Book Title: Siri Santinaha Chariyam
Author(s): Devchandasuri, Dharmadhurandharsuri
Publisher: B L Institute of Indology
View full book text
________________
*परिशिष्टम्
सिरिसंतिनाहचरिए
चक्रेश्वरी देवी
५६३, ५६४ उत्तरअज्झयण
ओवाइय कप्प दसकालिय
सहसाउह
चौरभगिनी
६९३, ६९४ | संतिसामि चक्रिपुत्रः
चक्किणी चक्री
७८० धणदेवी ३, ७५, ७१९
६४, ६७ | देविल ३, ३९४, ३९५, ३९७, ४०२, ४०३, ४०७, ४११, नंदियड
४१२, ४१५
नाय
चक्काउह भरह रयणज्झय वज्जाउह
छत्रधारकः
ववहार सूयगड
छन्दोग्रन्थः
जैनागमः-प्रकीर्णकम्
आराहणा
जारपुरुषः
सगर
७१९
रेवण
तपोभेदः
चक्री तीर्थकरच
जैनागमः
कम्मचउत्थ
चंदायण
संतिजिण संतिजिणिद संतिणाह
५६१ ५५९,५६०
आयार आयारपगप्पय
धम्मचक्कवाल बत्तीसयकल्लाण
९०८

Page Navigation
1 ... 956 957 958 959 960 961 962 963 964 965 966 967 968 969 970 971 972 973 974 975 976 977 978 979 980 981 982 983 984 985 986 987 988 989 990 991 992 993 994 995 996 997 998 999 1000 1001 1002 1003 1004 1005 1006 1007 1008 1009 1010 1011 1012 1013 1014 1015 1016