तोत्र शिवसहस्रनामस्तोत्र शिवसहस्रनामस्तोत्र २०३३ ३२९४/१६९२ शिवसहस्रनामस्तोत्र २०३४ | ५८८९/३०५६ शिवसहस्रनामस्तोत्र ग्रन्थकार टीकाकार ४ शङ्कराचार्य I शङ्कराचार्य ५ अज्ञात आधार लिपि ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नामरी नागरी नागरी नागरी Page #346 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार (से० मी०) ८ (क) १७.२x१०.४ १७×११ १७×११ २५४३० २१८ १५.३७.७ १२x१२ १८x९ २३.५x१० ३३X२० १०x८ १६×१०.३ पंक्ति अक्षर ( पृ० सं०/ प्र० पृ० प्र० पं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) ४३ २ ७ २० ३ - ov १ २ १६ ७ २७ ८४ ६ ६ १६ २७ ५ २४.५×१२.२ १८ १३ ७ ४ ७ ६ ४४ ७ ९ १६ पूर्ण / ९ ४० १६ पूर्ण / १५ दशा / परिमाण (अनु० छन्द में) ९ पूर्ण / ८ २७ २३ | पूर्ण / ७ २२ पूर्ण / २० पूर्ण / ४३ १३ पूर्ण / ११ अपूर्ण / १३० १४७ ७ २५ पूर्ण / ८०४ १४ पूर्ण / २२० २४ अपूर्ण / १७५ १० अपूर्ण / ९६ स्तोत्र २४ अपूर्ण / १८२ लिपिकाल १० १९२६ वि० १९२६ वि० । १७२६ वि० १८३१ वि० १९०८ वि० विशेष विवरण ११ III││I ३३७ Page #347 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३३८ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २ २०३५ | ४७९/४३७ शिवसहस्रनामावली नागरी देसी कागज २०३६ / २७५७/१५०२ | शिवस्तुति वीरभद्र नागरी कागज २०३७ | ३९३०.१/२००६ / शिवस्तुति नागरी देसी कागज २०३८ | ६४५२/३५४१ शिवस्तुति हरिहर देसी | नागरी कागज २०३९ । २२/१८ शिवस्तोत्र वसिष्ठ ऋषि देसी | नागरी कागज २०४० । २८२/२६१ शिवस्तोत्र उपमन्यु देसी | नागरी कागज २०४१ / ३११/२८२ शिवस्तोत्र नागरी देसी कागज २०४२ / १५८७/९९१ शिवस्तोत्र शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज २०४३ | १५९६/१००२ | शिवस्तोत्र पृथ्वीराज देसी | नागरी कागज २०४४ | २७५७.२/१५०२ | शिवस्तोत्र | नागरी देसी कागज २०४५ / २९७८.१/१५६२ | शिवस्तोत्र शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज २०४६ | ३५९८/१८५६.१ | शिवस्तोत्र नागरी देसी कागज २०४७ | ३८८९/१९१८. | शिवस्तोत्र देसी नागरी कागज Page #348 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ क १५×१२ १६×१० १५x७ ४४४१२.५ १२.८x८ २ १७×११ १५x१० १३.५×९.५ २१.२११.१ १६ x १० २१×१२ पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र० पं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) १५x१२ पृ० सं० २८ no N ४ ७ ३ ७ १६५x२० ३ २ २ २ १३ ४० ६ ३ ३७ ७ ३ ७ ९ ९ ६ १० १८ 1222 ११ १७ ३२ पूर्ण / ६ १० १६ पूर्ण / ३ १२ दशा / परिमाण (अनु० छन्द में) ९ स्तोत्र अपूर्ण / १९३ १६ पूर्ण / १४ ५० पूर्ण / ११ १६ पूर्ण/ १३.५ २० पूर्ण / २४ १५ पूर्ण / १८ पूर्ण / ३३ ३२ | पूर्ण / २० २० |पूर्ण / २२ पूर्ण / १४ १० पूर्ण / १११ लिपिकाल १० १९१२ वि० (आषाढशुक्लपक्ष १४ ) - विशेष विवरण ११ ३३९ Page #349 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३४० संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों को विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २०४८ | ६६५९/३७०५ | शिवस्तोत्र देसी | नागरी कागज २०४९ ६२८४/३३८६ शिवादिध्यान नागरी देसी कागज २०५० ३६३४.३/१८६३.१ शिवावलि देसी कागज नागरी २०५१ । ३६६२/१८६९ शिवाष्टोत्तरशतनाम । नागरी देसी कागज शीतलाष्टक देसी नागरी कागज २०५३ / १४००.४/८९९ । शीतलाष्टकस्तोत्र देसी । नागरी कागज २०५४ २७२५.१/१४९४ | शीतलास्तुति देसी | नागरी कागज २०५५ । ३९९/३६२ शीतलास्तोत्र देसी | नागरी कागज २०५६ | ४००३६३ | शीतलास्तोत्र देसी | नागरी कागज २०५७ । २७८५/१५१३ । शोतलास्तोत्र नागरी देसी कागज २०५८ | ५८२०/२९९६ । शुक्रस्तवन नागरी देसी कागज पद्मसुन्दर देसी नागरी कागज २०५९ | ५९५७/३११३ | शुक्तिमुक्तिजमालिका स्तोत्र २०६० ८०४/८२०/७२१ शुद्धशक्तिमाला देसी | नागरी कागज Page #350 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ क २५x१२ २१४९.५ १२x२१ १६×१० १६x४५ २५×९ २४.२x१०.२ १९४१२ पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र० पं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) २३.६×११.३ पृ० सं० ४ १३ २२.५४६.५ ८ ३ ८ १ ave ३ १६.५x१०.५ ११ १ no २१.५x११.५ ३ ४ ४ २२ ३×१०८ ४ ६९ ७ १६ ७ ३८ ६ ९ ५ ८ ८ ८ १० ८ ३२ अपूर्ण / ५२ ३० १६ १६ पूर्ण / २४ १६ ३२ दशा / परिमाण (अनु० छन्द में) ९ पूर्ण / ५२ २२ पूर्ण / २८ ३६ अपूर्ण / १० २४ पूर्ण / १९ १० पूर्ण / १५ ३२ पूर्ण / १८ १८ पूर्ण / १८ २० पूर्ण / २० पूर्ण / १६ पूर्ण / ३० स्तोत्र अपूर्ण / ५५२ लिपिकाल १० १९५२ वि० 1 १९०१ वि० (चैत्र ६) विशेष विवरण ११ सुलिपि त्रिपुरसुन्दरीस्तोत्र ३४१ Page #351 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रंथों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २०६१ | ४३१/३९१ श्यामारहस्यस्तोत्र देसी कागज नागरी २०६२ / ३८८२.३/१९८५ । श्यामासहस्रनामस्तव देसी नागरी कागज २०६३ | ५१०/५०१/४५९ | श्यामास्तोत्र देसी । नागरी कागज २०६४ | २८२.१/२६१ | श्रीकृष्णस्तव नागरी देसी कागज २०६५ । ३२९३/१६९० | श्रीकृष्णस्तवराज देसी | नागरी कागज २०६६ | ३४५९/१८४३ | श्रीगुरुदत्तात्रेयस्तोत्र नागरी देसी कागज २०६७ ३९५४.१/२०१७.१ श्रीरामअनुस्मृति नागरी देसी कागज २०६८ | ६५४७/३६१४.७ | श्रीरामसहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज २०६९ / २८८९/१५३० श्रीहरिअष्टाविंशनाम | नागरी देसी कागज २०७० / ३४५१/१८३६ | षटपदी शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज ६९३३/३९१२ । षट्पदी नागरी देसी कागज २०७२ | १७८५.२/११८६ । षष्ठिस्तोत्र नागरी देसी कागज २०७३ | १०१०/७९१ षोडशमूलविद्या नागरी देशी कागज Page #352 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ (क) २३×१६ १७×१३ १७×१० १७×११ १३×८ १८x१२ १३×१० २४×११ १८. ५x१४ १४×९ २१x६.५ २५X३० पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र०पं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) पृ० सं० ४४ ३२ १० १८ W ८ ६ १६ 3 ४ १२. ३२ ६ २४.५१५.५ ३४ ९ ६ ७ ७ ९ १० ६ १ ११ १ २४ १२ २० १६ १६ १२ १२ १० २० १६ १६ ३० ४० २६ दशा / परिमाण अनु० छन्द में) ९ अपूर्ण / ५२८ पूर्ण / २०० अपूर्ण / ५४ पूर्ण / ९ पूर्ण / १८ पूर्ण / १६ पूर्ण / ११ अपूर्ण / ९० पूर्ण / १५ पूर्ण / १२ स्तोत्र पूर्ण / १० पूर्ण / ३० अपूर्ण / ३३१.५ लिपिकाल १० १९०६ वि० १९२६ वि० (ज्येष्ठशुक्ल 1 १८४८ त्रि० विशेष विवरण ११ ३४३ Page #353 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३४४ क्रम सं ० | ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ २०७५ २७५६ / १५०२ २०७६ २०७७ २०७४ | ३८४४.१/१९६०.१ संकटनाशकस्तोत्र २०८० २ २०७८ | ५९७१/३११७ २०७९ ६४५७/३५४३ ६३८५/३४८४ २०८३ ५९७० / ३११७ २०८४ २०८१ | २३८१/३ २०८६ ६८६४/३८८६ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ का नाम संकटास्तोत्र ३/३ सत्यिकासप्रभाव स्तोत्र ३ सत्यिक स्तुति कस्तु २०८२ ३४१२.१/१७९८ | सप्तशतीकीलकस्तोत्र एवं पूजन सत्यिक स्तुति सत्यिक स्तोत्र सप्तशतिकास्तोत्र ३९१७.१/१९९८ सप्तशती स्तोत्रप्रयोगविधि ३०८०.२३/१५९४ सप्तश्लोकी २०८५ ३०८०.३६/१५९४ सप्तश्लोकी सरस्वतीस्तोत्र ग्रन्थकार ४ घनसार पाठक देवगुप्त } 1 विट्ठलेश्वर विट्ठलदीक्षित शङ्कराचार्य टीकाकार ५ आधार लिपि ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी M कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #354 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र ३४५ आकार (से० मी०) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण । लिपिकाल प्र०प०प्र०५० (अनु० छन्द में) विशेष विवरण ८ (क) (ख) ८(ग) ० ११ १२४६ पूर्ण/९ १९४२५ ६ | १६ | पूर्ण/१२ १९२५ वि० १५.५४९.५ पूर्ण/११ २५.८x११.४ पूर्ण/१८ २५.८४११.४ पूर्ण/३६ ११४९ ६ | १० | पूर्ण/२४ १०४९ १० | अपूर्ण/२५ १३.५४८ १६ | अपूर्ण/१८ १४.५४ १२.५ । २४ | ७ | १६ | पूर्ण/८४ १६४१२ ८ | १६ | अपूर्ण/३६ १६ x १० ५. ६ | १५ ! पूर्ण/१४ १८४९ वि० १६४१० - ५ | ६ | १७ | पूर्ण/१६ १४.५४९ - २ | ८ | १९ पूर्ण/९ Page #355 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २०८७ ३१२/२८३ सरस्वतीस्तोत्र बृहस्पति नागरी देसी कागज २०८८ | ३४८/३१९ सरस्वतीस्तोत्र नागरी देसी कागज २०८९ ३९२/३५६ सरस्वतीस्तोत्र देसी | नागरी कागज ५१७/५२७/४७३ सरस्वतीसहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज २०९१ | ८४०/८५७/७४६ | सरस्वतीद्वादशनामस्तोत्र । नागरी देसी कागज २०९२ | १०७३.३/८०६ | सरस्वतीस्तोत्र देसी नागरी कागज २६५१.१/१४७७ | सरस्वतीस्तोत्र बृहस्पति | नागरी देसी कागज २०९४ | ३१७१/१६२१ | सरस्वतीद्वादशनाम शङ्कराचार्य देसी कागज नागरी २०९५ | ३४५८/१८४३ सरस्वतीस्तोत्र देसी नागरी कागज २०९६ | ३५९८.१/१८५६.१ सरस्वतीस्तोत्र नागरी देसी कागज २०९७ ३५९८.२/१८५६.१ सरस्वतीस्तोत्र नागरी देसी कागज २०९८ | ३८१४/१९०६ । सरस्वतीस्तोत्र नागरी देसी कागज २०९९ ३८८८.१/१९८९ सरस्वतीस्तोत्र नागरी देसी कागज Page #356 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र ३४७ लिपिकाल विशेष विवरण आकार (से० मी०) ___८ (क) १५ x ११ . पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण १०स०प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) ८(ख) ८ (ग) ८(घ) पूर्ण/१२ १७४११ पूर्ण/३१.५ ११५७ ७ | १२ | पूर्ण/२६ १४४९ १३ | २२ | पूर्ण/२०२ ११.५४ १४ | ७ | ९ | पूर्ण/६ १०x१३ पूर्ण/१५ १९५३ वि० १९.८x११ | पूर्ण/७ ११४८ १६ | पूर्ण/१० १८x१२ | १५ | पूर्ण/७.५ २१४ १२ | २० | पूर्ण/१४ २१४१२ | पूर्ण/४८ १७.५४१२.५ ९ | १८ | पूर्ण/५६ १२x२० ४ १७ | १२ | पूर्ण/२५ Page #357 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३४८ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २१०० ६६७९/३७२४ | सरस्वतीस्तोत्र देसी | नागरी कागज २१०१.६६८०/३७२४ । सरस्वतीस्तोत्र बृहस्पति नागरी देसी कागज | ६८१६/३८४६ सरस्वतीस्तोत्र नागरी देसी कागज २१०३ | ८५२/८६९/७५५ | सर्वदेवप्रातःस्मरण देसी कागज नागरी २१०४ / ९०/८२ सर्वमन्त्रोत्कीलकस्तोत्र । नागरी देसी कागज २१०५ | २४६०/१४३३ - सर्वोत्तमस्तोत्र अग्निकुमार नागरी देसी कागज २१०६ २५४७.४/१४५३ | सर्वोत्तमस्तोत्र अग्निकुमार नागरी देसी कागज २१०७ | २९१३.६/१५३९ | सर्वोत्तमस्तोत्र अग्निकुमार नागरी देसी कागज २१०८ | ३०८०.२१/१५९४ सर्वोत्तमस्तोत्र अग्निकुमार देसी नागरी कागज २१०९ | ३१३९/१६१३ । सर्वोत्तमस्तोत्र आनन्दकुमार । नागरी देमी कागज २११० | ३५८०.७/१८५३.१ सर्वोत्तमस्तोत्र जमदग्निकुमार नागरी देसी कागज २१११ | २६७६.१४/१४८५/ सहस्रनामस्तोत्र .. वैश्वा देसी नागरी कागज २११२ | ३१७९/१६२१ । साम्बपंचशतिका नागरी देसी कागज Page #358 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र ३४९ लिमिकाल विशेष विवरण आकार पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण (से० मी०) प्र० पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) ८ (क)–८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) ९ १२४८ | १६ | पूर्ण/१२ १२४८ । ६ | १६ | पूर्ण/२७ ११४७ ७ | १६ | पूर्ण/४९ १५.५४११ १८ | पूर्ण/१७ १५.५४९ . | ११ | ७ | ३२ | पूर्ण/७७ १७४२९ पूर्ण/४० १५.७ ५१०.५ । ११ - पूर्ण/४४ १६.५४२१ १५ | १६ | पूर्ण/५२.५ १६४१० | पूर्ण/३७ |१८४९ वि० २१४ १७ - पूर्ण/३० १६४११ पूर्ण/३३ २७४१६ ९ | ३२ | पूर्ण/३०६० ___- १५४९ ५६ / ६ | १६ | पूर्ण/ १६८ | १८४६ वि० Page #359 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २११३ | ६६१५/३६६१ सारस्वतस्तोत्र देसी कागज नागरी २११४ | ५२३.७/४६९ सिद्धलक्ष्मीस्तोत्र नागरी देसी कागज २६२२/१४६७ | सिद्धांतरहस्यस्तोत्र बल्लभाचार्य नागरी देसी कागज २११६ । ६६२८/३६७४ सिद्धिलक्ष्मीस्तोत्र देसी कागज नागरी १२१७ | ३९४९.३/२०१७.१ सोताएकविशतिनाम देसी | नागरी कागज २११८ | ३९४९.१/२०१७.१ सीतासहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज २११९ |३९४९.२/२०१७.१/ सीतास्तोत्र नागरी देसी कागज | १४२/१३५ सुदर्शनात्मकस्तोत्र नागरी देसी कागज २१२१ | ५९२४/३०८४ सूक्तविधान देसी नागरी कागज २१२२ । ६६८८/३७३२ सूर्यअथर्वशीर्षमंत्र देसी कागज नागरी २१२३ | ४२४६.५/१९८५ | सूर्यगायत्री देसी । नागरी कागज २१२४ | ३०७८.८/१५९३ सूर्यद्वादशनामस्तोत्र देसी | नागरी कागज २१२५ ३७३८.१/१९०४.१ सूर्यद्वादशनामस्तोत्र नागरी देसी कागज Page #360 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र ३५१ आकार (से० मी०) विशेष विवरण ___८ (क) पृ०सं० पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण | लिपिकाल प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) ८(ख) ८ (ग) ८ (घ) पूर्ण/३६ २५४१३ १७४९ | १८ | पूर्ण/३७ २७४१६ अपूर्ण/९ २५४११ १० | ३२ | पूर्ण/२० १३४१० पूर्ण/४ १३४१० ७ | १० | पूर्ण/१२९ १३४१० पूर्ण/४ १३४१० पूर्ण/२० १४.७४ १०.४ पूर्ण/४९ १५४११ पूर्ण/२८ १५.८x१३ | पूर्ण/६ १० २४६.६ | पूर्ण/९ २१४१७ २ | ९ | १६ | पूर्ण/९ Page #361 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३५२ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार लिपि १ . २१२६ | ३८९६.२/१९९० | सूर्यद्वादशनामस्तोत्र देसी | नागरी कागज २१२७ १५७६/९८१ सूर्यशतकस्तोत्र नागरी देसी कागज २१२८ / ४२/३७ | सूर्यसहस्रनाम देसी | नागरी कागज १२२९ | ३६०४/१८५७.१ | सूर्यसहस्रनामस्तोत्र नागरी देसी कागज २१३० | ७१०७/४००५ हस्रनामस्तोत्रटीका देसी कागज नागरी २१३१ | ५३/४८ सूर्यस्तोत्र शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज २१३२ | ३९०/३५५ सूर्यस्तोत्र देसी नागरी कागज २१३३ / १३९०/८९९ सूर्यस्तोत्र देसी कागज नागरी . २१३४ | १७२७.१/११२८ | सूर्यस्तोत्र नागरी देसी कागज २१३५ / १६७१/१०७५ । सूर्यस्तोत्र देसी नागरी कागज २१३६ ३७९६.२/१९३२.१ सूर्यस्तोत्र . नागरी देसी कागज २१३७ । ६८३३/३८६३ सूर्यस्तोत्र नागरी देसी कागज २१३८ ७०४०/३९६८ । सूर्यस्तोत्र नागरी देसी कागज Page #362 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र ३५३ आकार (से० मी०) लिपिकाल वियप विवरण ८ (क) पंक्ति पंक्ति दशा/परिमाण प्र० पृ०प्र०५० (अनु० छन्द में) ८(ख)|८ (ग) ८(घ) | १६ | १२ | पूर्ण/१२ ___१० ___११ १२४२०.५ २३.३४ १०.३ १० | ३२ | पूर्ण/२६० १८४३ वि० | प्रायः सौ प्रौढ़ स्रग्धरा छन्दों में सूर्य (फाल्गुन) | सम्बन्धी स्तुति सूर्य सहस्रनाम, 'देवीरहस्यतन्त्र' का एक अंश १६ ५१० ५ ३५ १० | २० | पूर्ण/२१८ २५४१० २४ | ८ | २० | पूर्ण/ १२० १७६२ वि० (ज्येष्ठकृष्ण द्वादशी भौमवार) २१४१० ३०७ | १० | २० | पूर्ण/१९१९ १२.५ ४७ । ५ ५ | २० | पूर्ण/१६ १३४८ 6 पूर्ण/१४ २५४९ 6 पूर्ण/२१ १९.३४११ 6 अपूर्ण/२६ १७४१२ | अपूर्ण/१८ १७.७४१२. २ ३ | ७ | १६ | पूर्ण/१०.५ १६४११ | ३ | ११ | ३२ | अपूर्ण/३३ ११४८ ३ | ९ | १० | पूर्ण/८ Page #363 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम । ग्रन्थकार - टीकाकार आधार लिपि ४ १२ २१३९ | ४/३ सौन्दर्यलहरी शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज २१४० | १२८/१२९ सौन्दर्यलहरी . शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज २१४१ | ३४४/३१६ । सौन्दर्यलहरी शङ्कराचार्य । नागरी देसी कागज २१४२ | १२२८/८५६ सौन्दर्यलहरी शङ्कराचार्य | डिडिम रामकवि देसी । नागरी कागज २१४३ | १७९७/११९८ | सौन्दर्यलहरी . शङ्कराचार्य देसी नागरी कागज २१४४ | २४२१/१४२७ । सौन्दर्यलहरी शङ्कराचार्य देसी नागरी कागज २१४५ / २५४४/१४५२ सौन्दर्यलहरी शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज २१४६ / २५४५/१४५२ | सौन्दर्यलहरी शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज २१४७ | ३१८१/१६२१ । सौन्दर्यलहरी शङ्कराचार्य देसी कागज नागरी २१४८ | ४२५९/१९९९ ।। सौन्दर्यलहरी शङ्कराचार्य | रामभद्र मिश्र देसी नागरी कागज २१४९ | ५९४१/३०९९ सौन्दर्यलहरी शङ्गराचार्य अज्ञात नागरी देसी कागज २१५० । ६४७५/३५५८ सौन्दर्यलहरी जगन्नाथ देसी कागज नागरी २१५१ ६७२९/३७७२ सौन्दर्यलहरी शङ्कराचार्य देसी नागरी कागज Page #364 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र ३५५ आकार (से० मी०) विशेष विवरण पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण | प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) लिपिकाल ८ (ग) ८(घ) ९ १० १०४८ ५ | १२ | अपूर्ण/१५ २२५१० | पूर्ण/२२५ | १८४६ वि०/ १०२ श्लोकों की शिखरिणी छन्द में शक्ति की स्तुति। २०४९.५ पूर्ण/१५० १८४७ वि० २०x१५ . पूर्ण/२८०५ | १८९५ वि० शङ्कराचार्य की सौन्दर्यलहरी डिडिम रामकविकृत टीका सहित पूर्ण/२२६ १३४९ ३०x११.५ | ४८ अपूर्ण/१२२४ सटीक २२४१० ८. २८ | अपूर्ण/२१० २४४११ | पूर्ण १८९ १५४९ | १६ | अपूर्ण/ २१५ २९४.११.५ पूर्ण/९५६ | १९४४ वि० | सम्पूर्ण ग्रन्थ पर रामभद्रमिश्रकृत टीका भी समुपलब्ध है। | १८९० वि० १७.३४११ | पूर्ण/२१५ ९४१३ | २४ ९ १० अपूर्ण/६७ . २५४९ | २० | ६ | ३२ | पूर्ण/१२० Page #365 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३५६ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २ २१५२ | ७५८३/४२५६ सौन्दर्यलहरी शङ्कराचार्य | नागरी देसी कागज २१५३ | ३६९/३३८ । सौन्दर्यलहरी देसी नागरी कागज २१५४ | ७८२/७९८/७१३ | सौन्दर्यलहरी शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज २१५५ / ११७०/८३५ | सौन्दर्यलहरी नागरी शङ्कराचार्य कविराज शर्मा देगी कागज २१५६ / २६७६/१५० स्तवन देसी नागरी कागज २१५७ | ३०४६.५/१५८२ | स्तुतिग्रन्थ नागरी देसी कागज २१५८ | ६२३४/३३४९ | स्तोत्रग्रन्थ देसी नागरी कागज २१५९ ७७०/७८४/७०८ | स्तोत्रसंग्रह नागरी देसी कागज २१६० । ७४७०/४२३७ । स्तोत्रसंग्रह नागरी देसी कागज २१६१ / ९१८/९३५/७६८ | स्वछन्द परिव्राजकाचार्य नागरी देसी कागज २१६२ | २६१७.२/१४६७ स्वरूपवर्णन विट्ठलेश्वर नागरी देसी कागज ९६/८८ स्वर्णकर्षण भैरवस्तोत्र श्रीकुवर देसी नागरी कागज २१६४ | ११९९/८४४ स्वस्तिवाचनस्तोत्र नागरी देसी कागज Page #366 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र ३५७ आकार । (से० मी०) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण १०८०प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) लिपिकाल विशेष विवरण ११ - ५ | १६ पूर्ण/२४० १८६७ वि० २०.५४१४ 6 अपूर्ण/३८ टीका २४४ ११.५ १२ । ४० पूर्ण/७३० प्रसिद्ध देवीस्तोत्र 'सौन्दर्यलहरी' की केवल टीका है २०.८x१४ . ७ . २४ । पूर्ण/१७९० शङ्कराचार्यकृत 'सौन्दर्यलहरी' की कविराजमाकृत टीका २७४१६ २ . ९ ३२ | पूर्ण/१८ ११.५४९.५ । ८ ७ | १५ | अपूर्ण/२६ २६.५५११.५ । १६ . | ३० अपूर्ण/१०५ १५४२१ ५ २३ . | पूर्ण/५७ ५४३ . | पूर्ण/१५ १७५८ वि० १७.५४१२ 6 ७ | १६ | अपूर्ण/१८२ १८९८ वि० (वैशाखकृष्ण) ११ शनिवार) २७४१६ पूर्ण/६० १४.५४ १३ ६ ११ | १५ पूर्ण/३१ २२४१५ | ११ | ११ | २२ | पूर्ण/८३ Page #367 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २१६५ / २६१७.१/१४६७ स्वामिनीस्तोत्र विट्ठलनाथ दीक्षित नागरी देसी कागज २१६६ ५८१६/२९९२ हनुमत्सहस्रनामस्तोत्र राम देसी | नागरी कागज .. २१६७ । ५९१४/३०७९ । हनुमत्सहस्राक्षरीमाला देसी नागरी कागज २१६८ ४०६/३६७ हनुमत्स्तोत्र वीरेश्वरज्ञानी नागरी देसी कागज २१६९ | १४६१/९१९ हनुमत्स्तोत्र नागरी देसी कागज २१७० ३३१७/१७१३ हनुमत्स्तोत्र नागरी देसी कागज २१७१ | ३३४६/१७४१ हनुमत्स्तोत्र विभीषण देसी | नागरी कागज २१७२ | ६६६३/३७०९ | हनुमत्स्तोत्र देसी | नागरी कागज ६७२१/३७६४ हनुमत्स्तोत्रादिसहस्रनाम वाल्मीकि देसी । नागरी . कागज २१७४ | ४२५/३८५ | हनुमदुर्ग नागरी देसी कागज २१७५ | २८८३/१५३० । हनुमदुर्ग | नागरी देसी कागज २१७६ | ५९१९/३०७९ । हनुमदुर्ग देसी | नागरी कागज २१७७ | ४८१/४९०/४४४ हनुमान्कवचस्तोत्र देसी | नागरी कागज Page #368 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र ३५९ आकार से० मी०) विशेष विवरण पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल प्र० पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) ८ (ख) ८(ग) ८(घ) ९ ८ (क) २७४१६ | १२ | ३२ | अपूर्ण/४८ १०३४७.९ । अपूर्ण/६७ १८९३ वि० (माघ ३०) १३.३ ४ १०. ५ ६ पूर्ण/४० १४.५४९ पूर्ण/२० २४.७४१० पूर्ण/३४ २३.२४ ११.६ ९ ७ २८ पूर्ण/५५ ।। १९३८ वि० (श्रावण शुक्ल १८.२४९.७ ९ २४ पूर्ण/२७ सटीक टाक . १३ ५९ ७ | १६ | अपूर्ण/११ १६४१० १९०९ वि० १७४११ | २४ पूर्ण/६८ अथर्ववेद १७४१३ | पूर्ण/५२ १३.३ ४ १०.५ । ९९ | २० | पूर्ण/५० १३४८ ३ ६ | १६ | अपूर्ण/९ Page #369 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३६० संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रंथ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २१७८ २४७६.१/१४३९ | हयग्रीवस्तोत्र देसी नागरी कागज २१७९ १०७/९९ हरिनाममालास्तोत्र शङ्कराचार्य देसी कागज नागरी २१८० | १२५४/८६५ हरिभक्तिदीपिका नागरी गणेश मिश्र (संकलनकर्ता) देसी कागज २१८१ । ३३९०/१८०५ | हरिनाममालास्तोत्र शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज २१८२ ३८४४.१/१९६०.१| हरिनाममालास्तोत्र नागरी देसी कागज | ३४५२/१८३७ । हैरम्बगणपतिस्तोत्र नागरी देसी कागज Page #370 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्तोत्र ३६१ आकार (से० मी०) लिपिकाल विशेष विवरण . ___८ (क) | पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) (ख) ८ (ग) ८(घ) ९ । २२ | पूर्ण/३३ १६.७४१३ २२.५४१०.५ - ३ ९ | २४ पूर्ण/१९ ३०४१३ १३ | ३७ अपूर्ण/८१२ १२४८.५. ६ १२ पूर्ण/२३ १२४६ | ५ | १२ पूर्ण/२० १३.५४८.७ - ४ ५ | १० पूर्ण/६ - - Page #371 --------------------------------------------------------------------------  Page #372 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सप्तशती Page #373 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३६४ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं ० १ २१८४ २१८५ ५७९/५८९ २१८७ २१८९ २ २१९० ३६१/३३१ २१९१ २१८६ | ८२४/८४०/७३४ दुर्गासप्तशती २१८८ ९७५/९९२/७७८ | दुर्गासप्तशती २१९६ १४५२/९१६ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची १५४७/९५७ ८२७/८४३ / ७३७ दुर्गासप्तशती २१९३ १८०१ / १२०२ ग्रन्थ का नाम दुर्गा २१९४ २३३५/१४०६ ३ दुर्गासप्तशती _८१८.