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[ ३६ ] अध्याय
प्रधानविषय पृष्ठा १४ ब्रह्मयज्ञविधिवर्णनम्
१३५५ ब्रह्मयज्ञ का वर्णन ( १-१५)। १५ यज्ञविधिवर्णनम्
१३५७ उपर्युक्त पञ्च महायज्ञों की विस्तार से विधि बताई
गई है (१-२१)। १६ श्राद्धे तिथिविशेषेणविधिवर्णनम्। १३५६
श्राद्ध की तिथियों का निर्देश, तिथि परत्व श्राद्ध
विधान ( १-२३)। १७ श्राद्धवर्णनम् ।
१३६२ श्राद्ध की विधि का निदर्शन (१-२५)। १८ विवाहाग्निहोमविधानवर्णनम। १३६४
वैवाहिक अग्नि से प्रातः सायं हवन का विधान,
चरु का वर्णन और कुशा विष्टर का मान (१-२३) १६ सकर्तव्यतास्त्रीधर्मवर्णनम् ।
गृहस्थाश्रमी को स्त्री के साथ अग्निहोत्र का विधान। लियों में श्रेष्ठ स्त्री वही है जो सौभाग्यवती हो,