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13. ण हवदि जदि सद्दव्वं असद्धवं हवदितं कहं दव्वं।
हवदि पुणो अण्णं वा तम्हा दव्वं सयं सत्ता।।
नहीं होता है
अव्यय (हव) व 3/1 अक अव्यय (सद्दव्वं) 1/1 अनि (असद्धव) 1/1 वि
हवदि जदि सद्दव्वं असद्धवं
यदि
हवदि
कहं दव्वं हवदि पुणो . अण्णं
(हव) व 3/1 अक (त) 1/1 सवि अव्यय (दव्व) 1/1 (हव) व 3/1 अक अव्यय (अण्ण) 1/1 सवि अव्यय अव्यय (दव्व) 1/1 अव्यय (सत्ता) 1/1 .
अस्तित्वयुक्त द्रव्य ध्रुव (द्रव्य) अस्तित्व रहित होता है वह कैसे द्रव्य होता है फिर अन्य अथवा इसलिये द्रव्य
वा
तम्हा
दव्वं
स्वयं
सयं सत्ता
.
सत्ता
अन्वयः- जदि सद्दव्वं ण हवदि असद्धवं हवदि वा पुणो तं अण्णं दव्वं कहं हवदि तम्हा दव्वं सयं सत्ता।
अर्थ- यदि द्रव्य अस्तित्वयुक्त नहीं होता है (तो) ध्रुव (द्रव्य) अस्तित्व रहित होता है (होगा) अथवा फिर वह (द्रव्य) अन्य (कुछ) (होता है) (होगा) (दोनों स्थितियों में वह) द्रव्य कैसे होगा? इसलिये द्रव्य स्वयं सत्ता (अस्तित्व)
1. प्रश्नवाचक शब्दों के साथ वर्तमानकाल का प्रयोग प्रायः भविष्यत्काल के अर्थ में होता है।
प्रवचनसार (खण्ड-2) .
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