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पुराण : इतिहास
आकार (से० मी०)
पृ०सं०
|पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण । लिपिकाल प्र०पृ० प्र० पं० (अनु० छन्द में)
विशेष विवरण
८ (क)
ट(ग) ८(घ)
११
३५४१८
३४४१७
पूर्ण/११३३७ | १६३५ वि० अग्निपुराण संस्कृत का विश्वकोषसा
है। इसमें संस्कृत वाङमय के सभी
विषय संगृहीत हैं। ग्रन्थपूर्ण प्राप्त है पूर्ण/
पाठ पत्रों में अग्निपुराण की विषय सूची दी गई है। यह अग्निपुराण के
अध्ययन में सहायक ग्रन्थ है अपूर्ण/१६५०
२६४१२.५
२२.८४१५.२
अपूर्ण/३६०
२६४१५.५
अपूर्ण/५८५
१७४१२
| २ | ५ | १६ | पूर्ण/५
१०.२४६.६
१६.८x२१
२३४ १४
पूर्ण/१८१५ | १९२४ वि०॥
३४४ १७.५
६२६
११ | १५ | पूर्ण/७५३२
अस्सी अध्यायों में पूर्ण इस पुराण में कालिकामाहात्म्य तथा अन्य आनुषंगिक राजनीति, सदाचारादि का भी वर्णन किया गया है
२५४३०
।
२
३२, ४० अपूर्ण/८०
२६.५४१६
| ८५ | १० | २४ | अपूर्ण/६३७
३०४१६
| ९६ / १२ / ३२ पूर्ण/११५२ | १६६७ वि० | ३३ अध्यायों में प्रेतकल्प विषय प्रति
पादित है । लिपिकाल की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण