Book Title: Vallabh Bharti Part 01
Author(s): Vinaysagar
Publisher: Khartargacchiya Shree Jinrangsuriji Upashray

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Page 206
________________ 1 आप प्राकृत, संस्कृत तथा देश्यभाषा के उद्भट विद्वान् थे । आपकी विशेष ख्याति टीकाकार और जैनागमों के प्रौढ अभ्यासी के रूप में थी । सं० १६७५ वैशाख शुक्ला १३ को सं० रूपजी कारित वृहद् प्रतिष्ठा महोत्सव के समय आ० जिनराजसूरि के साथ शत्रु ञ्जय पर आप भी विद्यमान थे। आपका साहित्य - सर्जन काल सं० १६४१ से १६७६ तक का है । सं० १६७६ के पश्चात् आपकी कोई कृति प्राप्त न होने से संभव है १६७६ के आसपास ही आपका स्वर्गवास हो गया हो। आपकी निर्मित कृतियों की तालिका इस प्रकार है: (१) सव्वत्थ शब्दार्थ समुच्चय' ( " सव्वत्थ' शब्द के ११७ अर्थ ) (२) खण्डप्रशस्ति वृत्ति (२० सं० १६४१) मेरे द्वारा संपादित होकर शीघ्र ही राजस्थान प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान, जोधपुर से प्रकाशित होने वाली है । ३. नेमिदूत वृत्ति (सं० १६४४ बीकानेर) । ४. नलचम्पू वृत्ति ( २० स. १६४६ सेरुणा ) । ५. रघुवंश टीका ४ (सं० १६४६ बीकानेर ) । ६. वैराग्य शतक टीका (सं० १६४७) । ७. संबोध सप्तति टीका (सं. १६५१) । ८. कर्मचन्द्र वंश प्रबन्ध टीका (सं. १६५६ तोसामनगर )। ६. लघु शान्तिवृत्ति ( १६५९ वेनातट ) । १०. इन्द्रिय पराजय शतक वृत्ति, ११. लघु अजितशान्तिवृत्ति, १२. ऋषिमण्डल अवचूरि ६, १३. दशाश्रु तस्कन्ध टीका १०, १४. शीलोपदेशमाला लघुवृत्ति 1 32, 5 भाषा टीकाएं - १५ बृहत्संग्रहणी बालावबोध' २, १६. आदिनाथ स्तव बालावबोध ( बापड़ाउ, ज्ञाननन्दन आग्रह से ) । १७. णमुत्थुणं बाला० । १८. जयतिहुअण स्तोत्र बाला० 13, १९. भक्तामर स्तबक, २०. कल्पसूत्र बालावबोध '४, २१. चरण- करण- सत्तरी भेद । रास संग्रहात्मक – २२. हुण्डिका (सं० १७५७ सैरुणा, पद्य सं० १२००० ) । २३. प्रश्नोत्तर | रास चौपाई - २४. कयवन्ना संधि' (१६५४ नेमिजन्म महिमपुर ) । २५. कर्मचन्द्र वंशावली ( १६५६ भा० व० १०)। २६. अंजना सुन्दरी रास ७ (१६६३ खंभात ) । २७. ऋषिदत्ता चौपाई ( १६६३ खंभात ) । २८. गुणसुन्दरी चौपाई | ८ ( १६६५ नवानगर)। २६. नलदमयन्ती प्रबन्ध ( १६६५ नवानगर ) । ३०. जम्बूरास ( १६७० बाडमेर ) । ३१. धन्ना शालिभद्र चौपाई (१६७४ आगरा श्रीमाल मानसिंह आग्रह से ) । ३२. अगडदत्त रास । १. अनेकार्थरत्न मंजुषा में प्रकाशित २. मेरे द्वारा सम्पादित होकर सुमति सदन कोटा से प्रकाशित हो चुकी है। ३. सेठिया लायब्ररी बीकानेर, राजस्थान प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान, जोधपुर । ४. बीकानेर भंडार ५. ८. हीरा० हं० द्वारा प्रकाशित ६. प्रात्मानन्द सभा भावनगर द्वारा प्र० । ७. नाहटा संग्रह । ६. मेरे संग्रह में १०. उल्लेख फुटकर पत्र में, अप्राप्य, १२. अपूर्ण प्रति अनंतनाथ ज्ञान भंडार बम्बई, १४. कई पत्र स्वयं लिखित बद्रीदास संग्रह कलकत्ता । १६. प्रकाशित १५. बीकानेर भं० । १७ - १८ मेरे संग्रह में बल्लभ-भारती ] ११. आत्मानद सभा भावनगर १३. पत्र १३ स्वयं लि० रामचन्द्र भं० बीकानेर; [ १७१

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