२/८३४ दुर्गासप्तशती २६४५ / २४७६ २१९२ १७८७/११८८ दुर्गासप्तशती दुर्गासप्तशती दुर्गासप्तशती दुर्गासप्तशती २१९५ २३८३/१४१७ दुर्गासप्तशती दुर्गासप्तशती दुर्गासप्तशती ग्रन्थकार ४ टीकाकार ५ 1 I आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि देसी नागरी कागज देसी कागज ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #374 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सप्तशती ३६५ विशेष विवरण आकार (से० मी०) ८ (क) १८.५४ १०.५ पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण | लिपिकाल प्र. पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) ८(ख) ८ (ग) ८(घ) | २४ | अपूर्ण/२४६ १९४ १०. ५ १३१ ७ . २० | पूर्ण/५७५ १७४१० | ८ | १८ | पूर्ण/७३४ इसमें सम्पूर्ण दुर्गासप्तशती समुपलब्ध है १८.५४ १०.५ १८२ ७ | २० | अपूर्ण/३४६ २२.५४ ११.५ / ९१ | | ३० | पूर्ण/६८३ इसमें के प्रथम से त्रयोदश अध्याय तक मार्कण्डेयपुराणोक्त दुर्गासप्तशती निबद्ध है । इसमें कवच-कोलादि कुछ नहीं है १७.५४१२ ५ २४७ | ७ | १६ | अपूर्ण/८९६ १९०३ वि० १८४९ २०४ | ५ | २० | पूर्ण/६३७.५ | १९३८ वि० ३०४१२ | १२ | ४८ | पूर्ण/२३९४ रामाश्रमकृत संस्कृतटीकासहित सप्तशती १६.५४९ | ६ | २० | पूर्ण/७५० २१४११. ५ ११४ | ७ | २० | अपूर्ण/४९९ अति जीर्ण २३४१० ३० | ७ | २२ | पूर्ण/६२५ १९१२ बि० (श्रावणकृष्ण पंचमी गुरुवार) १३ ३४७.७ २३८ | ६ | १६ | अपूर्ण/७१४ २४.५४ ११ ५८ ९ ३६ | अपूर्ण/५८७ १८६७ वि० (चैत्रवदी ११ गुरुवार). Page #375 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३६६ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ २१९७ २१९८ २१९९ २२०२ २ २६९२/१४८९ २२०० ३४०१.१/१८०१.१ दुर्गासप्तशती २२०७ २२०१ ३४०३.१/१८०३.१ | दुर्गासप्तशती दुर्गासप्तशती २२०८ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ३४२६/१८१२ २२०९ ग्रन्थ का नाम ३१८६.१ / १६२३ | दुर्गासप्तशती ३२१५/१६२९ दुर्गासप्तशती ३ २२०३ | ३४१२.१/१८१२.१| दुर्गासप्तशती दुर्गासप्तशती २२०४ | ३७०७.१/१८८२.१ दुर्गासप्तशती २२०५ __३९५७/१९२४ दुर्गासप्तशती २२०६ | ३८१३.१/१९४०.१ दुर्गासप्तशती ६१७३ / ३२९३ ६३९० / ३४८९ ४३५९/२०२८ दुर्गासप्तशती दुर्गासप्तशती दुर्गासप्तशती ग्रन्थकार ४ टीकाकार ५ I आधार लिपि ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #376 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सप्तशती ३६७ विशेष विवरण आकार (से० मी.) ____८(क) १८x११ ....पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल १०प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) ८ (ख) ८(ग) ८(घ) २८ पूर्ण/७९८ १८२८ वि० २५४१३ | अपूर्ण/२३६ १९४१२ पूर्ण/२४ १६४११ अपूर्ण/५६९ १६४८ अपूर्ण/११२.५ १६.८४८ ७ | २४ | पूर्ण/२१ २४४१३ | २२ १६ | पूर्ण/७७ २२४९.५ | अपूर्ण/१८२ २४४११ | पूर्ण/७५६ २२४१३ अपूर्ण/२०३ २५.५४११.५ | अपूर्ण/५२५ १८३१ वि० २१.८४१०.५ ९३ | ८, २५ | अपूर्ण/४८८ २२४१५.५ | २० | ११ | १० | अपूर्ण/६९ Page #377 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३६८ क्रम सं० १ २२१० २२११ ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० २ ६४०८/३५०७ ६५०८/३५९२ २२१२ ६६०५/३६५२ २२१३ | ६९७२/३९२४ २२१७ २२१४ ७१०६/४००४ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ का नाम ७५९० / ४२६० ३ दुर्गासप्तशती दुर्गासप्तशती दुर्गासप्तशती दुर्गासप्तशती २२१५ ७२१२/४०७३ दुर्गासप्तशती दुर्गासप्तशती २२१६ | ७२६७/४११९ दुर्गासप्तशती दुर्गासप्तशती ग्रन्थकार ४ टीकाकार ५ I 1 II आधार I ६ चतुर्भुज मिश्र देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नगरी नागरी नागरी नागरी Page #378 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सप्तशती ३६९ आकार (से० मी०) लिपिकाल विशेष विवरण ८ (क) प० सं० पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण प्र०५० (अनु० छन्द में) ८(ख) ट(ग) (घ) | २० | अपूर्ण/३६४ १८x१२ १६.५४१० । ३१ | १० | अपूर्ण/८७ ७४५ | ३२ | पूर्ण/१०२४ १८०० वि० 'तात्पर्य' टीका सहित सम्पूर्ण १६४९ ६ | १५ | अपूर्ण/४०५ २१४११ १० | अपूर्ण/१०१८ १८:३४९.३ | १८ ५ | १८ | अपूर्ण/५० १९२० वि० (कार्तिक ५ बुध) १७७० वि० (चैत्रकृष्ण ५) २०.८४१४ ४६६ | ५ | १६ | पूर्ण/११६५ १९४९.५ १३८ / ६ २७ पूर्ण/६९९ Page #379 --------------------------------------------------------------------------  Page #380 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड Page #381 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३७२ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रंथों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २२१८ | १५४/१४७ अंगन्यास देसी | नागरी कागज २२१९ | ३२६२/१६४८ । अंगन्यासविधि । नागरी देसी कागज २२२० । ६४३१/३५२७ अक्षयनवमीविधि देसी | नागरी कागज २२२१ / १२३३/८५८ अक्षयनवमीव्रतकथाविधि देसी कागज नागरी २२२२ ७९३/८०९/७१५ अगस्त्यजन्मार्धविधान देसी नागरी कागज २२२३ | १०७७/८०६ । अगस्त्यर्धदानविधि नागरी देसी कागज २२२४ | २९८/२६९ अग्निहोत्रविधि नागरी देसी कागज २२२५ | ४०८/३६९ अग्न्युत्तार नागरी देसी कागज २२२६ । ८२/७५ अजयागायत्रीविधि | नागरी देसी कागज २२२७ । ७४५६/४२३३ अदुःखनवमीव्रत नागरी देसी कागज २२२८ | ७४६०/४२३३ | अदुःखनवमीव्रत नागरी देसी कागज २२२९ । ६६७७/३७२२ अधिकमास नागरी देसी कागज २२३० | ६०३४/३१६८ । अनन्तपूजा नागरी देशी कागज Page #382 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Shahapatialisatil कर्मकाण्ड ३७३ आकार विशेष विवरण (से० मी०) पृ०सं० प्रक्ति ८ (क) पंक्ति | अक्षर| दशा/परिमाण लिपिकाल प्र० पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में)| ८ (ख) ८ (ग) |८(घ) ९ | ९ | १८ | अपूर्ण/६६ १६४१२ १५४ १०.५ | २२ | ७ | १८ | अपूर्ण/ ८७ २१.५४ ११.५ । ६ । | अपूर्ण/४१ २५४१५ | २५ | पूर्ण/८४ २४४१३ १० | २८ | पूर्ण/९७ २२४१४. १० | २४ | पूर्ण/१०५ १४४९ | ९ | १६ | अपूर्ण/३६ २५४१४ ११ | ३२ | अपूर्ण/११ १६४११ ८ | २० | पूर्ण/१९० १३ ४२३ २० | १६ | पूर्ण/६० १३४२३ २० | १६ | पूर्ण/२० १६४ ११ | ८ | १२ | पूर्ण/१८ २३.५४११ ६ १०० ७ | ३३ पूर्ण/७२२ Page #383 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३७४ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार | आधार लिपि २२३१ / ७०५६/३९७९ अनन्तव्रतकथा तथा पूजन देसी नागरी कागज २२३२ | ३१४१/१६१४ अनन्तव्रतपूजाविधि नागरी देसी कागज | ७६००/४२६६ अनशनविधि देसी नागरी कागज २२३४ | ५८१५/२९९१ अन्त्येष्टिनिर्णय देसी कागज नागरी २२३५ | ८१४/८३०/७२७ अन्त्येष्टिपद्धति नारायणभट्ट । नागरी देसी कागज २२३६ / ६९१९/३९०८ | अन्त्येष्टिपद्धति केशवभट्ट नागरी देसी कागज २२३७ | १३२३/८८२ | अन्त्येष्टिविधि नारायणभट्ट देसी नागरी कागज २२३८ ७२२७/४०८६ | अन्नपूर्णेश्वरीपूजापद्धति नागरी देसी कागज २२३९ | १३३२/८८२ अन्वष्टकाश्राद्धपद्धति देसी कागज नागरी २२४० ३४५९.२/१८२७.१ अपरावत नागरी देसी कागज २२४१ । ९९९/७८८ অমিকারুনসিকা नागरी देसी कागज २२४२ | ५७३/५८३ अर्चनविधि देसी | नागरी कागज २२४३ । ७६३७/४२८६ । अर्चनविधि । नागरी देसी कागज Page #384 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड ३७५ आकार (से० मी०) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण । लिपिकाल प्र० पृ०प्र०५० (अनु० छन्द में)। विशेष विवरण ___८ (क) (ख) ८(ग) ८(घ) २७.५४१३.५ । १२ | ११ | ३० पूर्ण/१२४ १८४७ वि० (भाद्रपद शुक्ल एकादशी रविवार) २२४१०.४ । ४१ | ६ | २४ पूर्ण/९२ २४४११ | २ | १२ | ४८ | पूर्ण/३६ २४.४४ ११.२ १२० | ९ | ३२ | पूर्ण/१०८० २०.५४ १०.५ १२४ | ८ | २४ | पूर्ण/७४४ अन्त्येष्टिसंस्कार का सविस्तर निरूपण २५.५४१४ । ५ २० | पूर्ण/३१ . ३३.५४१३ ११ | ४८ | अपूर्ण/१००६.५/ - मरणकालिक पितृश्राद्धादिविधि १४.४४८.८ । ६६ १६ | पूर्ण/१३२ २९४१२ ३८ ६ | २८ | पूर्ण/१९९.५ | १९५५ वि० | विशिष्ट पितृश्राद्ध विवेचन (आषाढ़शुक्ल ४ गुरुवासरे) ११ | २८ | अपूर्ण/१९ २२.४४१४.५ । २३४१३ | ८ | २१ पूर्ण/७९ १६ ५४८.५ १४८ / ६ | २५ | पूर्ण/६१३ ८४६ ११४ | १० | ३० | अपूर्ण/१०६९ । - Page #385 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३७६ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं ० १ २२४४ _७६६०/४२९० २२४५ _७३९४/४१८३ २२४७ २ २२४६ २८८४/१५३० संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची २२५१ २२४९ ५९९९ / ३१३५ २२५२ ७४५७ / ४२३३ २२५६ २२४८ ७५१८/४२५२ अष्टाध्यायीभन्त्र ७०७१/३९८० ६३०४ / ३४०६ २२५३ ६३२८/३४३० २२५४ ८८९/७६१ ग्रन्थ का नाम २२५० | ३६३४.८/१८६३.१ आगमोक्ततर्पण अर्जुनजयकारीमन्त्रविधि अशौच संप्रवृत्ति अष्टश्राद्ध ३ अष्टस्नान अष्टाभिधानपूजा आगमोक्ततर्पणविधि आग्रयणप्रयोग आग्रयणप्रयोग आचारविधि २२५५ _७४६७/४२३६ आचार शिरोभूषण ८११/८२७.१ आत्मपूजा ग्रन्थकार ४ श्रीभट्टाचार्य मध्वाचार्य 1 टीकाकार ५ । 1 आधार लिपि ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी M कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #386 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड ३७७ आकार (से० मी०) विशेष विवरण . पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल प्र०पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) |८(ख) ८(ग) ८(घ) ९ ८ (क) ११.५४९.५ । पूर्ण/४१ १७.६४१० ९ २९ अपूर्ण/५६३ २२.५४१० ७, ३० पूर्ण/२६ १३४२३ १६ | १६ | पूर्ण/१६ १८x१३ ९ | १६ | अपूर्ण/३६ ११४२७.४ २ | २६ | १२ | पूर्ण/१९ १९०२ २ वि० १३४२१ २४ | १६ | अपूर्ण/४८ ५७४२१ ४२ . २० | अपूर्ण/५२ २०.५४१० । | १७१५ वि० (वैशाख शुक्ल प्रतिपक्ष मंदवार) १९१० वि० २१ ५४ १०.५ / २३ | ९ | २० | पूर्ण/१२९ १७.५४१३ ६७ ८ ९ १६ अपूर्ण/३०२ २०x१० | १० ३२ | अपूर्ण/१०८० २०४१० ४ | १६ | ३२ पूर्ण/६४ Page #387 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३७८ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १ २ ३ २२५७ | ६६२६/३६७२ | आदित्यवारव्रत उद्यापनविधि विश्वभूषण भट्टारक देसी कागज नागरी ६०३६/३१७० आम्नायपद्धति नागरी देसी कागज २२५९ | ६१४२/३२६३ आश्लेषाशांति देसी नागरी कागज २२६० | ३३८८/१७७९ आश्वलायनगृह्यकर्म आश्वलायन नागरी देसी कागज २२६१ / ७०८३/३९८३ आश्वलायनगृह्यसारप्रयोग| आश्वलायन नागरी देसी कागज २२६२ | ५९०१/३०६७ आश्वलायनगृह्यसूत्र आश्वलायन देसी कागज नागरी २२६३ | ६६१२/३६५८ आश्वलायनगृह्यसूत्र आश्वलायन देसी कागज | नागरी २२६४ | ६११४/३२३६ आश्वलायनश्रौतसूत्र आश्वलायन नामरी देसी कागज २२६५ / ७४३६/४२१९ आश्वलायनश्रौतसूत्र आश्वलायन देसी नागरी कागज २२६६ / ६३४७/३४४७ আব্দি रघुनाथभट्ट देसी | नागरी कागज २२६७ / ७१०८/४००६ | आह्निकचन्द्रिका दिवाकर दसा । नागरी कागज २२६८ | २४३९/१४२० । आह्निकलोथ कमलाकरभट्ट नागरी देसी कागज २२६९ ३९४२.१/२०१४.१ उच्छिष्टगणपतियंत्रपूजन । देसी कागज नागरी Page #388 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड ३७९ विशेष विवरण आकार (से० मी०) ८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल प्र० पृ० प्र० ५० (अनु० छन्द में) ट(ग) ८(घ) ९ १६ | ४० | पूर्ण/२२० | १७०४ वि० २७४१२ २१.८४१०.८ | १९ पूर्ण/२०६ २१४९ | २४ पूर्ण/२५ २९४१५ | अपूर्ण/४३५ २४.५४१५ | २० | पूर्ण/२७५ शक १७६४ (वैशाख सुदि द्वितीय) २२.५४८.३ अपूर्ण/४९८ २२४१० | पूर्ण/१०८ चार अध्यायों में विभक्त संस्कारादि विषयक ग्रन्थ २२.३४८.८ ३९ पूर्ण/२४७७ १७९८ वि० २०.२४८.२ पूर्ण/१५०२ २३.५४ १०.५ | ५९ पूर्ण/३३२ १७४११ अपूर्ण/८४ २४४११.३ | ७ | २४ | पूर्ण/४३० इसमें आह्निक नित्य एवं विशेष कर्मों के लिए प्रायश्चित्त वर्णित है १६.५४ १०.५ / ११ / ९ | १५ | पूर्ण/४६ Page #389 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३८० संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि | १६९१.१२/ १०९४.३ | उच्छिष्टगणेशपूजनपद्धति नागरी देसी कागज २२७१ | १६९१.६/१०९४.१/ उच्छिष्टगणेशमंत्र नागरी देसी कागज उच्छिष्टगणेशमंत्र देसी नागरी २२७२ | १६९१.१३/ १०९४.१ कागज उच्छिष्टचाण्डालीमन्त्र । नागरी देसी कागज २२७३ | १६९१.१२/ १०९४.१ २२७४ | ५८८५/३०५१ | उच्छिष्टचाण्डालीविधान नागरी देसी कागज - २२७५ | ३९०३.१/१९९२ | उत्तरज्ञानार्णव देसी कागज नागरी १७१९/११२० उत्सर्गपद्धति देसी कागज नागरी २२७७ | ६२५१/३३६६ उत्सर्जनउपाकर्मविधि देसी । नागरी कागज २१७८ | २९७९/१५६२ उत्सर्जनोपाकर्मप्रयोग देसी । नागरी कागज २२७९ / ६०४९/३१८३ उत्सर्जनोपाकरणकर्म देसी कागज नागरी २२८० | २६२९/१४७१ | उत्सवनिर्णय एकतान पुरुषोत्तम देसी | नागरी कागज २२८१ | ५९८२/३१२५ उदकशांति नागरी देसी कागज २२८२ | ६५२४/३६०८ । उदकशांति देसी कागज नागरी Page #390 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड ३८१ आकार (से० मी०) पृ० सं० पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल (अनु० छन्द में) विशेष विवरण ८ (क) ८ (ग) ८(घ) १० १६.८४२०.८ | पूर्ण/२७ १३ २२ पूर्ण/३९ १९५४ वि० १३४१२ | पूर्ण/२७ १९५४ वि० १३ ४२२ पूर्ण/४२ १९५४ वि० ४७-१४ २१ | २० अपूर्ण/१३ १४.३ ४९.४ ९ | २० | अपूर्ण/४५ २७.५४ १२ ८ . २४ | पूर्ण/४२६ २१.५४ ११.५ | १९ | पूर्ण/१३ ! १९११ वि० (ज्येष्ठकृष्ण ९ शनिवार) १९५२ वि० (श्रावणशुक्ल ६ शनिवार) १८४१ वि० (श्रावण १३ गुरौ) २९.६४१५ पूर्ण/२३३ १२४६.५ | १५ | अपूर्ण/१४८ २१४१३ पूर्ण/९१५ - | बारहों महीनों के उत्सवों का वर्णन २३.१४११.४ । १० | ३२ | पूर्ण/५१० २१.५४११ २७ | १० | २० | अपूर्ण/१६९ Page #391 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार | आधार लिपि २२८३ | ६४१०/३५०९ | उपनयनप्रकरण नागरी देसी कागज २२८४ । ६१९५/३३१० उपनयनविधि नागरी देसी कागज २२८५ / ६२३६/३३५१ | उपनयनविधि नागरी कागज २२८६ |७५१०/३६८० उपश्रुतिलक्षण देसी नागरी कागज २२८७ | ७४५८/४२३३ उपांगललितापूजा दसा देसी । कागज नागरी २२८८ | ९७३/९९०/७७८ | उगांगललिताव्रतविधि देसी | नागरी कागज २२८९ | २५६१/१४५६ । उपाकर्मप्रयोग देसी नागरी कागज २२९० | १४२९.२/९०८ | उपाकर्मविधि देसी । नागरी कागज २२९१ | ५९०४/३०७० उपाकर्म विधि । नागरी देसी कागज २२९२ ६२३८/३३५३ | उपाकर्मशान्ति देसी नागरी कागज २२९३ | ४०७९.१६/१९३६ ऋतुकालविधान नागरी देसी कागज ऋषिछन्द देवतान्यास नवग्रहध्यान नागरी देसी कागज २२९५ ६५३८/३६१४.१ ऋषिपञ्चमीव्रतपूजन नागरी देसी कागज Page #392 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ क २२४९ १५ ८x८.४ १५.७८.५ १३x२३ १२x२३ २१×१०.५ २१. २x१० २१×१० २५ X३० पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र० पं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) १४.५४८ पृ० सं० ४०×१३.५ २६ ९ २६.३×११.८ ७२ ६ १० ܡ ६३ २४४१०.८ | १६७ ५ ३७ ५४ ९ १ १० २० २० 2 ७ १० ८ ३२ ३४ ५ १ ४१ २० २६ | अपूर्ण / ४१ दशा / परिमाण (अनु० छन्द में ) ९ पूर्ण / १४६ २२ अपूर्ण / ६९ १६ पूर्ण / १० १६ पूर्ण / ४० . ३५ पूर्ण / ५५१ २३ ३१ अपूर्ण / ४८८ ४० पूर्ण / ६०० २४ पूर्ण / २७७ २६ | अपूर्ण / ३५१ अपूर्ण /४० १४ अपूर्ण / ७४ कर्मकाण्ड १५ पूर्ण / १९ लिपिकाल १० १८११ वि० (कृष्ण १२ विशेष विवरण चन्द्रवार) १९५२ वि० (कार्तिकशुक्ल ७ गुरुवार) ११ १८५५ वि० इसमें वैदिक उपाकर्म विधि का सांगोपांग प्रतिपादन किया गया है ३८३ Page #393 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३८४ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची - क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २२९६ ३४७७.१/१९५७.१ एकदंडीसंन्यासविधि देसी | नागरी कागज २२९७ | १३३/१२६ एकवस्त्रस्नानविधि नागरी देसी कागज २२९८ ३६३२.३/१८६३.१| एकादशपात्रवन्दन नागरी देसी कागज २२९९ / २९१०/१५३८ | एकादशी व्रतोद्यापन नागरी देसी कागज २३०० / ३२५१/१६४२ | एकादशीव्रतोद्यापनपद्धति नामरी देसी कागज २३०१ / १३२७/८८२ एकोद्दिष्टश्राद्धप्रयोग नागरी कागज २३०२ १०५७/८०१ कणमान्तर । नागरी देसी कागज २३०६ । ३३४४/१७३९ । करन्यासादिविधि नागरी देसी कागज २३०४ १६९१.८/१०९४.२ (कर्मकाण्डग्रन्थ) नागरी देसी कागज (कर्मकाण्डग्रन्थ) नागरी देसी कागज २३०६ / ५९३७/३०९५ । (कर्मकाण्डग्रन्थ) नागरी देसी कागज २३०७ ४९८/४५२ | कर्मपद्धति देसी ! नागरी कागज २३०८ | १२२९/८५७ कर्मविपाक देसी नागरी कागज Page #394 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड आकार (से० मी०) विशेष विवरण ८ (क) पंक्ति | अक्षर| दशा/परिमाण लिपिकाल प्र० पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) __१० १४ | ३५ | अपूर्ण/७७ १६ ३४९.३ २४४१३.५ ११ | ३२ | पूर्ण/८८ सन्तानवृद्धि के लिए एकवस्त्र धारण विधि विवेचन १३४२१ | पूर्ण/२४ १३४९ | ६ | ६ | पूर्ण/६२ १८.५४ १३ | १५ | २० | पूर्ण/७५० | १८८२ वि० (श्रावणवदि ७ शनिवार) १८३० वि० (मार्गशीर्ष शुक्ल १५ चन्द्रवार) १९३७ वि० (माघशुक्ल ११) ३३४१२ । २४ | ८ | ३८ | अपूर्ण/२८८ १९.५५१५ । २४ | पूर्ण/१७३ १४.३४ १०.२ | १५ | अपूर्ण/२३ २७.५४ ११.८ ८ | ५४ | पूर्ण/१७६ २६ ४११.३ ३१ | अपूर्ण/४७५ १७.३ x ११ अपूर्ण/४७२ १७४१२ ८ | १७ | अपूर्ण/२७६ ३४४ १६ ३५ | १५ | ४८ अपूर्ण/७८७ एकादश अध्याय तक पूर्ण, बाद में यत्रतत्र खण्डित । दुःखहेतु पूर्व जन्म में कर्मों के प्रायश्चितों का विधान Page #395 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३८६ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकाल टीकाकार आधार लिपि २३०९ । ६०६६/३२०० कर्मविपाक देवेन्द्रसूरि देसी नागरी कागज २३१० । ७२५३/४१०८ कर्मविपाक नागरी देसी कागज २३११ | १३३४/८८२ कलशनवग्रहपूजन देसी | नागरी कागज २३१२ / ६९०८/३८९९ कलशपाटी देसी कागज नागरी कलशस्थापन नागरी देसी कागज २३१४ | ४७६/४८५/४४२ | कलशस्थापन देसी . नागरी कागज २३१५ | ३७८६/१९०० कलिकुण्डपूजा नागरी देसी कागज २३१६ / १३८०/८९८ कात्यायनगृह्यपरिशिष्ट । कात्यायन नागरी कामदेव दीक्षित | देसी कागज २३१७ / २५४२/१४५२ | कारिका (द्विवेदी) नागरी देसी कागज २३१८ | १३८/१३१ । कार्तवीर्यार्जुनपूजापद्धति देसी ! नागरी कागज २३१९ ३७८३.१/१९३०.१| कालिकापूजन नागरी देसी कागज २३२० |३७७०.१/१९२७.१/ कालिकापूजनविधि नागरी देसी कागज २३२१ | १७२२/११२३ । कालीपूजापद्धति नागरी देसी कागज Page #396 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड ३८७ - - लिपिकाल विशेष विवरण आकार (से० मी०) ८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण प्र०पू०प्र० पं० (अनु० छन्द में) (ख) ८ (ग) ८(घ) ___१० २५.७४१०.८ |६० | पूर्ण/१८३० सटोक २५.५४ ११.५ । ८३ | अपूर्ण/१५७७ । २७४११ अपूर्ण/५१ १४४११ | पूर्ण/१० १४.५४१३ पूर्ण/७१ | १९२३ वि० (आश्विनकृष्ण १४ रवी) १७.५४ १२.५ । ३७ | ६ | | पूर्ण/६९ १४४१५.५ पूर्ण/३७ २८.३४१२ | पूर्ण/८५९ इसमें वापी, कूप, तडाग, आराम तथा देवतायन-प्रतिष्ठा के सम्बन्ध में तिथि, वार, नक्षत्रादि का विवेचन किया गया है। ग्रन्थ का विषय गृह्यसूत्र है। इस पर कामदेव दीक्षित का भाष्य भी उपलब्ध है १८१४ वि० नित्यकर्म विषयक उपयोगी ग्रन्थ २५४११ ० १७४१० ७ | २४ । अपूर्ण/२७३ १७४१० | अपूर्ण/७४ २१४११ ९ | २० | अपूर्ण/४५ १७४१० २४१ | ७ | २० | पूर्ण/१०५४ काली की दैनिक तान्त्रिक पूजनविधि Page #397 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २ २३२२ | ३४११/१७९७ कालीमन्त्र देसी कागज नागरी २३२३ | १६६९/१०७३ । काशीदर्पण नागरी देसी कागज २३२४ | ७०७५/३९८० कुंकुमादिन्यास नागरी देसी कागज २३२५ | १७२०/११२१ । कुण्डमण्डपसिद्धि विट्ठल दीक्षित देसी कागज नागरी २३२६ / ६२४५/३३६० कुण्डमण्डपसिद्धि विट्ठल दीक्षित (स्वोपज्ञ टीका) देसी | नागरी कागज | नागरी कागज २३२७ / ६६७२/३७१७ कुण्डशिरोमणि विश्राम देसी २३२८ / ६३१८/३४२० कुण्डसिद्धि बिट्ठल दीक्षित नागरी देसी कागज २३२९ / ९६२/७७४ कुण्डाकृति रामनौभिष देसी - नागरी कागज २३३० | १७४/१६६ कुमारीपूजन देसी । नागरी कागज २३३१ | २३८३.२/१४१७ | कुमारीपूजन देसी /नागरी कागज २३३२ | ६२९५/३३९७ | कुवेरमंत्रप्रयोग नागरी देसी कागज २३३३ | ६५७३/३६२४ । कूष्माण्डहोत्र देसी कागज नागरी २३३४ / ५९३१/३०८९ कूष्माण्डहोमप्रयोग नागरी देसी कागज Page #398 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी० ) ८ (क) २२.५x९.२ २७१२ ४८x१४ २७.७११.८ २०.७९.४ २६×१२ २१×९.५ २५x१२.५ १९x१० १३.५४८ १९४१३५ २३.५x१० २४.५x११.३ पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र० पं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) पृ० सं० १ १६ २. १२ ८७ २० 8x2 ४१ १४ १० g の ८ ३७ ७ १९ ६ १० ६ १४ ६ ४ ८ २२ ७ ८ २६ ३२ १५ ३० २२ १५ ३२ ४२ | पूर्ण / ११० २० १६ १० कर्मकाण्ड ३० दशा / परिमाण (अनु० छन्द में) ९ पूर्ण / ५ अपूर्ण / १२८ पूर्ण / ३५ पूर्ण / ७३४ पूर्ण / १४० पूर्ण / ५६ पूर्ण / ४१० पूर्ण / १९ पूर्ण / ४२ पूर्ण / १० पूर्ण / १४४ ३२ | पूर्ण / १५२ लिपिकाल १० १८२१ वि० (मिति कार्तिक वदि १४ बुधवार) विशेष विवरण ( १५४१ शाके) कर्मकाण्डविषयक कुण्ड और मण्डप की सिद्धि का विवेचन प्रस्तुत किया गया है । लिपिकाल की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण सव्याख्या १६५६ वि० लिपिकाल की दृष्टि से महत्वपूर्ण | ( १५२१ श० ) १९५० वि० (कार्तिक शुक्ल ९) ११ १८९८ वि० ( श्रावणकृष्ण १०) ३८९ [I Page #399 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३९० संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार | लिपि ६७ २३३५ / १३७८/८९८ | कृत्यप्रदीप देसी | नागरी कागज २३३६ / ५९०३/३०६९ | कोकिलाव्रतपूजन | नागरी देसी कागज २३३७ / ६२८२/३३८५ कोकिलाव्रतपूजन । नागरी देसी कागज २३३८ | २२३/२१२ गंगोत्सवविधि देसी | नागरी कागज २३३९ | ६७०२/३७४६ गणपतिपार्थिवपूजा देसी नागरी कागज २३४० / ७५०६/४२१७ | गणपतिपूजन नागरी देसी कागज २३४१ / ६५४६/३६१४.६ | गणपतिपूजा नागरी देसी, कागज २३४२ / ६७९४/३८२८ | गन्धर्वराजप्रयोग देसी नागरी कागज २३४३ | २३२/२२१ | गणेशचतुर्थीपूजन देसी । नागरी कागज २३४४ | ३८३५.१/१९५५.१ गणेशपूजन नागरी देसी कागज २३४५ / ६१५९/३२७९ | गणेशपूजन देसी कागज नागरी २३४६ / ५५२/५४२/४९८ | गणेशपूजनपद्धति नागरी देसी कागज २३४७ | १४६/१३९ गणेशमानसीपूजा देसी | नागरी कागज Page #400 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड ३९१ आकार (से० मी०) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण प्र०५० (अनु० छन्द में) लिपिकाल विशेष विवरण ८ (क) ११ २८.