Book Title: Siri Santinaha Chariyam
Author(s): Devchandasuri, Dharmadhurandharsuri
Publisher: B L Institute of Indology

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Page 960
________________ संतिणाह सिरिसंतिनाहचरिए दर्शनम् परिशिष्टम् ६९, १२३, १८७, ३२६, ४१३, ५४२, ५७५, ६५७, जिणदरिसण ८१०,८३८, ८८०, ८८१, नइयाइयदरिसण ८८३, ८८४, ८९२, ८९४, बहस्सइदरिसण ८९६, ८९८, ५२८ बुद्धदरिसण ५७६ भट्टदरिसण वइसेसियदरिसण ३०९, ३१०, ३११ ९४ | चंडसेण | पेममंजूसा | बब्बरी विजया विज्जुलइया सुभद्दा २६३, २६४, २६६ ६५९ संतिसामि सच्चजस सयंपभ ३०७ ७३९ दासीपुत्रः ८, ९, १०, ११, १२, १२१, १२२ | कविल दासः सेज्जंस तीर्थम् २४०, २४१ दासी चंडवेग मारीचि कोडियसिल पभास मागह वरदाम सिरिणइतित्थ कविला चिलाई पियंकरिया पियंकरी ८ २६३, २६४, २६६ ७६, ७७ ७६, ११६, ११९, १०९ देवः किरिमालय चित्तचूल तंबचूल ४२८ | पियंगुलइया ९१०

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