Book Title: Sanmati Tark Prakaran Part 03
Author(s): Abhaydevsuri
Publisher: Divya Darshan Trust

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Page 411
________________ ३९२ सन्मतितर्कप्रकरण काण्ड गाथा न्या. १. कुसमयबिसासणं ४ - ‘सन्मतिमूलगाथागताः शमा।। काण्ड गाथा व्या. पृ. | शन्द १ . ५,६६,६७ | गयं ६८,६९,७७ गहेण २ ३४,३६ ६२२,६२३ गुण ३८,२९६३३,६४. ६०५ ३ ३८ ३ १ م ६४ २४४३, ४९ ४४,४६ ६,८ १३,६३४ १०,१२,३६३५,६३८ ,१९,२३ ६४. س के ന केवि ന केण ന ന ന ന १४ ന ന ന - केवलणाण २ ५ चलणाणदंसणा २ २० केवलणाणं ३,१८,२४ ५९६,६२२ ६२३ केवलणाणम्मि केबलणाणाबरणवखय २ केवलणाणावरणक्खयजायं २ केवलभा २ ३६६२३ ५,७,१७,२६६.७६१ ന ३ २३ - - ४.1 गुणष्ट्रिय गुणट्टियणओ गुणणिवत्तियसपणा गुणपणिहाणं गुणलक्खणं गुणविसेसभागपडिया गुणविसेसे गुण विसेसो गुणसण्णा गुणसई गुणसद्दे गुणा १. केवलं ന - - - ६३४ ६३५ ६३. ന - - - ന केबलाण केवलि केबलियो केवलिपबायो केवठी केले कोई २०,२१६१७ २ ३५१६२२ ६१८ २ ॥ ६.५,२. २८ ४.८,४५५ ३ २४६३० ന W - - गुणो ന ६३५ गोयम गोयमाईणं गण - - - ന ६३५ ४५७ ന (११ ന को क्खए क्सय गणाहि - - ६.९ ന ന घडादओ घडो - - ६. ന खितं खीणावरणिजे खीणावरणे ന ६.91 ६०७,६०९ - घेता ന २४६१८ ന १ गरपरिगयं ന २९६४० २५,४३,६४ ६४०,६५० गई १४,२७,३८५,४५५ ३९,५१ ५,१२,१३, ६.९,६२०, ३.,३१,३३, २२ ന २ ന ६४० ന ३ गईयं गओ गण d गमविसेसा गमेहि ६६ १,२,३,१६२७,६२९ ३०,३५,५९६१५,५२६ ६०1८ .१७ ന ന उणाणि चउनिमागो ന Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org.

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