Book Title: Shesh Vidya Prakash
Author(s): Purnanandvijay
Publisher: Marudhar Balika Vidyapith

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Page 161
________________ शेष विद्या प्रकाश :: :: ५३१ सट्टे के व्यापार में पांच वस्तु की आवश्यकता - त. तारवणी - अर्थात् बजार का रुख देखना | थ. स्थिरता - मन में स्थिरता लाना । द. दलाल - अच्छे दलाल होना आवश्यक ध. खुद के पास धन होना जरूरी है। न. नागाई - स्वभाव में तेजी रखना । कथायें - १ - अज्ञान में मोन उत्तम है । २ - पैसे वाले के सगे ज्यादा | ३ - क्रोधी के सामने नम्र होना । ४ - जानकार के आगे अजान होना । ५ - पान पर चूना नहीं लगने देना । ६ - हिंम्मते मर्दा तो मददे खुदा । Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat 1 www.umaragyanbhandar.com

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