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मवण
[ ३४ ] अन्याय प्रधानविषय
पृष्ठाङ्क ६ अनेककर्मवर्णनम्
१३४३ आधान काल और तत्सम्बन्धि अग्निहोत्र तथा
परिवेत्ति का वर्णन (१-१५)। ७ शमीगर्भाधनेकप्रकरणवर्णनम्---- १३४४
शमी गर्भ काष्ठ पीपल आदि का वर्णन । अनि मन्थन की प्रक्रिया, अरणी निर्माण, किस प्रकार काष्ठ की अरणी बनानी, अरणी मन्थन से निकाली हुई अनि ही यज्ञ में प्रशस्त होगी (१-१४)। . सयज्ञस्र वसमिधलक्षणवर्णनम्- १३४६ अरणी मन्थन विधान। दर्श पौर्णमास्य यज्ञ में समिधा का मान तथा समिधा हरण विधि
(१-२४)। & सन्ध्याकालाधुद्दिश्यकर्मवर्णनम्- १३४८
सायंकाल का निर्णय एवं सार्वकालीन अमिहोत्र का समय तथा विधि। प्रज्वलित अग्नि में ही आहुति देना, यदि प्रज्वलित नहीं, हो तो पंखे (व्यजन) से हवा देना मुख से नहीं (१-१५)।