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:: शेष विद्या प्रकाश
राता महावीरजी स्तवन पावापुरी के वासी तुजको क्रोड़ों प्रणाम तुजको क्रोड़ों प्रणाम बीजापुर से अधकोस ऊपर हस्तुतुडी है अति सुदर
राता महावीर नाम तुजको कोड़ प्रणाम ! सिद्धारथ कूल दीपक जाणो त्रिशला राणी के लाडला मानो
वर्धमान गुण नाम तुजने कोड़ो प्रणाम । नंदीवर्धन के बांधव हो यशोदा के कंत तुम्ही हो।
क्षत्रीय कुड शिरताज तुजने कोड प्रणाम । मूर्ति यह है इंदर की प्यारी, हिंगाक्षी की शोभा न्यारी
शिला-लेख अजमेर तुजको कोड़ प्रणाम । झाडी जंगल पर्वत सोहे दर्शन से तो मनहु मोहे
___ सनमुख है हनुमान तुजने कोड प्रणाम चैत्र सुदी दशमी दिन जाणो मेलानो है मोरो ठाणो
आवे जैन अजैन जिनने कोड़ो प्रणाम । धर्म सूरि के पुण्य प्रभावे विद्या विजय मुरु मन भावे
शिवपुरी के मण्डल तुजको क्रोडो प्रणाम । बाणु शाले भाद्रव मासे बाली नगरे को दश दिवसे
सत्तावत गुण गाय तुजने क्रोड़ो प्रणाम ।
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