Book Title: Siri Santinaha Chariyam
Author(s): Devchandasuri, Dharmadhurandharsuri
Publisher: B L Institute of Indology

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Page 970
________________ सिरिसंतिनाहचरिए परिशिष्टम् २९९ २९९ २९७ ७८०, ७८३, ७८४ मातङ्गः ६७५, ६७८, ६८१ मेषनाम देवचंदसूरि ४३० २९९ occ गुज्जर गोड गोल्लय चिलायदेस चोड पुक्खलावद मगह मगहा मज्झदेस मरुमंडल मागह ४१३, ५२८, ८९४, ८९८ | प्रस्तुतग्रन्थकार: जमपास ६९, १८७, ३२६, ४१३, | ५२८, ५४७, ५५१, ५५४, काल ५७६, ८९६, ७९० महकाल बलदेवः १९१, २६१, २६२, २६४, | सुलोयण २६५, २६७, ३२१, ३२९, ४५९, ३२९ / सेलग ७६, ७७, ९०, ९४, ९५, सेलय ९६, ११५, १२३ ३, २७१ यक्षः अपराजिय ७, ३८६, ८४५, ८५३, ८५४, ८५५ ८५८, ८६०, ८६१, ८६२ अयल सिंधव रजकः अवराइय अवराजिय सोरटु राजपुत्रः भाषा प्रस्तुतग्रन्थः ३, ६९, १८७, ३२६, । पर अक्ककित्ति ३४३ | अकप्पह संतिणाहचरिय ९२०

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