Book Title: Vyavaharik Sanskrit Dhatu Rupavali
Author(s): Girishnath Jha, Sudhirkumar Mishra, Ganganath Jha
Publisher: Vidyanidhi Prakashan

View full book text
Previous | Next

Page 698
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra अशप्स्यत अशप्स्यथाः अशप्स्ये संगणक - जनित व्यावहारिक संस्कृत धातु-रूपावली शप (आक्रोशे, भ्वादिगण, आत्मने, लृङ् ) अशप्स्येताम अशप्स्येथाम् अशप्स्यावहि शब्द (उपसर्गादाविष्कारे च, चुरादिगण, परस्मै, लट्) शब्दयति शब्दयसि शब्दयामि शब्दयतु शब्दय शब्दयानि अशब्दयत् अशब्दयः अशब्दयम् www.kobatirth.org शब्दयतः शब्दयथः शब्दयावः शब्द (उपसर्गादाविष्कारे च, चुरादिगण, परस्मै, लोट्) शब्दयताम् शब्दयतम् शब्दयाव शब्द (उपसर्गादाविष्कारे च, चुरादिगण, परस्मै, लङ्) अशब्दयताम् अशब्दयतम् अशब्दयाव शब्दयेत शब्दयेः शब्दयेयम् शब्दयाञ्चकार शब्दयाञ्चकर्थ शब्दयाञ्चकार Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir शब्दयिता शब्दयितासि शब्दयितास्मि शब्दयेताम् शब्दयेतम् शब्दयेव अशप्स्यन्त अशप्स्यध्वम् अशप्स्यामहि शब्द (उपसर्गादाविष्कारे च, चुरादिगण, परस्मै, विधिलिङ्) शब्दयेयुः शब्दयेत शब्दयेम शब्दयन्ति शब्दयथ शब्दयामः शब्दयितारौ शब्दयितास्थः शब्दयितास्वः For Private and Personal Use Only शब्दयन्तु शब्दयत शब्दयाम शब्द (उपसर्गादाविष्कारे च, चुरादिगण, परस्मै, शब्दयाञ्चक्रतुः शब्दयाञ्चक्रथुः शब्दयाञ्चकृव शब्द (उपसर्गादाविष्कारे च, चुरादिगण, परस्मै, लुट्) अशब्दयन् अशब्दयत अशब्दयाम लिट्) शब्दयाञ्चक्रुः शब्दयाञ्चक्र शब्दयाञ्चकृम शब्दयितारः शब्दयितास्थ शब्दयितास्मः ६८७

Loading...

Page Navigation
1 ... 696 697 698 699 700 701 702 703 704 705 706 707 708 709 710 711 712 713 714 715 716 717 718 719 720 721 722 723 724 725 726 727 728 729 730 731 732 733 734 735 736 737 738 739 740 741 742 743 744 745 746 747 748 749 750 751 752 753 754 755 756 757 758 759 760 761 762 763 764 765 766 767 768 769 770 771 772 773 774 775 776 777 778 779 780 781 782 783 784 785 786 787 788 789 790 791 792 793 794 795 796 797 798 799 800 801 802 803 804 805 806 807 808 809 810 811 812 813 814 815