२४ १२ | ८ | ४४ पूर्ण/८९१ इसमें गर्भाधानादि संस्कारों तथा तत्सम्बन्धी अन्य विषयों का भी वर्णन किया गया है। विवाहपद्धति का अधिक विस्तार से वर्णन हुआ है । ग्रन्थ का प्रारम्भिक अंश खण्डित है २०४१० २ ६ | ११ | २८ | पूर्ण/५७ ।। १०.५४८.५ ७ | १० | अपूर्ण/२६ १७४१०.५ पूर्ण/९० १९३५ वि० १६४११ पूर्ण/२४ - १३४२३ पूर्ण/२० १५.५४१८ | पूर्ण/३७ १८११ वि० सुदी १३४११ पूर्ण/१५ १९५३ वि० २२४१० ७ / २७ | पूर्ण/७७ १६४२२ ८ | २० | अपूर्ण/४५ १०.५४१७.४ | अपूर्ण/७० १६ ९४११.६ । ४ ८ | २१ | अपूर्ण/२१ १५.५४१० १७ ९ २० । पूर्ण/९६ | १८६६ वि० माघकृष्णपक्ष | भौमवासरे) Page #401 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १२ २३४८ / २५/२१ गायत्रीअर्चनविधि शुकदेव नागरी देसी कागज ३०५/२७६ गायत्रीतर्पण नागरी देसी कागज २३५० | ३६३६/१८६४.१ | गायत्रीपंचागपूजन नागरी देसी कागज ३४००/१७८६ गायत्रीपुरश्चरणविधि नागरी देसी कागज २३५२ / ८३८/८५५/७५४ | गायत्रीपूजनपद्धति रत्ननाथ नागरी देसी कागज १७१०.१/१४९२ | गायत्रीभाष्य शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज २७१०/१४९२ | गायत्रीभाष्यवार्तिक शङ्कराचार्य देसी । नागरी कागज ५५ । २२०/२०९ गायत्रीमन्त्र नागरी देसी कागज २३५६ । ३३४७/१७४२ गायत्रीमन्त्र नागरी देसी कागज २३५७ / ६५९०/३६४१ गायत्रीमन्त्र नागरी देसी कागज २३५८ | ६६७३/३७१८ गायत्रीमन्त्र देसी नागरी कागज २३५९ | ३४६६/१८४९ गायत्रीविधि देसी ! नागरी कागज २३६० । ३२५५/१६८४ गायत्रीव्याख्या नागरी देसी कागज Page #402 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड ३९३ लिपिकाल विशेष विवरण आकार (से० मी०) ८ (क) पंक्ति पंक्ति | दशा/परिमाण १०प्र० पृ०प्र०५० (अनु० छन्दमें) (ख ९ अपूर्ण/४४ १५४१२ १५४११.५ | पूर्ण/१७५ १५.३४८.६ पूर्ण/४७३ २४-११ | पूर्ण/३४ २३.५४१० ९ | ३२ | अपूर्ण/६२१ २१४१३.५ पूर्ण/१५ २१४१३.५ पूर्ण/९ २४.५४१३ पूर्ण/३३ १७.७४८.७ | पूर्ण/२.५ २७४१० २४ | पूर्ण/३६ १९४११ पूर्ण/२० १७४११ ८ | १५ | पूर्ण/२६ २१४ १३.५ ११८ | ५ | १२ | पूर्ण/२२१ Page #403 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३९४ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० | ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार | लिपि २३६१ १४७७.२/९१४ । गायत्र्यष्टसहस्रिका देसी कागज नागरी २३६२ | ९२४/९४१/७६८ | गुरुत्रयीविधि देसी नागरी कागज २३६३ । ७०७०/३९८० | गुरुपूजन देसी कागज नागरी २३६४ | ५५१/५६१/५०७ | गृह्यसूत्र देसी कागज नागरी २३६५ | ३१०२/१६०० | गृह्यसूत्रभाष्य देसी नागरी कागज २३६६ | ३९६३.१/१९२४ | गोकुलाष्टमी देसी कागज नागरी २३६७ |९१४.१/९२१/७६७/ गोत्रिरात्रव्रतोद्यापन देसी नागरी कागज २३६८ | २७४१.२/१४९८ | गोत्रिरात्रव्रतोद्यापन देसी कागज नागरी ६५३७/३६१४.१ | गोदानप्रयोग देसी नागरी कागज २३७० | १४४८/९१४ गोदानविधि देसी कागज नागरी २३७१ | ३३३०/१७२६ ! गोदानविधि देसी कागज नागरी २३७२ | ४२९६/२०१४ गोदानविधि देसी कागज नागरी २३७३ | २७३/३४२ गोपूजनविधि देसी कागज नागरी Page #404 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ क २७.९x११.३ १७.५x११.५ ५३×१९.५ १८x१२ ३२.३×१६.२ १८x११ २५.५×१४५ २६.७१२.६ ४१x१५ १८.३ × ११ २७४११.५ २३×१०.५ २५.५४१३ पृ० सं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) ९ ६ ८ १५ पंक्ति अक्षर | दशा / परिमाण प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) ९ २ २२ २२ १५ | २५७ 5 १० ११ ९ १० ४ १२ १ ५३ २२ १५ १० ६ १० ५ ४ ९ २८ | अपूर्ण / ४७ २४ पूर्ण / ९० २० २२ ३२ ३२ ३५ ४३ २० ३० १५ पूर्ण / २७ ३२ अपूर्ण / १४४ अपूर्ण / २५७० पूर्ण / ५५ पूर्ण / ९८ २५ पूर्ण / ११७ पूर्ण / ३५ पूर्ण / ३३ पूर्ण / ५६ कर्मकाण्ड अपूर्ण / ५१ पूर्ण / ३६ लिपिकाल १० १७५५ वि० १९०९ वि० विशेष विवरण ११ ३९५ सम्राट् वामकपुत्र श्रीगदाधर दीक्षितकृत प्रथम ११ काण्डों तक भाष्य । शेष अंश खण्डित Page #405 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३९६ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ २३७५ १७६३/११६४ २३७७ २३७४ | ३८२४.१/१९४८. १ गोपूजनविधि २३७८ २ २३८० २३७६ ५१७/५०८/४६६ | गोवर्द्धनपूजा २३८२ २३८३ ७५५८/४२५० संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची २८३०/१५२० २३८५ ग्रन्थ का नाम २३७९ ३६१८/१८६०.१ | ग्रहशान्ति पूजापद्धति २३८४ २०१/१९३ ग्रहगायत्री २३८१ ७९४/८१०/७१६ ग्रहशान्तिपद्धति ३ ग्रहशान्ति ६८९३/३०९५ ग्रहशान्ति ६९०० / ३८९६ ३५७६/१८५१.१ ग्रहशान्ति पद्धति ७५४९/४२५० ग्रहस्नानौषध घृतदानविधि चण्डीकाचनदीपिका २३८६ ३८७९.२/१९८३ चण्डीपाठक्रम ग्रन्थकार ४ काशीनाथ टीकाकार ५ । आधार लिपि ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी नागरी कागज देसी कागज देसी नागरी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज ७ देसी कागज नागरी देसी कागज नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #406 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड ३९७ आकार (से० मी०) विशेष विवरण पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण पृ०स०प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) लिपिकाल _____ १० १३४५२ २८ | १६ | पूर्ण/२८ १८६५ वि० ३२४११.५ अपूर्ण/७५२ २४४१३ | १२ | ३६ | पूर्ण/८१ २४४११ पूर्ण/८ २१४ ११.७ ९ २२ | पूर्ण/४९ २१४९.६ १९ / ६ / २३ | अपूर्ण/८२ २६.५४ १३ २३.५ ११४ २० | ११ | २० | पूर्ण/१३७ ।। (१८७० वि० (भाद्रपदकृष्ण ६ भौमवार) | ३२ / ११ / २६ | पूर्ण/२८६ १८२३ वि० (ज्येष्ठ मास शुक्लपक्ष) | ९ | ४० | अपूर्ण/२५९ ३३ ४ ११.५ २४४११ | २ | १६ / ३२ | पूर्ण/३२ १६.२४१०.५ । १९४१३ १३४ | १० | २० | पूर्ण/८३७ . २४४१२ ८ ८ ३० | पूर्ण/६० . Page #407 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार २३८७ | ३६६२.१/१८६९ ॥ चण्डीपाठफ़ल नागरी देसी कागज २३८८ | ६६९७/३७४१ चतुर्मास देसी | नागरी कागज २३८९ ६७८८/३८२४ चतुर्विंशतिगायत्री देसी कागज नागरी २३९० | ६७४०/३७८३ | चातुर्मास्यप्रयोग देसी | नागरी कागज २३९१ | ७१४१/४०१८ । चातुर्मास्यप्रयोग नागरी देसी कागज चातुर्मास्यहोत्र देसी कागज नागरी २३९३ | ७५५७/४२५० चिन्तामणिमंत्रसाधन नागरी देसी कागज २३९४ | १४/१० चौबीसगायत्री नागरी देसी कागज २३९५ / ४०७९.२५/१९३६ जन्मदिवसकृत्य देसी कागज नागरी २३९६ / ६८४३/३८७२ । जन्माष्टमीपूजन देसी | नागरी कागज २३९७ | ३०८०.३०/१५९४ जपप्रकार देसी नागरी कागज २३९८ ६२३२/३३४७ । जपविधि देसी । नागरी कागज २३९९ १०५५/८०१ गणपति शर्मा नागरी जलाशयारामादि प्रतिष्ठापद्धति देसी कागज Page #408 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड ३९९ विशेष विवरण आकार (से० मी०) ८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण | लिपिकाल प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) ९ १६४१० | पूर्ण/५६ १९२३ वि० २५४११ १८३८ वि० १७४१२ पूर्ण/२५ २४४११ | पूर्ण/१०८९ २५४११ पूर्ण/६५२ १८९६ वि० (माघकृष्ण ६ रविवार) २४.५४११.५ ३४ | पूर्ण/३०६ २४४११ ८ | १६ | ३२ | पूर्ण/१२८ १८८३ वि० १४.८x११ । ३२ | १० | १६ | पूर्ण/१६० इसमें ब्रह्मा, राम, विष्णु, रुद्र आदि २४ देवताओं के लिए गायत्री मंत्र का प्रयोग किया गया है। इस प्रकार २४ प्रकार के गायत्रीमन्त्रों का यहाँ निरूपण किया गया है ११४७.२ १ | १२ | १६ पूर्ण/८ १४४ १२ ४ | १० | २४ | अपूर्ण/३० १६४१० अपूर्ण/३९ २२.५४१३ | अपूर्ण/६० २५४ १३.५ १०२ | ९ | १९ | अपूर्ण/५४५ Page #409 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४०० संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रंथों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १ २४०० ३८४२.४/१९६०.१/ जापविधि नागरी देसी कागज २४०१, १२९३/८७७ जीवत्यितककर्तव्यसंचय कृष्णभट्ट सूरि देसी नागरी कागज २४०२ । ७६५७/४२९० । जैत्रपताकायंत्रविधि , देसी नागरी कागज २४०३ । १३४/१२७ ज्येष्ठाशान्तिविधि दिनकर भट्ट देसी कागज नागरी २४०४ | ५५०/५४०/४९६ ज्येष्ठाशान्तिविधि नागरी देसी कागज २४०५ / ६७९५/३८२९ ज्वरगायत्रीतर्पण नागरी देसी कागज २४०६ २३४/२२३ ज्वरगायत्रीमंत्रविधि नागरी देसी कागज २४०७ | १०४२.१/७९८ | तर्पणपद्धति नागरी देसी कागज २४०८ १९८(क)/१९० तर्पणविधि देसी कागज नागरी २४०९ ३७५/३४३ तर्पणविधि नागरी देसी कागज .२४१० । १३७६/८९७ तर्पणविधि नागरी देसी कागज २४११ २६१०/१४६६ तर्पणविधि नागरी देसी कागज २४१२ । २६११/१४६६ तर्पणविधि नागरी देशी कागज Page #410 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड ४०१ विशेष विवरण आकार *(से० मी०) ___८ (क) १२४६ पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल प्र०पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) ८(ख) ८(ग) ८(घ) (ख) ९ २९.५४११.५ पूर्ण/४६५.५ । १९०० वि० पितृश्राद्धादि विवेचन ११.५४९.५ १३ | २० | पूर्ण/२२७१९०५ वि० (पौषशुक्ल ६ | रविवार) २४४१२ १७.५४१२ - ५ | ९ | २४ अपूर्ण/३३ १३४१० ४ | १० | १६ | पूर्ण/२०१९५३ वि० २५४११ ३ ९ २५ अपूर्ण/४ अश्वारूढा देवी की तान्त्रिक स्तुति २०४१४.५ | १९ / ९ ! २४ पूर्ण/१२८ ११४४ ३१४१४ १८x१२ ८ ९ | २० | पूर्ण/४५ १९४६ वि० (फाल्गुनकृष्ण |१३ चन्द्रवार) |२७४११ ११ | ८ | ३२ पूर्ण/८८ १६ | ९ | १६ | अपूर्ण/७२ १४४९ | १२ | ९ | १६ पूर्ण/५४ Page #411 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि ३ २४१३ | ३१३९/१६१४ तर्पणविधि नागरी देसी कागज २४१४ | ४२४६.६/१९८५ | तर्पणविधि नागरी देसी कागज ६५४१/३६१४ तर्पणविधि | नागरी देसी कागज २४१६ / ६५३४/३६१४.१ / तर्पणविधि नागरी देसी कागज २४१७ - ७०७२/३९८० । तर्पणविधि नागरी देसी कागज ७५८०/४२५५ तर्पणविधि देसी कागज नागरी ३२/२७ तान्त्रिकसन्ध्याविधि देसी नागरी कागज २४२० | ३७९८.१/१९३४.१ तीर्थशोधनविधान देसी कागज नागरी २४२१ | ३५४/३२४ तीर्थश्राद्धप्रयोग देसी नागरी कागज २४२२ | ३१६४.७/१६१९ / तुलसीमालाधारणनिर्णय पुरुषोत्तम गोस्वामी देसी । नागरी कागज ४०९७/१९४५ । नागरी देसी कागज ६३१६/३४१८ त्रिंशश्लोकी देसी | नागरी कागज २४२५ / १३७७/८९८ त्रिकाण्डमण्डन भास्कर मिश्र देसी नागरी कागज Page #412 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड ४०३ विशेष विवरण आकार पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल (से० मी०) प्र. पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) ८ (क) ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) ९ २१.५४ १३.५ । १२ ९ | २४ / पूर्ण/८१ १८.५४ १३ | ९| ६ | १५ | पूर्ण/ २५ २०.५४११ | १० | ९ | २० | पूर्ण/५६ । १८६३ वि० (आश्विनकृष्ण प्रतिपदा रविवार) १०.८४ १९.५ | १ | ८७ | २० | पूर्ण/५४ ५३४१९ | ४ | ३२ | १५ | अपूर्ण/६० १३.४४९.९ पूर्ण/२८ १४४९.५ | पूर्ण/२४ वैदिक सन्ध्याविधि से पृथक् कालिका प्रीत्यर्थ अनुष्ठेय विधि १८.५४११ पूर्ण/५१ २०x१० | पूर्ण/२५ ३५४१६.७ | १२ | ३४ । पूर्ण/५१ १९१०वि० (वैशाखकृष्ण २ सोमवार) ३१.७४ १४.८ | १४ अपूर्ण/२७९ १७.५४१० | १२ | ९ | १० | पूर्ण/३४ २७.५४११ ४ | ४६ | ८ | ३३ | पूर्ण/३८० तीन काण्डों के इस ग्रन्थ में सोमयामविधि का प्रतिपादन किया गया है Page #413 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४०४ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १ ___२ । २४२६ | ५७/५२ त्रिकालसंध्या । नागरी देसी कागज २४२७ | २६८/२४९ त्रिकालसंध्या देसी नागरी कागज २४२८ | ३१४/२८५ त्रिकालसंध्या देसी | नागरी कागज २४२९ | २४५७/१४३३ त्रिकालसंध्या देसी कागज नागरी २४३० - २८८०/१५३० । त्रिकालसंध्या नागरी कागज २४३१ | २५४८/१६५३ त्रिकालसंध्या | नागरी देसी कागज २४३२ | ६८३८/३८६७ त्रिकालसंध्या नागरी देसी कागज २४३३ । ७०६४/३९८० | त्रिकालसंध्या देसी . नागरी कागज २४३४ | ११५/१०७ त्रिकालसंध्याप्रयोग देसी कागज नागरी-- २४३५ | ६४६८/३५५३ | त्रिकालसंध्याविधान नागरी देसी कागज २४३६ | २९०६/१५३६ त्रिकालसंध्याविधि नागरी देसी कागज २४३७ | ३८९४.१/१९९० | त्रिकालसंध्याविधि देसी नागरी कागज २४३८ | १३०७.१२/८७८ त्रिपादक्षशान्ति नागरी देसी कागज Page #414 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड पृ० सं०प्र० पृ०प्र०प० विशेष विवरण आकार (से० मी०) ___८ (क) पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण | | लिपिकाल प्र० पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) (ख) ८ (ग) ८ (घ) | ४९ | ५ | १२ | पूर्ण/८२ १८९२ वि० ___ १० १६.५४ १२ १६४१० ३७, ७ | १७ | पूर्ण/१४१ . १९०१ (श्रावणकृष्ण दि० तिथौ १ भौमवासरे) | १८७७ वि० (शाके १७४२) २२४११ १८ | ८ | ३२ | अपूर्ण/१४४ 6 १५४ ११.५ पूर्ण/७३.५ १८.५४ १४ १२ / १२ / पूर्ण/११७ १८८७ वि० (आषाढकृष्ण प्रतिपदा) २४४१०.४ ७ २४ | अपूर्ण/३१५ १५४११ . अपूर्ण/७० ५३४१९ | पूर्ण/३५ १६.५४१२ | पूर्ण/१३२ २६.५४१२ पूर्ण/६४ १९.८x११.८ | ५७ . | पूर्ण/३४२ | १९३४ वि० (ज्येष्ठकृष्ण १२ भृगुवार) १२४२०.६ | ११ | १८ १२ | पूर्ण/७४ २०४११ ५ ८ | ३२ | पूर्ण/४० १८९५ वि० Page #415 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४०६ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं ० १ २४४१ २४४२ २४४३ २४३९ ३७८६.१/१९३०.१ त्रिपुरसुंदरीपूजनविधि २४४० ३८२३.१/१९४६.१ त्रिपुरसुंदरीपूजनविधि २४४५ २४४४ ६४०१/३५०० २४४७ २ २४४८ २४५० २४५१ २४४६ ९२१/९३८/७६८ | त्रिपुराचं नमञ्जरी ६९०१/३८९७ त्रिपुरसुंदरी पूजनविधि संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ३६०९/१८५८.१ | त्रिपुरसुंदरीयजनपद्धति ३५३७ / १८४२.१ | त्रिपुरापूजापद्धति त्रिपुराचनपद्धति ८३९/८५६ / ७४५ त्रिपुरार्चनमञ्जरी _७५२४/४२५४ ग्रन्थ का नाम १५४.१/१४७ ३ ७०६५/३९८० २६०९/१४६५ २४४९ ३८३६.१/१९५६.१ दक्षिणाकालिकापूजन त्रिवर्णाचार संस्कृत दक्षिणकालिकापूजन दक्षिणकालिकापूजन दक्षिणकाली अर्चन पद्धति ग्रन्थकार ४ । श्रीनिवासाचार्य रघुनाथतीर्थं गदाधर भट्टाचार्य गदाधर भट्टाचार्यं गौड़ सोमसेन टीकाकार ५ - आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #416 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड ४०७ दशा/परिमाण आकार (से० मी०) विशेष विवरण प्र० पृ०प्र०५० (TE / लिपिकाल ____८ (क) ८ (क) १० ८(ख) ८ (ग) ८(घ) १० | २० | पूर्ण/४५ २६४११ १७४८.५ ७ | १२ | अपूर्ण/३०४ १६४११ | १५ | अपूर्ण/२७८ २४.६४११.२ | ३५ / पूर्ण/८१० २३-१० "EcBd १७८८ वि० (श्रावणकृष्ण रविवार) १४४८ | पूर्ण/२०४ १७४ १२. ५ ३२२ ।। पूर्ण/१९३२ | २२ कुसुमों (अध्यायों) में भगवती त्रिपुरसुन्दरी की तान्त्रिक स्तुति एवं जयविधानादि का निरूपण १९१० वि० | इसके २२ कुसुमों में त्रिपुरसुन्दरी देवी (चैत्रकृष्ण) | की तान्त्रिक अर्चनाविधि प्रतिपादित है १७.५४१२ ५१३३ पूर्ण/२६० ३०x१७ २२४ | १२ | ३२ पूर्ण/२६८८ १६४ १२ अपूर्ण/१९ २०४१४ | पूर्ण/१३५ १८९७ वि० १९४११ | २ | १५ | १५ | पूर्ण/१४ २४.५४ ११ । २७, ९ ३१ | अपूर्ण/२३५ १८७६ वि० Page #417 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४०८ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ २४५२ २४५४ २४५३ १८४/१७६ २४५५ २४५८ २ २४५९ २०/१६ २४६० २४५७ _२६६२/१४८१ १८०५/१२०६ २४६२ २४५६ २६३१/१४७१ दण्डक १८११/१२१२ दण्डक ७३३६/४१४९ ७३३७/४१५० २४६१ १२१९/८५० संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ६५८० / ३६३१ ३६९०.१/१८७६ दण्डक २४६३ १४५/१३८ २४६४ ३०२३/१५७६ दक्षिणाकालीमन्त्रजपविधि दण्डक ग्रन्थ का नाम दण्डक दण्डक ३ दर्शपूर्णमासप्रयोग दर्शपूर्णमासपंच प्रयोग दर्श पौर्णमासे ष्टिपद्धति दर्शश्राद्धप्रयोग दशकर्म पद्धति दशकर्म पद्धति ग्रन्थकार ४ 1 बौधायन भास्कर दीक्षित रघुनाथभट्ट I टीकाकार ५ आधार लिपि ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #418 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . कर्मकाण्ड . लिपिकाल विशेष विवरण आकार पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण (से० मी०) (अनु० छन्द में) ___८(क)–८ (ख) ९ १४४९.५ | पूर्ण/१६ २०.५४ १४ | अपूर्ण/२१० अध्यायों में विभक्त किन्तु -१४३ अध्याय के बाद खण्डित कलशस्थापनादि विषयक कर्मकाण्ड ग्रन्थ समुपलब्ध है ग्रहस्थापन, आहुति, स्तुत्यादि कर्मकाण्ड २४४१०.५ | पूर्ण/६१९ २८x११ २४ | पूर्ण/२९७ १९०८ वि० - २०४१० | पूर्ण/४२० | १९२३ वि० (शाके १७८८) २१.५४१२ ३० नवग्रह कण्डिका २२४१४ | ४५ / ११ / २४ | पूर्ण/३७१ १८७७ वि०. (आषाढकृष्ण ३३.३४११ | ७ | २४ । पूर्ण/७८२ १७७६ वि० २० ८४ १०.४ १५८ ८ | ३० | पूर्ण/११८५ २६४१० | ५ | २४ | अपूर्ण/३४५ १७२८ वि० २२.५४११.५ २० | पूर्ण/२२७ १९९०वि० (चैत्रद्वादशी भगुवार) २२४१० | ७ | २५ | अपूर्ण/२७९ विवाह सम्बन्धी कर्मकाण्ड २५.७४ १३ ५ । ७ ७ | २८ | अपूर्ण/४२ ५२ Page #419 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४१० क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ २४६६ २४६५ ३५६४/१८४९.१ २ २४६७ १०६. १/८०१ २४७० १०२१ / ७९४ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची २४७२ २४७४ ग्रन्थ का नाम २४६८ १२५२/८६४ दानखण्ड २४६९ ३४३६.१/१८२५.१ दानखण्ड दशगात्रविधि दशमहादानविधि दानउदधि ३०१ / २७२ ७१८३/४०४६ दानखण्ड २४७१ ४०७९.४६ / १९३६ दानचन्द्रिका ३ २४७३ | ४०७९.३२/१९३६ दानवाक्य १०६१/८०१ दानमनोहर दीपदानप्रयोगपद्धति २४७५ | ४८६/४७७/४४३ दीपदानविधि २४७६ | ३७६७.१/१९२५.१ दीपदानविधि २४७७३८५९.१/१९७२.१ दीपदानविधि ग्रन्थकार ४ सदाशिव त्रिपाठी रामचन्द्र टीकाकार ५ - 1 आधार लिपि ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी नागरी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज ७ देसी कागज नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी मागरी Page #420 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड विशेष विवरण आकार पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण | (से० मी०) १०प्र० पृ०प्र०५० (अनु० छन्द में) ' लिपिकाल _८ (क) (ख) ८ (ग) ट(घ) ९ १० २२४११.५ | १८ | . ९ | ३० | पूर्ण/१५२ १९६५ वि० (ज्येष्ठ सुदी ५/ मंगलवार) २५.५४११.५ ७५ १० | ४० | अपूर्ण/९३७.५ - २९४१६ | ४७ | अपूर्ण/३६३ ३५४१३ ५४४ पूर्ण/६८०० ० १७५० वि० ५.७२४१२ अपूर्ण/५३६ १५.८४११.५ । ८ | २० | अपूर्ण/१२० २५४३०२ ३२ | ४० | पूर्ण/८० २९४१६ | ४२ | पूर्ण/२१६७ | १८१७ वि० | इसमें सोलह प्रकार के दानों का विस्तृत विवेचन किया गया है पिन २५४३० ३२ | ४० | अपूर्ण/१२० २३ ४१२ पूर्ण/१३५ १८९३ वि० | (शाके १७५८) १८.५४१०.५ । ५ पूर्ण/२१ २६.५४ ११.५ | ९३ १५ | अपूर्ण/३०५ २४.५४ १२ । २१ | ६ | १५ | अपूर्ण/५९ Page #421 -------------------------------------------------------------------------- ________________ क्रम सं० | ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ २४७८ २४७९ २४८० २४८१ २ २४८३ ४२९६.१/२०१४ ७५८५/४२५७ ६७०६/३७५० २४८२ ७२६२/४११५ ७०७६/३९८० दीपदानविधि ३५९/३२९ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची २४८४ ११७४/८३७ ग्रन्थ का नाम दीपदानविधि ३ दीपदानविधि दुर्गावधि दुर्गासप्तशतीपूजन दुर्गामती विधान दुर्गोत्सव पद्धति २.४८५ ७५०९/४२४७ दुष्प्रसवजनविधि २४८६ | ३८१९.१/१९४३.१ दूतीजागविधि २४८७३७७३.१/१९२०.१ देवार्चन पद्धति २४८८ ३६३३.१/१८६३ देवीजपविधि २४८९ ५०३/४९४/४५६ देवीदीपदानप्रयोग २४९० २८९२/१५३१ देवीपूजन ग्रन्थकार ૪ टीकाकार ५ आधार ६. देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नामरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागर Page #422 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड ४१३ आकार पृ० सं० लिपिकाल विशेष विवरण (से० मी०) पंक्ति | दशा/परिमाण प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) ट(ख)|८ (ग) (घ) -८ (क) १० ३२४१३ अपूर्ण/७५ ३२४१५ | १५ पूर्ण/१२ १५.८४ १०.३ ३ ८ | पूर्ण/१२ १४४१४ | पूर्ण/१३३ २०.८x१२.५ । ७ ५ | ५ | २० | पूर्ण/२१ । १९३८ वि० भाद्रकृष्ण . १६४ १२ ३ ४ ९ | १६ | पूर्ण/१५३ २७४११.७ पूर्ण/१६५३ १७४० वि० (मार्गशीर्ष) १३४२३ ३. २०१६ पूर्ण/३० २१४१० | पूर्ण/२० १९४१२ | अपूर्ण/४० १३४२१ | पूर्ण/७२ १६४१२ ८ | १६ | पूर्ण/२८ १२४७ २५ | ५ | ११ | पूर्ण/४३ सुरक्षित Page #423 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४१४ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० वेष्टन सं० १ २४९२ ६६७१/३७१६ २४९१ | ३९४५.१/२०१४.१ देवीपूजन २४९३ २९९१/१५६५ २४९५ २ २४९७ २४९६ २०४/१९५ २४९८ १४९४ | ३७९४.१/१९३२.१ देवीपूजनपद्धति २४९९ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ का नाम २५०२ देवीपूजन देवपूजन पद्धति ३६७/३३७ देवपूजापद्धति २५०० २३१/२२० द्रव्यशुद्धि • ३६३४ / १८६३.१ द्रव्यशोधन ३ ३१६६.७/१६१९ द्वात्रिंशदपराधलक्षण निवृत्ति ४३०९.२/२०१६ | धनदाकवच पूजाविधि धनदापद्धति २५०१ ४३१०/२०२६ धनदापद्धति ६५३६ / ३६१४.१ |धातृपूजनविधि - २५०३ ४०७९.४/१९३६ नक्षत्र ध्यानपूजन ग्रन्थकाल ४ I टीकाकार ५ 13 आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #424 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४१५ - पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण । लिपिकाल पृ०सं० विशेष विवरण आकार (से० मी०) ८ (क) प्र०पू०प्र० पं० (अनु० छन्द में) १९४१२.५ | अपूर्ण/११ सटीक १५४८ | अपूर्ण/२१ २१.५४१०.५ ३११ | २४ | अपूर्ण/२०९९ १६.३४११.७ | १० अपूर्ण/४५ १७४१२ पूर्ण/२३१ १५.४४१० अपूर्ण/७० १३४२१ २ अपूर्ण/१६ ३५.५४१६.७ पूर्ण/२७ १७४११.५ । १२ पूर्ण/६१ १९१३ वि० १६४७ ३७ पूर्ण/१३७ | १७८६ वि० धनदादेवी लक्ष्मी की सविधि आराधना (वैशाखसुदी १, शुक्रवासरे) १७४११.५ पूर्ण/६३ ४०४१३ पूर्ण/२३ २५४३० १ ३२ ४० पूर्ण/४० Page #425 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४१६ क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ २५०४ २ २५०५ ६६५०/३६९६ २५०७ १३८२/८९८ २५०६ ३७४ / ३४२ ५१३/५२२ २५०८५८४/५९४/५३० २५०९ १०९/१०१ २५१० ३६१६/१८६०.१ २५१४ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित प्रयों की विवरणात्मक सूची २५१३ २४६५/१४३७ ६९६०/३९१२ ग्रन्थ का नाम २५१५ ७५६३/४२५० Stanfuses नवकरवालीविचारफल ३ नवग्रह आहुति २५११ | ८६२.३ / १२४९.