Book Title: Uttaradhyayan Sutra Mul Path
Author(s): Jivraj Ghelabhai Doshi
Publisher: Jivraj Ghelabhai Doshi

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Page 149
________________ १४२ उत्तरज्झयणं. ३१. 1 किरियासु भूयगामेसु परमाहम्मिएसु य । जे भिक्खू जयई निश्चं से न अलइ मएले गाहासोलसएहिं तहा अस्संजमम्मि य । जे जिक्खू जयई निश्चं से न अनुइ मएमले बम्जम्मि नायज्कयणेसु गणेसु ा समाहिए जे जिक्खू जयई निश्च्चं से न अलइ मएमले एगवीसाए सबले बावीसाए परीसहे । जे निक्खू जयई निच्चं से न अबइ मएफले तेवीसाइ सूयगडे रूवाहिएसु सुरेसु य । जे जिक्खू जयई निश्चं से न अडइ मएले 'पणवीसजावणासु उद्देसेसु दाइ । जे जिक्खू जयई निच्चं से न अडर मएकले अणगारगुणेहिं च पकष्पम्मि तहेव य । जे जिक्खू जयई निश्चं से न अलइ मएले पावसुयपसङ्गेसु मोहठाणेसु चैव य । जे निक्खू जयई निश्चं से न अडर मएले सिद्धाइगुण जोगेसु तेत्तीसासायणासु य । जे भिक्खू जयई निश्चं से न अनुइ मएफले इस ठाणेसु जे भिक्खू जयई सया । खिष्पं सो सङ्घसंसारा विप्पमुच्चइ पलिओ ૫ ॥ त्ति बेमि ॥ । १२. १३. १४. १५. १६. १७. १८. १. २०. २१. १ Ch. (चा.) असंजमम्मिय. २ Ch. (चा. ) य for अ ( ने बदले), ३ Ch. (चा.) अ for य ( ने बदले ) ४ Ch. (चा. ) पशु . ५A (आ.) नाहि. ६ Ch. (चा.) ईइ. 4 ( आ.) इति.

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