Book Title: Siri Santinaha Chariyam
Author(s): Devchandasuri, Dharmadhurandharsuri
Publisher: B L Institute of Indology

View full book text
Previous | Next

Page 981
________________ १२० । मेहणाअ श्रावकः *परिशिष्टम् विद्याधरी सिरिसंति * भामरी नाहचरिए महजाला विज्जामुही वेयालिणी रोहिणी *सत्थावरणी ११४, १११ ११४, ११६ १०५, १२० ८०५, ८०६, ८०९ ६९५, ६९६, ६९७ गंधव्विया चित्तलेहा पभावई पवणिया मयणिया वेगवई गंगदत्त ৪99 जिणचंद ४७६ जिणदत्त ४७७ | जिणदास ৪ওও जिणदेव ४७६ जिणसेहर ४७७, ४७८ वीरदेव सीह ७६२ सुलस विद्याधरराजपुत्रः ***************** अक्ककित्ति ॐ मणिकुंडलि विमानम् विद्याधरराजपुत्री ससिकंत *सर्यपभा ७२, ७३ शास्त्रम् श्रावकपुत्रः विद्याधरराजा आउव्वेय सीह ३३८ | सोहय *कुंडलि शिबिकानाम श्रावकपुत्रपत्नी * जलणजडि * मणिकुंडलि सव्वत्था ७१ ६७, ६९ ५६९ पउमसिरी *९३१

Loading...

Page Navigation
1 ... 979 980 981 982 983 984 985 986 987 988 989 990 991 992 993 994 995 996 997 998 999 1000 1001 1002 1003 1004 1005 1006 1007 1008 1009 1010 1011 1012 1013 1014 1015 1016