१२ नवग्रहपूजा नवग्रहकfuser नवग्रहजप २५१२ ६६५६/३७०२ नवग्रहमंत्र नवग्रहविधि नवग्रहपूजन नवग्रहविधान नवग्रहशान्तिमंत्र नवग्रहशान्तिमंत्र २५१६ १९८ (ख)/१९० नवरात्र पूजन विधि ग्रन्थकार ४ टीकाकार ५ - 1 आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नामरी Page #426 -------------------------------------------------------------------------- ________________ " कर्मकाण्ड . विशेष विवरण आकार (से० मी०) ८ (क) २७.५ ४११.७ पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण | लिपिकाल प्र० पृ०प्र०५० (अनु० छन्द में) (ख) ८ (ग) ८ (घ) | पूर्ण/५४ २५४११ पूर्ण/९ - २१४१२.५ पूर्ण/१४ १७४९ १८ | १० | पूर्ण/१७ . १५.५४८.५ । २४ | ६ | २४ | अपूर्ण/१०८ १८४७ वि० (श्रावणकृष्ण पक्ष) | १९४३ वि० (कार्तिक वदी २ भृगुवासरे) १७४१० | ७ | १६ | पूर्ण/१०५ २१.६४११.५ । | ८ ८ | अपूर्ण/११५ २४४१४.५ १४ १० २५ | पूर्ण/१०९ १४४८ पूर्ण/७ २४४१४ पूर्ण/५२८ २१४६ ५ . | पूर्ण/१० २४४११ १६ | ३२ | पूर्ण/१६ १४४१० ३ | ११ | १८ | अपूर्ण/१८.५ ____. Page #427 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १४ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम स० ग्रन्थ सं० /वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि ३ २५१७ | ५८८४/३०५० नवरात्रिपूजाविधि देसी नागरी कागज २५१८ | ६३०७/३४०९ | नवरात्रिस्थापनविधि देसी नागरी कागज २५१९ ७५०८/४२४७ नष्टदोरकप्रायश्चित देसी कागज नागरी २५२० । ६२९३/३३९५ | नागबलिविधि देसी कागज. नागरी २५२१ | १७४६.१/११४८ | नारायणबलि दाल्भ्य देसी । नागरी कागज २५२२ / १२७३/८६९ नारायणबलिप्रयोग दयाशंकर नागरी देसी कागज २५२३ | ५४/४९ नित्यकर्मविधि देसी नागरी कागज २५२४ | १७०/१६३ नैमित्तिकक्रम देसी नागरी कागज २५२५ | २८५/२६२ | पक्षप्रदोषपूजनविधि देसी कागज नागरी २५२६ | २३७५/१४१६ | पञ्चकोशीयात्रा देसी कागज नागरी २५२७ | ७६५५/४२९० पञ्चदशांकयंत्रविधि नागरी देसी कागज २५२८ | ३३२५/१७२१ । पञ्चदशीविधान देसी कागज नागरी २५२९ / ९२८/९४५/७६८ | पञ्चपञ्चिकापूजन नागरी देसी कागज Page #428 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र० पं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) २१.२×११.४ ६ १४ ३२ आकार ( से० मी० ) ८ क १७.५×१०.५ १३x२३ २१x१० १७×१३ २४.५x११ १६.५×१२.५ १२x९.५ १९x१२ ११.८४९ ११ ५x९.५ १९×११ १७१२.५ पृ० सं० १४ १६ १ १७ १० ८८ २० ७ १२ १९ ११ १२ ९ ८ ५ ११ ९ ३८ ९ १० ७ १३ ९ ३० १६ १० १६ २० २० २४ १६ १६ ३० २० १५ १८ कर्मकाण्ड दशा / परिमाण (अनु० छन्द में) ९ पूर्ण / ८४ पूर्ण / २१० पूर्ण / १० पूर्ण / १०६ पूर्ण /४४० पूर्ण / ११८ अपूर्ण / ६३ अपूर्ण / ६६ अपूर्ण / ९५ अपूर्ण / ५९ पूर्ण / ४१ अपूर्ण / ३८ पूर्ण / ९० लिपिकाल १० १८७० वि० १९४८ वि० (फाल्गुन २ चन्द्रवार) १९७१ वि० (ज्येष्ठ वद नवमी) १८३९ वि० I १९९३ वि० (शाके १८५८) १८५५ वि० विशेष विवरण ११ ४१९ 9929 copy 989 5129 Page #429 -------------------------------------------------------------------------- ________________ क्रम सं० १ २५३२ २५३३ २५३४ २५३० | ३००७.१/१९३७.१ पञ्चपर्वमाहात्म्य २५३५ २५३१ ७६५४/४२९० पञ्चांगुलिमंत्र विधि २५३६ ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० २ ७५०४/४२४७ २५४१ ६९४८/३९१२ २५४२ ६७३६ / ३७७९ ६२६०/ ३३६९ _६३३३/३४३५ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची २५४० १०६०/८०१ ग्रन्थ का नाम १३८३/८९८ ९४९/९६६ ३ पञ्चामृतमंत्र २५३७ ३९६३.१/१९२४ |पवित्रारोपण २५३८ | ३८६३.१/१९७४.१ पात्रपूजन पल्लीसरटयोः शान्ति पवनपावन तथा भूतशुद्धि पवमान २५३९ | ३८७९.१/१९८३ पात्र वंदनप्रशंसा पवमान पारस्करगृह्यसूत्र पारस्करगृह्यसूत्र पारस्करगृह्यसूत्र ग्रन्थकार ४ शौनक महर्षि पारस्कर पारस्कर पारस्कर टीकाकार ५ आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी Page #430 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ (क) २५×१३ ११.५९.५ १३x२३ २१x६.५ २३×१० १८४६ १९x११ १८x११ १४४१० २३×१२ २६.८×११.६ पृ० सं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) १३ १.२ ३० १२ १३ २० २ २० १ १९ १८ १ २८ | पंक्ति | अक्षर | दशा / परिमाण • प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) ९ ४ २४ ५x१४.५ ६९ ७६ ९ ८२ २४.५x१०.५ |११० ११ ८ ७ १२ ८ ८ -७ ८ ३० १६ अपूर्ण / २० २० २० २८ पूर्ण / १३३ पूर्ण / १४६ पूर्ण / ९७ ३० २७ पूर्ण / १० ३२ पूर्ण / १२ ७ ३० अपूर्ण / ७९ १६ पूर्ण / ११२ पूर्ण / ४२७ पूर्ण / ३० २९ | पूर्ण / ५९५ कर्मकाण्ड अपूर्ण / ४०८ पूर्ण / ७२१ लिपिकाल १० १८२० वि० (शाके १६८५) T I १८७८ वि० १९५४ वि० (चैत्र शुक्ल अष्टमी मंदवार) १९३० वि० विशेष विवरण ११ खण्डित ४२१ चार अध्यायों में पूर्णं पितरों एवं ऋषियों के प्रसादनार्थ पवमान विधि का उल्लेख इसमें दो काण्ड पूर्ण तथा तीसरे का केवल प्रारम्भ का अंश समुपलब्ध है । इसमें संस्कारों, पञ्चमहायज्ञों तथा पाकयज्ञों आदि का विवेचन किया गया है यह तीन काण्डों में पूर्ण संस्कारादि विषयक पारस्करगृह्यसूत्र तीन काण्डों में प्रतिपादित इस ग्रन्थ में संस्कारादि गृहस्थजीवन से सम्बद्ध विविध कर्मकाण्डों का वर्णन किया गया है। Page #431 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४२२ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १ २५४३ / २७८२/१५११ । पारस्करगृह्यसूत्र पारस्कर नागरी देसी कागज २५४४ । १८७१/१२१८ पारस्करग्रह्यसूत्रभाष्य हरिहर देसी | नागरी कागज २५४५ । ३३२/३०४ पार्थिवपूजनविधि नागरी देसी कागज २५४६ | २८०/२५९ | पार्थिवपूजापद्धति नागरी देसी कागज २५४७ / १७५१/११५२ पार्वणश्राद्ध नागरी देसी कागज २५४८ | १२६७/८६९ | पार्वणश्राद्धपद्धति नागरी देसी कागज २५४९ | ४०८/३६९ पार्वणश्राद्धविधि नागरी देसी कागज २५५० | १३२८/८८२ | पार्वणश्राद्धविधि देसी | नागरी कागज २५५१ १४३६/९१० पार्वणश्राद्धविधि देसी | नागरी कागज २५५२ १५८७/९८६ पार्वणश्राद्धविधि नागरी देसी कागज २५५३ १७४९/११५१ पार्वणश्राद्धविधि नागरी देसी. कागज २५५४ । १५५२/९६२ पार्वणश्राद्धव्याख्या देसी कागज नागरी २५५५ ६४६३/३५४९ | पिण्डपितृयज्ञकारिका नागरी देशी कागज Page #432 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड ४२३ विशेष विवरण आकार (से० मी०) ८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण | लिपिकाल प्र० पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) (ख) ८(ग) ८(घ) ९ १० २५ x १३ ११८ ८ २. | अपूर्ण/५९० १८०६ वि० (मार्गशीर्ष कृष्ण १ भौमवार) २७ ३४११ ५ ३१५ यह पारस्करगृह्यसूत्र पर हरिहरकृत भाष्य है-इसमें संस्कारों तथा अन्य कर्मकाण्ड विषयों का प्रतिपादन हुआ है २२४१२.५ | पूर्ण/३० १७९८ वि० १६४८.४ | पूर्ण/७५ २४४११ ८ २८ | अपूर्ण/८४ २४.५४११ ८ २२ | पूर्ण/१८७१८७१ वि० २५४१४ पूर्ण/६६ ३१४१३ | पूर्ण/१७९ १९३७ वि० (माघकृष्ण) १७.३४१० | १५ | पूर्ण/७९ ७वां, १४वां-पत्र खण्डित १८x११.३ | २३ | पूर्ण/१३७ २७४११ ८ | ३६ | अपूर्ण/६३ २३४११ | १९ | १० | ३२ | पूर्ण/१९० २०.५४ ११.५ । ७ | १० | २० | अपूर्ण/४४ Page #433 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४३४ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्यकार टीकाकार आधार लिपि २ ६ - ७ २५५६ | १८५१/१२४६ | पितृतर्पण देसी | नागरी कागज २५५७ | ६०७९/३२१३ पितृतर्पण नागरी देसी कागज २५५८ | ६५३५/३६१४ पितृतर्पणविधि नागरी कागज २५५९ | ६२/५६ पितृषोडसी नागरी देसी कागज २५६० | ६२६२/३३७० | पीठपूरकव्रतपूजन देसी - नागरी कागज २५६१ / ८१६/८३२/७२८ | पीताम्वरसारिणी बुद्धिराज दीक्षित - नागरी देसी कागज २५६२ | १६९६/१०९९ पुण्याहवाचन देसी । नागरी कागज २५६३ | ६६४९/३६९५ पुण्याहवाचन नागरी देसी कागज २५६४ | ७३१२/४१३३ पुण्याहवाचन देसी - नागरी कागज २५६५ | १७८५.३/११८६ पुत्रजन्मयन्त्र नागरी देसी कागज | २६/२२ पुरश्चरणविधि गोपीनाथ पाठक शैव देसी | नागरी कागज २५६७ | २५१६/१४४६ पुरश्चरणविधि नागरी देसी कागज २५६८ | १२४/११० पूजनपद्धति देसी । नागरी कागज Page #434 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ क २८४१२ १६.१४९.९ १३.५×१३ २३×११ १६×११ १७.५×१२ १६×१० १६४११ २५X३० २५X१७ ३०×१३ १७.५x१२ पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र० पं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) ५४ पृ० सं० ७ ६ ३२ अपूर्ण / ४२ ३२ १ १२१ ३ १६.६×१२.४ १० १४ १८१ २० ३६ Pr २ ३८ ८ २० १५ ९ ११ ६ ८ ९ ११ २४ ११ ८ १० दशा / परिमाण (अनु० छन्द में) ९ अपूर्ण / १६० १५ पूर्ण / ५७ २९ पूर्ण / २४ १५ पूर्ण / ७२ १६ | अपूर्ण / ५४३ १६ | पूर्ण / ८० १६ पूर्ण / १६२ ४० १६ पूर्ण / ५५ पूर्ण / ६० ३२ | पूर्ण / ४१८ ३३ अपूर्ण / ५० कर्मकाण्ड २४ अपूर्ण / १०५ लिपिकाल १० विशेष विवरण ११ ४२५ इसमें शक्तितन्त्र से सम्बद्ध मन्त्रों के पुरश्चरण अनुष्ठान की विधि विस्तार से बताई गई है । ग्रन्थान्त में स्तम्भन, मारण, मोहन, उच्चाटनादि का भी वर्णन किया गया है Page #435 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि | ३६६३/१८६९ । पूजनपद्धति नागरी देसी कागज २५७० | ६७७९/३०२० | पूजनपद्धति देसी नागरी कागज २५७१ | १८८/१८० पूजनविधि नागरी देसी कागज २५७२ | ११६७/८३५ पूजनविधि | नागरी देसी कागज २५७३ | १८७६/१२६७ पूजनविधि नागरी देसी कागज २५७४ | २३९५/१४१९ पूजनविधि देसी | नागरी कागज २५७५ | ३८८१.१/१९८४ | पूजनविधि नागरी देसी कागज २५७६ | ६५८१/३६३२ पूजनविधि नागरी देसी कागज २५७७ | ८२४/७२४ पूजारत्न नागरी देसी कागज २५७८ | ५२३.१/४६९ पूजाविधि नागरी देसी कागज २५७९ | ३९२८.१/२००४ | पूजाविधि नागरी देसी कागज २५८० ७१८४/४०४७ पूजाविधि नागरी देसी कागज २५८१ | १०००/७८८ | पूर्णाभिषेकविधि नागरी देसी कागज Page #436 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ (क) २०x११ १४×९.५ २०. ५x११ १७.५x१२ २०X९ १८x१३ १६.५x१०.५ ६९ १५.५×११ १८x९.५ १७४९ १७.७१०.२ पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र० पं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) २३ ८ पृ० सं० २३×१३ १४ १३ १४ ३ ८ | १२५ ३२ ८२ ८ १६ ७२ ७ ९ ९ ९ ८ ८ ६ ५ १८.२x१०.८ १२ ६ S ८ १६ १४ ३२ २२ २२ ३२ १९ २१ २० २२ २० २१ दशा / परिमाण (अनु० छन्द में) ९ अपूर्ण / ९२ पूर्ण / ४९ अपूर्ण / २०८ १० अपूर्ण / २५ अपूर्ण / ४८३ पूर्ण / ७७ पूर्ण / २४ अपूर्ण / ३८ पूर्ण / ४९२ पूर्ण / १०० पूर्ण / २८२ अपूर्ण / ४५ कर्मकाण्ड पूर्ण / ३७८ लिपिकाल १० १८५१ वि० विशेष विवरण. दशी चन्द्रसुवासरे) १८९० वि० ११ ४२७. १८४३ वि० त्रिपुरसुन्दरी की तान्त्रिक पूजा विधि | (सिंतपक्षेका Page #437 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४२८ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार - लिपि | ७ २५८२ | ६२४२/३३५७ । प्रतिमाकरणविधि नागरी देसी कागज २५८३ ६७०८/३७५२ प्रतिमाविचार देसी नागरी कागज २५८४ | ४१९/३७८ प्रतिष्ठामयूख नीलकण्ठ भट्ट नागरी देसी कागज २५८५ | १३२६/८८२ प्रतिष्ठामयूख नीलकण्ठ भट्ट नागरी देसी कागज २५८६ | १८०४/१२०५ प्रतिष्ठामयूख नीलकण्ठ भट्ट नागरी देसी कागज २५८७ १४५९/९१८ । प्रवरनिर्णयरत्न लक्ष्मण भट्ट नागरी देसी कागज २५८८ | ३१०६/१६०१ प्रत्यंगिराप्रयोग नागरी देसी कागज २५८९ / ७३६७/४१७५ | प्रत्यंगिराशान्ति नागरी देसी कागज २५९० ४३२/३९२ प्रदोषउद्यापननिर्णयव्रत विधि देसी | नागरी कागज ५९१ | १०११/७९१ प्रदोषपद्धति नागरी देसी कागज २५९२ | २७९/२५८ | प्रदोषपूजन नागरी देसी कागज २५९३ | ५१५/५०६/४६४ प्रदोषपूजापद्धति नागरी देसी कागज २५९४ ७१७६/४०४३ । प्रयोगरत्न नारायण भट्ट । - नागरी देसी कागज Page #438 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड ४२९ विशेष विवरण आकार (से० मी०) ८ (क) १६.२४१०.३ पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण | प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) । लिपिकाल ८ (ख) .८, १९, अपूर्ण/२९ ___ - ब २४४११ | २ | ८. ३६ पूर्ण/ १८ २५४१४ | १३ | ३६ अपूर्ण/९८० | १७९२ वि० (श्रावणशुक्ल ६ चन्द्रवार) २९x१२ । ७ | ३२ | पूर्ण/८८२ १९०९ वि० मन्दिर में देवमूर्तिस्थापना विधि (भाद्रशुक्ल सप्तमी) २६.५४ ११.५ १४१ / ७ | २८ पूर्ण/८६३ १८९५ वि० मन्दिर में देवमतिस्थापना विधि (वैशाखकृष्ण द्वितीया गुरुवार) २१.४४१०.२ | ९९ | १८ | ३२ | पूर्ण/७८२ | १९६१ वि० | इसमें विवाह, यज्ञ तथा श्रद्धादि में उपयोगी गोत्रों एवं प्रवरों का परिगणन किया गया है २२.५४ ११.५ | ६ | १० | २५ | पूर्ण/४७ २७४ १३.८ १२ | ३९ | पूर्ण/५८५ २४४१६ ११ | २४ | पूर्ण/२८०.५ ५ ५ १९०८ वि० २५४१६.५ | २८ | पूर्ण/२६२.५ १७४११ ५ | पूर्ण/५४ १५४ १०.५ ३३ | ९ | १६ | पूर्ण/१४८.५ . १८९९ वि० १७.४४१२४२४ | ११ | २० पूर्ण/२९१५ - १८५१ वि० Page #439 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार लिपि २५९५ ११६८/८३५ प्राणप्रतिष्ठा नागरी देसी कागज २५९६ | १८७७/१२६८ | प्राणप्रतिष्ठा देसी नागरी कागज ६०१५/३१५१ प्रातःसन्ध्या नागरी देसी कागज ३६६/३३६ प्रातःसंध्याविधि । नागरी देसी कागज २५९९ ] ४४९/४४०/४०८ | प्रातःसंध्याविधि देसी कागज नागरी २६०० | ५१६/४६५ प्रातःसंध्याविधि देसी । नागरी कागज २६०१ |३९४१.१/२०१४.१/ प्रातःसंध्याविधि नागरी देसी कागज २६०२ | ६७९७/३८३१ । प्रातःस्नानविधि देसी | नागरी कागज १३१/१२४ प्रातःस्मरण देसी कागज नागरी २६०४ | ३४७५.१/१८२९.१| प्रातःस्मरणविधि देसी नागरी कागज प्रायश्चित्त नागरी देसी कागज २६०६ | ५९३३/३०९१ प्रायश्चित्तप्रदीप देसी कागज नागरी २६०७ | ७४४६/४२२८ । प्रायश्चित्तप्रयोग अनन्त दीक्षित नागरी देसी कागज Page #440 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड ४३१ आकार (से० मी०) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण | लिपिकाल प्र०पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) विशेष विवरण ____८ (क) ८ (क) (ख) ८(ग) ८(घ) १९.३४१३.७ पूर्ण/२७ १६.५४ ११ पूर्ण/२६ १६.७४ ११.८ पूर्ण/७० १७.५४११.५ पूर्ण/५६ १६.५४११ ५ । ८ १८९८ वि० | .. । १९ १४.५४१० . १६.५४१०.५ पूर्ण/११८ १९२९ वि० (बैशाख बुद्ध ६) २९x१४ | पूर्ण/१० २२४११ अपूर्ण/६३ २६.६४२६.२ ३२ | पूर्ण/९६ १९२० वि० (भाद्रपदकृष्ण १४) १५४१० | अपूर्ण/४६ २१.२४१०.३ अपूर्ण/७५ २४४१३ २४४ | १२ | ३२ | पूर्ण/२९२८ १८१८ वि० . Page #441 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित पन्नों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार | आधार लिपि २६०८ ६२९७/३३९९ | प्रायश्चित्तमाला नारायण देसी नागरी कागज | ९७/८९ बटुकपद्धति नागरी देसी कागज | ६४६०/३५४६ | बटुकपद्धति नागरी देसी कागज २६११ | ३९०६.१/१९९३ | बटुकभैरवदीपदानविधान नागरी देसी कागज २६१२ / ३२९९/१६९७ | बटुकभैरववंदन नागरी देसी कागज २६१३ | १०४८/११५० बलिदानविधि नागरी देसी कागज १७८५.४/११८६ | बलिदानविधि नागरी देसी कागज | १४७/१३९ बालाजपबिधि देसी नागरी कागज २६१६ | ३४६७/१८४९ | बालापद्धति । नागरी देसी कागज २६१७ | ३६२४/१८६१.१ | बालापूजनपद्धति नागरी कागज २६१८ | १५५/१४८ बालार्चनपद्धति । नागरी देसी कागज २६१९ / ७८१/७९७ | बालार्चनपद्धति देसी कागज नागरी २६२० ११८५/८०० बालार्चनपद्धति नागरी कागज Page #442 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी० ) ८ क २१. ५x११ १८.२ x ११.५ २५ × ११ १४.३ × १०.७ १७×११ २६×१२ २५ x ३० १४× १० १९×११ १८९१०.५ १७×१२.५ १८x११.५ १८.५५१९.५ ५५ पृ० सं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) १६१ ३२ १२ १४ १४ १५ २२ ७ ५८ ५८ पंक्ति | अक्षर दशा / परिमाण प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) ९ १०७ ९ |२०० ७ १२ ७ १६ २४ ७९ ९ ८ ७ ९ ७ ५ २० पूर्ण / ९०५ २० २० पूर्ण / ९० १४ पूर्ण / ६७ १२ अपूर्ण / ३४ ४० ४० पूर्ण / १४० १० १६ पूर्ण / ६० २१ १९ पूर्ण / २८० १५ अपूर्ण / १९० ११ पूर्ण / ९० कर्मकाण्ड अपूर्ण/२२२ अपूर्ण / ३४३ पूर्ण / ४४५ पूर्ण / ३४४ लिपिकाल १० १९१६ वि० (शाके १७८१ माघकृष्ण ३० रविवार) विशेष विवरण तिथो १ शुक्ल गुरुवासरे) ११ I १९४२ वि० त्रिपुरादेवी की तान्त्रिक अर्चना (माघमासे ४३३ तान्त्रिक पद्धति से त्रिपुरसुन्दरी की अर्चनापद्धति प्रतिपादित है Page #443 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४३४ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि _ २६२२ ७५१२/४२४७ बुधाष्टमी व्रत मागरी देसी कागज २६२३ | ७५१६/४२५० बृहत् शान्ति नागरी देसी कागज २६२४ । ७०६३/३९८० बृहस्पतिमंत्रअष्टोत्तरसहस्र जप विधि देसी कागज नागरी २६२५ | ३९२२/१/२००० बृहस्पति-संहिता देसी · नागरी कागज २६२६ | ७१७४/४०४१ बौधायन श्रौतसूत्र बौधायनाचार्य | सायणाचार्य नागरी देसी कागज २६२७ | ६८७३/३८९१ ब्रह्मयज्ञ देसी कागज नागरी २६२८ । ६३१९/३४२१ ब्रह्मयज्ञविधि नागरी देसी कागज २६२९ । ३१६४.५/१६१९ | भागवत पूजन नागरी देसी कागज २६३० | ३०७/२७८ भुवनेश्वरी पूजापद्धति देसी कागज मागरी २६३१ | १०७२/८०६ भुवनेश्वरी पूजापद्धति नागरी देसी कागज २६३२ | ११७/११० | भूतशुद्धि । नागरी देसी कागज २६३३ / ३४१२/१७९८ भूतशुद्धि । नागरी देसी कागज २६३४ | ३४७२/१८५४ भूतशुद्धि नागरी देसी कागज Page #444 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड आकार (से० मी०) . पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण | लिपिकाल प्र० प्र० प्र०५० (अनु० छन्द में) विशेष विवरण ____८(क) (ख) १३४२३ पूर्ण/४० १३४२० पूर्ण/७२ | १९४२ वि. २३४१४ ९ | २० | पूर्ग/१७ २३४१२५ १४ | २० | अपूर्ण/१०५० २५४१०.६ १० | ४२ | पूर्ण/४९८ १८३८ वि० १६४१० | २० | ७ | १० | पूर्ण/४४ १९६३ वि० (मार्गशीर्ष शुक्ल १४गुरौ) १९४१३ | १० | ८ | १० | पूर्ण/२५ ३३.७४१६.५ । ५ | २८ | पूर्ण/४७ १९१२ वि० (पौषकृष्ण३) १६.५४१२ अपूर्ण/४५२ भुवनेश्वरी देवी की तान्त्रिक पूजाविधि २२.३ x ११ | १२ | ३२ | पूर्ण/११४० चतुर्वर्गफलप्राप्त्यर्थ भुवनेश्वरी की स्तुति एवं तान्त्रिकपूजापद्धति-निम्मण १७४११.५ । ९ | १९ | अपूर्ण/८० ३९.५४१०.७ । ८२ | १६ | पूर्ण/८२ १५४१. | १४ | ७ | १५ | पूर्ण/४६ Page #445 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४१६ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २६३५ ३७८२.१/१९३०.१ भूतशुद्धि देसी नागरी कागज २६३६ | ५८२२/२९९८ भूतशुद्धि मागरी देसी कागज २६३७ ६०१०/३१४६ भूतशुद्धि देसी कागज नागरी २६३८ १९/१९ भूतशुद्धि प्राणप्रतिष्ठा नागरी देसी कागज २६३९ । ४३/३८ भूतशुद्धि प्राणप्रतिष्ठा नागरी देसी कागज २६४० | ३९१०.१/१९९५ | भूतशुद्धि प्राणप्रतिष्ठा देसी कागज नागरी २६४१ / ८१०१८२६/७२५ | भैरवपूजन देसी । नामरी कागज २६४२ ५८७/५९८/५४१ / भैरव हवनपूजनविधि | नागरी देसी कागज २६४३ । ३७/३२ भोजनविधि देसी कागज नागरी २६४४ | १८७/१७९ भोजनविधि देसी कागज नागरी २६४५ । ३८९७.१/१९९० भोजनविधि देसी | नागरी कागज २६४६ / ५८२१/२९९७ भौमपूजा देसी कागज नागरी २६४७ | ७५११/४२४७ । भौमव्रत नागरी देसी कागज Page #446 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड ४३७ लिपिकाल विशेष विवरण आकार (से० मी०) ८ (क) . पंक्ति अक्षर | दशा/परिमाण प्र. पृ०प्र०५० (अनु० छन्द में) (ख)/८ (ग)| (घ) १ । १० १३४११.५ | ७ | १० | अपूर्ण/२० - २१४८५ | ८ | ३२ | पूर्ण/१०४ १९३३ वि. २०.९४१०.२ । | पूर्ण/१४० . १९७३ वि० (आषाढ़ ९) १३४१० पूर्ण/४४ १९५३वि० (प्रथम ज्येष्ठ कृष्ण१० १९२८वि० (वैशाख) १६४११ ७ | १४ | पूर्ण/४९ प्रेतबाधा निवारणार्थ भूतशुद्धि एवं प्राण प्रतिष्ठा वर्णन १४.२४८.५ । २९ | ५ | १६ | अपूर्ण/७२ १९११ वि० (भाद्रकृष्ण २०.५४१०.५ । ११ | २६ | अपूर्ण/२५० भोजनक्रिया से सम्बन्धित धर्मशास्त्रीय विधिविवेचन २०.५४१० ५ ७ | २० | पूर्ण/१३३ १९१७ वि० (भौमवार) १५.५४११६ | ६ | पूर्ण/२७ १८४७ वि० (माघकृष्ण८ गुरु) १७४७ | अपूर्ण/२० १२x२०.५ पूर्ण/१० १७४४४.२ | अपूर्ण/६० १३४२३ ८ | २० | १६ | पूर्ण/८० Page #447 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४३८ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं0 ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकाल टीकाकार आधार १ २६४८ ८३७/८५६/७४४ | मन्त्रपारायण बुद्धिराज दीक्षित - नागरी देसी कागज २६४९ | २६४९/१४७७ मन्त्रशाकल्य देसी कागज २६५० / ९१/८३ मन्त्रस्नान देसी | नागरी कागज २६५१ / ७१०५/४००३ | मन्थान भैरवागम देसी कागज २६५२ | ६७८२/३८१८ मधुपर्क । नागरी देसी कागज २६५३ | ६६६७/३७१२ मध्याह्न सन्ध्या ना देसी कागज २६५४ | ५३६/४८२ | मध्याह्न स्नानविधि भैरव नागरी देसी कागज २६५५ / २११/२०२ मयूखपद्धति रामचन्द्र नागरी देसी कागज नागरी देसी कागज २६५६ | ६३२२/३४२४ महागणपतिचतुःशत चतुरावृत्ति तर्पण २६५७ / ८५६/८७३/७५५ | महागणपतिपूजापद्धति नागरी देसी कागज २६५८ | ३६९९/१८७७ महादानविधि देसी ! नागरी कागज २६५९ / ३४६०/१८४४ | महामन्त्र मृत्युंजयविधि नागरी देसी कागज २६६० / ७०३७/३९६८ महामायामन्त्र विधि नागरी देसी कागज Page #448 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण विशेष विवरण ११ आकार पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल (से० मी०) प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) ___८ (क) (ख) ८ (ग) ८ (घ) ९ १० २२.५४१० ५ । ९ ८ २८ | पूर्ण/६६४ । |१८८३ वि० (कार्तिक मासे कृष्णपक्षे५२०) २७४ १२.४ । १९ | १० अपूर्ण/१९० १२.५४९.५ | ६ | १३ | १७ | पूर्ण/४१ २२४१२ ३१३ | ९ | १५ | अपूर्ण/१३२ १६४८ ५ ३५ | ८ | २४ | पूर्ण/२१० | १९२० वि० ११४ २२ | १ | २० | १६ | पूर्ण/१० २९४१५ ९ | २८ | पूर्ण/२३६ २२.५४११ १६ | ४० | पूर्ण/८४० | १८४६ वि० नौ मयूखों (अध्यायों) के शक्तितन्त्र से सम्बन्धित ग्रन्थ १९४ १२.५ पूर्ण/२९ BOB १५.५४११ । ५ | १८ | पूर्ण/१४० २९x१२.५ ५५ ११ | २० | अपूर्ण/३७८ १४.५४११ | ९| ८ | १५ | अपूर्ण/३६ ११४७ | ३ | ९ | १० | पूर्ग/८ Page #449 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४४० संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थ सं०/बेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार | आधार लिपि २६६१ | १४९/१४१ महामृत्युञ्जय जप नागरी देसी कागज २६६२ १६०/१५३ महामृत्युञ्जय जप । नागरी देसी कागज २६६३ | ५४८/५५८/५०४ | महामृत्युञ्जय जप नागरी. देसी कागज २६६४ | ६६५७/३७०३ महामृत्युञ्जय जप नागरी देसी कागज २६६५ / ३२१६/१६२९ महामृत्युञ्जय जपविधि देसी नागरी. कागज २६६६ / ६५८२/३६३३ महामृत्युञ्जय मन्त्र नागरी देसी कागज़ २६६७ | ६८७१/३८८९ महारुद्रहवन देसी कागज नागरी' २६६८ / ६७२३/३७६६ | महालिंगार्चन देसी कागज | नागरी २६६९ ८०/७४ मातृकान्यास मन्त्र देसी नागरी कागज २६७० ३७१८.