Book Title: Vividh Puja Sangraha
Author(s): Shravak Bhimsinh Manek
Publisher: Shravak Bhimsinh Manek

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Page 481
________________ श्रीचोसठप्रकारी पूजाध्यापन विधि. ४७३ ॥द्वितीय दिवसे दर्शनावरणीयकर्मनिवारणार्थ वस्तु॥ ॥ १ नदीनां जल, २ चंदन, केशर, ३ मरुया डमरानां फूल, ४ अष्टांग धूप, ५ नव दीवेटनो दीवो तथा बीजो बे दीवेटनो दीवो, ६ कमोदना चोखा, ७ नैवेद्य, ७ फल ॥ ॥ तृतीय दिवसे वेदनीयकर्म निवारणार्थ वस्तु ॥ ॥१ कस्तरी, बरासवावं जल, २ केशर, बरास, ३ फूलपगर करीए, ४ पंचांग धूप, ५ बे दीवेटनो दीपक, ६ कमोद शालि अखंग, ७ नैवेद्य, फल ॥ ॥ चतुर्थ दिवसे मोहनीयकर्मनिवारणार्थ वस्तु ॥ ___॥ १ जाखनां पाणी, २ बावनाचंदन, ३ जा, केवमो अने जासुलनां फूल, ४ दशांग धूप, ५ बे दीवेटनो दीपक, ६व्रीहि अखंम, ७ नैवेद्य, फल ॥ ॥ पंचम दिवसे आयुःकर्म निवारणार्थ वस्तु ॥ ॥१ साकरतुं पाणी, २ केशर, ३ जाश् अने चंबेलीनां फूल, ४ कुंदरु दशांग धूप, ५ चार दीवेटनो दीपक, ६ अखंम चोखा, नैवेद्य, उ फल ॥ ॥ षष्ठ दिवसे नामकर्म निवारणार्थ वस्तु ॥ ॥ १ उध, अनिषेक, २ सुवर्ण साथे घसेर्बु केशर, Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org

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