Book Title: Sramana 2014 07 10
Author(s): Ashokkumar Singh, Rahulkumar Singh, Omprakash Singh
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 116
________________ जैन-जगत् 1. प्रो. प्रेमी को जैन आगम - मनीषा सम्मान जैन विश्व भारती लाडनूं की ओर से जैन श्वेताम्बर तेरापंथ के पूज्य आचार्य श्री महाश्रमण के विशाल संघ के सान्निध्य में एक अगस्त 2014 को अध्यात्म साधना केन्द्र महरौली, नई दिल्ली में आयोजित भव्य सम्मान समारोह में एम. जी. सरावगी फाउंडेशन कोलकाता द्वारा प्रायोजित वर्ष 2012 का महादेव लाल सरावगी जैन आगम - मनीषा सम्मान सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी में जैन दर्शन विभाग के पूर्व प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष तथा वर्तमान में बी. एल. इन्स्टीट्यूट ऑफ इण्डोलॉजी, दिल्ली के निदेशक (शैक्षिक) प्रो. फूलचन्द जैन प्रेमी को प्रदान किया गया। अखिल भारतवर्षीय दिगम्बर जैन विद्वत् परिषद् के पूर्व अध्यक्ष प्रो. प्रेमी को इस सम्मान में प्रशस्तिपत्र, अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिह्न के साथ ही एक लाख रुपये की सम्मान धनराशि का चेक जैन विश्वभारती, लाडनूं के अध्यक्ष श्री ताराचन्द रामपुरिया, उपाध्यक्ष श्री धर्मचन्द लुंकड, श्री बच्छराज नाहटा एवं न्यासी श्री प्यारे लाल पितलिया ने प्रदान किया । 2. शोक समाचार श्रीमती कमलाबाई जैन धर्मपत्नि डॉ. सागरमलजी जैन का संथारापूर्वक देहत्याग जैन धर्म-दर्शन के अन्तर्राष्ट्रिय विद्वान, प्राच्य विद्यापीठ, शाजापुर के संस्थापक एवं पार्श्वनाथ विद्यापीठ, के पूर्व निदेशक डॉ. सागरमल जैन (शक्करवाला) की धर्मपत्नि वरिष्ठ सुश्राविका श्रीमती कमलाबाई जैन का शाजापुर नगर (म.प्र.) में दिनाक 8 अक्टूबर 2014 शरद पूर्णिमा वि. सं. 2071 को प्रातः 4:45 बजे संथारापूर्वक देह त्याग हुआ। आप 81 वर्ष की थीं। आपका जन्म भी फाल्गुन पूर्णिमा मार्च सन् 1934 को ही —

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