१/१८९०.१ मातृकापूजन देसी कागज नागरी २६७१ | ३७१/३४० मातृकारक्षायण देसी कागज नागरी | ३५८६/१८५५.१ मातृकास्थापन देसी · नागरी कागज १४६/९१४ | मातृपूजाविधि नन्दलाल नागरी देसी कागज Page #450 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ क) १८x१० १६×११ १३×९ १२×१९ १९×११ २१×१२ २१.५x९.५ १६४१० २०×१०.५ १४×८.५ १३×१३ ९x११.५ ७×१० ५६ पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र० पं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) पृ० सं० १८ ७ १४ ६ १ १२ ३ १५ १५ ७ ६ १६ ६ ३२ ८ १६ १२ ९ ८ १० ४ १२ ८ ९ ६ १८ पूर्ण / ७१ २४ पूर्ण / ७३.५ १५ अपूर्ण / १० १६ २० ९ ३२ २० २० २४ पूर्ण / १८ २० दशा / परिमाण (अनु० छन्द में) ९ २६ १९ ३५ अपूर्ण/८ पूर्ण / ४५ पूर्ण / ८१ अपूर्ण / १२० पूर्ण / १२५ अपूर्ण / ५० पूर्ण / ३९ पूर्ण / ४३ कर्मकाण्ड पूर्ण / २१० लिपिकाल १० १७४० वि० १९२१ वि० १८०५ वि० (श्रावणशुक्ल गुरुवार) १९३६ वि० विशेष विवरण ११ JI I 1 I जीर्ण I I ४४१ Page #451 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार. टीकाकार आधार लिपि २६७४ | मातृषोडषी देसी | नागरी कागज २६७५ | ३२५२/१६४२ । माध्यंदिनीय स्नानविधि देसी । नागरी कागज २६७६ | ३८९१.१/१९९० | मानसिकपूजा नागरी देसी कागज २६७७ | ९४५/९६२/७७१ | मानसिकस्नान देसी कागज नागरी २६७८ | ३४४८/१८३३ | मानसोपचारपूजन नागरी देसी कागज २६७९ | १०१/९३ मालिनीमन्त्र नागरी देसी कागज २६८० | ३६६०/१८६८ मुकुन्दपूजनविधि नागरी देसी कागज २६८१ | ३९६१/१९२४ मुक्ताभरणपूजा देसी । नागरी कागज मूलविचारशान्ति देसी | नागरी कागज २६८३ |३८२४.१/१९४७.१ मूलविद्याजपविधि देसी | नागरी कागज २६८४ | १८७९/१२७० मूलशान्ति नागरी देसी कागज २६८५ | १६९/१६२ मूलशान्तिविधि । नागरी देसी कागज २६८६ / १७३२/११३३ मूलशान्तिविधि मागरी देसी कागज Page #452 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ (क) २१x१०.२ २०x१२ १२x२०.६ १४.२x९.६ १९x११ १९४९ २२.५×१०.५ ३ २१x६.५ १४.५x१०.५ २४४१३ पृ० सं० १७.५x१२ २७.८x१२.८ ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) ३ ९ ४५ m २२.२x११.४ ६ १० पंक्ति अक्षर | दशा / परिमाण प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) ९ १२ ८ १६ १३ ७ ११ ३ ६ १४ ८ ४५ ९ १० ११ ९ २७ १२ १२ १० ३० २० ९ १० २० ३५ ३२ २० पूर्ण / २५ २२ पूर्ण / २२५ पूर्ण / १२ अपूर्ण / १३ पूर्ण / ७ अपूर्णं/६६ ३० पूर्ण / ५१ अपूर्ण/१२६ पूर्णं / ९६ अपूर्ण / ९० कर्मकाण्ड पूर्ण / २२३ २४ | अपूर्ण / ९० २७ अपूर्ण / ८४ लिपिकाल १० १९१५ वि० I I १८८४ वि० (मार्गशीर्ष) कृष्णपक्ष १३ विशेष विवरण ११ अंगन्यासविधि ४४३ Page #453 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४४४ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १ २ २६८७ | ६६९५/३७३९ मृत्युञ्जयमन्त्र नागरी देसी कागज २६८८ | ७६५९/४२९० यन्त्रराजपूजा नागरी देसी कागज २६८९ | १४२६/९०८ यज्ञसिद्धान्तसंग्रह रामप्रसाद नागरी देसी कागज २६९० ६५१०/३५९४ यज्ञोपवीत धारणविधि नागरी देसी कागज २६९१ | १८५८/१२५२ यज्ञोपवीतपद्धति | नागरी देसी कागज २६९२ / ३२८७/१६५५ | यज्ञोपवीतपद्धति नागरी देसी कागज २६९३ १०५८/८०१ यज्ञोपवीतविधि देसी कागज नागरी २६९४ | १३९८/८९९ यज्ञोपवीतविधि देसी नागरी कागज २६९५ २७९१.१/१९३२.१ यज्ञोपवीतविधि । नागरी देसी कागज २६९६ | १०५९/८०१ यज्ञोपवीतव्रत देसी नागरी कागज २६६७ १७६८/३९८० यमराजपूजन नागरी देसी कागज २६९८ - २४०४/१४२१ । यात्राप्रकरण नागरी देसी कागज २६९९ । ६२५३/३३६८ । रजोदर्शनशान्ति नागरी कागज - - Page #454 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड ४४० | अक्षर दशा/परिमाण प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) लिपिकाल आकार (से० मी०) ८ (क) विशेष विवरण ११ १०४३० | पूर्ण/१२ ११.५४९.५ | पूर्ण/४१ २५.४४११.५ । ४८ | ११ | ३३ | पूर्ण/५४५ । १८६९वि० १८६९वि० | यज्ञसिद्धान्तों का विस्तार के साथ विवेचन हुआ है, जिनमें द्विजाह्वान, कलशस्थापन, दिक्पालवलि आदि सभी विषय वर्णित हैं ४८x११ ४० | १० | पूर्ण/२५ १५.५४१० ३७ | ८ | ३६ | पूर्ण/३०३ २३.५४१३ पूर्ण/२२५ १८६८ वि० (वैशाखसुदी १० गुरुवार) उपनयनसंस्कार की विधि का विवेचन किया गया है २२४१५ पूर्ण/२१२ २५४१२ | पूर्ण/२८० १९०८ वि० १५.६४१०.७ . २४ | पूर्ण/१०८ २५.५४१४.५ २० १ १८७४ वि० | उपनयनसंस्कार का विवेचन किया (१७३९शक)| गया है ५५४२० १ | ३६ | २० | अपूर्ण/२२ १८४८.५ | ७ | ७ | २० | अपूर्ण/३० ३०x१० ५६ | ८ | २० | पूर्ण/२८० Page #455 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४४६ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों को विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार | लिपि २७०० | ६८३२/३८६२ रजोदर्शनशान्ति नागरी देसी कागज २७०१ / ७५०७/६४१५ | रथसप्तमीपूजा नागरी देसी कागज २७०२ | ३५७३/१८५१ रामायणविधि नागरी देसी कागज २७०३ | २४७९/१४३९ रामार्चनचन्द्रिका नागरी देसी कागज २७०४ ६८०/७९६/७११ | रुद्रजाप नागरी देसी कागज २७०५ / ६३९४/३४९३ रुद्रपूजन नागरी देसी कागज २७०६ | ३०७७/१५९२ । रुद्रपूजनमञ्जरी मालजी वेदांगराय देसी | नागरी कागज २७०७ | ३१४६/१६१४ रुद्रविधान देसी | नागरी कागज २७०८ / ६३२४/३४२६ | रुद्रस्नानार्चनविधि देसी | नागरी . कागज २७०९ ] ६६५४/३७०० रुद्रस्वाहाकार देसी | नागरी कागज २७१० । ३५६९/१८५० । रुद्राकाण्डी नागरी देसी कागज २७११ ३८३३.१/१९५४.१ | रुद्राक्षधारणप्रकार नागरी देसी कागज २७१२ | ७७४/७०७ लक्ष्मीआराधनाकल्प | नागरी देसी कागज Page #456 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार. (से० मी०) ८ (क) २१४९.५ १३×२३ ३०x१२ २४×११.५ १९११.५ २२x१२ २७४१२ २४×११.५ ६०x१३.५ २५×११ २०.५x११ १८x२९ १७४१२ पृ०सं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) ६५ ७ ३२ २ २० ४ २४६ ५४ १३ | १७७ ६३ पंक्ति अक्षर | दशा / परिमाण प्र०पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) ९ १७ ११ २ ९ ८ ५ ८ १ ६२ ७ ९ १८ १६ ८ १३ ४० पूर्ण / ५५ २२ ९ १२ ३२ १५ २५ पूर्ण / १७३० ३६ २४ ३२ पूर्ण / ४५५ पूर्ण / २० ३५ कर्मकाण्ड पूर्ण / २९७ अपूर्ण / ६ पूर्ण / १५९३ पूर्ण / ३३० पूर्ण / २९ पूर्ण / १०८ अपूर्ण / १६७ २० पूर्ण / २० २० अपूर्ण / १२ लिपिकाल १० १८२८ वि० (शाके १६९३) १९२३ वि० (फाल्गुनसुदि सुचारु रूप १२रविवार) १८९१ वि० (श्रावण शुक्ल १४ चन्द्रवार) १८८७ वि० विशेष विवरण | १८७४ वि० पाँच पटलों में पूर्ण रामार्चन का शाके १७३९ | प्रयोग कर्मकाण्ड के रूप में हुआ है प्रसिद्ध रुद्राष्टाध्यायी संग्रहीत है १९१४ वि० ११ ४४७ रुद्रपूजन, जप, आहुति आदि का विचार; Page #457 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४४८ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि ४ २७१३ ३४०३/१७८९ । लक्ष्मीसूक्तविधान देसी कागज नागरी २७१४ | ५८७८/३०४४ । लघुशान्ति (सटीक) देसी कागज नागरी २७१५ ३८७२.१/१९७९ / लघुश्यामलापूजन नागरी देसी कागज २७१६ / ६०१२/१०६७ | ललितादेवीपूजाविधि देसी । नागरी कागज २७१७ | ७२१६/४०७७ ललितापद्धति नागरी देसी कागज २७१८ ६७४५/३७८८ | ललितापूजा देसी कागज नागरी २७१९ / ११८६/८४१ ललितार्चनदीपिका देसी । नागरी कागज २७२० ३३/२८ ललितार्चनपद्धति नागरी देसी कागज २७२१ | १०४/९६ ललितार्थनविधि भास्करराय देसी | नागरी कागज २७२२ ३७९७.१/१९३३/१, ललितासपर्यापद्धति भास्कराचार्य देसी | नागरी कागज २७२३ | ८२५/८४१/७३५ / ललितासपर्याविधि भास्कराचार्य देसी नागरी कागज r २७२४ | ६५४३/३६१४.५ | ललितासपर्याविधि देव कमलाकर देसी । नागरी कागज २७२५ / ६०२२/३१५७ । लिंगपूजा नागरी देसी कागज Page #458 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ (क) २२.५९ २५.५×११.८ १३ × ११ १५.३×१२.५ २३×१५.५ २३×११ २६.५×१२ ५. ५×११ २.८x१०.४ ७×९ १४.५×१०.५ ९×१०.५ ६.७५८ ५७ पंक्ति अक्षर प्र० पृ० प्र० पं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) पृ० सं० १७ १० ६ २६ ७९ ६ ६२ ११ १२ १७ ९ १६५ ८ ३९ १३ ९६ ११ ९५ ४८ १४ ९ 29) १० سو १५ अपूर्ण / ४८ ४२ पूर्ण / १५७ १२ पूर्ण / १८ १६ १६ पूर्ण / ३४१ ३७ ३२ पूर्ण / १५३ ३४ ४० दशा / परिमाण (अनु० छन्द में ) ९ १० ३८ १५ पूर्ण / १४३ २० पूर्ण / ५८६ पूर्ण / ७६० पूर्ण / ८४० पूर्ण / ३६१ पूर्ण / ११४ पूर्ण / २२३ कर्मकाण्ड अपूर्ण / १५ लिपिकाल १० १८१८ वि० - १८८३ वि० (भाद्रकृष्ण ११) १८८७ वि० १८४७ वि० (फाल्गुनकृष्ण २ रवि ) १८७२ संवत् (चैत्र शुक्ल ) विशेष विवरण ११ सटीक ४४९ ललितादेवी की तान्त्रिक उपासना का प्रतिपादन किया गया है-आरम्भ पृष्ठ खण्डित है ललितादेवी की तान्त्रिक विधि से अर्चना समुपनिबद्ध है 11 I Page #459 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४५० क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ २७२६ २७२८ २७२९ २७३१ २ २७२७ ३७७२/१/१९२७ / १ | बटुक भैरवआमरणपूजन विधि वन-प्रतिष्ठा विधि २७३३ ७५०५/४२४७ २७३० ४०७९/१९३६ २७३४ १३९९/८९९ ३१७/२८८ २७३२ ७५४४/४२५९ २७३८ ५०८/४९९ १३३४/८८२ १७५९/११६० २७३५ २०५६/८०१ २७३६ ६६९०/३७३४ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ का नाम वटसावित्रीव्रत वर्धापनकर्म ३ वर्षारिष्टशान्ति हिकान्यास वाक्पूजन वार्षिक श्राद्धप्रयोग वासिष्ठी २७३७ ५५१/५४१/४९७ वासुं पद्धति वासुदेव भट्टी (य) ग्रन्थकार १७०३/११०६ वास्तुशान्ति वासिष्ठी ग्रहशान्तिविधि वसिष्ठ ४ 1 शङ्कराचार्य उर्वीधर इन्द्रजित शर्मा टीकाकार ५ | - T 1 I 1 आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि देशी कागज ७ नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी देसी नागरी कागज नागरी नागरी नागरी Page #460 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड ४५१ विशेष विवरण आकार (से० मी०) ८ (क) पंक्ति | अक्षर| दशा/परिमाण । लिपिकाल प्र० पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) ८ (ख) ८ (ग) ८(घ) ९ | पूर्ण/२० ३४२३ २४१० | पूर्ण/५२ ३४१२ | ३२ | पूर्ण/२०० | १९०९ वि० | वृक्षारोपणादि विधि का वर्णन (शाके १७७४) | १४ | ९ | २४ | अपूर्ण/८४.५ / - आदित्यपुराणोक्त जन्मदिवस मनाने की विधि ६४ ११.५ ५४३० २. ३२ | ४० | पूर्ण/८० ८४१३ २६ | १० | २० पूर्ण/१६२.५ ५४२० १८ | १६ | पूर्ण/९ १७८५ श० १४१२ ८ | ३६ | पूर्ण/७२ १९३०वि० (फाल्गुनकृ०१) ०x१२ ४० | १२ | ५६ / अपूर्ण ८४० ५४१४.५ २४ | १२ | २७ / पूर्ण/२४३ । १९०४ वि० (शाके १७६९) १४१२ ९ | २४ | अपूर्ण/३०४ १६६५ श० ९४१४ १९ | १० | २५ पूर्ण १३९ ०४१३ २६ | ११ | ४८ पूर्ण/४२९ -मनाया Page #461 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४५२ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची . क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २७३९ | | ३७९९/१९०३ | विशञ्चतुर्विंशतिकापूजा देसी | नागरी कागज २७४० - ३५७०/१८५०.१ | विग्रहशान्ति नागरी देसी कागज २७४१ | ५७८/५८८/५३२ | विजयादशमी शरूपूजन नागरी देसी कागज २७४२ | ७३५८/४१६६ | विजयादशम्यादि पूजा देसी । नागरी कागज २७४३ - ७२३३/४०९० | विद्यामानसपूजा । शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज २७४४ | ६७/६१ विद्यार्चनपद्धति देसी । नागरी कागज २७४५ | ७२८६/४१२९ । विद्योपास्ति महानिधि | शिवरामप्रकाश नागरी देसी कागज २७४६ | ६४०९/३५०८ | विन्ध्यापराधप्रायश्चित्त देसी कागज २७४७ । ३९५/३५८ विवाहकर्म देसी । नागरी कागज २७४८ | ४२०/३७९ विवाहपद्धति नागरी देसी कागज २७४९ | ११९६/८४४ । विवाहपद्धति देसी । नागरी कागज २७५० | १४३२/९०९ । विवाहपद्धति देसी कागज नागरी नागरी २७५१ | १८२३/१२२३ | विवाहपद्धति देसी कागज Page #462 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड ४५३ लिपिकाल विशेष विवरण आकार - (से० मी०) ८ (क) . पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण पृ०सं० प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में) ८(ख) २३ ५४१५ ११ | २८ | पूर्ण/२३८७ | १७७९ वि० २७४१० | पूर्ण/३३९ २१.५/२५९.५ | १४ | ९ | २६ | अपूर्ण/१०३ १९x११ १० | २५ | पूर्ण/४७ १७.४४१२.४ पूर्ण/४० १७४९.५ | पूर्ण/४३० ३३ ५४ २० ७ । | पूर्ण/७६८६ |१८६१ वि० । 'कुलार्णवतन्त्र' का एक अंश जिसमें (चैत्र शुक्ल ३ | देवी की तान्त्रिक आराधना विधि गुरौ) निरूपित है १९६१ वि० (जेष्ठकृष्ण १२) २४.५ ११ | २० | पूर्ण/२०२ १७४१३ १८ पूर्ण/२४१ | १८६० वि० (श्रावण कृष्णपक्ष ३ भृगु०) विवाह-संस्कार का विस्तृत उल्लेख २.४१२ | २९ | अपूर्ण २८३ २१x१३.५ || २८ | अपूर्ण/५३५ २१.५४९ ५८ ७ | २२ | पूर्ण/२७९ आद्यन्त विवाहपद्धति का प्रति-पादन किया गया है-न कहीं ग्रन्थ का और न ग्रन्थकार का ही नामोल्लेख हुआ है २३४१२ ९२ | ८ | २६ | अपूर्ण/६२३ Page #463 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४५४ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि १२ २७५२ | १८०७/१५१५ । | विवाहपद्धति देसी । | नागरी कागज २७५३ | २८६७/१५२९ । विवाहपद्धति देसी - नागरी कागज २७५४ | २८७०/१५२९ । विवाहपद्धति नागरी देसी कागज २७५५ | १३८४/८९८ विवाहप्रकरण नागरी देसी कागज २७५६ | ५३५/४८१ | विवाहविधि नागरी देसी कागज २७५७ | ३५८८/१८५५/१ | विष्णुपूजन देसी नागरी कागज २७५८ | ३१४१/१६१३ विष्णुपूजनविधि नागरी देसी कागज २७५६ | ४५७/४४८/४१६ | विष्णुशिव-पूजन-विधि नागरी देसी कागज |३६३४.६/१८६३ । वीरपूजन-विधि देसी नागरी कागज २७६१ | १३१७/८८२ । वेदोक्त शिवार्चन पद्धति देसी कागज नागरी २७६२ ३८०२/१/१९३५/१/ वैश्वदेवकर्म नागरी देसी कागज २७६३ | १३००/८७७ वैश्वदेव-विधि नागरी देसी कागज २७६४ | ६४५५/१८४० वैश्वदेव-होम नागरी देसी कागज Page #464 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड आकार (से० मी०) पृ० सं० पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल प्र० पृ० प्र०पं० (अनु० छन्द में) विशेष विवरण ८ (क) ८ (ग) ८ (घ) २३४१२ ८ | २६ अपूर्ण/६२३ १५.५४११ २०६ | १२ | २९ | अपूर्ण/२२४० ११x१२.८ ९ १३ | पूर्ण/१८८ २१४११ | अपूर्ण/१८ २८.९x१२ ८ | ३७ पूर्ण/४३५ १८९८ वि० ३६४१४ ८ | २६ | अपूर्ण/५२ १८५३ वि० (कार्तिक शु० प०४चन्द्रवार) १६ ५४१२.८ | १२ | १० | १७ | अपूर्ण/६४ २१.५४१५ । १२ | ९ | १६ | अपूर्ण/५४ १८x१३ १/२ ९ | १६ | अपूर्ण/४०५ १३४ २१ २४ | १६ | पूर्ण/१२ २७४१३ पूर्ण/२०४ वैदिक मन्त्रों सहित शिवार्चन विधि २१४ १२ पूर्ण/३० २४४१०.५ - २ | ११ | ४४ | पूर्ण/३० Page #465 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २ २७६५ / ६९१०/३८९९ वैष्णोदेवी-पूजन नागरी देसी कागज २७६६ | १४१८/९०४ व्रतार्क नागरी देसी कागज २७६७ | ७५००/३५८५ व्रतार्क शंकर भट्ट नागरी देसी कागज २७६८ ३८३९. १/१९५९.१ शक्तिकुमारी पूजन नागरी देसी कागज २७६९ | १४८/१४० | शक्तिपूजन नागरी देसी कागज २७७० | ५०२/४९३/४५६ | शक्तिशोधन नागरी देसी कागज २७७१ | ५९४/६०५/५४७ शतचण्डी सहस्त्रचण्डी विधि देसी | नागरी कागज २७७२ । ६७६५३८०२ | शनिजाप नागरी देसी कागज २७७३ | ६७१०/३७५४ | शनिनाम देसी कागज २७७४ / ५८९२/३०५९ शमीपूजन-विधि देसी । नागरी कागज २७७५ । १०७८/८०६ । शान्तिपाठ नागरी देसी कागज २७७६ | १३३१/८८२ शान्तिपाठ देसी कागज २७७७ : २४४२/१/१४३१ | शान्तिप्रदोष व्रतविधि नागरी देसी कागज Page #466 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ... कर्मकाण्ड विशेष विवरण आकार (से० मी.) .८ (क) १४४११ पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण । प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में), ' ८ (ख) ८(ग) ८(घ) ९ . ११ १० पूर्ण/२४ १० ___११ २७.५४१२ १० / ३४ ' पूर्ण/६७७९ विभिन्न महीनों की विभिन्न तिथियों पर पड़ने वाले व्रतों का विस्तृत विवेचन किया गया है ३०४१८ | ३२ अपूर्ण/३५२ २२४९/५ ८ | २८ | अपूर्ण/८४ २१x११ शत्रु-विनाश के लिए प्रस्थानोद्यत वीर की पूजाविधि का विवेचन शक्ति की पञ्चमकारी साधना में मैथुनी साधनाविधि २३ ४ १२ ___९ | ३२ | पूर्ण/४५ २२.५४११.५ | अपूर्ण/२६४ | १८९४ वि० (१७५९शाके, आषाढशु०४) १४४१० पूर्ण/२१ २३४११ अपूर्ण/२० २५.५१०.८ | ३ | पूर्ण/३० - २२.५४१४.५ । २३ २६ ४ ११.५ - २ | ११ | ३२ | पूर्ण/२२ | १८८३वि० (आ० शु०) १८८१ वि० (शनिवार आद्यपक्ष) २२.६४१०.८ | ३ | १० | ३२ पूर्ण/३० Page #467 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४५८ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० | ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि ३ २७७८ | ४२९१.१/२०१३ | शान्तिप्रारम्भ नागरी देसी कागज २७७९ १५०९/९३२ शान्तिमयूख नीलकण्ठ देसी नागरी कागज २७८० १४२३/९०६ शान्तिरत्न कमलाकर भट्ट नागरी देसी कागज २७८१ ११९५/८४४ शान्तिसार दिनकर भट्ट नागरी देसी कागज २७८२ ३९६३/१९२४ | शारदी नवरात्रिपूजा देसी | नागरी कागज २७८३ ६४८०/३५६३ शिवपञ्चाक्षरमन्त्र देसी | नागरी कागज २७८४ | ५४८/५३८/४९४ | शिवपूजन विधि नागरी देसी कागज २७८५ | ३८८४.१/१९८५ । शिवपूजनविधि देसी नागरी कागज २७८६ | ६२२१/३३३६ | शिवपूजनविधि देसी नागरी कागज २७८७ २८१८/१५१७ | शिवपूजाविधि देसी कागज नागरी २७८८ | १६९० शिवप्रतिष्ठाविधि मूलनारायण नागरी देसी कागज २७८९ | ५४०/४८६ | शिवमानसीपूजा शङ्कराचार्य नागरी देसी कागज २७९० ३४४५/१८३० शिवमानसोपूजा देसी कागज नागरी Page #468 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड ४५९ लिपिकाल विशेष विवरण आकार (से० मी०) ८ (क) पसं० पंक्ति ] अक्षर दशा/परिमाण प्र० पृ०प्र०५० (अनु० छन्द में) (ख) __ ११ २९४१७ २४ | अपूर्ण/३२ १९२७ वि० ३६४१० . २५४११.१ | अपूर्ण/ १४९८ अनिष्टनिवारण तथा पापशान्ति विषयक पौराणिक विधियों का संग्रह २८६ १० | ४४ | अपूर्ण/३८३३ | १८२५वि० | भूकम्पादि दैवी आपदाओं की शान्ति का उपाय प्रतिपादित है। प्रारम्भ के ११८ पत्र अनुपलब्ध हैं | ३४२| १३ | २६ | पूर्ण/३६१२ ग्रह-वास्तु-दर्श-पल्ली-कपोतादिशान्तियों का सविधि निरूपण | १४ | १० | ३२ | अपूर्ण/१४० २४.३४१७ १८x११ १९९१३ ८ | १२ | पूर्ण/६ १८.५४१०.३ पूर्ण/१७१ २४४११ ७ | ३२ | पूर्ण/१८२ २३.२४११.६ | २ | ८ | २७ | अपूर्ण/१४ २७४१२.५ | ९ | २८ | पूर्ण/९४ २६४११ | ९ | ३२ | अपूर्ण/३४२ १५४९ ७ ४ | १२ | पूर्ण/१० । । १ | १८२५ वि. (श्रावणसुदि३) १६.८x१०.५ / २ | ७ | २० | पूर्ण/८ Page #469 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४६० संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार | आधार | लिपि | ६४२८/३५२५ शिवरात्रिव्रत | नागरी कागज देसी २७९२ | १५९३/९९९ शिवार्चनचन्द्रिका निवास भट्ट नागरी देसी कागज २७९३ | २५०२/१४४४ | शिवार्चनपद्धति देसी | नागरी कागज २७९४ | १८७८/१२६९ शिवार्चनविधि देसी कागज नागरी २७९५ १३८५/८९८ । शुद्धिविवेक रुद्रधर नागरी देसी कागज २७९६ - ४२४/३८४ श्यामापद्धति देसी | नागरी कागज २७९७ | १३७७.२/८९८ | श्राद्धकर्म देसी कागज नागरी नागरी २७९८ | ७१०३/४००१ | श्राद्धचन्द्रिका दिवाकर भट्ट देसी कागज नागरी २७९९ | १३९५/८९९ श्राद्धनिर्णय देसी नागरी कागज १४००/८९९ श्राद्धपद्धति देसी । नागरी कागज २८०१ | २८२६/१५२० । श्राद्धपद्धति देसी नागरी कागज २८०२ | २९२४/१५४३ | श्राद्धपद्धति देसी नागरी कागज २८०३ | २९५२/१५५३ श्राद्धपद्धति देसी | मागरी कागज Page #470 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आकार ( से० मी०) ८ (क) ३२ १२.५ २२x९ २५x१४ १५x१० २८x१२ २६४१२ २७.२४११ २५x१३.५ २७×१२ २६×१२ २१.२ x १२ २६.५ × १७.३ २८.३×१४.३ पृ० सं० ८ (ख) ८ (ग) ८ (घ) ४ १६३ १४ १२ १८६ | ८९. ७ ६२ पंक्ति अक्षर | दशा / परिमाण प्र० पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में ) ९ २५ ४५ ८ २४ S १३ ७ २४२ १० ८ ३ १० ९ ७ ९ ९. १३ १२ ३० २४ अपूर्ण / ६११ ३२ पूर्ण / १८२ १४ पूर्ण / ३७ ३७ पूर्ण / ३० ३९ पूर्ण / १८१४ ३६ कर्मकाण्ड २० ४० ११ ३२ अपूर्ण / ९२६ अपूर्ण / ५५ पूर्ण / १५१२ पूर्ण / ३७५ ३२ | पूर्ण/ ५५८ २४ पूर्ण / १६८ अपूर्ण / २०१ अपूर्ण / २८८ लिपिकाल १० विशेष विवरण ११ तीन परिच्छेदों के इस ग्रन्थ में जन्म, मरण, वर्णादिगत अशुद्धियों ( श्रशोचों शुद्ध पाने के उपायों) तथा अधिकारियों आदि का वर्णन किया गया है। प्रमाणरूप में प्राचीन धर्मशास्त्रग्रन्थों के उद्धरण दिए गए हैं। अति प्राचीन देवी की तान्त्रिक अर्चनाविधि तथा कालीसहस्रनाम १८४६ वि० ( बैशाख २ ) 3 १८५० वि० ( श्रावण कृष्ण पितृ श्राद्धविषयक श्रेष्ठ ग्रन्थ (२ गुरुवार) ४६१ १९१०वि० | दाहसंस्कार से लेकर द्वादशाह की सपिण्डीकरण तक की श्राद्ध प्रक्रिया Page #471 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २८०४ ७१६९/४०३६ श्राद्धप्रतिक्रमण सूत्रवृत्ति | गणधर नागरी देसी कागज २८०५ | १२९९/८७७ | श्राद्धमयूख देसी कागज नागरी | ३७०/३३९ श्राद्धविधि देसी कागज नागरी २८०७ | ५५२/५६२/५०८ | श्राद्धविधि नागरी देसी कागज २८०८ | १४०१/८९९ श्राद्धविधि नागरी कागज २८०९ / २८७२/१५२९ | श्राद्धविधि रामकृष्ण नागरी देसी कागज २८१० ३३०८.१/१७०६.१ श्राद्धविधि । नागरी देसी कागज २८११ ३४२३.२/१८२३.१) श्राद्धविधि नागरी देसी कागज . २८१२ ३७८८.१/१९३०.१ श्राद्धविधि नागरी देसी । कागज २८१३ | २५९०/२४०१ | श्राद्धविधि देसी कागज २८१४ | १३१२/८८१ | श्राद्धविवेक रुद्रधर | नागरी देसी कागज २८१५ | १३७९/८९८ श्राद्धविवेक रुद्रघर देसी कागज २८१६ | १४६४/९१९ श्राद्धविवेक देसी नागरी कागज Page #472 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड आकार (से० मी०) ____८ (क) विशेष विवरण पृ०सं० पंक्ति अक्षर | दशा/परिमाण प्र० पृ०प्र०५० (अनु० छन्द में) लिपिकाल १५.६४१०.६ | १५ | ६० | अपूर्ण/१७०३ २८४१२ ११ | ४० | अपूर्ण/ ९६ २५४१३ | २० | अपूर्ण/१४० १७७५वि. १९ ५४९ ३२ | अपूर्ण/९९ २५४११ ९ ४८ | अपूर्ण/४५६ | १६३५वि० | लिपिकाल की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण २२४१३ | २८, ९, २५ | पूर्ण/१९७ २४.५४११.७ ६ | २० | अपूर्ण/६३ २२४१३ ९ | १६ | पूर्ण/९४,५ १७४१० | ३० | पूर्ण/१०५ २१४१३ | अपूर्ण/३४५ ३४४९ ७ | ४८ पूर्ण/१०२९ | १८०१ वि० सर्वविधि श्राद्धसामग्री तथा काल आदि का निरूपण २७.६४१२ ८ | ३९ | पूर्ण/३०६२ श्राद्धकर्म का विशद विवेचन प्रस्तुत किया गया है। ग्रन्थ जीर्ण है तथा कुछ पत्र खण्डित हैं २४.