________________
उपनिषद् : गीता
६९ .
लिपिकाल
विशेष विबरण
आकार (से० मी०) ८ (क)
| दशा/परिमाण (अनु० छन्द में)
९
७.५४१२
३२ | पूर्ण /९०
रुद्राक्ष विषयक विस्तृत ज्ञान देनेवाली उपनिषद्, सुचारु
८.५४ १४.५
| ४० पूर्ण/९०
:५४११
७७
३० | अपूर्ण/५७७
३४४१७.५
२४०
| पूर्ण/२४७५
| १८९१ वि० पद्मपुराण में निरूपित शिवराघवसंवाद
रूप १६ अध्यायों की शिवगीता, साथ
में वेंकटाद्रिनायककृत टीका भी | १८९९ वि०
२०.५/४११
८ | २० | पूर्ण/२५
२०.५४१७
५६ / ९
१४ पूर्ण/२२१
२१४११.५
पूर्ण/९
१२४२१
२ | १८ | १३ पूर्ण/१४
१७९२ वि० (कार्तिक मासे शुक्लपक्षे तिथी ४ बुधवासरे)
१२.५४८.५
6
१६ | अपूर्ण/१०
१७४११
१६ | पूर्ण/१२
१९२६ वि० (जेष्ठ शुक्ल ७ बुधौ)
१४४८
6
| पूर्ण/१७ .
१७४१२
पूर्ण/१६
१५४११.५
| ३ | ८ | १६ | पूर्ण/१२