Book Title: Siri Santinaha Chariyam
Author(s): Devchandasuri, Dharmadhurandharsuri
Publisher: B L Institute of Indology
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निर्गचकुलम्
परिशिष्टम्
सिरिसंतिनाहचरिए
सुवण्णकुंभ सुव्वय सिद्धसूरि
सुयसागर सुयसायर हरिभद्द
८३३ ८३४ | चंदकुल
२७८,३२१
२
निर्ग-थगच्छः
निर्ग्रन्थः-आचार्य
निर्ग्रन्थः-केवली
पुण्णतल्ल
७७६ | सुमण
सुवण्णकुंभ
निर्ग्रन्थगणः
कोडियगण
निर्ग्रन्थः-गणधरः
निर्गन्थशाखा
र
वडरा
५३
गुणभूइ गुणसूरि जयसीह जसभद्द जसोभद्द देवचंद धम्मघोस सिद्धसेण सिरिदत्त सोलंधर सोलसूरि
इंदभूइ गोयम चक्काउह
निर्ग्रन्थिनी
१९,८९८
२३१
६९८
३, ३९२ ८७८, ८८०, ८८२, ८९३, ८९४, ८९६, ३
तेलोक्कसुदंरी ३२२
पउमा ४१२
मयणवेगा निर्ग्रन्थः-स्थविरः
विमलमइ
जसहर पिहियासव
३८५
१७३ ७२२
भद्दवाहु
| सीलमइ
४०६, ७२९ *
७३० * ९१८

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