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स्तोत्र
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विशेष विवरण ...
आकार (से० मी०) ८ (क)
११
पंक्ति | अक्षर दशा/परिमाण
लिपिकाल प्र० पृ०प्र० पं० (अनु० छन्द में)
| ९ | पूर्ण/२४ | १८२५ वि०
(चैत्र ११) ९ | २० | अपूर्ण/१७
१४.२४११.५
१६.५४१०
१७४ १०.५
। ३८ | ८ | २० | पूर्ण/१९०
१८४४ वि० (भाद्रपदशुक्ल
सप्तमी भौमवार)
२०.२४१२.५
७ | १६ | अपूर्ण/९८
१५.९४१०
| २४ | ७ | २० | पूर्ण १०५
"
१२४८
१० | १५ | पूर्ण/७५
२१.३ ४११
| ५ | १८ | पूर्ण/२०
र
१५.५४११
५ | १८ पूर्ण/१३५
गणेश के गकार से प्रारम्भ होने वाले सहस्रनामों की स्तुति की गई है। यह रुद्रयामल तन्त्र का एक अंश है
२२४१०
७ | २४ | अपूर्ण/९५
- १३४८
५ | १२ | पूर्ण/११
१८.७४१०.३
.
| १६ | पूर्ण/२१
१६४११
५ | ७ | १६ पूर्ण/ १७.
१८९२ वि०
१४४९.३
३०
७ | २० | पूर्ण/१३१