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शेष विद्या प्रकाश ::
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सट्टे के व्यापार में पांच वस्तु की आवश्यकता -
त. तारवणी - अर्थात् बजार का रुख देखना |
थ. स्थिरता - मन में स्थिरता लाना ।
द. दलाल - अच्छे दलाल होना आवश्यक
ध. खुद के पास धन होना जरूरी है।
न. नागाई - स्वभाव में तेजी रखना ।
कथायें -
१ - अज्ञान में मोन उत्तम है ।
२ - पैसे वाले के सगे ज्यादा |
३ - क्रोधी के सामने नम्र होना । ४ - जानकार के आगे अजान होना ।
५ - पान पर चूना नहीं लगने देना । ६ - हिंम्मते मर्दा तो मददे खुदा ।
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