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[ ४५ ] आध्याय प्रधानविषय
पृष्ठाङ्क ३ ब्रह्मचर्याद्याचारवर्णनम् ।
१४१८ ब्रह्मचर्य, विद्याध्ययन काल का आचरण तथा आचार्य गुरु उपाध्याय की व्याख्या। माता पिता गुरु के पूजन का महत्व । ब्रह्मचारी के नियम
व्रत तथा आचरण (१-१२)। ४ विवाहसंस्कारवर्णनम् ।
१४२० आठ प्रकार के विवाहों की विधि का वर्णन (१-१५)। ५ पञ्चमहायज्ञा:-गृहाश्रमिणां प्रशंसा-अतिथि वर्णनम् ।
१४२१ पञ्च महायज्ञ गृहस्सी के नित्य कर्म बताये हैं (१-१८)। ६ वानप्रस्थधर्मनिरूपणं संन्यासधर्मप्रकरणञ्च १४२२
वानप्रस्थाश्रम की आवश्यकता और उसके धर्म का निरूपण (१-७)। प्राणायामलक्षणं धारणा-ध्यानयोगनिरूपण वर्णनम्।
१४२५ ब्रह्माश्रमी के संन्यास की विधि । आत्मज्ञान प्राणायाम, ध्यान धारणादि योग का निरूपण (१-३४)।