५४९.८ । ९७ | ८ | ३५ / अपूर्ण/८४८ Page #473 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४६४ .. संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २८१७ | ६२७६/३३७९ | श्राद्धसंकल्प नागरी देसी कागज २८१८ / ६३९६/३४९५ | श्राद्धसंकल्प नागरी देसी कागज २८१९ | १३०२/८७८ श्राद्धसूत्र कात्यायन देसी कागज नागरी २८२० | ७४५९/४२३३ श्रावणद्वादशीपूजा नागरी देसी कागज २८२१ ८२०/८३६ श्रावणीप्रयोग देसी नागरी कागज २८२२ २६०२/१४६५ | श्रीकृष्णद्वादशाक्षर मन्त्र देसी नागरी कागज २८२३ | ३८५/३५१ श्रीचक्रपूजनविधि देसी | नाग नागरी कागज २८२४ | १०५/९७ श्रुतिपात्रवन्दन नागरी देसी कागज २८२५ | २५२८/१४४९ | षडंगपाठ नागरी देसी कागज २८२६ ३४१७.१/१८१७.१ षडंगरुद्रजाप्य । नागरी देसी कागज २८२७ | ७२२०/४०८१ | षोडशोपचारपूजन देसी | नागरी कागज २८२८ | ३३९२/१७८१ | षोडशोपचारपूजनविधि देसी नागरी कागज २८२९ । ७३७१/४५७८------ संकल्पविधि नागरी देसी कागज Page #474 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण विशेष विवरण आकार (से० मी०) ८ (क) पंक्ति अक्षर | दशा/परिमाण प्र०पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में (ख) ८(ग) ८(घ) ८ | १५ | पूर्ण/१३४ २१.५४१०.५ २६४११ ७ | २० पूर्ण/१८८ २६४११ पूर्ण/७२ १७६६ शक १३४२३ | पूर्ण/२० २२.५४११ पूर्ण/२९५ १३ ४२०.५ | १७ | पूर्ण/२००५ २२४११ । ९ ३२ | अपूर्ण/१५३ शेवसम्प्रदाय १४.५४११.२ १५ | पूर्ण/३४ २१४१३ १६ | ९ | २५ | पूर्ण/११२.५ २२४१० १० | २४ | अपूर्ण/१०५ १६.३४१६ | १२ | अपूर्ण/३० १२४८.५ | ३ | ११ | अपूर्ण/४ २२.५४ १२.२ | १६ | १३ | ३४ अपूर्ण/२२१ | १६४८ वि० लिपिकाल की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण Page #475 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्वों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २५७८/१४६० संकष्टव्रतकथापूजा नागरी देसी कागज २८३१ । १०४२/७९८ संक्षेपदपंण-विधि देसी | नागरी कागज २८३२ | ५९५०/३१०८ | संक्षेपस्थालीपाक देसी | नागरी कागज २८३३ | ३१५२/१२१५ सन्यासपद्धति देसी | नागरी कागज २८३४ | १२०१/८४४ | संस्कारपद्धति | नागरी देसी कागज २८३५ / २८६८/१५२९ | संस्कारविधि देसी कागज नागरी २८३६ | ३४३३/१८१८ । संस्कारविधि देसी कागज नागरी २८३७ / ३८८५ - १/१९८६ / संस्कारविधि नागरी देसी कागज २८३८ / ६०७८/३२१२ संस्कारविधि नागरी देसी कागज २८३९ | ६४८९/३५७३ संस्कारविधि नागरी कागज २८४० | १७०९/१११० | संस्कार वैश्वदेवनामानि नागरी देसी कागज २८४१ / ७२७७/४१२६ | सत्यनारायणपूजनविधि देसी । नांगरी कागज २८४२ / १८०२/१२०३ | सत्यनारायणपूजाविधि नागरी देसी कागज Page #476 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड ४६७ लिपिकाल विशेष विवरण आकार (से० मी.) ८ (क) पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण प्र० पू०प्र० पं० (अनु० छन्द में) (ख) ८ (ग) ८(घ) १५४९ | पूर्ण/१८५ २०४१४.५ १० | २० | पूर्ण/६ १९४४ (भाद्रपद) २३.४४११.५ । १० १३ | ३२ पूर्ण/१३० २७४११.५ | पूर्ण/३२१ १७७३वि० (कार्तिक शुक्ल अष्टमीभृगु०) २७.५४१८.५ १०१ | १३ | ३२ | अपूर्ण/१३१३ २०४१४ ८ १७ पूर्ण/२५५ २४४९ ८, २४ | अपूर्ण/८४ २२४१४ | २४ अपूर्ण/१० ११४१३.७ ९ | १२ | अपूर्ण/१८२ २०.५४१०.५ । १० | अपूर्ण/१३५ २९४११ | पूर्ण/७०२ ३५४१३.५ ६ | ३६ | अपूर्ण/५४ १८४१६.५ २४ | १२ | १८ | पूर्ण/१६२ १९६६ वि० (भृगुवार) Page #477 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४६८ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थसं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २८४३ / ३१२३/१६१० | सत्यनारायणपूजाविधि देसी कागज नागरी २८४४ | २५४८.१/१४५३ | सन्ध्या . देसी | नागरी कागज २८४५ / ७५८४/४२५७ सन्ध्या नागरी देसी कागज २८४६ | ४३८/३९८ सन्ध्यात्रयपद्धति बुद्धिराज देसी नागरी कागज २८४७ | १४२७/९०८ सन्ध्यापद्धति देसी | नागरी कागज २८४८ | ६९७१/३९२३ सन्ध्यापद्धति नागरी देसी कागज २८४९ | ३८२/३४८ सन्ध्याप्रयोग देसी कागज नागरी २८५० १५७३/९७९ सन्ध्याप्रयोग नागरी देसी कागज २८५१ ३३२१/१७१७ सन्ध्याप्रयोग नागरी देसी कागज २८५२ | ७/५ सन्ध्याविधि | नागरी देसी कागज २८५३ | ११३/१०५ सन्ध्याविधि देसी | नागरी कागज २८५४ | २१९/२०८ सन्ध्याविधि नागरी देसी कागज २८५५ / २३५/२२४ : सन्ध्याविधि देसी कागज नागरी Page #478 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड विशेष विवरण आकार (से० मी०) __८ (क) पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण लिपिकाल प्र. पृ०प्र०५० (अनु० छन्द में) (ख) ८ (ग) ८(घ) ११ ३२४१२ ७ | ३० | पूर्ण/२५६ सुलिपि १८४९.२ | १६ | अपूर्ण/२४ १६४१० | १५ | पूर्ण/४८ १८४१३ ७६ | १० | २ १९२३वि० (आश्विन शुक्ल५ शनि) १८९६ वि० २३४१०.५ ८ | २७ | पूर्ण/१५५ सुलिपि ८.५४११.५ | अपूर्ण/४४ १६.५४१२ । २० | पूर्ण/७५ १३.५४११.५ । | पूर्ण/५६ २९x१२ | ३० | पूर्ण/५० १६४११ १४ | पूर्ण/४६ १५४१० पूर्ण/४९ तान्त्रिक ढंग से सन्ध्याविधि का विवेचन १४.५४१० २६ | ८ | १६ | पूर्ण/१०४ २२४१२ | १७ | ११ | २५ | पूर्ण/ १२३ १८५२ वि० (कार्तिककृ० १४ भौमवासरे) Page #479 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४७० क्रम सं० ग्रन्थ सं ० / वेष्टन सं० १ २८५६ ३५८/३२८ २८५७ २ ४०२/३६३ २८६० ५३७/५४७ / ४९३ २८६१ २४१५/१४२४ २८६३ २८५८ ४६४/४५५/४२३ सन्ध्याविधि २८६२ २४९९/१४४३ २८५९ ४९२/४८३/४४६ सन्ध्याविधि २८६५ संस्कृत - प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ का नाम ३१७७ / १६२१ सन्ध्याविधि सन्ध्याविधि सन्ध्याविधि सन्ध्याविधि सन्ध्याविधि सन्ध्याविधि २८६४ ३५४७/१८४६.१ सन्ध्याविधि ३६२० /१८६०.१ सन्ध्याविधि २८६६ ३६२०.१/१८६०.१ सन्ध्याविधि २८६७ ३८२६१ / १९४८.१ | सन्ध्याविधि ३ २८६८ ६८१२/३८४२ सन्ध्याविधि ग्रन्थकार ४ I I टीकाकार ५ 1 | 1 1 आधार ६ देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज देसी कागज लिपि ७ देशी कागज नागरी नागरी देसी नागरी कागज नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी नागरी देसी नागरी कागज नागरी Page #480 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड ४७१ आकार (से० मी०) लिपिकाल विशेष विवरण __८ (क)_(ख) ट(ग) |पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण प्र० पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) ८(ग) ८(घ) ९ १६ | अपूर्ण/८० १७४१२ १५४१० | अपूर्ण/३० १३४९ | अपूर्ण/१२० १५४१० | पूर्ण/९० १९४२ वि.] २२४१०.४ २८ | पूर्ण/७७ २०४१४ | १८ | पूर्ण/१४२ १८.५४१० ५८ | ९ | २४ | अपूर्ण/३९१.५ १९९३ वि० (ज्येष्ठसुदि ३ बुधवार) १९१४ वि. (शाके १७८० आषाढशुक्ल ११ बुधवार) १४४११ | २६ | ८ | १२ | पूर्ण/७८ १६४७.९ १६ | पूर्ण/११७ २१४१०.५ २३ | पूर्ण/२८ २३ ४ ११.३ | ८ | ९ | २८ | पूर्ण/६३ १३४९ | १६ | ६ | १६ | अपूर्ण/४८ १५४९ २ ८ | ५ | १६ | पूर्ण/७० Page #481 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २ २८६९ । ६९०६/३८९९ सप्तपदी नागरी कागज २८७० ६१४३/२६४ सप्तशतिकापुस्तकपूजन नागरी देसी कागज २८९/२६३ सप्तशतीपाठविधि नागरी देसी कागज २८७२ । ६२१३/३३२८ । सप्तशतीपाठविधि देसी नागरी कागज २८७३ | २६९३/१४८९ । सप्तशतीपूजनविधि नागरी देसी कागज २८७४ | ३९१७.३/१९९८) सप्तशतीविधान नागरी देसी कागज २८७५ । ५९२६/३०८६ सप्तशतीविधि नागरी देसी कागज २८७६ | १५९८१८५६.१ | सप्तशालिहोमविधि नागरी देसी कागज २८७७ । ६७४३/३७८६ समावर्तनप्रयोग नागरी देसी कागज २८७८ / ६९०७/३८९९ समुद्धर्तपाटी नागरी देसी कागज २८७९ | ३१६५/१६१९ | सम्प्रदायप्रदीप विष्णुस्वामी देसी नागरी कागज २८८० | १७००/११०३ सर्वतोभद्रनामानि नागरी कागज २८८१ / १२०० . १/८४४ । सर्वतोभद्रमण्डलपूजन नागरी देसी कागज Page #482 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड ४७३ लिपिकाल विशेष विवरण आकार (से० मी०) ८ (क) . पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण प्र० पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में) (ख) ८(ग) ८(घ) ९ ११ | १० | पूर्ण/१० १४४११ १४.५४९.८ | अपूर्ण/६ पूर्ण/७६ १६४११.५ १९३० वि० (पौष ६ गुरुवार) | २० | अपूर्ण/८ १८.५४८.५ १० | २० | अपूर्ण/२२५ १७४१२ ९ | १६ | अपूर्ण/१८ १६४१२ ११ / ४० | पूर्ण/२६१ २१.३४९.८ | १९१८ वि० (श्रावण१३) | १५ | पूर्ण/६३ २१.५४१३ १९१६ वि० (श्रावणकृष्ण३ रविवार पूर्ण/१७१ १९४११ | पूर्ण/१० १४४११ १८ | ३६ | अपूर्ण/७८९ पुष्टिमार्गीय ३०४१७.६ ३७ | १६ | पूर्ण/३७ ४३४१७ | ९, ८ | २४ | अपूर्ण/५४ २५.५४१२.५ Page #483 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४७४ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार | आधार लिपि ३८५७.१/१९७०.१ सर्वदेवपूजनविधि नागरी देसी कागज २८८३ / ९०८/९२५/७६६ सर्वमंगलापारायण देसी नागरी कागज २८८४ | २७४१/१४९८ । सवत्सापूजाविधि - नागरी देसी कागज १८३/१७५ साधारणप्रायश्चित्तप्रयोग | नीलकण्ठ भद्र नागरी देसी कागज ३७२/३४१ सामवेदोक्ततर्पणविधि नागरी कागज २८८७ । ६६६६/३७१२ | सायंसन्ध्याविधि वेसी नागरी कागज २८८८ ६४२२/३५२१ सिद्धचक्रपूजाविधि नागरी कागज ६४२३/३५२१ सिद्धचक्राष्टप्रकारी पूजा देसी । नागरी कागज ६५९९/३४४६ | सिद्धसिद्धान्तपद्धति नित्यनाथ सिद्ध नागरी देसी कागज २८९१ | ३९६३/१९२४. सिद्धिविनायकपूजा देसी कागज नागरी २८९२ | ४२६७/२००७ सिद्धिब्याख्या विट्ठल दीक्षित देसी नागरी कागज २८९३ २३१८/१४०५ सुमुखीपूजन देसी कागज नागरी २८९४ | ६६६५/३७११ सूक्तविधि देसी कागज नागरी Page #484 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड आकार लिपिकाल विशेष विवरण (से० मी०) ८ (क) २३.५४११ पंक्ति |अक्षर । दशा/परिमाण प्र० पृ०प्र०५० (अनु० छन्द में) (ख) ८ (ग) ८(घ) | १०१/ १० / ३१ | पूर्ण/९७८ १७.५४१२.५ । २७४१३.३ पूर्ण/१२९ २४.५४११.५ | पूर्ण/७२ २४४१३ ३१ | अपूर्ण/२७ ११४२२ २० | १६ | पूर्ण/१० २५४११ अपूर्ण/३९४ २५४११ पूर्ण/११ २९४११ १० | १६ | पूर्ण/१९० सिद्धसम्प्रदायसम्बन्धित तान्त्रिकग्रंथ १५४११ णे/१०८ १८७३वि० २७.१४१२.२ पूर्ण/८४८ -. . १३४१६ १२ | १६ | अपूर्ण/६० तान्त्रिक शक्तिउपासनानिरूपण १८४१२ | ९| ८ | १६ | पूर्ण/३६ १९४१वि० Page #485 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार लिपि २८९५ / ६७६९/३८०५ सूर्यपूजनविधि देसी कागज नागरी २८९६ | १६१/१५४ सूर्यादिनवग्रहन्यासध्यान देसी नागरी कागज ७५०३/४२४७ सोमवतीपूजा देसी | नागरी कागज | ३४२/३१४ सोमवतीव्रतपूजन नागरी देसी कागज २८९९६०४२/३१७६ सोमवत्यमावस्यापूजाविधि - नागरी देसी कागज २९०० ९२५/९४२/७६८ | सौभाग्यरत्नाकर विद्यानन्दनाथ देसी कागज नागरी २९०१ | ५९३२/३०९० | स्थालीपाक देसी कागज | नागरी २९०२ | ६०४४/३१७८ स्थालीपाक देसी | नागरी कागज २९०३ | १३७७.८७८ स्नानविधि हरिहर देसी मागरी कागज २९०४ - १३९६/८९९ स्नानविधि कात्यायन देसी कागज नागरी २९०५ १६९१.१४११०९४.५ स्नानविधि कात्यायन नागरी देसी कागज २९०६ | ३४६२/१८४६ । स्नानविधि नागरी देसी कागज २९०७ ३८२७.१/१९४९.१/ स्नानविधि सन्व्याविधि नागरी देसी कागज Page #486 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड ४७७ विशेष विवरण आकार - पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण | लिपिकाल (से० मी०) प्र० पृ०प्र०५०(अनु० छन्द में) ___८ (क) — ८(ख) ८ (क) ८ (ख) ८ (ग) ८(घ) ९ १० १५४१० । ८ | २० | पूर्ण/१३५ १३४१० ८ | १५ | पूर्ण/७१ १८५० वि० (श्रावण शु०प०) १३४२३ २० | १६ | पूर्ण/४० १४.५.१० पूर्ण/६० १६ ३४१०.६ । १२ ७ | १९ । पूर्ण/५० १७४१२.५ अपूर्ण/२८० १८.५४११६ १२ | ३२ अपूर्ण/१०८ | ८ | २६ अपूर्ण/५९ २७.६४११.८ | २८ | ९ ३८ २७४११ ६ | ३२ | पूर्ण/३० २७.७४ ११.५। ७ ८ ३५ अपूर्ण/६१ १३४ १०.५ | १७ | ७ | १० पूर्ण/३७ १५४९. ५ ८ ७१६ पूर्ण/२८ Page #487 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४७८ संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित प्रन्यों की विवरणात्मक सूची ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकाल टीकाकार आधार लिपि क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० १२ २९०८ ३८३८.१/१९५८.१ | स्वच्छन्दपद्धति चिदानन्दनाथ देसी नागरी कागज ०९६५७९/३६३० । स्वप्नवाराही नागरी देसी कागज २९१० | ५५५।५६५।५११ : स्वस्तिवाचक (न) नागरी देसी कागज २९११ | ५०५।४९६।४५७ | स्वस्तिवाचन देसी नागरी कागज २९१२ ५८५/५९६/५३९ | स्वस्तिवाचन । नागी देसी कागज २९१३ । ८१५/८३१ स्वस्तिवाचन रामनारायण देसी नागरी कागज २९१४ | १२४९/८६२ स्वस्तिवाचन नागरी देसी कागज २९१५ । ३२८२/१६५५ । स्वस्तिवाचन नागरी देसी कागज २९१६ | ३६१९/१८६०.१ | स्वस्तिवाचन देसी | नागरी कागज २९१७ | ३६३५/१८६४.१ | स्वस्तिवाचन नागरी देसी कागज २९१८ ३८१०.१/१९३९.१ स्वस्तिवाचन नागरी देसी कागज २९१९ | ६९०५/३८९९ : स्वस्तिवाचन नागरी देसी कागज २९२० | २४७६/१४३९ नागरी हनुमत्द्वादशाक्षरमन्त्र जपविधि देसी कागज Page #488 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड ४७९ आकार (से० मी०) पंक्ति अक्षर। दशा/परिमाण लिपिकाल प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में) विशेष विवरण ___८(क) ८(क) ८ (ग) ८(घ) ܘ; ११ २०.३४९.३ क अपूर्ण/२४७ खण्डित १५४१०.५ पूर्ण/१४ २७४१२ १२ । १० पूर्ण/६० २६४१३ पूर्ण/८८ १५.५४ ११.५ | १७ | ९ | १६ | पूर्ण/७७ । १७.५४ ११.५ | ३९ | ५ | १२ | पूर्ण/७३ २७४१५ | १० | २८ | पूर्ण/८७५ १२४१४ | १२ | अपूर्ण/८८ २२४१०.५ ८ | ४० । अपूर्ण/७० १७.५४ १२.५ | २१ | ९ | १७ | पूर्ण/१००.५ | १८७६ वि० २२.३४ १४.२ | ८ | १४ | अपूर्ण/५९ १४४११ ८ | ११ | १० | पूर्ण/२७ १७.२४ १३.४ । ५ ९ | २० | पूर्ण/२८ Page #489 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४८० संस्कृत-प्राकृत हस्तलिखित ग्रन्थों की विवरणात्मक सूची क्रम सं० ग्रन्थ सं०/वेष्टन सं० ग्रन्थ का नाम ग्रन्थकार टीकाकार आधार | लिपि १ २९२१ | ३९७२/१९२८ | हनुमत्पूजाविधि नागरी देसी कागज २९२२ | ७३४९/४१६१ हनुमद्दीपदान नागरी देसी कागज २९२३ । १०७१.१/८०५ हेमाद्रिप्रयोग नागरी देसी कागज २९२४ | २४४९/१४३३ हेमाद्रिप्रयोग देसी । नागरी कागज २९२५२५५९/१४५६ हेमाद्रिप्रयोग देसी । नागरी कागज २९२६ २४५/२३४ होमपद्धति नागरी देसी कागज २९२७ । २५९/२४५ होमविधि । नागरी देसी कागज २९२८ ४४४/४३५(१)४०३, होमविधि नागरी देसी कागज Page #490 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर्मकाण्ड आकार (से० मी०) प०सं विशेष विवरण ८ (क) दशा/परिमाण प्र० पं० (अनु० छन्द में) लिपिकाल (ख) ८(ग) ट(घ) ९ १८ | पूर्ण/३६ १८८७ वि० १० १६४१३ १६.४४१० | ८ | २० | अपूर्ण/६० २५४१४ २८ पूर्ण/५८ २९x१४ २६.५४११.५ | अपूर्ण/५७ २५४१०.५ | १० | ३४ | अपूर्ण/३३९ | १८७५वि० (१७३०शक) १२४९ | ३ | ६ | १२ | अपूर्ण/७ ५ १/२४१० १/२ ५२ | ७ | १६ | पूर्ण/१८२ Page #491 --------------------------------------------------------------------------  Page #492 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ग्रन्थनामानुक्रमणिका अक्षय नवमी माहात्म्य--१५८ अनन्त' व्रत कथा तथा पूजन-३७४ अक्षय नवमी विधि-३७२ अनन्त व्रत पूजा विधि-३७४ अक्षय नवमी व्रत कथा--१८६ अनशन विधि-३७४ अक्षय नवमी व्रत कथा विधि--३७२ अनुक्रमणिका-२ अगस्त्य कथा-१८६ अनुस्मृति--२१२, २१४ अगस्त्य ऋषि कथा--१८६ अनुस्मृति स्तोत्र--२१२ अगस्त्य जन्मार्च विधान-३७२ अन्तःकरण प्रबोध--१६ अगस्त्यर्घदान विधि-३७२ अन्त्येष्टि निर्णय-३७४ अगस्त्यर्ध व्रत कथा-१८६ अन्त्येष्टि पद्धति-३७४. अगस्त्य व्रत कथा--१८६ अन्त्येष्टि विधि--३७४ अग्नि पुराण--७४ अन्नकूट माहात्म्य-१५८ अग्नि पुराण सूची-७४ अन्नपूर्णा कथा-१८८ अग्निहोत्र विधि--३७२ अन्नपूर्णा कवच-११८ अग्न्युत्तार-२१२, ३७२ अन्नपूर्णा पटल-१५० अङ्गन्यास---३७२ अन्नपूर्णा मन्त्र नाम सहस्र स्तोत्र-२१४ अङ्गन्यास विधि--३७२ अन्नपूर्णा स्तोत्र-२१४ अचला सप्तमी व्रत कथा--१८६ अन्नपूर्णेश्वरी पूजा पद्धति-३७४ अचिन्त्य कौमुदी-१४ अन्नपूर्णेश्वरी स्तवराज स्तोत्र--२१४ अच्युताष्टक--९८ अन्वष्टका श्राद्ध पद्धति--३७४ अजपा गायत्री विधि--३७२ अपराजिता स्तोत्र-२१४ अज्ञान ध्वान्त दीपिका (प्रथम तथा सप्तम । अपराध क्षमापन स्तोत्र-२१६ प्रकाश)--१४ अपराध क्षमा स्तोत्र-२१४ अज्ञान बोधनी-१४ अपराध निरसन स्तोत्र--२१४ अज्ञान विमोचन स्तोत्र-२१२ अपराध भजन स्तोत्र--२१६ अथर्वण माहात्म्य-१५८ अपराध समापन स्तोत्र-२१६ अथर्वण रहस्य स्तोत्र-२१२ अपराध सुन्दर स्तोत्र-२१६ अदुःख नवमी व्रत--३७२ अपराध स्तोत्र--२१६ अद्वैत चिन्ता कौस्तुभ (टीका)-- १४, १६ अपरावत-३७४ अद्वैत दीपिका--१६ अपरोक्षानुभव (सटीक)- १६ . अद्वैत विवेक (द्वैत पद योजना-सटीक)-१६ अपरोक्षानुभूति--१६ अधिक मास-३७२ अपरोक्षानुभूति (सटीक)-१६ अधिक मास माहात्म्य--१५८ अपामार्जन स्तोत्र-२१६, २१८ अध्यात्म दीपिका-१६ अभिलाषाष्टक स्तोत्र-२१८ अध्यात्म स्तोत्र-२१२ अभिषेकानुक्रमणिका-३७४ अनन्त चतुर्दशी व्रत कथा, पाली तथा कदली व्रत-१८६ अम्बिका पञ्चरत्न--२१२ अनन्त देव कथा--१८६ अयोध्या माहात्म्य--१५८ अनन्त पूजन एवं व्रत कथा--१८८ अर्गला स्तुति-२१८ अनन्त पूजा-३७२ अर्गला स्तोत्र-२१८ अनन्त व्रत कथा-१८८ अर्चन विधि-३७४ Page #493 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अर्जन कवच-११८ अर्जुन गीता-४८ अर्जुन जयकारी मन्त्र विधि-३७६ अर्थ संग्रह-१६ अल्लोपनिषद्-४८ अवधूत गीता-४८ अशौच सम्प्रवृत्ति-३७६ अष्टपदी-२१८ अष्टश्राद्ध-३७६ अष्ट सौभाग्य व्रत कथा-१८८ अष्ट स्नान-३७६ अष्टाध्यायी मन्त्र-३७६ अष्टाभिधान पूजा--३७६ अष्टावक्र ग्रन्थावली-१६ अष्टावक्र दीपिका टीका-१६ आगमोक्त तर्पण-३७६ आगमोक्त तर्पण विधि-३७६ आग्रयण प्रयोग--३७६ आचार विधि--३७६ आचार शिरोभूषण-३७६ आचार्य नामावली-२१८ आत्मपूजा-१८, ३७६ आत्मबोध-१८ । आत्मबोध (सटीक)-१८ आत्मबोधोपनिषद्--४८ आदित्य माहात्म्य--१५८ आदित्यवार व्रत उद्यापन विधि--३७८ आदित्य हृदय स्तोत्र--२१८, २२०, २२२ आनन्द लहरी--२२२ आनन्दार्णव माहात्म्य--१५८ आपदुद्धार कवच--११८ आपदुद्धार बटुक भैरव स्तोत्र-२२२ आपदुद्धार स्तोत्र-२२२ आम्नाय पद्धति-३७८ आम्नाय स्तोत्र-२२२, २२४ (आरण्यक ग्रन्थ)-२ आर्या-२२४ आर्या द्वादश-२२४ आर्याद्वादशक-२२४ आर्या द्वितीया-२२४ आर्या सप्तक-२२४ आर्या स्तोत्र-२२४ आश्लेषा शान्ति-३७८ आश्वलायन गृह्य कर्म-३७८ आश्वलायन गृह्यसार प्रयोग-३७८ आश्वलायन गृह्य सूत्र-३७८ आश्वलायन श्रौत सूत्र-३७८ आषाढ़ कृष्ण योगिनी व्रत-१९० आषाढ़ शुक्ल एकादशी व्रत-१९० आह्निक-३७८ आह्निक चन्द्रिका-३७८ आह्निक लोथ-३७८ इतिहास समुच्चय-७४ इन्दिरा व्रत माहात्म्य-१५८ इन्द्राक्षी स्तुति-२२४ इन्द्राक्षी स्तोत्र-२२४ ईशावास्योपनिषद्-४८ ईशोपनिषद्-४८ उग्रतारा स्तोत्र-२२६ उच्चीष्ट माहात्म्य-१५८ उच्छिष्ट गणपति यन्त्र पूजन-३७८ उच्छिष्ट गणेश कवच-११८ उच्छिष्ट गणेश पटल-१५० उच्छिष्ट गणेश पूजन पद्धति-३८० उच्छिष्ट गणेश मन्त्र-३८० उच्छिष्ट गणेश सहस्रनाम-२२६ उच्छिष्ट चाण्डाली मन्त्र-३८० उच्छिष्ट चाण्डाली विधान-३८० उत्तर ज्ञानार्णव-३८० उत्सर्ग पद्धति-३८० उत्सर्जन उपाकर्म विधि-३८० उत्सर्जनोपाकरण कर्म-३८० उत्सर्जनोपाकर्म प्रयोग-३८० उत्सव निर्णय-३८० उदक शान्ति-३८० उपदेशसाहस्री (सटीक)-१८ उपनयन' प्रकरण-३८२ उपनयन विधि-३८२ उपनिषत्संग्रह-५० उपश्रुति लक्षण-३८२ उपस्थापन सहस्राक्षरी-२२६ उपाकर्म प्रयोग-३८२ उपाकर्म विधि-३८२ उपाकर्म शान्ति-३८२ उपाङ्गललिता पूजा-३८२ उपाङ्गललिता व्रत विधि-३८२ ऊर्ध्वपुण्ड्र स्तोत्र-२२६ ऋग्वेद संहिता-२ ऋणमोचन गणपति स्तोत्र-२२६ ऋणहर गणपति स्तोत्र-२२६ ऋणहर स्तोत्र-२२६ ऋतु काल विधान-३८२ Page #494 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ऋषिछन्द देवता न्यास-३८२ ऋषिपञ्चमी व्रत कथा-१९० ऋषि पञ्चमी व्रत पूजन-३८२ एकदण्डी संन्यासविधि-३८४ एकमुखी हनुमत्कवच-११८ एकवस्त्र स्नान विधि-३८४ एकश्लोकी भागवत-७४ एकश्लोकी विष्णुसहस्रनाम स्तोत्र-२२६ एकादश पात्र वन्दन-३८४ एकादश भक्तिद्धिनी-२२६ एकादशी माहात्म्य-१५८,१६०, १६२ एकादशी व्रत कथा-१९०, १९२ एकादशी व्रत माहात्म्य-१६२ एकादशी व्रतोद्यापन-३८४ एकादशी व्रतोद्यापन पद्धति-३८४ एकीभाव स्तोत्र-२२६ एकोद्दिष्ट श्राद्ध प्रयोग-३८४ एवकारवाद-१८ ऐतरेय ब्राह्मण-२ ऐतरेय ब्राह्मण संहिता-२ ऐतरेयोपनिषद्-५० ऐन्द्राक्षी स्तोत्र-२२६ ककारात्मक सहस्रनाम स्तोत्र-२२८ . कठोपनिषद्-५० कणमान्तर-३८४ कनकधारा लक्ष्मी स्तोत्र-२२८ कनकधारा स्तोत्र-२२८ कपिल गीत-२२८ कपूर स्तवराज-२२८ करन्यासादि विधि-३८४ करुणामृत-२२८ करुणाष्टक-९८ कर्पूर स्तोत्र-२२८ (कर्मकाण्ड ग्रन्थ)-३८४ कर्म पद्धति-३८४ कर्मप्रकृति विवरण-१८ कर्म विपाक-३८४,३८६ कलङ्काष्टक-९८ कलश नवग्रह पूजन-३८६ कलशपाटी-३८६ कलशस्थापन-३८६ कलिकुण्ड पूजा-३८६ कल्कि पुराण-७४ कल्याण स्तव-२२८ कल्याणी स्तोत्र-२२८ कात्यायन गृह्य परिशिष्ट-३८६ कार्तवीर्य कथा-१९२ कार्तवीर्य कल्प-२३० कार्तवीर्य पञ्जर-२३० कार्तवीर्य माहात्म्य-१६२ कार्तवीर्यार्जुन कवच-११८ कार्तवीर्यार्जुन पटल-१५० कार्तवीर्यार्जुन पूजा पद्धति-३८६ कार्तवीर्यार्जुन सहस्रनाम-२३० कार्तवीर्यार्जुन स्तोत्र-२३० कार्तिक एकादशी माहात्म्य-१६२ कार्तिक एकादशी व्रतकथा-१९२ कार्तिक माहात्म्य-१६२, १६४, १६६ कार्तिक व्रत माहात्म्य-१६६ कार्तिक शुक्ल नवमी कथा-१९२ कार्तिक शुक्ल पञ्चमी व्रत कथा-१९२ कार्तिक शुक्ला प्रबोधनी व्रत कथा-१९४ कामरूप स्तोत्र-२२८ कामाक्षी स्तुति शतक-२३० कामेश्वर स्तोत्र-२३० कारिका-३८६ कारिकावली-१८ कालभैरवाष्टक-९८ कालाग्नि रुद्रोपनिषद्-५० कालिका कवच-११८, १२० कालिका चतुःश्लोकी-२३० कालिका पटल-१५० कालिका पद्धति-२३० कालिका पुराण-७४ कालिका पूजन-३८६ कालिका पूजन विधि-३८६ . कालिकाष्टक-९८ कालिका सहस्रनाम-२३० कालिका स्तोत्र-२३०, २३२ कालिकोपनिषद-५० कालिञ्जर माहात्म्य-१६६ काली कवच-१२० काली त्रैलोक्य मोहन मन्त्र-२३२ काली पटल-१५० काली पूजा पद्धति-३८६ काली भुजङ्गप्रयात स्तोत्र-२३२ काली मन्त्र-३८८ काली सहस्राक्षरी-२३२ काली स्तोत्र-२३२ काल्यष्टोत्तर शतनाम स्तुति-२३२ काशी दर्पण-३८८ Page #495 -------------------------------------------------------------------------- ________________ काशी माहात्म्य-१६६ काशी विश्वनाथ स्तोत्र-२३२ कीलक स्तोत्र-२३२ कुङ्कमादिन्यास-३८८ कुण्डमण्डप सिद्धि-३८८ कुण्ड शिरोमणि-३८८ कुण्ड सिद्धि-३८८ कुण्डाकृति-३८८ कुबेर मन्त्र प्रयोग-३८८ कुमारी पूजन-३८८ कुश माहात्म्य-१६६ कूष्माण्ड होत्र-३८८ कूष्माण्ड होम प्रयोग-३८८ कृत्य प्रदीप-३९० कृष्ण आरती-२३४ कृष्ण चतुर्दशी सङ्कटहर व्रत कथा -१९४ कृष्ण तापिनी-१८ कृष्ण त्रिविध लीला-२३४ कृष्ण नामावली-२३४ कृष्ण प्रेमामृत-२३४ कृष्ण राधाष्टक-९८ कृष्ण शरणाष्टक-९८ कृष्ण सहस्रनाम-२३४ कृष्ण सेवा-२३४ कृष्ण स्तुति-२३४ कृष्ण स्तुति ग्रन्थ-२३४ कृष्ण स्तोत्र-२३४ कृष्णाश्रय स्तोत्र-२३४ कृष्णाष्टोत्तर शतनाम स्तोत्र-२३४ केदार सहस्रनाम स्तोत्र-२३६ केनोपनिषद्-५० केशवाष्टक-९८ कैवल्यकादशी व्रत कथा-१९४ कोकिला माहात्म्य-१६६ कोकिला व्रत कथा-१९४ कोकिला व्रत पूजन-३९० कोलोपनिषद् भाष्य-५० क्षत्रिय गोत्र-७४ क्षमाषोडशी स्तोत्र-२३६ क्षिप्र प्रसादन गणेश मन्त्र-२३६ क्षेत्रपाल स्तुति-२३६ क्षेत्रपाल स्तोत्र-२३६ गङ्गा नामावली-२३६ गङ्गा पुष्पाञ्जलि-२३६ गङ्गा माहात्म्य-१६६ गङ्गा लहरी-२३६, २३८ गङ्गाष्टक-९८,१०० गङ्गाष्टोत्तर शतनाम-२३८ गङ्गा सहस्रनाम स्तोत्र-२३८ गङ्गा स्तोत्र-२३८ गङ्गोत्सव विधि-३९० गजेन्द्र मोक्ष स्तोत्र-२३८, २४० गणपति कवच-१२० गणपति द्वादश नाम स्तोत्र-२४० गणपति पार्थिव पूजा-३९० गणपति पूजन-३९० गणपति पूजा-३९० गणपति व्यथावध मोचन कवच -१२० गणपति स्तोत्र-२४० गणेश कवच-१२० गणेश चतुर्थी पूजन-३९० गणेश तापिनी-५० गणेश पूजन-३९० गणेश पूजन पद्धति-३९० गणेश पूजा स्तव-२४० गणेश प्रतिपत्कथा-१९४ गणेश प्रतिपदावत कथा-१९४ गणेश भुजङ्ग स्तोत्र-२४० गणेश मन्त्र स्तोत्र-२४२ गणेश मानसी पूजा-३९० गणेश रक्षाकर स्तोत्र-२४२ गणेश सहस्रनाम स्तोत्र-२४२ गणेश स्तवराज-२४२ गणेश स्तोत्र-२४२ गणेशाष्टक-१००, १०२ गणेश्वर स्तोत्र-२४२ गन्धर्वराज प्रयोग-३९० गन्धाष्टक-१०२ गया पटल-१५० गया माहात्म्य-१६८ गरुड़ पुराण-७४,७६ गर्ग संहिता (सप्तम अध्याय)-२ गर्ग संहिता (एकादश अध्याय)-२ गर्ग संहिता (द्वारिका खण्ड)-२ गर्भ पात्र-२४४ गर्भषडार चक्र-२४४ गायत्री अर्चन विधि-३९२ गायत्री कवच-१२०, १२२ गायत्री तर्पण-३९२ गायत्री पञ्चाङ्ग पूजन-३९२ गायत्री पटल-१५० गायत्री पुरश्चरण विधि-३९२ Page #496 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गायत्री पूजन पद्धति-३९२ गायत्री भाष्य-२, ३९२ गायत्री भाष्य वार्तिक-३९२ गायत्री मन्त्र-२, ३९२ गायत्री वर्ण स्तोत्र-२४४ गायत्री विधि-३९२ गायत्री व्याख्या-३९२ गायत्री सहस्रनाम स्तोत्र-२४४ गायत्री स्तवराज-२४४ गायत्री स्तोत्र-२४४ गायत्री हृदय-२४४ गायत्री हृदय स्तोत्र-२४४ गायन्यष्ट सहस्रिका-३९४ गायच्याष्ट सहस्रनाम स्तोत्र-२४४ गिरधराष्टक-१०२ गीत स्तोत्र-२४४ गीता गूढार्थ दीपिका-५० गीता भाष्य-५० गीता माहात्म्य-१६८ गीतासार-५२ गीतासार स्तोत्र-२४६ गुरु कवच-१२२ गुरु गीता-५२ गुरुगीतामाला-५२ गुरु गीता स्तोत्र-२४६ गुरुत्रयी विधि-३९४ गुरु दक्षिणामूर्ति स्तोत्र-२४६ गुरु पूजन--३९४ गुरु स्तवराज स्तोत्र-२४६ गुरु स्तोत्र--२४६ गर्वष्टक-१०२ गृह्य सूत्र-३९४ गृह्य सूत्र भाष्य--३९४ गोकुलाष्टक-१०२ गोकुलाष्टमी-३९४ गोकुलेश नामानि--२४६ गोत्रिरात्रिव्रत कथा-१९४, १९६ गोविरात्रि व्रतोद्यापन--१९४, ३९४ गोदान प्रयोग-३९४ गोदान विधि-३९४ गोपथ ब्राह्मण (उत्तरार्द्ध)--२ गोप स्तुति--२४६ गोपाल कवच-१२२ गोपाल चुडामणि स्तवराज स्तोत्र-२४६ गोपाल पटल-१५० गोपाल सहस्रनाम स्तोत्र-२४६, २४८ गोपाल स्तोत्र-२४८ गोपालाष्टक--१०२ गोपी गीत-२४८ गोपीजन बल्लभाष्टक-१०२, १०४ गोपूजन विधि-३९४,३९६ गोवत्स द्वादशी व्रत कथा-१९६ गोवर्धन पूजा-३९६ गोविन्द दामोदर स्तोत्र--२४८ गोविन्द स्तोत्र-२४८ गोविन्दाष्टक--१०४ गो स्तुति--२५० गौ पूजा पद्धति--३९६ गौरिकालि त्रैलोक्य मोहन कवच--१२२ ग्रह गायत्री--३९६ ग्रह शान्ति--३९६ ग्रह शान्ति पद्धति-३९६ ग्रह स्नानौषध-३९६ घृतदान विधि--३९६ चक्रेश्वरी अष्टक-१०४ चक्रेश्वरी देवी स्तोत्र-२५० चण्डी कवच--१२२ चण्डीकार्चन दीपिका-३९६ चण्डी पाठ क्रम-३९६ चण्डी पाठ फल-३९८ चण्डी स्तोत्र विधि व्याख्यान-२५० चतुर्मास--३९८ चतुर्मास्य' प्रयोग-३९८ चतुर्मास्य होत्र-३९८ चतुर्विशति गायत्री--३९८ चतुर्विशति गायत्री स्तोत्र-२५० चतुःश्लोकी--२५० चतुःश्लोकी (कालिका) स्तव-२५० चतुःश्लोकी भागवत-७६, ७८ । चतुःषष्टि योगिनी नाम स्तोत्र-२५० चतुःषष्टि योगिनी स्तुति--२५० चरण व्यूह-२,४ चरण व्यूह (परिशिष्ट)-४ चर्मरावत्यष्टक-१०४ चाटुष्पाञ्जलि स्तोत्र--२५० चान्द्रीय एकादशी माहात्म्य--१६८ चामुण्डा स्तोत्र-२५० चित्रगुप्त वंशावली--७८ चिन्तामणि मन्त्र साधन-३९८ चौबीस गायत्री--३९८ चौर्य लीला-२५२ छान्दोग्योपनिषद्-५२ Page #497 -------------------------------------------------------------------------- ________________ छिन्नमस्ता कवच--१२२ जगदम्बा स्तोत्र--२५२ जगन्नाथ स्तोत्र--२५२ जगन्नाथाष्टक-१०४ ज (न) न्यष्टक--१०४ जन्म दिवस कृत्य-३९८ जन्मवैफल्य निरूपणाष्टक-- १०६ जन्माष्टमी पूजन--३९८ जन्माष्टमी व्रत कथा--१९६ जप प्रकार--३९८ जप विधि--३९८ जम्बूमार्ग माहात्म्य--१६८ जया पार्वती व्रत कथा--१९६ जलदाख्यान स्तोत्र-२५२ जलभेद--१८ जलभेद स्तोत्र--२५२ जलाशयारामादि प्रतिष्ठा पद्धति-३९८ जागदीशी टीका--२० जानकी देवी स्तोत्र--२५२ जानकी नवमी व्रत माहात्म्य--१६८ . जाप विधि--४०० जिनमङ्गलाष्टक--१०६ जीवत्यितककर्तव्य सञ्चय--४०० जीवमुक्ति विवेक-२० जुगुल स्तोत्र-२५२ जैत्र पताका यंत्र विधि-४०० ज्ञान गीता-५२ ज्ञान प्रबोध मञ्जरी--२० ज्येष्ठा शान्ति विधि--४०० ज्वर गायत्री तर्पण--४०० ज्वर गायत्री मन्त्र विधि--४०० ज्वालामुखी स्तोत्र--२५२ तत्त्वदीप--२० तत्त्व निरूपण-२० तत्त्वबोध--२० तत्त्वबोध विधि-२० तत्त्व विवेक (तत्त्वबोध)--२० तत्त्व विवेक दीपिका-२० तत्त्वानन्द तरङ्गिणी--- २० तत्त्वाराद्धान्त--२० तर्क परिभाषा टीका--२० तर्क प्रकाश-२० । तर्क भाषा-२२ तर्क भाषा (सटीक)-२२ तर्क संग्रह-२२ तर्क संग्रह (सटीक)--२२ तर्क संग्रह दीपिका (टीका मात्र)-२२ तर्क संग्रह दीपिका (टीका)-२२, २४ तर्क संग्रह दीपिका-२४ तर्क संग्रह न्यायबोधिनी (टीका)-२४ . तामृत--२४ तर्कामत तरङ्गिणी--२४ तर्पण पद्धति-४०० तर्पण विधि--४००, ४०२ तलवकारोपनिषद्--५२ तान्त्रिक सन्ध्या विधि--४०२ तारा सहस्रनाम स्तोत्र---२५२ तारा स्तोत्र--२५२ तीर्थ शोधन विधान--४०२ तीर्थ श्राद्ध प्रयोग-४०२ तुलसी माला धारण निर्णय--४०२ तुलसी माहात्म्य--१६८ तुलसी स्तोत्र-२५४ त्रिकाण्ड मण्डन--४०२ त्रिकाल सन्ध्या-४०४ त्रिकाल सन्ध्या प्रयोग--४०४ त्रिकाल सन्ध्या विधान--४०४ त्रिकाल सन्ध्या विधि--४०४ त्रिकूट रहस्य--१८० त्रिपादर्भ शान्ति-४०४ त्रिपुर कवच--१२४ त्रिपुर बाला कवच--१२४ त्रिपुर बाला त्रिमूर्ति कवच--१२४ त्रिपुर बाला पटल-१५० त्रिपुर मूर्ति कवच--१२४ त्रिपुर सर्वसौभाग्य कवच-१२४ त्रिपुर सुन्दरी कवच-१२४ त्रिपुर सुन्दरी जगच्चिन्तामणि कवच-१२४ त्रिपुर सुन्दरी पटल-१५०, १५२ त्रिपुरसुन्दरी पटल (श्री पटल)-१५२ त्रिपुर सुन्दरी पूजन विधि-४०६ त्रिपुर सुन्दरी महिम्न स्तोत्र-२५४ त्रिपुर सुन्दरी सहस्रनाम स्तोत्र--२५४ त्रिपुर सुन्दरी सौभाग्य कवच-१२४ त्रिपुर सुन्दरी स्तोत्र--२५४, २५६ त्रिपुर सुन्दरी यजन पद्धति-४०६ त्रिपुर सुन्दर्याष्टक--१०६ त्रिपुर सौभाग्य' कवच-१२४ त्रिपुर स्तोत्र-२५६ त्रिपुरा तापिनी-२५६ त्रिपुरा पूजा पद्धति-४०६ त्रिपुरा बाला स्तोत्र-२५६ Page #498 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . त्रिपुरार्चन पद्धति-४०६ त्रिपुरार्चन मञ्जरी-४०६ त्रिपुरा लघु स्तव-२५६ त्रिपुरा स्तोत्र-२५६, २५८ त्रिपुरा हृदय-२५८ . त्रिपुरोपनिषद्-५२ त्रिमुखी हनुमत्कवच--१२४ त्रिवर्णाचार संस्कृत-४०६ त्रिविध नामावली--२४ त्रिविध नामावली लीला--२५८ त्रिविध लोला नामावली-२५८ त्रिवेण्यष्टक-१०६ त्रिंशत्कर्म टीका--४०२ त्रिंशश्लोकी-४०२ त्रैलोक्य विजय अपराजिता स्तोत्र--२५८ त्रैलोक्य विजय कवच--१२६ त्रैलोक्य मोहन कवच--१२६ त्रैलोक्य विजय नाम कवच--१२६ त्तिरीयोपनिषद्--५२ त्वरित रुद्र-२५८ दक्षस्तप-२५८ दक्षिणा कालिका कवच--१२६, १२८ दक्षिणा कालिका त्रैलोक्य मोहन कवच--१२८ दक्षिणा कालिका पूजन-४०६ दक्षिणा कालिका सहस्रनाम-२५८ दक्षिणा कालिका सहस्राक्षरी--२५८ दक्षिणा कालिका हृदय-२५८ । दक्षिणा काली अर्चन पद्धति--४०६ दक्षिणा काली मन्त्र जप विधि--४०८ दक्षिणा काली सहस्रनाम--२५८ दक्षिणा मूर्ति भावार्थ विवृत्ति-२४ दक्षिणा मूर्ति स्तोत्र-२५८, २६० दण्डक-४०८ दत्तात्रेय स्तोत्र-२६० दर्शन ग्रन्थ-२४ दर्शपूर्णमास पञ्च प्रयोग-४०८ दर्शपूर्णमास प्रयोग-४०८ दर्शपौर्णमास प्रयोग--४ दर्शपौर्णमासेष्टि पद्धति-४०८ दर्शश्राद्ध प्रयोग-४०८ दशकर्म पद्धति--४०८ दशगात्र विधि--४१० दशमर्म निरूपण--२४ दश महादान विधि-४१० दशहरा स्तोत्र-२६० दान उदधि-४१० दान खण्ड--४१० दान चन्द्रिका-४१० दान मनोहर--४१० दान वाक्य--४१० दान वाक्य-४१० दारिद्र दुःख नाशन स्तोत्र--२६० दारिद्र विदारण स्तोत्र-२६० दारुण सप्तक स्तोत्र--२६० दीधिति--२४ दीपदान प्रयोग पद्धति--४१० दीपदान विधि--४१०,४१२ दुर्गा आरती--२६० दुर्गा कवच--१२८ दुर्गा देवी स्तोत्र--२६२ दुर्गा पञ्चरत्न स्तोत्र-२६२ दुर्गामाला--२६२ दुर्गा माहात्म्य-१६८ दुर्गा विधि-४१२ दुर्गा सप्तशती-- ३६४, ३६६, ३६८ दुर्गा सप्तशती पूजन--४१२ दुर्गा सप्तशती विधान-- ४१२ दुर्गा स्तुति--२६२ दुर्गा स्तोत्र--२६२ दुर्गोत्सव पद्धति--४१२. दुष्टप्रसवजनाविधि-४१२ दूतीजागविधि--४१२ देवार्चन पद्धति--४१२ देवी अपराध क्षमा स्तोत्र-२६२ देवी कवच-१२८, १३० देवी कवच तथा अर्गला स्तोत्र--१३० देवी कवचादि स्तोत्र--२६२ देवी गीता-५२ देवी जप विधि-४१२ देवी दीपदान प्रयोग-४१२ देवी पूजन-४१२,४१४ देवी पूजन पद्धति-४१४ देवी पूजा पद्धति--४१४ देवी भागवत--७८ देवी मानस पूजा-२६२ देवी मानसी पूजा--२६२ देवी माहात्म्य--१६८, १७० देवी रहस्य--१८० · देवी सूक्त--४ देवी स्तोत्र-२६२ देवोत्थानी एकादशी कथा-१९६ देव्यथर्वशीर्ष-२६२ Page #499 -------------------------------------------------------------------------- ________________ द्रव्य शुद्धि-४१४ द्रव्य शोधन-४१४ द्वात्रिंशदपराध लक्षण निवृत्ति-४१४ द्वादश मन्त्रोद्धार-२६४ द्वादश महावाक्य-२६ द्वादश महावाक्य विचार-२६ द्वादश महावाक्य विवरण-२४ द्वादश लिङ्ग स्तोत्र--२६४ द्वादशश्लोकी स्तोत्र--२६४ द्वादश स्तोत्र-२६४ द्वारिका माहात्म्य-१७० धनदा कवच-१३० धनदा कवच' पूजा विधि--४१४ धनदा पद्धति--४१४ धनदा सहस्रनाम स्तोत्र-२६४ धनदा स्तवराज--२६४ धनदा यक्षिणी पटल--१५२ धनदा यक्षिणी स्तोत्र--२६४ धनुर्मास माहात्म्य-१७० धातृ पूजन विधि--४१४ नक्षत्र ध्यान पूजन-४१४ नन्दकुमाराष्टक--१०६ नन्दयोग आत्मानन्द--२६ नर्मदाष्टक स्तोत्र--२६४ नवकण्डिकसूत्र--४१६ नव करवाली विचार फल-४१६ नवग्रह आहुति--४१६ नवग्रह कण्डिका--४१६ नवग्रह गभित स्तोत्र-- २६४ नवग्रह गायत्री--२६४ नवग्रह जप--४१६ नवग्रह जप विधि--४१६ नवग्रह पूजन--४१६ नवग्रह पूजा--४१६ नवग्रह मन्त्र--४१६ . नवग्रह विधान--४१६ नवग्रह शान्ति मन्त्र--४१६ नवग्रह स्तोत्र--२६४, २६६ नवरत्न--२६, २६६ नवरत्नमाला स्तोत्र--२६६ नवरत्न स्तोत्र-२६६ नवरात्र पूजन विधि-४१६ नवरात्रि पूजा विधि--४१८ नवरात्रि स्थापन विधि--४१८ नवार्ण मन्त्र स्तोत्र--२६६ नवार्ण सहस्रनाम स्तोत्र--२६६ नष्टदोरक प्रायश्चित्त-४१८ नाग बलि विधि--४१८ नाम रत्न स्तोत्र-२६६ नामावली स्तुति-२६६ नारद गीता-५२ नारायण उपनिषद् टीका-५२ नारायण कवच--१३२ नारायण बलि-४१८ नारायण बलि प्रयोग-४१८ नारायण वर्म--२६६ नारायण स्तोत्र-२६८ नारायण हृदय स्तोत्र--२६८ नारायणाथर्वशीर्ष-२६ निग्रह दारुण सप्तक--२६८ नित्य कर्म विधि-- ४१८ . निरालङ्कोपनिषद--५४ निरालम्ब श्रुति--२६ निरोध लक्षण--२६ निशल्याष्टमी व्रत कथा--१९६ नीलरुद्रोपनिषद्-५४ नृपति स्तुति ग्रन्थ-२६८ नृसिंह कवच--१३२ नृसिंह चतुर्दशी व्रतकथा--१९६ नृसिंह वज्ररक्षा स्तोत्र-२६८ नृसिंह व्रत कथा--१९६ नृसिंहोत्तरतापिन्युपनिषद्--५४ नैमित्तिक क्रम--४१८ नैवेद्य समर्पण स्तोत्र--२६८ न्याय दर्शन ग्रन्थ-२६ न्याय दीपावली--२६ न्याय बोधिनी टीका--२६ न्याय सिद्धान्त मञ्जरी--२८ न्याय' सूत्र--२८ . पक्षधर्म निरूपण (सटीक)--२८ पक्ष प्रदोष पूजन विधि--४१८ पञ्चकोशी यात्रा---४१८ पञ्चदशाङ्क यन्त्र विधि--४१८ पञ्चदशी (सटीक)--२८ पञ्चदशी (पञ्चकोश-विवेक सटीक)--२८ पञ्चदशी विधान--४१८ पञ्चदशी व्याख्या--२८ पञ्चदशी स्तोत्र--२६८ पञ्च पञ्चिका पूजन--४१८ पञ्च पर्व माहात्म्य--४२० पञ्चभूत विवेक (सटीक)--२८ पञ्चमी स्तवराज-.-२६८ Page #500 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पञ्चमी स्तवराज स्तोत्र - - २७० पञ्चमुखी हनुमत्कवच -- १३२ पञ्चमुखी हनुमत्कवच स्तोत्र - २७० • पञ्चमुखी हनुमत् स्तोत्र - - २७० पञ्चरत्न -- २७० पञ्चरत्न पवमान सूक्त -४ पञ्चरत्न स्तोत्र -- २७० पञ्चशी स्तोत्र -- २७० पञ्चाक्षरी मदन स्तोत्र - २७० पञ्चाक्षरी स्तोत्र -- २७० पञ्चांगुलि मन्त्र विधि-- ४२० पञ्चामृत मन्त्र --४२० पञ्चीकरण विवरण टीका (तत्त्व चन्द्रिका) -- २८ पत्री पञ्चक - २८ पदपाठ--४ पदार्थ तत्त्व निर्णय - २८ पद्म पुराण -- ७८ पद्म पुष्पाञ्जलि स्तोत्र -- २७२ पद्मानामैकादशी माहात्म्य - - १७० पद्मावती कवच --- १३२ पद्मावती पटल --- १५२ पद्मावती स्तोत्र - २७०, २७२ परब्रह्म स्तोत्र - २७२ परमदिव्य सहस्रनाम स्तोत्र -- २७२ परमहंस स्तोत्र -- २७२ पल्ली सरटयोः शान्ति -- ४२० पवन पावन तथा भूतशुद्धि -- ४२० पवमान - ४२० पवित्रारोपण -- ४२० पाखण्ड चपेटिका -२८ पाण्डव गीता -- ५४, ५६ पात्रपूजन -- ४२० पात्र वन्दन -- २७२ पात्रचन्दनप्रशंसा --- ४२० पादुका पञ्चक-- २७२ पारस्कर गृह्यसूत्र -- ४२०, ४२२ पारस्कर गृह्य सूत्र भाष्य-- ४२२ पारायण पटल - १५२ पार्थिव पूजन विधि-- ४२२ पार्थिव पूजा पद्धति --- ४२२ पार्वण श्राद्ध-- ४२२ पार्वण श्राद्ध पद्धति-- ४२२ पार्वण श्राद्ध विधि - ४२२ पार्वण श्राद्ध व्याख्या -- ४२२ पिण्ड पितृ यज्ञ कारिका - ४२२ पितृ तर्पण -- ४२४ २ पितृ तर्पण विधि - ४२४ पितृ षोडशी - ४२४ पीठ पूरक व्रत पूजन --- ४२४ पीताम्बर सारिणी - ४२४ पीताम्बर स्तोत्र -२७२ पीयूष लहरी - २७२ पुण्याहवाचन - ४२४ पुत्र जन्म यन्त्र --४२४ पुरश्चरण विधि ४२४ पुरुष सूक्त -४ पुरुष सूक्त भाष्य- - ६ पुरुषोत्तम सहस्रनाम स्तोत्र -- २७२ पुष्कर माहात्म्य - - १७० पुष्पाञ्जलि -- २७४ पुष्पाञ्जलि स्तुति स्तोत्र - २७४ पुष्टि गति स्तुति -- २७४ पुष्टि प्रवाह मर्यादा -- ३० पुष्टिमार्ग मत संग्रह - - ३० पूजन पद्धति -- ४२४, ४२६ पूजन विधि -- ४२६ पूजा रत्न --- ४२६ पूजा विधि -- ४२६ पूर्णाभिषेक विधि -४२६ प्रजावर्द्धन स्तोत्र -- २७४ प्रतिज्ञा -- ३० प्रतिमाकरण विधि -- ४२८ प्रतिमा विचार -- ४२८ प्रतिष्ठा बृहस्तव ----२७४ प्रतिष्ठा मयूख - ४२८ प्रत्यङ्गिरा कवच - - १३२ प्रत्यङ्गिरा प्रयोग -- ४२८ प्रत्यङ्घिरा माला - २७४ प्रत्यङ्गिरा शान्ति --४२८ प्रत्यङ्गिरा स्तवराज -- २७४ प्रत्यङ्गिरा स्तोत्र - - २७४, २७६ प्रदोष उद्यापन निर्णय व्रत विधि ४२८ प्रदोष पद्धति - ४२८ प्रदोष पूजन --- ४२८ प्रदोष पूजा पद्धति - ४२८ प्रदोष महिमा वरानि स्तोत्र -- २७६ प्रदोष स्तोत्र -- २७६ प्रबोध एकादशी माहात्म्य - १७० प्रयाग माहात्म्य - १७०, १७२ प्रयोग रत्न -- ४२८ प्रवर निर्णयरत्न - - ४२८ प्रश्नोत्तर माला--३० Page #501 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - १० - प्रश्नोपनिषद्--५६ प्राण प्रतिष्ठा-४३० प्राणायाम प्रकरण (सटीक)-३० प्रातः सन्ध्या--४३० प्रातः सन्ध्या विधि--४३० प्रातः स्नान विधि--४३० प्रातः स्मरण--४३० प्रातः स्मरण विधि-४३० प्रायश्चित्त--४३० प्रायश्चित्त प्रदीप-४३० प्रायश्चित्त प्रयोग-४३० प्रायश्चित्त माला--४३२ प्रेमामृत-२७६ फल द्वितीया माहात्म्य-१७२ फल द्वितीया व्रत कथा--१९६ फाल्गुन पूर्णिमा कथा-१९६ बगलामुखी स्तोत्र-२७६, २७८ बटुक पद्धति--४३२ बटुक भैरव आपदुद्धारण पटल--१५२ बटुक भैरव आमरण पूजन विधि--४५० बटुक भैरव कवच-१३२, १३४ । बटुक भैरव दीपदान विधान--४३२ बटुक भैरव नामाष्ट शतक स्तोत्र-२७८ बटुक भैरव पटल-१५२ बटुक भैरव वन्दन-४३२ बटुक भैरव सहस्रनाम-२७८ बटुक भैरवस्त-२७८ बटुक भैरव स्तोत्र--२७८ बद्रीनाथ स्तोत्र--२७८ बलदेवाष्टक-१०६ बलिदानविधि-४३२ बल्लभाष्टक-१०६ बहुला व्रत कथा--१९८ बालबोध--३० बाल अष्टोत्तर शतनाम--२८० बाला आरती-२८० बाला कवच-१३४ बाला जपविधि-४३२ बाला त्रिपुर सुन्दरी सहस्रनाम-२८० बाला त्रिपुर सुन्दरी स्तोत्र-२८० बाला त्रिपुरा सहस्रनाम स्तोत्र-२८० बाला त्रिपुरा स्तुति--२८० बाला त्रिपुरा स्तोत्र-२८२ बालाभ्याक्षरीकवच-१३६ बाला पटल-१५२ बाला पद्धति--४३२ बाला पूजन पद्धति-४३२ बालार्चन पद्धति--४३२ बाला सम्पुट स्तोत्र--२८२ बाला सहस्रनाम स्तोत्र-२८२ बाला स्तोत्र--२८२ बाला हृदय स्तोत्र--२८२, २८४ बिल्वाष्टक-१०६ बुधाष्टमी व्रत-४३४ बुधाष्टमी व्रत कथा--१९८ बहच्छान्ति स्तोत्र-२८४ . बृहत् शान्ति-४३४ बृहदारण्यकोपनिषद्-५६ बृहस्पति मन्त्र अष्टोत्तर सहस्र जप विधि--४३४ बृहस्पति संहिता--४३४ बृहस्पति हृदय स्तोत्र--२८४ बैताल कवच-१३६ बौधायन श्रौत सूत्र--४३४ ब्रज मण्डलाष्टक-१०६ ब्रज सूची पञ्चम--३० ब्रह्म कवच-१३६ ब्रह्म गीता-५६ ब्रह्म जिज्ञासा---३२ ब्रह्मज्ञान प्रदीपिका--३२ ब्रह्मपाराख्य स्तोत्र--२८४ ब्रह्म यज्ञ--४३४ ब्रह्म यज्ञ विधि-४३४ ब्रह्मवैवर्त पुराण-७८ ब्रह्मसूत्र (ब्रह्म जिज्ञासा)-३२ ब्रह्मसूत्र टीका--३२ ब्रह्मसूत्र वृत्ति-३२ ब्रह्म स्तोत्र--२८४ ब्रह्म स्तोत्र देवी कवच-१३६ ब्राह्मण पञ्चिक-६ ब्राह्मण सप्तक पञ्चिका-६ भक्ति रत्नावली (सटीक)--३२ भक्तिरसामृतसिन्धु--३२ भक्तिलहरी--२८४ भक्तिद्धिनी--३२, २८४ भक्तिवद्धिनी स्तोत्र--२८४ भक्तिहेतु--३२ भक्तिहेतु निर्णय-- ३२ भगवत सहस्रनाम--२८४ भगवत स्तुति समुच्चय संग्रह--२८८ भगवती पद्म पुष्पाञ्जलि--२८४ भगवती सहस्रदल--२८४ भगवद्गीता--५६, ५८, ६०, ६२, ६६६ Page #502 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवद्भक्ति रत्नावली (सटीक)-३२ भगवद्भक्ति रत्नावली--२८४, २८६ भगवन्नामानि-२८६ भज गोविन्द स्तोत्र-२८६ भयहर स्तोत्र--२८६ भरत सावित्री स्तोत्र--२८६ भवानन्द सिद्धान्त टीका-३२ भवानी अष्टक-१०६ भवानी कवच-१३६ भवानी पञ्चरत्न-२८६ भवानी सहस्रनाम--२८६ भवानी सहस्रनाम स्तवराज स्तोत्र-२८६ भवानी सहस्रनाम स्तोत्र--२८६, २८८ भवानी स्तवराज-२८८ भवानी स्तुति-२८८ भवानी स्तोत्र-२८८ भवान्यष्टक स्तोत्र-२८८ भविष्य पुराण-८० भविष्योत्तर पुराण-८० भागवत-८०, ८२, ८४, ८६, ८८, ९०, ९२ भागवत दीपिका-८८ भागवत पूजन--४३४ भागवत भ्रमरगीत-८८ भागवत माहात्म्य-१७२ भाद्रपद कृष्ण तृतीया व्रत कथा-१९८ भारती स्तोत्र-२८८ भावनाष्टक-१०८ भावनोपनिषद्-६६ भीष्मदेहोत्सर्ग स्तोत्र--२८८ भीष्म पञ्चक माहात्म्य-१७२ भीष्मराज स्तव--२८८ भीष्म स्तवराज--२८८, २९० भीष्म स्तवराज स्तोत्र-२९० भुवनेश्वरी पञ्जर स्तोत्र-२९० भुवनेश्वरी पटल--१५२ ।। भुवनेश्वरी पूजा पद्धति-४३४ भुवनेश्वरी रहस्य--१८० भुवनेश्वरी शेताष्टक स्तोत्र-२९० भुवनेश्वरी सहस्रनाम स्तोत्र-२९० भुवनेश्वरी स्तोत्र--२९० भुवनेश्वरी हृदय स्तोत्र--२९० भूतशुद्धि--४३४, ४३६ भूतशुद्धि प्राण प्रतिष्ठा--४३६ भैरव अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्र--२९० भैरव कवच-१३६, १३८ भैरव क्षेत्रपाल स्तोत्र-२९२ भैरव पूजन-४३६ भैरव स्तवन-२९२ भैरव स्तोत्र-२९२ भैरव हवन पूजन विधि-४३६ भैरवाष्टक-१०८ भैरवी स्तव-२९२ भोजन विधि--४३६ भौम कथा-१९८ भौम पूजा-४३६ भौम व्रत--४३६ भौम स्तोत्र--२८८ मङ्गल स्तोत्र--२९२ मङ्गलाष्टक--१०८ मङ्गलाष्टक स्तोत्र-२९२ मङ्गला स्तोत्र-२९४ । मणिकर्णिका स्तोत्र--२९४ मत्स्य पुराण--९० मथुरा माहात्म्य-१७२ मथुराष्टक--१०८ मधुपर्क-४३८ मधुराष्टक--१०८, ११० मध्याह्न सन्ध्या-४३८ मध्याह्न स्नान विधि--४३८ मन्त्र (पाठ)--६ मन्त्र पारायण--४३८ मन्त्र पूजा रहस्य--१८० मन्त्र विग्रह कवच-१३८ मन्त्र विभाग-६ मन्त्र शाकल्य--४३८ मन्त्र स्नान--४३८ मन्त्रावबोध-६ मन्थान भैरवागम-४३८ मन्यु सूक्त--६ मयूख पद्धति--४३८ मयूराष्टक-११० मल्लारी सहस्रनाम स्तोत्र--२९४ महाकाल कवच--१३८ महाकाल शनि मृत्युञ्जय स्तोत्र-२९४ महाकाली सूक्त--२९४ महाकाल्यष्टोत्तर शतनामावलि--२९४ महागणपति गकारादि सहस्रनाम--२९४ महागणपति चतुःशत चतरावत्ति तर्पण-४३८ महागणपति पूजा पद्धति-४३८ महागणपति सहस्रनाम-२९४ महागणपति स्तोत्र-२९४ महात्रिपुरसुन्दरी षोडशी कवच-१३८ Page #503 -------------------------------------------------------------------------- ________________ महात्रिपुरसुन्दरी सिद्ध सौभाग्य कवच - - १३८ महादान विधि --४३८ महादेविस्तवराज स्तोत्र - २९४ महादेवी स्तोत्र - २९४ महानारायण स्तोत्र - - २९४ महामन्त्र मृत्युञ्जय विधि -- ४३८ महामृत्युञ्जय जप - ४४० महामृत्युञ्जय जप विधि -- ४४० महामृत्युञ्जय मन्त्र -४४० महामाया मन्त्र विधि - ४३८ महारुद्र हवन - ४४० महालक्ष्मी माला --- २९६ महालक्ष्मी व्रत कथा -- १९८ महालक्ष्मी व्यङ्कटेश सहस्रनाम स्तोत्र - - २९६ महालक्ष्मी स्तोत्र - - २९६ महालक्ष्मी हृदय स्तोत्र -- २९६ महालक्ष्म्यष्टक -११० महालिङ्गार्चन - ४४० महावाक् विवेक-३४ महावाक्य संग्रह - ३४ महिम्न त्रिपुरसुन्दरी स्वराज -- ३०० महिम्न स्तोत्र -- २९६, २९८, ३०० महोग्र तारिक दण्डक - ३०० मात्र कृष्ण चतुर्थी व्रत कथा -- १९८ मात्र माहात्म्य - - १७२, १७४ माण्डूक्योपनिषद् -- ६६ मातृकान्यास मन्त्र - ४४० मातृका पूजन - ४४० मातृका मन्त्र - ३०० मातृका रक्षायण -- ४४० मातृका स्थापन - ४४० मातृपूजा विधि -- ४४० मातृ षोडशी - ४४२ माध्यन्दिनीय स्नान विधि --- ४४२ मानसिक पूजा - ४४२ मानसिक स्नान - ४४२ मानसिस्तोत्र - ३०० मानसोपचार पूजन --४४२ मायाबीज स्तोत्र - ३०२ मार्गशीर्ष माहात्म्य - १७४ मालिनी मन्त्र - ४४२ ( माहात्म्य ) -- १७४ मीमांसा परिभाषा - ३४ मीमांसा शास्त्र -३४ मुकुन्द पूजन विधि - ४४२ मक्ताभरण पूजा –४४२ १२ - मुक्तिकोपनिषद् - ६६ मुक्ति द्वारा स्तोत्र - ३०२ मुक्तिप्रद स्तोत्र - ३०२ मुकोपनिषद् -- ६६ मूर्ति रहस्य - १८० मूल विचार शान्ति -- ४४२ मूल विद्या जप विधि -- ४४२ मूल शान्ति - ४४२ मूल शान्ति विधि --- ४४२ मृत्युञ्जय मन्त्र -४४४ मृत्युञ्जय स्तोत्र -- ३०२ मृत्यूत्सव -- ३४ मोहिनी व्रत -- १९८ मौनी एकादशी कथा --१९८ यक्षिणी पटल -- १५२ यजुः संहिता --६ यज्ञ सिद्धान्त संग्रह --४४४ यज्ञोपवीत धारण विधि -- ४४४ यज्ञोपवीत