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स्तोत्र
२७१
विशेष विवरण
आकार पंक्ति अक्षर दशा/परिमाण |
लिपिकाल (से० मी०) पृ०स०प्र० पृ० प्र०५० (अनु० छन्द में)
८ (क) (ख) ८ (ग) ८(घ) २०.५४१०.५ १९ | १२ | २२ | पूर्ण/१५७
__
११
१८x११.५
५ | ९ | २१ | पूर्ण/३०
-
इसमें किसी शङ्कराचार्य द्वारा लक्ष्मी की १५ श्लोकों में तान्त्रिक स्तुति की गई है-"श्रीचक्र-प्रिय-विन्दु-तर्पणपरां श्री राजराजेश्वरीम" प्रत्येक श्लोक का चतुर्थ चरण है
१३.५४८.५
| १० | ६ | १८ | अपूर्ण/३४
१७४१४
९ | १७ | पूर्ण/४०
१२४८
४
५ | १२ | पूर्ण/७५
१७४१२.२
अपूर्ण/७
१९४४ वि०
१२४८
.
६
पूर्ण/१५
१३४१०
पूर्ण/४
१६.५४११
| १० | १६ | ११ | पूर्ण/५५
१२४५
३ | १७ | २
पूर्ण/३२
२५४११.५
। २
पूर्ण/२०
२७४१३
पूर्ण/१५
१४४१०
| पूर्ण/५३