Book Title: Shesh Vidya Prakash
Author(s): Purnanandvijay
Publisher: Marudhar Balika Vidyapith

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Page 158
________________ १२८ :: :: शेष विद्या प्रकाश सट्टे के व्यापार में नुकसान चांदी मां चगदाई गया, सोने गया सपडाई । टुकड़ा मां बुकड़ा कर्या, एरंडा मां गया अथडाई ।। अलसी मां अवला पड्यां, रू' मां गया रंडाई। पारा मां पटकाई गया, खांड मां गया खंडाई ।। मरी मां मरी गया, कपूर मां गया कुदी। कंतान मां कतराई गया, शेर मां गया संताई ।। 'दीफड़' मां डफडाई गया, अोडीनरी मां आडा पड्या। सुतर मां सुई गया, नाणा मा नवरा पडया ।। करियाणा मां कंटालो चडयो, तेल मां गया तलाई । टोपरा बझार मां टपलाई पडयो, खजुर मां गया खवाई ।। लोखंड मां लडाई पड्या, सुठ मां गया सडाई । चा बझार मां चवाई गया, फीचर मां पडया फसाई ।। आंकडा मां अकलामण थई, पोलीस प्रावी पकड़ी गई । चेवडा बझार मां चुथाई गया, क्यांथी आवे कमाई ।। लंबा तीलक मधुरी वाणी । दगेबाज की यही निशानी ।। Int - - Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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