________________
संस्कृतकाव्यशास्त्र एवं प्राकृतकाव्यसाहित्य... : 43 (क) कर्पूरमंजरी, 1-19, (ख) काव्यप्रकाश, 7, उदा. सं. 310 काव्यप्रकाश, 7, उदा. सं. 316 काव्यप्रकाश, 7, उदा. सं. 321 (क) गाथासप्तशती, 9-87 (ख) काव्यप्रकाश, 7, उदा. सं. 329 (क) कर्पूरमंजरी, 2-4 (ख) काव्यप्रकाश, 8, उदा. सं. 343 (क) गाथासप्तशती, 995 (ख) काव्यप्रकाश, 10, उदा. सं. 401 (क) गाथासप्तशती, 985 (ख) काव्यप्रकाश, 10, उदा. सं. 408 (क) गाथासप्तशती, 980 (ख) काव्यप्रकाश, 10, उदा. सं. 423 (क) गाथासप्तशती, 428 (ख) काव्यप्रकाश, 10-उदा. सं.-428 (क) गाथासप्तशती, 969, (ख) काव्यप्रकाश, 10, उदा. सं. 451 (क) गाथासप्तशती, 976 (ख) काव्यप्रकाश, 10, उदा. सं. 458 (क) गाथासप्तशती, 472 (ख) काव्यप्रकाश, 10, उदा. सं. 472 (क) कर्पूरमंजरी, 2-9 (ख) काव्यप्रकाश, 10, उदा. सं. 496 काव्यप्रकाश, 10, उदा. सं. 516 (क) गाथासप्तशती, 953 (ख) काव्यप्रकाश, 10, उदा. सं. 428 (क) गाथासप्तशती, 975 (ख) काव्यप्रकाश, 10, उदा. सं. 530 (क) गाथासप्तशती, 981 (ख) काव्यप्रकाश, 10, उदा. सं. 534 (क) गाथासप्तशती, 974 (ख) काव्यप्रकाश, 10, उदा. सं. 552 (क) गाथासप्तशती, 972 (ख) काव्यप्रकाश, 10, उदा. सं. 555 (क) गाथासप्तशती, 947 (ख) काव्यप्रकाश, 10, उदा. सं. 561