मन्त्र स्तोत्र - ३०२ यज्ञोपवीत विवि - ४४४ यज्ञोपवीत व्रत --४४४ यन्त्रराज पूजा--४४४ यन्त्रोद्धार आरती -- ३०२ यमद्वितीया व्रत कथा --- २०० यमद्वितीया व्रतोपाख्यान - २०० यमराज पूजन -- ४४४ यमुनाष्टक - ११० यमुनाष्टक, गङ्गाष्टक - ११२ यमुनाष्टक स्तोत्र -३०२ यमुनाष्टपदी -- ३०२ यात्रा प्रकरण -- ४४४ यामुन स्तोत्र - ३०२ युगलकिशोर सहस्रनाम स्तोत्र -- ३०२ योग दर्शन ( व्यास भाषण ) -- ३४ योग पद्धति -- ३४ योगभग स्तोत्र -- ३०२ योगवासिष्ठ ( सटीक ) -- ३४ योगवासिष्ठ सार -- ३४ योगवासिष्ठ सार ( सटीक ) -- ३४ योगवासिष्ठ सार विवरण ( सटीक ) --३४ योगानुशासन (पातञ्जल योग सूत्र ) -- ३४ योगिनी कवव -- १३८ योगिनी हृदय स्तोत्र - ३०४ योगेश्वरी माला -- ३०४ रघुवर सहस्रनाम स्तोत्र - ३०४ रजोदर्शन शान्ति - ४४४, ४४६ Page #504 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रत्नमाला--३६ रथ सप्तमी पूजा-४४६ रहस्य त्रय--३०४ राजराजेश्वरी ध्यान स्तोत्र-३०४ राजराजेश्वरी स्तोत्र-३०४ राधा अष्टोत्तर नाम स्तोत्र--३०४ राधा कवच--१३८ राधाकृष्ण स्तोत्र--३०४ राधानाथ सहस्रनाम--३०४ राधा सहस्रनाम स्तोत्र--३०४ राधास्तवराज स्तोत्र--३०४ राधा स्तोत्र--३०४ राम अष्टाविंशति नाम--३०६ राम कवच--१३८ राम खड्गमाला--३०६ राम गीता--६६ रामचन्द्र शत नामस्तव--३०६ रामचन्द्र स्तवराज--३०६ रामचन्द्रोत्तर तापवीयोपनिषद--६६ राम जन स्तोत्र--३०६ राम तापनी--६६ राम तापनी उपनिषद्--६६ रामतीर्थ माहात्म्य--१७४ राम त्रैलोक्य मोहन कवच--१३८ रामनवमी कया--२०० रामनाम अष्टशतकम्--३०६ रामनाम माहात्म्य--१७४ राम पटल-१५४ राम पद्य दशक--३०६ राम प्रशस्ति--३०६ रामवल्लभा स्तोत्र--३१० राममहिम्न संस्था स्तोत्र--३०६ रामरक्षा कवच--१३८ रामरक्षा स्तोत्र--३०६, ३०८ राम सहस्रनाम स्तोत्र--३१० राम स्तवराज--३१० राम स्तवराज स्तोत्र--३१० , राम स्तोत्र--३१० रान हृदय स्तोत्र--३१० रामायण विधि--४४६ रामार्चन चन्द्रिका--४४६ रामाष्टक--११२ रुद्र जाप--३१०, ४४६ रुद्र जाप्य--६ रुद्र जाप्य (रुद्राष्ग्रव्यायी)--६ द्र पाठ--६ रुद्र पूजन-४४६ रुद्र पूजन मञ्जरी-४४६ रुद्र प्रश्न-६ रुद्र माहात्म्य--१७४ रुद्र विधान-४४६ रुद्र स्नानार्चन विधि-४४६ रुद्र स्वाहाकार-४४६ रुद्र हृदय स्तोत्र-३१२ रुद्राकाण्डी-४४६ रुद्राक्ष उपनिषद्-६८ रुद्राक्ष धारण प्रकार-४४६ रुद्राध्याय--८ रुद्राष्टाध्यायी--८ रुद्री--८ रेवा सहस्रनाम स्तोत्र--३१२ लक्ष्मण कवच--१३८ लक्ष्मी-अष्टक-११२ लक्ष्मी आराधना कल्प-४४६ लक्ष्मी कवच--१३८ लक्ष्मी नृसिंह कवच--१३८, १४० लक्ष्मी पञ्जर स्तोत्र--३१२ लक्ष्मी सूक्त--८,१०, ३१२ लक्ष्मी सूक्त विधान--४४८ लक्ष्मीस्तव-३१२ लक्ष्मी स्तुति-३१२ लक्ष्मी स्तोत्र--३१२ लक्ष्मी स्तोत्र कवच--१४० लक्ष्मीहृदय स्तोत्र--३१२, ३१४ लवु शान्ति (सटीक)-४४८ लघु श्यामला पूजन--४४८ लस्तव-३१४ ल स्तवराज स्तोत्र-३१४ लघुस्तोत्र-३१४ ललिता देवी पूजा विधि--४४८ ललिता पद्धति--४४८ ललिता पूजा--४४८ ललितार्चन दीपिका-४४८ ललितार्चन पद्धति--४४८ ललितार्चन विधि-४४८ ललिता षष्ठी व्रत कथा--२०० ललिमाष्टोत्तर शतनाम स्तोत्र--३१४ ललिता सपर्या पद्धति--४४८ ललिता सपर्या विधि--४४८ ललिता सहस्रनाम स्तोत्र---३१४ ललिता हृदय स्तोत्र--३१४ लिङ्ग पूजा--४४८ Page #505 -------------------------------------------------------------------------- ________________ लिङ्गस्तव--३१४ लिङ्गाष्टक-११२ वक्रतुण्ड कवच-१४० वक्रतुण्डाष्टक स्तोत्र--३१४ वचनफल स्तोत्र--३१४ वज्र सूचिकोपनिषद्---६८ वज्र सूची--३६ वट सावित्री व्रत-४५० वट सावित्री व्रत कथा-२०० वन प्रतिष्ठा विधि--४५० वन्दी मोचन--३१४ वंश परम्परा--९० वर्धापन कर्म-४५० वर्षारिष्ट शान्ति-४५० वसन्त पञ्चमी व्रत कथा--२०० वसिष्ठ मुनि माहात्म्य--१७६ वसुधारा--३१६ वहिर्मातृकान्यास---४५० वाक्पूजन-.४५० वाक्यवृत्ति प्रकाशिका--३६ वाक्यवृत्ति संग्रह--३६ वाक्य सुधा--३६ वाक् सूक्त-१० वागीश्वरी स्तोत्र--३१६ वाजसनेय संहिता--१०, १२ वाजसनेय संहिता (अध्याय ४०) (ईशोपनिषद)-१२ वाजसनेय संहिता (दीर्घ पाठ)-१२ वामन पुराण--९० वामन सूक्त-१२ वायु स्तुति--३१६ वार्षिक श्राद्ध प्रयोग-४५० वाला त्रिपुर कवच-१४० वासिष्ठी--४५० वासिष्ठी ग्रहशान्ति विधि--४५० वासुदेव भट्टी (य)--४५० वासु पद्धति--४५० वास्तु शान्ति--४५० विग्रह शान्ति--४५२ विचित्र हनुमान्--३१६ विजयादशमी शस्त्र पूजन--४५२ विजयादशम्यादि पूजा--४५२ विज्ञप्ति-३६ विज्ञप्ति (हिन्दी अर्थ सहित)--३६ विठल नामावली-३१६ विठ्ठलाष्टक--११२ विद्यामानस पूजा--३१६, ४५२ विद्यार्चन पद्धति-४५२ विद्या षडाम्नाय---३१६ विद्या सहस्राक्षरी--३१६ विद्योपास्ति महानिधि--४५२ विन्ध्य पुराण माहात्म्य--१७६ विन्ध्य माहात्म्य--१७६ विन्ध्यापराध प्रायश्चित्त--४५२ विशच्चतुर्विशतिका पूजा-४५२ विभूति माहात्म्य--१७६ विभूति स्तोत्र--३१६ विवाह कर्म-४५२ विवाह पद्धति-४५२, ४५४ विवाह प्रकरण--४५४ विवाह विधि-४५४ विवेक चूड़ामणि-३६ विवेक धैर्याश्रम-३६ विवेक धैर्याश्रय स्तोत्र-३१६ विशेषण विशेष्य टीका-३६ विश्वनाथ स्तोत्र-३१६ विषापहार स्तोत्र-३१६ विष्णु अठाईस नाम स्तोत्र-३१८ विष्णु दिव्य सहस्रनाम-३१८ विष्णु पञ्जर स्तोत्र--३१८, ३२० विष्णु पुराण-९० विष्णु पूजन--४५४ विष्णु पूजन विधि-४५४ विष्णु व्रत कथा-२०० विष्णु शतनाम--३२० विष्णु शतनाम स्तोत्र-३२० विष्णुशयनी एकादशी व्रत-२०२ विष्णु-शिव पूजन विधि-४५४ विष्णु सहस्रनाम--३२०,३२२, ३२४,३२६, ३२८ विष्णु सहस्रनाम भाष्य-३२० विष्णु सहस्रनाम विधान-३२० विष्णु सहस्रनाम स्तोत्र-३२२, ३२४, ३२६, ३२८ विष्णु सहस्रनामावलि-३२८ विष्णु स्तवराज' स्तोत्र-३२८ विष्णु स्तुति-३२८ विष्णु स्तोत्र-३२८ विष्णु हृदय स्तोत्र-३२८ विष्णोरष्टाविंशतिनाम स्तोत्र-३२८ वीर पूजन विधि--४५४ वीर स्तुति-३३० वीरेश्वर स्तोत्र-३३० वेङ्कटेश्वराष्टक-११२ वेददीप मनोहर (टीका)-१२ Page #506 -------------------------------------------------------------------------- ________________ (वेद मन्त्र)-१२ (वेदान्त ग्रन्थ)-३६ वेदान्त तत्त्व सार-३८ वेदान्त दशश्लोकी-३८ वेदान्त रहस्य-३८ वेदान्त सार टीका-३८ वेदान्त सिद्धान्त-३८ वेदोक्त शिवार्चन पद्धति-४५४ (वैदिक ग्रन्थ)-१२ वैदिक मन्त्र-१२ वैशाख माहात्म्य-१७६ वैशेषिक शास्त्र-३८ वैश्वदेव कर्म-४५४ वैश्वदेव होम-४५४ वैश्वदेव विधि-४५४ वैष्णो देवी पूजन--४५६ व्यङ्कटेश पजर स्तोत्र-३३० व्यतीपात व्रत कथा-२०२ व्रतार्क-४५६ व्रतोपवास माहात्म्य-१७६ शकारादि शिव सहस्रनाम स्तोत्र-३३० शक्ति कुमारी पूजन-४५६ शक्ति पूजन-४५६ शक्ति शोधन-४५६ शतचण्डी सहस्रचण्डी विधि-४५६ शतनाम स्तोत्र-३३० शतरुद्रीय-१२ शत्रु विध्वंस स्तोत्र-३३० शनिग्रह स्तोत्र-३३० शनि जाप--४५६ शनि नाम-४५६ शनि स्तोत्र-३३०, ३३२ शन्यष्टक-११२ शमी पूजन विधि-४५६ शरद कथा-२०२ शरभ कवच--१४० शरभ दारुण सप्तक-३३२ शरभ सहस्रनाम स्तोत्र--३३२ शरभ स्तोत्र-३३२ शरमाष्टक-११२ शरभेश्वर पक्षिराज मन्त्र-३३२ शरमेश्वर सहस्रनाम स्तोत्र-३३२ शरभेश्वर स्तोत्र-३३२ शान्तिपाठ-४५६ शान्ति प्रदोष व्रत विधि-४५६ शान्ति प्रारम्भ-४५८ शान्ति मयूख-४५८ शान्ति रत्न-४५८ शान्ति सार-४५८ शान्ति स्तवन-३३४ शान्ति स्तोत्र-३३४ शारदा स्तवन-३३४ शारदी नवरात्रि पूजा-४५८ शारीरिक मीमांसा भाष्य-३८ शारीरिक मीमांसा भाष्य (सटीक)-३८ शालिग्राम शिला माहात्म्य-१७६ शालिग्राम स्तोत्र-३३४ शास्त्र सिद्धान्त लेश संग्रह-३८ शिक्षा चतुष्टय-१२ शिव आरती-३३४ शिव कवच-१४०, १४२ शिव कवच स्तोत्र-३३४ शिव गीता-६८ शिव तत्त्व विवेक-३८ शिवताण्डव स्तोत्र-३३४ शिव नाम माहात्म्य-१७६ शिव पञ्चरत्न स्तोत्र-३३४ शिव पञ्चाक्षर मन्त्र-४५८ शिव पञ्चाक्षर स्तोत्र-३३६ शिव पञ्चाक्षरी स्तोत्र-३३६ शिव पटल-१५४ शिव पूजन विधि--४५८ शिव पूजा विधि-४५८ शिव मानस स्तोत्र-३३६ शिव मानसी पूजा-४५८ शिवरक्षा स्तोत्र--३३६ शिव रहस्य-१८०. शिवरात्रि व्रत-४६० शिवरात्रि व्रत कथा-२०२ शिव वन्दना-३३६ शिव वर्ग कथन स्तोत्र--३३६ शिव वर्म कवच-१४२ शिव शक्त्याष्टक स्तोत्र-३३६ शिव सहस्रनाम स्तोत्र-३३६ शिव सहस्रनामावली-३३८ शिव स्तुति-३३८ शिव स्तोत्र-३३८, ३४० शिवादि ध्यान--३४० शिवार्चन चन्द्रिका-४६० शिवार्चन पद्धति-४६० शिवार्चन विधि-४६० शिवावलि--३४० Page #507 -------------------------------------------------------------------------- ________________ शिवाष्टक - ११४ शिवाष्टोत्तर शतनाम ३४० शीतला कवच --- १४२ शीतला रहस्य - १८० शीतलाष्टक - ३४० शीतलाष्टक स्तोत्र - ३४० शीतला सप्तमी व्रत कथा -- २०२ शीतला स्तुति --- ३४० शीतला स्तोत्र - ३४० शुक्तिमुक्तिज मालिका स्तोत्र - ३४० शुक्र स्तवन -- ३४० शुद्ध शक्तिमाला -- ३४० शुद्धि विवेक - ४६० श्मशान कालिका कवच -- १४२ श्मशान काली कवच ( देवी ध्यान) - १४२ श्यामा कवच (दक्षिण कालिका कवच ) -- १४२ श्यामा पद्धति - ४६० श्यामा रहस्य - १८०, १८२ श्यामा रहस्य नाम स्तव - ३४२ श्यामा रहस्य स्तोत्र - ३४२ श्यामा स्तोत्र - ३४२ श्यामोपनिषद् - ६८ श्राद्ध कर्म - ४६० श्राद्ध चन्द्रिका - ४६० श्राद्ध निर्णय - ४६० श्राद्ध पद्धति - ४६० श्राद्ध प्रतिक्रमण सूत्र वृत्ति - ४६२ श्राद्ध मयूख - ४६२ श्राद्ध विधि - ४६२ श्राद्ध विवेक -- ४६२ श्राद्ध सङ्कल्प --- ४६४ श्राद्ध सूत्र - ४६४ श्रावण एकादशी -- ३८ श्रावण द्वादशी पूजा - ४६४ श्रावण द्वादशी व्रत कथा -- २०२ श्रावणी प्रयोग - ४६४ श्रीकृष्ण कवच - १४२ श्री कृष्ण जन्म व्रत कथा -- २०२ श्री कृष्ण द्वादशाक्षर मन्त्र- ४६४ श्रीकृष्ण स्तव ३४२ श्री कृष्ण स्तवराज - ३४२ श्रीगुरुदत्तात्रेय स्तोत्र - ३४२ श्री पूजन विधि -- ४६४ श्रीमद्वल्लभ नामावली - ४० श्री मद्रष्टान्त --- ३८ श्री राम अनुस्मृति - ३४२ १६ श्रीराम सहस्रनाम स्तोत्र - ३४२ श्री विट्ठलेोष्टोत्तर शत नामावली - ४० श्रीसूक्त - १२ श्री सूक्त विवृत्ति-- १४ श्रीहरि अष्टाविंश नाम - ३४२ श्रुति - १४ श्रुति गीता - ६८ श्रुतिपात्र वन्दन - ४६४ षट्चक्र-४० षट्पदी - ३४२ षडङ्ग पाठ——-४६४ षडङ्ग रुद्र जाप्य - ४६४ षडङ्ग रुद्रीय - १४ षष्ठि स्तोत्र - ३४२ षोडश मूल विद्या --- ३४२ षोडशोपचार पूजन - ४६४ षोडषोपचार पूजन विधि - ४६४ सङ्कट चतुर्थी व्रत कथा - २०४ सङ्कट नाशक स्तोत्र - ३४४ सङ्कटा स्तोत्र - ३४४ सङ्कल्प विधि --- ४६४ सङ्कष्ट नाशन गणेश व्रत कथा - २०४ सङ्कष्ट व्रत कथा पूजा - ४६६ संक्रान्ति माहात्म्य - १७६ संक्षेप दर्पण विधि ४६६ संक्षेप स्थाली पाक -४६६ सङ्गम माहात्म्य - १७६ सत्य दर्शन - ४० सत्यनारायण पूजन विधि - ४६६ सत्यनारायण पूजा विधि - ४६६, ४६८ सत्यनारायण व्रत कथा - २०४ सन्ध्या - ४६८ सन्ध्या त्रय पद्धति - ४६८ सन्ध्या पद्धति - ४६८ सन्ध्या प्रयोग - ४६८ सन्ध्या विधि - ४६८, ४७० संन्यास निर्णय -- ४० संन्यास पद्धति --- ४६६ संस्कार पद्धति --- ४६६ संस्कार विधि -- ४६६ संस्कार वैश्वदेव नामानि - ४६६ सप्तपदार्थी ४० सप्तपदी-४७२ सप्तशतिका पुस्तक पूजन -- ४७२ सप्तशतिका स्तोत्र --- ३४४ सप्तशती कीलक स्तोत्र एवं पूजन - ३४४ Page #508 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सप्तशती पाठ विधि - ४७२ सप्तशती पूजन विधि --- ४७२ सप्तशती विधान --- ४७२ सप्तशती विधि -४७२ सप्तशती स्तोत्र प्रयोग विधि --- ३४४ सप्तशालि होम विधि - ४७२ सप्तश्लोकी - ३४४ सप्तश्लोकी गीता ६८, ७० समयाष्टक - ११४ समावर्तन प्रयोग ४७२ समासवाद - ४० समुद्धर्त पाटी - ४७२ सम्प्रदाय प्रदीप ४७२ सम्मोहन कवच - - १४२ सरस्वती कवच --- १४२ सरस्वती द्वादशनामस्तोत्र -- ३४६ सरस्वती पटल १५४ सरस्वती प्रयोग पटल -- १५४ सरस्वती सहस्रनाम स्तोत्र - ३४६ सरस्वती स्तोत्र - - ३४४, ३४६, ३४८ सर्वतोभद्रनामानि ४७२ सर्वतोभद्र मण्डल पूजन-४७२ सर्वदेव पूजन विधि - ४७४ सर्वदेव प्रातःस्मरण - ३४८ सर्वमङ्गला पारायण -४७४ सर्वमन्त्रोकीलक स्तोत्र -३४८ सर्वसारोपनिषद् - - ७० सर्वसिद्धान्त ( सटीक ) - ४० सर्वोत्तमं स्तोत्र - ३४८ सर्वोपनिषद् - ७० सवत्सा पूजा विधि -४७४ सहस्रनाम स्तोत्र - ३४८ साकमेघ - १४ सांख्य तत्त्वकौमुदी ( सटीक ) - ४० सांख्य सूत्र - ४० सत्यिकासप्रभाव स्तोत्र - ३४४ सत्यिका स्तुति - ३४४ सत्यिका स्तोत्र - ३४४ साधारण प्रायश्चित्त प्रयोग - ४७४ सामराज पद्धति -१४ सामवेदोक्त तर्पण विधि - ४७४ साम्ब पञ्चशतिका--३४८ सायं सन्ध्या विधि ४७४ सारस्वत स्तोत्र - ३५० सिद्धचक्र पूजा विधि - ४७४ सिद्ध चाष्ट प्रकारी पूजा -४७४ ३ - १७ we सिद्धलक्ष्मी स्तोत्र - ३५० सिद्ध सिद्धान्त पद्धति - ४७४ सिद्धान्त चतुःश्लोकी - ४२ सिद्धान्तमुक्तावली - ४२ सिद्धान्त रहस्य ४२ सिद्धान्त रहस्य स्तोत्र - ३५० सिद्धान्त बिन्दु ४२ सिद्धि कवच - १४२ सिद्धि लक्ष्मी स्तोत्र - ३५० सिद्धि विनायक पूजा ४७४ सिद्धि विनायक व्रत कथा --- २०४ सिद्धि विनायक व्रतोपाख्यान --- २०४ सिद्धि व्याख्या ४७४ सीता एकविंशति नाम - ३५० सीता नवमी -- २०४ सीता सहस्रनाम स्तोत्र - ३५० सीता स्तोत्र -- ३५० सुदर्शन संहिता ( कार्तवीर्यार्जुन कल्प) --- १४ सुदर्शनात्मक स्तोत्र - ३५० सुन्दरतापिनी उपनिषद - ७० सुन्दरी कवच --- १४२, १४४ सुन्दरी द्वितीया कथा - २०४ सुमुखी पूजन --- ४७४ सूक्त विधान --- ३५० सूक्त विधि - ४७४ सुन्दरीद्वितीया कथा -- २०४ सुमुखी पूजन - ४७४ सूक्त विधान - ३५० सूक्त विधि - ४७४ सूक्त सारिणी -- ४२ सूर्य अथर्व शीर्ष मन्त्र - ३५० सूर्य कवच - १४४ सूर्य गायत्री - ३५० सूर्य द्वादशनाम स्तोत्र - ३५०, ३५२ सूर्यपटल - १५४ सूर्य पूजन विधि - ४७६ सूर्य वैश्वानर सूक्त - १४ सूर्य शतक स्तोत्र --- ३५२ सूर्य सहस्रनाम - ३५२ सूर्य सहस्रनाम स्तोत्र - ३५२ सूर्य सहस्रनाम स्तोत्र टीका - ३५२ सूर्य स्तोत्र - ३५२ सूर्य षष्ठी कथा - २०६. सूर्यादिनवग्रह न्यास ध्यान - ४७६ सूर्याष्टक - ११४ सेवाफल—–४४ Page #509 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - १८ - सोमवती अमावस्या माहात्म्य - १७६ सोमवती अमावस्या व्रत कथा -- २०६ सोमवती पूजा - ४७६ सोमवती व्रत पूजन - ४७६ सोमवन्यमावस्या पूजा विधि - ४७६ सौन्दर्य लहरी -- ३५४, ३५६ सौभाग्य रत्नाकर - ४७६ स्कन्द पुराण – ९२, ९४ स्तवन --- ३५६ स्तुति ग्रन्थ - ३५६ स्तोत्र ग्रन्थ ---- ३५६ स्तोत्र संग्रह - ३५६ स्थाली पाक - ४७६ स्नान विधि - ४७६ स्नान विधि सन्ध्या विधि - ४७६ E स्वच्छन्द - ३५६ स्वच्छन्द पद्धति -- ४७८ स्वप्न वाराही - - ४७८ स्वरूप वर्णन --- ३५६ स्वर्ण कर्षण भैरव स्तोत्र --- ३५६ स्वस्तिवाचक (न.) – ४७८ स्वस्तिवाचन - १४, ४७८ स्वस्तिवाचन स्तोत्र - - ३५६ स्वामिनी स्तोत्र - - ३५८ हठ प्रदीपिका -४४ हनुमताष्टक - ११४ हनुमत्कवच --- १४४, १४६ हनुमत् द्वादशाक्षर मन्त्र जप विधि ---४७८ हनुमत्पचमुखी कवच --- १४६ हनुमत्पूजा विधि - ४८० हनुमत्सहस्रनाम स्तोत्र - ३५८ हनुमत्सहस्राक्षरी माला - ३५८ हनुमत्स्तोत्र - ३५८ हनुमत्स्तोत्रादि सहस्रनाम - ३५८ हनुमत्हृदय पटल - १५४ हनुमद्दीपदान - ४८० हनुमद्द ुर्ग --- ३५८ हनुमान कवच -- १४६ हनुमान कवच स्तोत्र - ३५८ हनुमानाष्टक - ११४ हयग्रीव रहस्य - १८२ हयग्रीव स्तोत्र - ३६० हरितालिका तृतीया कथा - २०६ हरितालिका व्रत कथा - २०६, २०८ हरिद्रा गणेश कवच - १४६ हरिनाम माला स्तोत्र - ३६० हरि भक्ति दीपिका - ३६० हरि वदनाष्टक -११४ हरिवंश पुराण -- ९४ हरिवंशार्थ दीपिका - ९४ हस्त गौरी व्रत कथा - २०८ हस्त स्वर प्रक्रिया --१४ हस्तिव्रत कथा - २०८ हेतु जटा पटल - १५४ हेत्वाभास - ४४ हेमाद्रि प्रयोग - ४८० हैरम्ब गणपति स्तोत्र -- ३६० होम पद्धति - ४८० होम विधि --- ४८० Page #510 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अगस्त्य - ३१२ अग्निकुमार - १०६, ३४८ अग्निहोत्र मल्ल - १४ अनन्त दीक्षित ४३० अन्नं भट्ट (टीका० ) –२२, २४ अष्टावक्र मुनि - १६ आत्माराम - ४४ आदिनाथ - २५८ आनन्दकुमार-३४८ आनन्द गिरि ( टीका० ) - १०४ आनन्दतीर्थ भगवत्पादाचार्य - २६४ आश्वलायन - ३७८ इन्द्र - ११० इन्द्रजित शर्मा - ४५० ईश्वर कृष्ण - ४० उदयशङ्कर ( टीका० ) —९४ उपमन्यु —३३८ उर्वोघर - ४५० एकतान पुरुषोत्तम - ३८० कपिल - ३८, ४० कमलाकर भट्ट ३७८, ४५८ कविराज शर्मा (टीका० ) - ३५६ ग्रंथकारादि नामानुक्रमणिका काका रामदत्त --१६६ कात्यायन --- २, ३८६, ४६४, ४७६ कामदेव दीक्षित (टीका० ) ३८६ कालिदास -- १००, १०८, २९२, ३०० काशिनाथ - ११४ काशीनाथ -- ३९६ कृष्ण भट्ट सूरि- -- ४०० कृष्ण यज्वा --- ३४ केशव -- ११२ केशव भट्ट - ३७४ केशव मिश्र - २२ ― गणधर —–४६२ गणपति शर्मा - ३९८ गणेश मिश्र (संक ० ) - ३६० गणेशानुज - २३२ गदाधर भट्टाचार्य --- ४०६ गदाधर भट्टाचार्य गौड़ - ४०६ गन्धर्वराज----३०६ गर्गाचार्य - २ गोपाल कृष्ण -- २७४ गोपीनाथ - १०४, १०८ गोपीनाथ पाठक शैव ४२४ गोवर्धन- २६ गोविन्दानन्द स्वामी (टीका० ) - ३८ गौतम - २८ चण्डेश्वर शूलपाणि-२७४ चतुर्भुज मिश्र ( टीका० ) ३६८ चन्द्रशेखर - ७४ चिदानन्द नाथ - ४७८ चूड़ामणि भट्टाचार्य जानकी नाथ शर्मा -- २८ जगदीश (टीका० ) -२० जगदीश भट्टाचार्य -२४ जगन्नाथ - ३५४ जगन्नाथ पण्डितराज - २३६, २३८, २७२ जमदग्नि कुमार - ३४८ जयराम पञ्चानन —२४ जयराम भट्टाचार्य -- ४० जिनदत्त - १०४ जिन माणिक्य सूरि- १८ जिन वल्लभ सूरि ३३० जैमिनी - ३४ fsfusमराम कवि (टीका० ) -२२२, ३५४ तर्कवागीश - ३२ त्रिविक्रम पण्डिताचार्य - ३१६ दत्तात्रेय - ४८ दयाशङ्कर-४१८ दशरथ - ३३०, ३३२ दात्म्य - ४१८ दिनकर भट्ट - ४००, ४५८ दिवाकर ३७८ दिवाकर भट्ट - ४६० दुर्वासा महर्षि - ३०० देव कमलाकर -४४८ देवगुप्त - ३४४ देवनन्दि-२४४ देव सूरि---३३४ देवेन्द्र सूरि-३८६ (द्विवेदी) - ३८६ Page #511 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - २० घनसारपाठक-३४४ नन्दलाल-४४० नवग्रह ध्यान-३८२ नागोजि भट्ट-२५० नारद--२२६ नारद महर्षि-२६० नारायण-४३२ नारायण भट्ट-३७४, ४२८ नित्यनाय सिद्ध-४७४ निबादित्य-२० निश्चलदास साधु (टीका)-४८ नीलकण्ठ (टीका०)--७८ नीलकण्ठ-४२८,४५८ नीलकण्ठ भट्ट-४७४ पतञ्जलि-३४ पद्मसुन्दर-३४० परमहंस परिव्राजकाचार्य-२१४ परसराम--२४२ परिव्राजकाचार्य--३५६ पारस्कर-४२०,४२२ पुरुषोत्तम गोस्वामी-४०२ पुष्पदन्ताचार्य-२९६, २९८, ३०० पूर्णानन्द गिरि-१८२ पूर्णानन्द परमहंस-२०, १८२ पृथ्वीराज--३३८ प्रज्ञानानन्द सरस्वती (टोका०)-२८ बलदेव (टीका०)--२६४ बल्लभ दीक्षित-२३४ बल्लभ स्वामी--२० बादरायण-३२ बालकृष्ण दास (टीका०)-६२ बुद्धिराज--४२६, ४६८ बुद्धिराज दीक्षित-४२४, ४३८ बुध कौशिक--३०८ बृहस्पति--३४६, ३४८ बौधायन--४०८ बौधायनाचार्य-४३४ ब्रह्मा---१२०, २२८ भद्रबाहु-२६४ भारद्वाज-२२८ भासुरानन्द नाथ--५० भास्कर दीक्षित--४०८ भास्कर मिश्र--४०२ भास्कर राय--४४८ भास्कराचार्य-४४८ भैरव-४३८ मधुसूदन सरस्वती-५० मध्वाचार्य--२४, ३७६ मनिदेव सूरि-३३४ मन्नालाल--२५८ मपङ्कराचार्य (टीका०)-१६ मयूर-३५२ महर्षि नारद--२४० महादेवानन्द सरस्वती--१४,१६ महीधर--१२, ३४ महीधर स्वामी (टीका०)--६६ महूप गोस्वामी-३०२ महेश्वर भट्ट--३०६ मार्कण्डेय--३०२ मालजी वेदाङ्गराय--४४६ मूक कवि सार्वभौम-२३० मूल नारायण--४५८ यामुनाचार्य--३०२ रघुनाथ-१०२ रघुनाथ गोस्वामी--१०६, २७२ रघुनाथ जी--२६६ रघुनार तीर्थ-४०६ रघुनाथ भट्ट-३७८, ४०८ रङ्गराज वेदान्ताचार्य-२३६ रत्ननाथ-३९२ रम्मन जी---४० राकेश (बीकानेर) (टीका०)--६४ राजमकुट मणि-२८८ राजा कृष्णदास-१०६ राधारमण दास (टीका०)-४० राम---३५८ रामकृष्ण (टीका०)-१६, २०, २८ रामकृष्ण-२८, ३४, २७२, २७४, ४६२ रामकृष्ण कवि-२८४ । रामकृष्ण कवीन्द्र--२७४ रामचन्द्र-१४४, ३१२,४१०, ४३८ रामतीर्थ (टीका०)-१८ रामनारायण-४७८ राम नोभिष----३८८. रामप्रसाद--४४४ रामभद्र मिश्र (टीका०)--३५४ रामानन्द (टीका०)-९२ रामानन्द सरस्वतो--३२ रावण-३३४ रुद्रधर--४६०, ४६२ रूप गोस्वामी-३२, २५० Page #512 -------------------------------------------------------------------------- ________________ लक्ष्मण भट्ट-४२८ लघु पण्डित-२८० लध्वाचार्य-२५६, २८० लौगाक्षि भास्कर--१६ वल्लभाचार्य-२, १६, १८, २४, २६, ३०, ३२, ३६, ३८,४०,४२,४४,८६,८८,१०२,१०६, १०८, ११०, २२४, २२६, २३४, २५०, २५२, २५८,२६६, २८४,३१६, ३५० वसिष्ठ-११४, २६६, ३८४,४५० वसिष्ठ ऋषि-३३८ वादिराज-२२६ वाल्मीकि-९८, १००, १३८, ३५८ विजय रामाचार्य--२८. विट्ठल दीक्षित-३६, २४६, ३४४,३८८,४७४ । विट्ठलनाथ दीक्षित-३५८ विट्ठलेश-१०२, १०६, ३०४ विट्ठलेश्वर-३२, १०२,२३४, ३०२, ३४४,३५६ विद्यानन्द नाथ-४७६ विद्यारण्य मुनि-१६, २८ विद्या वागीश (टीका०)-२२ विधार राय स्वामी-२० विभीषण-३५८ विल्वमङ्गल--२४८ विश्राम-३८८ । विश्वनाथ पञ्चानन-१८ विश्वनाथ पञ्चानन भट्टाचार्य-४ विश्वभूषण भट्टारक-३७८ विश्वमित्र-२४४ विश्वामित्र-३०८ -विश्वामित्र ऋषि-३०८ विश्वेश्वर-१६ विश्वेश्वर (टीका)-३४ विश्वेश्वरानन्द-३६ विष्णु-२९८ विष्णुपुरी परमहंस-३२, २८४, २८६ विष्णु स्वामी--४७२ . वीरभद्र-३३८ वीरेश्वर ज्ञानी-३५८ वेङ्कटाद्रि नायक (टीका०)-६८ वेदव्यास-११२,१३२,१४०,३१४,३२०, ३२२ वैश्वा-३४८ वैश्वानर-२७२ व्यास (टीका)--३४ व्यास-२८६ शङ्कर भट्ट-१८६, ४५६ शङ्कर भागवत-२६ शङ्कराचार्य-१६, १८, २०, २४,२८, ३०, ३२, ३६, ३८,४२, (टीका०) ५०, ६८, ९८, १००, १०२, १०४,१०६, १०८,११२, ११४, २१२, २१४,२१६, २२२, २२८, २३२, २३४, २३८, २५२, २५४, २६०,२६२, २६४, २६६,२७०, २७२, २८६, २८८, २९८, ३००, ३०४, ३१४, ३१६, ३२०, ३२४, (टीका०) ३२८, ३३६, ३३८, ३४२, ३५४, ३४६, ३५२, ३५४, ३५६, ३६०, ३९२, ४५०,४५२,४५८ शङ्करानन्द (टीका०)-५२ शाम्भ आचार्य--२२४ शिवराम प्रकाश-४५२ शिवादित्य मिश्र-४० शुकदेव-३९२ शुक मुनीन्द्र-३० शुक यतीन्द्र-३० शुभचन्द्र-३० शौनक-४ शौनक महर्षि (टीका०)-६ शौनक महर्षि-४२० श्री कुंवर-३५६ श्रीकृष्ण भिक्षु-१०४ श्रीधर स्वामी (टीका०)-५८, ६० ६२, ८०, ८२, ८४,८६,८८ श्रीधराचार्य (टीका०)-८२, ८४ श्रीनिवास भट्ट-४६० श्री निवासाचार्य-४०६ श्री भट्टाचार्य-३७६ सदाशिव-२९४ सदाशिव त्रिपाठी-४१० सरदार कवि-२० सामराज-१४ सायणाचार्य (टीका०.)-४३४ . सुन्दर शुक्ल-६ सुरेश्वराचार्य एवं रामतीर्थ (टीका०)-२४ सोमनाथ--१४ सोमसेन-४०६ स्वामी प्रज्ञानानन्द सरस्वती (टीका०)-५८ स्वोपज्ञ टीका (टीका०)-३८८ हनुमान-२५२, ३०६ हयग्रीव-१५४ हरिदास-४०, ९८, १०६, ११४, २३४ हरिराम-११२, २१८, ३१६ हरिहर-३३८ (टीका०) ४२२, ४७६ हरिहर ब्रह्म-१३० हर्षकीति सूरि (टीका०-२८४ Page #513 --------------------------------------------------------------------------  Page #514 -------------------------------------------------------------------------- _